‘हमारे दामाद के साथ जो बर्ताव हुआ, वो जिंदगी भर का दर्द है। उन्हें घोड़ी से खींचकर पीटा और उनके फूफा-बहनोई के साथ भी बदतमीजी की। उन्हें चोटें आई हैं। उन लोगों के इस व्यवहार से हमारी बहुत बेइज्जती हुई। ससुराल वाले पूरी जिंदगी मेरी बेटी को ताने सुनाएंगे।’ यह कहना उस दुल्हन की मां अनीता देवी का, जिसके पति को ठाकुर बिरादरी के लोगों ने पीटा था। घटना आगरा के छलेसर में 16 अप्रैल को हुई थी। अनीता कहती हैं- वो ठाकुर बिरादरी से हैं, तो क्या हमारी इज्जत उछालेंगे? इस घटना के बाद इतनी दहशत फैल गई कि गेस्ट हाउस की जगह घर में शादी कराई गई। गांव के लोग इसे दलित और ठाकुर बिरादरी के बीच की जातिगत दुश्मनी बता रहे हैं। किसने पहले मारपीट शुरू की? अब गांव का माहौल कैसा है? दैनिक भास्कर की टीम 15Km दूर छलेसर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पूरे गांव में 20 दलित परिवार, 200 वोटर
हम आगरा शहर से 15Km चलकर कुबेरपुर के नगला तल्फी पहुंचे। इस बस्ती में दलितों के 20 घर हैं। 200 वोटर हैं। इसी बस्ती में नाथौली सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह सब्जी बेचने का काम करते हैं। उनके 4 बच्चे हैं। बड़ा बेटा अजीत प्राइवेट नौकरी करता है। दूसरा बेटा सुभाष जॉब ढूंढ रहा है। मोहित और प्रियंका जुड़वां भाई-बहन हैं। डेढ़ महीने पहले वृंदावन के पानी गांव के नगला बूढ़ा के रहने वाले लड़के से प्रियंका का रिश्ता तय हुआ था। 16 अप्रैल को शादी थी। इसके लिए छलेसर का कृष्णा मैरिज होम बुक किया गया था। लड़का प्राइवेट कंपनी में काम करता है। मां बोली- बेटी का सपना भी पूरा नहीं हो पाया
दुल्हन की मां अनीता देवी बताती हैं- उस दिन घर के पुरुष बारात चढ़वाने गए थे। स्वागत की तैयारी कर रहे थे। तभी पता चला कि बारात में मारपीट हो गई है। सभी लोग भागकर गए। वहां बाराती छिप गए थे। इसके बाद हम लोग सभी रिश्तेदारों और बारातियों को लेकर घर आ गए। घर पर ही फेरे हुए। लड़की को विदा कर दिया। बेटी का सपना भी पूरा नहीं हो पाया। बेटी की इच्छा थी कि सभी भाई चादर लेकर चलें, जिसमें वह स्टेज तक पहुंचे। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ। उस दिन बेटी सजकर ब्यूटी पार्लर में रात 1 बजे तक बैठी रही। दूल्हे को किसी तरह छिपाकर घर लाकर हमने फेरे कराए। मैरिज होम, सजावट, खाना सब कुछ करीब 3 लाख रुपए में बुक था। सारे पैसे यूं ही चले गए। जैसे-तैसे बस बेटी की शादी की है। मेरे दामाद के गले से सोने की चेन भी गायब हो गई। पिता बोले- हमें सिर्फ डंडे दिख रहे थे
दुल्हन के पिता नाथौली सिंह ने बताया- घुड़चढ़ी की रस्म चल रही थी। हम लोग गेस्ट हाउस में तैयारी कर रहे थे। हमारा दामाद घोड़ी से गेस्ट हाउस की ओर आ रहा था। डीजे बज रहा था, बाराती डांस कर रहे थे। इसी बीच क्षत्रियों के कुछ लड़के आए और हंगामा करने लगे। हमें सूचना मिली कि दामाद के साथ मारपीट कर दी गई है। हम जब वहां पहुंचे, तो देखा दूल्हे को घोड़ी से नीचे खींच दिया गया था। अन्य बारातियों से मारपीट की जा रही थी। वहां सिर्फ डंडे दिख रहे थे, गालियां सुनाई दे रही थीं। बाराती पास में ही एक मैरिज होम श्याम वाटिका में छिप गए थे। हम लोग किसी तरह कृष्णा मैरिज होम पहुंचे। तब तक वहां भीम आर्मी वाले भी पहुंच गए थे। इसके बाद हम अपने बारातियों को लेकर घर आ गए। कई लोग घायल थे। उनका अस्पताल में इलाज कराया। हम चाहते हैं कि जितने लोगों ने मारपीट की है, सभी को अरेस्ट किया जाए। 12 अप्रैल से बदल गईं स्थितियां
