ठेकेदार और दो बेटों की हथौड़े से कूचकर हत्या:जौनपुर में सिर पर ताबड़तोड़ किए वार, 2 गिरफ्तार, एक ही चिता पर जले तीनों शव

ठेकेदार और दो बेटों की हथौड़े से कूचकर हत्या:जौनपुर में सिर पर ताबड़तोड़ किए वार, 2 गिरफ्तार, एक ही चिता पर जले तीनों शव

जौनपुर में ठेकेदार और उसके दो बेटों की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। तीनों देर रात काम के चलते दुकान पर ही रुके थे। सुबह जब बहनोई दुकान पर पहुंचे तो तीनों को खून से लथपथ पाया। इसके बाद पुलिस को वारदात की जानकारी दी। घटना रविवार देर रात जाफराबाद के नेवादा बाईपास की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से खून से सना हथौड़ा बरामद किया। इसके बाद तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। इस दौरान ग्रामीण और परिजनों ने पुलिस को शव को ले जाने से रोका। हाईवे जाम कर दिया और जमकर हंगामा काटा। पुलिस ने मृतकों की पहचान मोहम्मदपुर कांध गांव निवासी लालजी (50 वर्ष) और उनके दो बेटों यादवीर (32) व गुड्डू (25) के रूप में की है। तीनों मृतकों के सिर पर हथौड़े के जोरदार हमले के निशान मिले हैं। देर शाम पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे की तलाश जारी है। शाम में एक ही चिता पर तीनों शवों को मुखाग्नि दी गई। सबसे पहले 2 तस्वीरें देखिए… अब पूरी खबर विस्तार से पढ़िए महमदपुर कांध इमलो निवासी लालजी जल निगम विभाग में ठेकेदारी करते हैं। जफराबाद के नेवादा कचगांव अंडर बाईपास पर उनकी ‘लालजी भैया इंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रिकल्स’ नाम से दुकान भी है। रविवार को लालजी छोटे भाई से जौनपुर गए थे। वहां से काम निपटाने के बाद वे घर न जाकर सीधे अपनी दुकान पर चले गए। लालजी और उनके दोनों बेटे यादवीर और गुड्डू तीनों लोग काम ज्यादा होने के चलते देर रात तक दुकान पर ही रुके। तीनों ने बाहर से ही खाना खाया। फिर वर्कशॉप में ही सो गए। सुबह करीब 7 बजे लालजी का बहनोई संजय वर्कशॉप पर नाश्ता लेकर पहुंचा। उसने जैसे ही वर्कशॉप का शटर उठाया तो देखा कि अंदर तीनों के शव खून से लथपथ पड़े थे। काम करते समय हमले का अंदेशा, शव घसीटने के निशान मिले घटनास्थल पर कोई संघर्ष की स्थिति देखने को नहीं मिली। घटना स्थल पर ऐसा लग रहा था कि पिता पुत्रों को कार्य के दौरान मारा गया है। दुकान पर खराद मशीन पर जल निगम की पाइप में चूड़ी बनाने का काम किया जा रहा था। मशीन पर पाइप लगी हुई थी। चूड़ी बना हुआ था। दुकान के बाहर वेल्डिंग मशीन रखी हुई थी। जिसमें विद्युत प्रवाहित तार जुड़ा हुआ था। वेल्डिंग करते समय आंख की सुरक्षा के लिए प्रयोग किए जाने वाला यंत्र भी मशीन के बगल में रखा हुआ था। सब कुछ देखने के बाद ऐसा लग रहा था कि लालजी तथा उनके दो बेटे अपने व्यवसाय के कार्य में लगे हुए थे। इसी दौरान अपराधी आए और अचानक उनके ऊपर वार कर उनकी हत्या कर दिए। दुकान के बगल में एक छोटे कमरे में पिता व दो पुत्रों की लाश पाई गई। उक्त कमरे के बाहर लगभग 15 फीट तक किसी एक को घसीट कर कमरे में ले जाने का निशान खून देखने को मिला। दुकान पर अन्य कोई सामान बिखरा देखने को नहीं मिला। लालजी व उनके दोनों बेटे अलग-अलग तीन मोटरसाइकिल से घर से दुकान तक जाते थे। तीनों मोटरसाइकिल दुकान पर सामान्य स्थिति में देखने को मिली। दुकान के बगल में बने छोटे से कमरे खून से भरे पड़े थे। शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे परिजन संजय ने घटना की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। सूचना पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे। पुलिस जब शव ले जाने लगी तो परिजनों की पुलिस से बहस हो गई। परिजनों और रिश्तेदारों ने हाईवे जाम करने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह समझाकर तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। संजय की पत्नी