नगला तल्फी में जिस जगह नाथौली सिंह का घर है। उसके ठीक पीछे खेत में 12 अप्रैल को करणी सेना ने रक्त स्वाभिमान सम्मेलन किया था। उससे कुछ ही दूरी पर गढ़ी रामी में ठाकुरों के घर हैं। नाथौली सिंह समेत बस्ती के अन्य लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना पहली बार हुई है। सालों से ठाकुरों के साथ दलितों के संबंध सही रहे हैं। लेकिन, 12 अप्रैल के बाद से स्थितियों में बदलाव आया है। 12 अप्रैल को ही बेटी का लगुन था, जो रात में ही हो पाया। हम लोग हंगामे और भीड़ की वजह से बाहर नहीं निकल पाए। अब चलते हैं उस जगह…जहां पर घटना हुई
नगला तल्फी से छलेसर के मैरिज होम की दूरी करीब 3-4 किलोमीटर की है। हम कृष्णा मैरिज होम पहुंचे, तो वहां बात करने वाला कोई नहीं था। इसके बाद हम पहुंचे उस जगह, जहां झगड़ा हुआ था। जिन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मारपीट की। हम उस घर के सामने जैसे ही पहुंचे, वहां लोग आ गए। परिवार के बुजुर्ग जगदीश ने पूरी घटना बताई। बताया कि परिवार में एक बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब है। बारात में बहुत तेज डीजे बज रहा था। परिवार का एक लड़का अजय (20) बारातियों से कहने आया कि डीजे की आवाज कम कर लो। लेकिन, बारातियों ने मारपीट शुरू कर दी। गालियां देने लगे। यह देखकर उसका 17 साल का भाई उसे बचाने आया। उसे गिरा-गिरा कर मारा। इस पर परिवार एकदम से नीचे उतरा। इसके बाद मारपीट हुई। परिवार अपने बच्चों को बचाने पहुंचा था। अब पढ़िए ठाकुरों की बात इस घटना पर पूर्व सीएम मायावती ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने X पर लिखा था- आगरा में दलित समाज की बारात पर जातिवादी व सामंती तत्वों द्वारा हिंसा की ताज़ा घटना सहित यूपी के विभिन्न जिलों में भी गरीबों व दलितों आदि पर हो रही जुल्म-ज्यादती की बढ़ती घटनाएं अति-चिन्तनीय, जबकि बीएसपी के शासनकाल में सरकार हमेशा अन्याय के विरुद्ध इनके साथ खड़ी हुई दिखती थी। जानिए पुलिस की अब तक की कार्रवाई
ACP एत्मादपुर पीयूष कांत राय ने बताया, अजीत तोमर, अमन तोमर, सौरभ तोमर, प्रदीप तोमर, प्रदीप, अंकित, संजय, सचिन और अजय सहित 20 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीसीटीवी और इंटरनेट पर वायरल वीडियो से सबूत जुटाए जा रहे हैं। जांच की जा रही है। ————————- इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- आगरा में दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारकर पीटा:बारातियों का सिर फटा, दूल्हा पैदल पहुंचा मैरिज होम आगरा में दबंगों ने लाठी-डंडों और तलवार से बारात पर हमला कर दिया। आरोप है कि DJ बजाने पर बुधवार रात दलित दूल्हे की कॉलर पकड़कर घोड़ी से खींच लिया। इससे दूल्हा नीचे गिर गया। दबंगों ने उसकी पिटाई कर दी और गले से सोने की चेन छीन ली। कुछ लोगों ने विरोध किया तो उनकी भी पिटाई की। 