मीना ने बताया कि रविवार शाम को लालजी की घर वालों से बात हुई थी। उन्होंने बताया था कि आज घर आने में लेट हो जाएगा। जब देर रात तक वो वापस नहीं आए तो दोबारा फोन किया गया। मगर फोन नहीं उठा। कई बार कॉल करने के बाद भी तीनों में से किसी का भी फोन नहीं उठा। सुबह जब पति संजय वर्कशॉप गए तो उन्होंने वहां तीनों की लाशें देखीं। हत्यारे CCTV और डीवीआर तक उठा ले गए एसपी डॉ कौस्तुभ ने बताया कि हमलावरों ने हत्या के बाद सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की है। पुलिस की जांच में सामने आया कि वर्कशॉप में सीसीटीवी लगा था। हत्यारे डीवीआर और सीसीटीवी अपने साथ ले गए। ​​​फोरेंसिक टीम को जांच में एक मोबाइल, लोहे की रॉड और एक हथौड़ा मिला है। परिजन हत्या का आरोप पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष पलटू राम नागर पर लगा रहे हैं। एक साल पहले भी आरोपी ने किया था हमला लालजी की पत्नी प्रभावती ने बताया- हमारे परिवार पर एक वर्ष पूर्व जगदीशपुर गांव निवासी पूर्व बसपा जिला अध्यक्ष पलटू राम नगर ने मेरे पति लालजी व गुड्डू व यादवीर पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें लालजी का हाथ पैर टूट गया था। गंभीर स्थिति में घायल थे। किसी तरह उनकी जान बच पाई थी। मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता ने बताया- जगदीशपुर में स्थित किराए की दुकान को लेकर पलटू राम ने लाल जी से अत्यधिक पैसा लिया हुआ है। उक्त पैसे की लेनदेन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। 2018 में दुकान के विवाद को लेकर पलटू राम नागर से झगड़ा हुआ था। उस समय नागर ने हम लोगों की दुकान में तोड़फोड़ की थी और मशीनें भी उठवा ले गया था। पुलिस कार्रवाई करती तो ये घटना न होती सरिता ने कहा- आरोपी पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी दे चुका था। हमले भी किए थे, पर शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस कार्रवाई करती तो ये घटना न होती। सरिता ने बताया- उनके पति हमेशा झगड़ों से बचते थे और कहा करते थे कि दुश्मनी पालेंगे तो हजार दुश्मन बनेंगे, इसलिए शांति से रहना बेहतर है। उन्होंने बताया कि हत्या से पहले उनके पति ने आखिरी बार दोपहर में फोन कर कहा था कि आज काम ज्यादा है, बात नहीं कर पाएंगे। छोटे बेटे की शादी के लिए बहू देखने गए थे लालजी प्रभावती ने बताया- रविवार को दोपहर करीब 12:00 बजे आखरी बार फोन पर बात हुई थी। रविवार को लालजी अपने छोटे पुत्र यादवीर के लिए एक गांव में बहु देखने गए हुए थे। बहू देखने के बाद उन्होंने मोबाइल फोन पर अपने पोते आर्यन से दादी से बात करने को कहा। वीडियो कॉलिंग पर लालजी ने अपनी पत्नी प्रभावती को होने वाली बहू को दिखाया। इसके बाद तीनों आकर दुकान में ही सो गए थे। प्रभावती ने बताया- हमने रात में कई बार फोन किया पर कॉल रिसीव नहीं हुई। मायके में अपने भाई को दुकान पर भेजा। जब भाई दुकान पर पहुंचा तो खून से सना हुआ दृश्य देखकर घबरा गया और अंदर जाकर देखा तो तीनों की लाशें पड़ी थीं। सरिता ने सरकार से मांग की है कि जान के बदले जान की कार्रवाई हो, क्योंकि अब उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है। उनके दो छोटे बच्चे हैं और उन्हें नहीं पता कि आगे कैसे जिएंगी। मृतक लालजी की पत्नी प्रभावती ने बताया कि उनके पति और दोनों बेटे रोज़ सुबह आठ बजे एक साथ काम पर जाते थे और शाम को सात से आठ बजे के बीच लौट आते थे, लेकिन घटना वाले दिन वे वापस नहीं आए। रातभर इंतजार के बाद जब सुबह तक कोई सूचना नहीं मिली तो चिंता बढ़ गई। उन्होंने बताया कि पहले पलटू राम नागर से उनका झगड़ा भी हो चुका था, जिसके बाद से तनाव बना हुआ था। पीड़ित पत्नी ने एक नामजद समेत चार लोगों पर दर्ज कराई FIR