4 लोग घायल हुए हैं। इससे महिलाओं और बच्चों में दहशत फैल गई। बाराती बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। पढ़ें पूरी खबर ‘हमारे दामाद के साथ जो बर्ताव हुआ, वो जिंदगी भर का दर्द है। उन्हें घोड़ी से खींचकर पीटा और उनके फूफा-बहनोई के साथ भी बदतमीजी की। उन्हें चोटें आई हैं। उन लोगों के इस व्यवहार से हमारी बहुत बेइज्जती हुई। ससुराल वाले पूरी जिंदगी मेरी बेटी को ताने सुनाएंगे।’ यह कहना उस दुल्हन की मां अनीता देवी का, जिसके पति को ठाकुर बिरादरी के लोगों ने पीटा था। घटना आगरा के छलेसर में 16 अप्रैल को हुई थी। अनीता कहती हैं- वो ठाकुर बिरादरी से हैं, तो क्या हमारी इज्जत उछालेंगे? इस घटना के बाद इतनी दहशत फैल गई कि गेस्ट हाउस की जगह घर में शादी कराई गई। गांव के लोग इसे दलित और ठाकुर बिरादरी के बीच की जातिगत दुश्मनी बता रहे हैं। किसने पहले मारपीट शुरू की? अब गांव का माहौल कैसा है? दैनिक भास्कर की टीम 15Km दूर छलेसर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पूरे गांव में 20 दलित परिवार, 200 वोटर
हम आगरा शहर से 15Km चलकर कुबेरपुर के नगला तल्फी पहुंचे। इस बस्ती में दलितों के 20 घर हैं। 200 वोटर हैं। इसी बस्ती में नाथौली सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह सब्जी बेचने का काम करते हैं। उनके 4 बच्चे हैं। बड़ा बेटा अजीत प्राइवेट नौकरी करता है। दूसरा बेटा सुभाष जॉब ढूंढ रहा है। मोहित और प्रियंका जुड़वां भाई-बहन हैं। डेढ़ महीने पहले वृंदावन के पानी गांव के नगला बूढ़ा के रहने वाले लड़के से प्रियंका का रिश्ता तय हुआ था। 16 अप्रैल को शादी थी। इसके लिए छलेसर का कृष्णा मैरिज होम बुक किया गया था। लड़का प्राइवेट कंपनी में काम करता है। मां बोली- बेटी का सपना भी पूरा नहीं हो पाया
दुल्हन की मां अनीता देवी बताती हैं- उस दिन घर के पुरुष बारात चढ़वाने गए थे। स्वागत की तैयारी कर रहे थे। तभी पता चला कि बारात में मारपीट हो गई है। सभी लोग भागकर गए। वहां बाराती छिप गए थे। इसके बाद हम लोग सभी रिश्तेदारों और बारातियों को लेकर घर आ गए। घर पर ही फेरे हुए। लड़की को विदा कर दिया। बेटी का सपना भी पूरा नहीं हो पाया। बेटी की इच्छा थी कि सभी भाई चादर लेकर चलें, जिसमें वह स्टेज तक पहुंचे। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ। उस दिन बेटी सजकर ब्यूटी पार्लर में रात 1 बजे तक बैठी रही। दूल्हे को किसी तरह छिपाकर घर लाकर हमने फेरे कराए। मैरिज होम, सजावट, खाना सब कुछ करीब 3 लाख रुपए में बुक था। सारे पैसे यूं ही चले गए। जैसे-तैसे बस बेटी की शादी की है। मेरे दामाद के गले से सोने की चेन भी गायब हो गई। पिता बोले- हमें सिर्फ डंडे दिख रहे थे
दुल्हन के पिता नाथौली सिंह ने बताया- घुड़चढ़ी की रस्म चल रही थी। हम लोग गेस्ट हाउस में तैयारी कर रहे थे। हमारा दामाद घोड़ी से गेस्ट हाउस की ओर आ रहा था। डीजे बज रहा था, बाराती डांस कर रहे थे। इसी बीच क्षत्रियों के कुछ लड़के आए और हंगामा करने लगे। हमें सूचना मिली कि दामाद के साथ मारपीट कर दी गई है। हम जब वहां पहुंचे, तो देखा दूल्हे को घोड़ी से नीचे खींच दिया गया था। अन्य बारातियों से मारपीट की जा रही थी। वहां सिर्फ डंडे दिख रहे थे, गालियां सुनाई दे रही थीं। बाराती पास में ही एक मैरिज होम श्याम वाटिका में छिप गए थे। हम लोग किसी तरह कृष्णा मैरिज होम पहुंचे। तब तक वहां भीम आर्मी वाले भी पहुंच गए थे। इसके बाद हम अपने बारातियों को लेकर घर आ गए। कई लोग घायल थे। उनका अस्पताल में इलाज कराया। हम चाहते हैं कि जितने लोगों ने मारपीट की है, सभी को अरेस्ट किया जाए। 12 अप्रैल से बदल गईं स्थितियां
नगला तल्फी में जिस जगह नाथौली सिंह का घर है। उसके ठीक पीछे खेत में 12 अप्रैल को करणी सेना ने रक्त स्वाभिमान सम्मेलन किया था। उससे कुछ ही दूरी पर गढ़ी रामी में ठाकुरों के घर हैं। नाथौली सिंह समेत बस्ती के अन्य लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना पहली बार हुई है। सालों से ठाकुरों के साथ दलितों के संबंध सही रहे हैं। लेकिन, 12 अप्रैल के बाद से स्थितियों में बदलाव आया है। 12 अप्रैल को ही बेटी का लगुन था, जो रात में ही हो पाया। हम लोग हंगामे और भीड़ की वजह से बाहर नहीं निकल पाए। अब चलते हैं उस जगह…जहां पर घटना हुई
नगला तल्फी से छलेसर के मैरिज होम की दूरी करीब 3-4 किलोमीटर की है। हम कृष्णा मैरिज होम पहुंचे, तो वहां बात करने वाला कोई नहीं था। इसके बाद हम पहुंचे उस जगह, जहां झगड़ा हुआ था। जिन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मारपीट की। हम उस घर के सामने जैसे ही पहुंचे, वहां लोग आ गए। परिवार के बुजुर्ग जगदीश ने पूरी घटना बताई। बताया कि परिवार में एक बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब है। बारात में बहुत तेज डीजे बज रहा था। परिवार का एक लड़का अजय (20) बारातियों से कहने आया कि डीजे की आवाज कम कर लो। लेकिन, बारातियों ने मारपीट शुरू कर दी। गालियां देने लगे। यह देखकर उसका 17 साल का भाई उसे बचाने आया। उसे गिरा-गिरा कर मारा। इस पर परिवार एकदम से नीचे उतरा। इसके बाद मारपीट हुई। परिवार अपने बच्चों को बचाने पहुंचा था। अब पढ़िए ठाकुरों की बात इस घटना पर पूर्व सीएम मायावती ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने X पर लिखा था- आगरा में दलित समाज की बारात पर जातिवादी व सामंती तत्वों द्वारा हिंसा की ताज़ा घटना सहित यूपी के विभिन्न जिलों में भी गरीबों व दलितों आदि पर हो रही जुल्म-ज्यादती की बढ़ती घटनाएं अति-चिन्तनीय, जबकि बीएसपी के शासनकाल में सरकार हमेशा अन्याय के विरुद्ध इनके साथ खड़ी हुई दिखती थी। जानिए पुलिस की अब तक की कार्रवाई
ACP एत्मादपुर पीयूष कांत राय ने बताया, अजीत तोमर, अमन तोमर, सौरभ तोमर, प्रदीप तोमर, प्रदीप, अंकित, संजय, सचिन और अजय सहित 20 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीसीटीवी और इंटरनेट पर वायरल वीडियो से सबूत जुटाए जा रहे हैं। जांच की जा रही है। ————————- इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- आगरा में दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारकर पीटा:बारातियों का सिर फटा, दूल्हा पैदल पहुंचा मैरिज होम आगरा में दबंगों ने लाठी-डंडों और तलवार से बारात पर हमला कर दिया। आरोप है कि DJ बजाने पर बुधवार रात दलित दूल्हे की कॉलर पकड़कर घोड़ी से खींच लिया। इससे दूल्हा नीचे गिर गया। दबंगों ने उसकी पिटाई कर दी और गले से सोने की चेन छीन ली। कुछ लोगों ने विरोध किया तो उनकी भी पिटाई की। 4 लोग घायल हुए हैं। इससे महिलाओं और बच्चों में दहशत फैल गई। बाराती बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
ठाकुरों ने दामाद को बेइज्जत किया, कभी नहीं भूलेंगे:मां बोली- बेटी को ताने सुनने पड़ेंगे; आगरा में दलित दूल्हे को घोड़ी पर पीटा था