सरिता देवी का आरोप है कि पिछले कुछ वर्षों से पल्टू राम नागर, उसके बेटे और दामाद द्वारा उन्हें जातिसूचक गालियां दी जा रही थी और जान से मारने की धमकी मिल रही थी। उनके पति गुड्डू ने पहले ही आशंका जताई थी कि पल्टू राम नागर कभी भी जानलेवा हमला कर सकता है। सरिता ने आरोप लगाया कि पल्टू राम नागर के साथ कुछ अज्ञात लोग भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता ने जगदीशपुर निवासी पलटूराम नागर उनके एक बेटे और दामाद पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। थानाप्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। पेरोल पर रिहा बेटे ने दी मुखाग्नि, एक ही चिता पर जलीं तीन लाशें सोमवार शाम 6:15 बजे जाफराबाद पुलिस शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर दो एम्बुलेंस वैन से लालजी, गुड्डू और यादवीर को लेकर उनके आवास पर लेकर पहुंची। तीनों की लाश घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। लाल जी की पत्नी प्रभावती वह गुड्डू की पत्नी सरिता लाश को देखते ही बेहोश हो गईं। शवों को मुखाग्नि देने के लिए पुलिस ने जेल में लालजी के मंझले बेटे जिलाजीत को 24 घंटे की पेरोल पर रिहाई दी। जिलाजीत कुमार ने जौनपुर के रामघाट पर तीनों शवों को मुखाग्नि दीं। तीनों शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। पूरे गांव में नहीं जला चूल्हा अंतिम संस्कार के दौरान महमदपुर कांध गांव के लगभग 500 लोग रामघाट पर मौजूद रहे। सभी ने नम आंखों से विदाई दी। इस घटना को लेकर सोमवार रात गांव के एक भी घर में चूल्हा नहीं जला। लालजी जल निगम में ठेकेदारी का काम करते थे। इसके अलावा उनकी एक बिल्डिंग मटेरियल की दुकान भी है। उनके बेटे यदवीर (32) व गुड्डू (25) दोनों ही उनके साथ बिल्डिंग मटेरियल की दुकान में ही काम करते थे। यदवीर की शादी हो चुकी है, उनकी पत्नी का नाम सरिता है। उनके बेटे अभी (5) और आर्यन (2) हैं। अब परिवार में लालजी की पत्नी प्रभावती, गुड्‌डू की पत्नी सरिता, दो बच्चे अभी-आर्यन और पुरुषों में एकमात्र लालजी का बेटा जिलाजीत शेष बचा है। जिलाजीत भी जेल में बंद है। ऐसे में परिवार को चलाने वाला कोई पुरुष फिलहाल नहीं बचा है। ग्रामीणों का कहना है- ऐसे में प्रभावती और सरिता की जिंदगी कैसे कटेगी। मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार, तीसरे पर 25 हजार का इनाम पुलिस ने हत्या की जांच के लिए 8 टीमें गठित की हैं। सोमवार देर शाम पुलिस ने पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी पल्टू नागर और उसके दामाद नागमणि को हिरासत में लिया गया है। पल्टू का बेटा गोलू अभी फरार है। पुलिस ने फरार आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी समेत 3 निलंबित घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। हत्या से पहले की रंजिश को रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया था। इस कारण बीट पुलिस अधिकारी, हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की निगरानी में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
एडीजी बोले- जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी एडीजी वाराणसी पीयूष मोरडिया भी घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में तीनों हत्याओं के पीछे किसी करीबी की साजिश की बात सामने आई है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। —————————- ये खबर भी पढ़ें… BJP जिलाध्यक्ष ने जिसे गले लगाया, वह महिला सामने आई:गोंडा में FIR कराई, बोली- वे मेरे भाई जैसे, बदनाम किया जा रहा गोंडा में भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिस महिला को ऑफिस के अंदर गले लगाया। वह महिला सामने आई है। महिला ने सफाई दी कि भाजपा जिलाध्यक्ष अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप उसके भाई जैसे हैं। मेरी और भाजपा जिलाध्यक्ष की छवि खराब करने के लिए राजनीतिक साजिश के तहत वीडियो वायरल किया गया। इससे मेरी सामाजिक छवि को ठेस पहुंची है। महिला ने वायरल वीडियो को लेकर छपिया थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया। पढ़ें पूरी खबर…. जौनपुर में ठेकेदार और उसके दो बेटों की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। तीनों देर रात काम के चलते दुकान पर ही रुके थे। सुबह जब बहनोई दुकान पर पहुंचे तो तीनों को खून से लथपथ पाया। इसके बाद पुलिस को वारदात की जानकारी दी। घटना रविवार देर रात जाफराबाद के नेवादा बाईपास की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से खून से सना हथौड़ा बरामद किया। इसके बाद तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। इस दौरान ग्रामीण और परिजनों ने पुलिस को शव को ले जाने से रोका। हाईवे जाम कर दिया और जमकर हंगामा काटा। पुलिस ने मृतकों की पहचान मोहम्मदपुर कांध गांव निवासी लालजी (50 वर्ष) और उनके दो बेटों यादवीर (32) व गुड्डू (25) के रूप में की है। तीनों मृतकों के सिर पर हथौड़े के जोरदार हमले के निशान मिले हैं। देर शाम पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे की तलाश जारी है। शाम में एक ही चिता पर तीनों शवों को मुखाग्नि दी गई। सबसे पहले 2 तस्वीरें देखिए… अब पूरी खबर विस्तार से पढ़िए महमदपुर कांध इमलो निवासी लालजी जल निगम विभाग में ठेकेदारी करते हैं। जफराबाद के नेवादा कचगांव अंडर बाईपास पर उनकी ‘लालजी भैया इंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रिकल्स’ नाम से दुकान भी है। रविवार को लालजी छोटे भाई से जौनपुर गए थे। वहां से काम निपटाने के बाद वे घर न जाकर सीधे अपनी दुकान पर चले गए। लालजी और उनके दोनों बेटे यादवीर और गुड्डू तीनों लोग काम ज्यादा होने के चलते देर रात तक दुकान पर ही रुके। तीनों ने बाहर से ही खाना खाया। फिर वर्कशॉप में ही सो गए। सुबह करीब 7 बजे लालजी का बहनोई संजय वर्कशॉप पर नाश्ता लेकर पहुंचा। उसने जैसे ही वर्कशॉप का शटर उठाया तो देखा कि अंदर तीनों के शव खून से लथपथ पड़े थे। काम करते समय हमले का अंदेशा, शव घसीटने के निशान मिले घटनास्थल पर कोई संघर्ष की स्थिति देखने को नहीं मिली। घटना स्थल पर ऐसा लग रहा था कि पिता पुत्रों को कार्य के दौरान मारा गया है। दुकान पर खराद मशीन पर जल निगम की पाइप में चूड़ी बनाने का काम किया जा रहा था। मशीन पर पाइप लगी हुई थी। चूड़ी बना हुआ था। दुकान के बाहर वेल्डिंग मशीन रखी हुई थी। जिसमें विद्युत प्रवाहित तार जुड़ा हुआ था। वेल्डिंग करते समय आंख की सुरक्षा के लिए प्रयोग किए जाने वाला यंत्र भी मशीन के बगल में रखा हुआ था। सब कुछ देखने के बाद ऐसा लग रहा था कि लालजी तथा उनके दो बेटे अपने व्यवसाय के कार्य में लगे हुए थे। इसी दौरान अपराधी आए और अचानक उनके ऊपर वार कर उनकी हत्या कर दिए। दुकान के बगल में एक छोटे कमरे में पिता व दो पुत्रों की लाश पाई गई। उक्त कमरे के बाहर लगभग 15 फीट तक किसी एक को घसीट कर कमरे में ले जाने का निशान खून देखने को मिला। दुकान पर अन्य कोई सामान बिखरा देखने को नहीं मिला। लालजी व उनके दोनों बेटे अलग-अलग तीन मोटरसाइकिल से घर से दुकान तक जाते थे। तीनों मोटरसाइकिल दुकान पर सामान्य स्थिति में देखने को मिली। दुकान के बगल में बने छोटे से कमरे खून से भरे पड़े थे। शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे परिजन संजय ने घटना की सूचना पुलिस और परिजनों को दी। सूचना पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे। पुलिस जब शव ले जाने लगी तो परिजनों की पुलिस से बहस हो गई। परिजनों और रिश्तेदारों ने हाईवे जाम करने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह समझाकर तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। संजय की पत्नी मीना ने बताया कि रविवार शाम को लालजी की घर वालों से बात हुई थी। उन्होंने बताया था कि आज घर आने में लेट हो जाएगा। जब देर रात तक वो वापस नहीं आए तो दोबारा फोन किया गया। मगर फोन नहीं उठा। कई बार कॉल करने के बाद भी तीनों में से किसी का भी फोन नहीं उठा। सुबह जब पति संजय वर्कशॉप गए तो उन्होंने वहां तीनों की लाशें देखीं। हत्यारे CCTV और डीवीआर तक उठा ले गए एसपी डॉ कौस्तुभ ने बताया कि हमलावरों ने हत्या के बाद सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की है। पुलिस की जांच में सामने आया कि वर्कशॉप में सीसीटीवी लगा था। हत्यारे डीवीआर और सीसीटीवी अपने साथ ले गए। ​​​फोरेंसिक टीम को जांच में एक मोबाइल, लोहे की रॉड और एक हथौड़ा मिला है। परिजन हत्या का आरोप पूर्व बसपा जिलाध्यक्ष पलटू राम नागर पर लगा रहे हैं। एक साल पहले भी आरोपी ने किया था हमला लालजी की पत्नी प्रभावती ने बताया- हमारे परिवार पर एक वर्ष पूर्व जगदीशपुर गांव निवासी पूर्व बसपा जिला अध्यक्ष पलटू राम नगर ने मेरे पति लालजी व गुड्डू व यादवीर पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें लालजी का हाथ पैर टूट गया था। गंभीर स्थिति में घायल थे। किसी तरह उनकी जान बच पाई थी। मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता ने बताया- जगदीशपुर में स्थित किराए की दुकान को लेकर पलटू राम ने लाल जी से अत्यधिक पैसा लिया हुआ है। उक्त पैसे की लेनदेन को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। 2018 में दुकान के विवाद को लेकर पलटू राम नागर से झगड़ा हुआ था। उस समय नागर ने हम लोगों की दुकान में तोड़फोड़ की थी और मशीनें भी उठवा ले गया था। पुलिस कार्रवाई करती तो ये घटना न होती सरिता ने कहा- आरोपी पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी दे चुका था। हमले भी किए थे, पर शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस कार्रवाई करती तो ये घटना न होती। सरिता ने बताया- उनके पति हमेशा झगड़ों से बचते थे और कहा करते थे कि दुश्मनी पालेंगे तो हजार दुश्मन बनेंगे, इसलिए शांति से रहना बेहतर है। उन्होंने बताया कि हत्या से पहले उनके पति ने आखिरी बार दोपहर में फोन कर कहा था कि आज काम ज्यादा है, बात नहीं कर पाएंगे। छोटे बेटे की शादी के लिए बहू देखने गए थे लालजी प्रभावती ने बताया- रविवार को दोपहर करीब 12:00 बजे आखरी बार फोन पर बात हुई थी। रविवार को लालजी अपने छोटे पुत्र यादवीर के लिए एक गांव में बहु देखने गए हुए थे। बहू देखने के बाद उन्होंने मोबाइल फोन पर अपने पोते आर्यन से दादी से बात करने को कहा। वीडियो कॉलिंग पर लालजी ने अपनी पत्नी प्रभावती को होने वाली बहू को दिखाया। इसके बाद तीनों आकर दुकान में ही सो गए थे। प्रभावती ने बताया- हमने रात में कई बार फोन किया पर कॉल रिसीव नहीं हुई। मायके में अपने भाई को दुकान पर भेजा। जब भाई दुकान पर पहुंचा तो खून से सना हुआ दृश्य देखकर घबरा गया और अंदर जाकर देखा तो तीनों की लाशें पड़ी थीं। सरिता ने सरकार से मांग की है कि जान के बदले जान की कार्रवाई हो, क्योंकि अब उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है। उनके दो छोटे बच्चे हैं और उन्हें नहीं पता कि आगे कैसे जिएंगी। मृतक लालजी की पत्नी प्रभावती ने बताया कि उनके पति और दोनों बेटे रोज़ सुबह आठ बजे एक साथ काम पर जाते थे और शाम को सात से आठ बजे के बीच लौट आते थे, लेकिन घटना वाले दिन वे वापस नहीं आए। रातभर इंतजार के बाद जब सुबह तक कोई सूचना नहीं मिली तो चिंता बढ़ गई। उन्होंने बताया कि पहले पलटू राम नागर से उनका झगड़ा भी हो चुका था, जिसके बाद से तनाव बना हुआ था। पीड़ित पत्नी ने एक नामजद समेत चार लोगों पर दर्ज कराई FIR
सरिता देवी का आरोप है कि पिछले कुछ वर्षों से पल्टू राम नागर, उसके बेटे और दामाद द्वारा उन्हें जातिसूचक गालियां दी जा रही थी और जान से मारने की धमकी मिल रही थी। उनके पति गुड्डू ने पहले ही आशंका जताई थी कि पल्टू राम नागर कभी भी जानलेवा हमला कर सकता है। सरिता ने आरोप लगाया कि पल्टू राम नागर के साथ कुछ अज्ञात लोग भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता ने जगदीशपुर निवासी पलटूराम नागर उनके एक बेटे और दामाद पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। थानाप्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। पेरोल पर रिहा बेटे ने दी मुखाग्नि, एक ही चिता पर जलीं तीन लाशें सोमवार शाम 6:15 बजे जाफराबाद पुलिस शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर दो एम्बुलेंस वैन से लालजी, गुड्डू और यादवीर को लेकर उनके आवास पर लेकर पहुंची। तीनों की लाश घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। लाल जी की पत्नी प्रभावती वह गुड्डू की पत्नी सरिता लाश को देखते ही बेहोश हो गईं। शवों को मुखाग्नि देने के लिए पुलिस ने जेल में लालजी के मंझले बेटे जिलाजीत को 24 घंटे की पेरोल पर रिहाई दी। जिलाजीत कुमार ने जौनपुर के रामघाट पर तीनों शवों को मुखाग्नि दीं। तीनों शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। पूरे गांव में नहीं जला चूल्हा अंतिम संस्कार के दौरान महमदपुर कांध गांव के लगभग 500 लोग रामघाट पर मौजूद रहे। सभी ने नम आंखों से विदाई दी। इस घटना को लेकर सोमवार रात गांव के एक भी घर में चूल्हा नहीं जला। लालजी जल निगम में ठेकेदारी का काम करते थे। इसके अलावा उनकी एक बिल्डिंग मटेरियल की दुकान भी है। उनके बेटे यदवीर (32) व गुड्डू (25) दोनों ही उनके साथ बिल्डिंग मटेरियल की दुकान में ही काम करते थे। यदवीर की शादी हो चुकी है, उनकी पत्नी का नाम सरिता है। उनके बेटे अभी (5) और आर्यन (2) हैं। अब परिवार में लालजी की पत्नी प्रभावती, गुड्‌डू की पत्नी सरिता, दो बच्चे अभी-आर्यन और पुरुषों में एकमात्र लालजी का बेटा जिलाजीत शेष बचा है। जिलाजीत भी जेल में बंद है। ऐसे में परिवार को चलाने वाला कोई पुरुष फिलहाल नहीं बचा है। ग्रामीणों का कहना है- ऐसे में प्रभावती और सरिता की जिंदगी कैसे कटेगी। मुख्य आरोपी समेत 2 गिरफ्तार, तीसरे पर 25 हजार का इनाम पुलिस ने हत्या की जांच के लिए 8 टीमें गठित की हैं। सोमवार देर शाम पुलिस ने पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी पल्टू नागर और उसके दामाद नागमणि को हिरासत में लिया गया है। पल्टू का बेटा गोलू अभी फरार है। पुलिस ने फरार आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी समेत 3 निलंबित घटना में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। हत्या से पहले की रंजिश को रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया था। इस कारण बीट पुलिस अधिकारी, हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की निगरानी में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
एडीजी बोले- जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी एडीजी वाराणसी पीयूष मोरडिया भी घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में तीनों हत्याओं के पीछे किसी करीबी की साजिश की बात सामने आई है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। —————————- ये खबर भी पढ़ें… BJP जिलाध्यक्ष ने जिसे गले लगाया, वह महिला सामने आई:गोंडा में FIR कराई, बोली- वे मेरे भाई जैसे, बदनाम किया जा रहा गोंडा में भाजपा जिलाध्यक्ष ने जिस महिला को ऑफिस के अंदर गले लगाया। वह महिला सामने आई है। महिला ने सफाई दी कि भाजपा जिलाध्यक्ष अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप उसके भाई जैसे हैं। मेरी और भाजपा जिलाध्यक्ष की छवि खराब करने के लिए राजनीतिक साजिश के तहत वीडियो वायरल किया गया। इससे मेरी सामाजिक छवि को ठेस पहुंची है। महिला ने वायरल वीडियो को लेकर छपिया थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया। पढ़ें पूरी खबर….   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर