हरियाणा के जिला सिरसा के खंड डबवाली के गांव रामपुरा बिश्नोईयां में बीती रात को एक युवक द्वारा अपनी पत्नी का गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह रात को ही चौकी पहुंच कर और पुलिस को सरेंडर कर दिया। उसने यह कहा कि वह पत्नी की हत्या करके आया है, तो पुलिस कर्मचारी चौंक गए। आनन फानन में मौके पर टीम भेजी गई। वहां पर महिला का खून से लथपथ शव पड़ा था। उसका गला कटा हुआ था। पुलिस ने तेजधार हथियार बरामद कर लिया है। झगड़े के बाद उठाया कदम जानकारी के अनुसार गांव रामपुरा बिश्नोईयां के रणजीत उर्फ बबलू का अपनी पत्नी ममता के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। बबलू ने गुस्से में घरेलू कलह के चलते लोहे की सब्बल से अपनी पत्नी ममता के सिर व गले पर वार किया। इससे ममता लहूलुहान अवस्था में घर में ही पड़ी रही। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। हथियार लेकर पुलिस चौकी पहुंचा वहीं, घटना को अंजाम देने ने बाद रणजीत उर्फ बबलू गोरीवाला पुलिस चौकी पहुंच गया। उसके हाथ में खून से सना सब्बल भी था। उसने चौकी में पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। उसने हथियार के साथ पुलिस के आगे सरंडर कर दिया। वाहन की किस्त को लेकर कलह रणजीत उर्फ बबलू ड्राइवर का कार्य करता था। उसने वाहन भी खरीदा था। रणजीत को वाहन की किस्तें भरने में काफी परेशानी आड़े आ रही थी। इसके चलते बबलू व उसकी पत्नी ममता में अक्सर कलह रहने लगी थी। इसी के चलते पत्नी ने उसे खरी खोटी सुनाई तो आरोप है कि बबलू ने गुस्से में आकर पत्नी ममता को मौत के घाट उतार दिया। दो बेटों की मां थी ममता मृतका ममता के दो बेटे हैं। इनमें से एक की उम्र 12 साल और दूसरा 5 साल का है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर रणजीत सिंह उर्फ बबलू को हिरासत में ले लिया है। वहीं, रविवार सुबह से ही पुलिस, फोरेंसिक व क्राइम टीमें वारदात स्थल का निरीक्षण कर रही हैं। ममता के शव को कब्जे में लेकर पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा के जिला सिरसा के खंड डबवाली के गांव रामपुरा बिश्नोईयां में बीती रात को एक युवक द्वारा अपनी पत्नी का गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह रात को ही चौकी पहुंच कर और पुलिस को सरेंडर कर दिया। उसने यह कहा कि वह पत्नी की हत्या करके आया है, तो पुलिस कर्मचारी चौंक गए। आनन फानन में मौके पर टीम भेजी गई। वहां पर महिला का खून से लथपथ शव पड़ा था। उसका गला कटा हुआ था। पुलिस ने तेजधार हथियार बरामद कर लिया है। झगड़े के बाद उठाया कदम जानकारी के अनुसार गांव रामपुरा बिश्नोईयां के रणजीत उर्फ बबलू का अपनी पत्नी ममता के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। बबलू ने गुस्से में घरेलू कलह के चलते लोहे की सब्बल से अपनी पत्नी ममता के सिर व गले पर वार किया। इससे ममता लहूलुहान अवस्था में घर में ही पड़ी रही। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। हथियार लेकर पुलिस चौकी पहुंचा वहीं, घटना को अंजाम देने ने बाद रणजीत उर्फ बबलू गोरीवाला पुलिस चौकी पहुंच गया। उसके हाथ में खून से सना सब्बल भी था। उसने चौकी में पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है। उसने हथियार के साथ पुलिस के आगे सरंडर कर दिया। वाहन की किस्त को लेकर कलह रणजीत उर्फ बबलू ड्राइवर का कार्य करता था। उसने वाहन भी खरीदा था। रणजीत को वाहन की किस्तें भरने में काफी परेशानी आड़े आ रही थी। इसके चलते बबलू व उसकी पत्नी ममता में अक्सर कलह रहने लगी थी। इसी के चलते पत्नी ने उसे खरी खोटी सुनाई तो आरोप है कि बबलू ने गुस्से में आकर पत्नी ममता को मौत के घाट उतार दिया। दो बेटों की मां थी ममता मृतका ममता के दो बेटे हैं। इनमें से एक की उम्र 12 साल और दूसरा 5 साल का है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर रणजीत सिंह उर्फ बबलू को हिरासत में ले लिया है। वहीं, रविवार सुबह से ही पुलिस, फोरेंसिक व क्राइम टीमें वारदात स्थल का निरीक्षण कर रही हैं। ममता के शव को कब्जे में लेकर पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में CJM ने जेल-सेफ हाउस का किया निरीक्षण:जेल अस्पताल व जेल किचन में देखी व्यवस्था, अधिकारियों को दिए निर्देश
भिवानी में CJM ने जेल-सेफ हाउस का किया निरीक्षण:जेल अस्पताल व जेल किचन में देखी व्यवस्था, अधिकारियों को दिए निर्देश हरियाणा के भिवानी में शुक्रवार शाम को सीजेएम/सचिव कपिल राठी ने स्थानीय जिला कारागार और सेफ हाउस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कैदियों और हवालातियों को उनके केस में आ रही मुश्किलों को सुना। साथ ही उन्होंने समस्याओं के समाधान को लेकर जानकारी दी। जेल अस्पताल का किया निरीक्षण भिवानी में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव/सीजेएम कपिल राठी ने पुलिस लाइन परिसर में स्थित सेफ हाउस का भी औचक निरीक्षण करने पहुंचे। वहां पर भी साफ-सफाई, रहन-सहन, पीने के पानी की व्यवस्था, भोजनालय का निरीक्षण किया। सीजेएम/सचिव कपिल राठी ने जेल की बैरकों, जेल में स्थापित कानूनी सहायता क्लीनिक और जेल अस्पताल का भी निरीक्षण किया। जेल के किचन का भी दौरा किया। उन्होंने कैदियों के लिए तैयार हो रहे भोजन का भी निरीक्षण किया। साथ ही जेल अधिकारियों को खाना पकाने में साफ-सफाई का ध्यान रखने के निर्देश दिए। प्रेमी युगल को दी कानूनी जानकारी सेफ हाउस के प्रेमी युगल जोड़ों को प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली सेवा के बारे में विस्तार से बताया। सीजेएम कपिल राठी ने सेफ हाउस के इंचार्ज को यहां आने वालों की स्वास्थ्य जांच और पौष्टिक भोजन देने और इनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के आदेश दिए। इस अवसर पर जेल ओर सेफ हाउस स्टाफ सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
हरियाणा का पहला एयरपोर्ट लाइसेंस की वजह से अटका:ट्रैवल व्हीकल न मिलने से उड़ानें शुरू नहीं हो पाईं; 6 बार उद्घाटन-शिलान्यास हो चुके
हरियाणा का पहला एयरपोर्ट लाइसेंस की वजह से अटका:ट्रैवल व्हीकल न मिलने से उड़ानें शुरू नहीं हो पाईं; 6 बार उद्घाटन-शिलान्यास हो चुके हरियाणा के पहले महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने का इंतजार हो रहा है। हिसार में बन रहे एयरपोर्ट का कई दफा उद्घाटन और शिलान्यास हो चुके हैं। मगर, आज तक यहां से फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई। इसको लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमलावर है। मौजूदा स्थिति की बात करें तो हिसार एयरपोर्ट के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) में लाइसेंस के लिए अप्लाई किया हुआ है, लेकिन अभी तक लाइसेंस नहीं मिला है। इसका मुख्य कारण यह है कि एयरपोर्ट के संचालन के लिए 2 फायर ट्रैवल व्हीकल की जरूरत होती है, लेकिन हिसार एयरपोर्ट के पास एक ही ट्रैवल व्हीकल है। दूसरे ट्रैवल व्हीकल की खरीद हो पाती, इससे पहले ही विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई। हिसार एयरपोर्ट के उद्घाटन पर 20 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यह वादा किया था कि जल्द उड़ाने शुरू होंगी। पूर्व एविएशन मंत्री बोले- आचार संहिता से मामला अटका
हरियाणा के पूर्व एविएशन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि हम ट्रैवल व्हीकल के लिए प्रयास कर रहे थे। मैंने एविएशन मंत्री से रिक्वेस्ट की थी कि चेन्नई या केरल से एक ट्रैवल व्हीकल दे दिया जाए, ताकि हमें लाइसेंस समय पर मिल जाए। अचानक आचार संहिता लगने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। एक ट्रैवल व्हीकल पर करीब 10 से 12 करोड़ का खर्च आता है। इसका इस्तेमाल रनवे पर विमान में लगी आग को बुझाने के लिए किया जाता है। फ्लाइट शुरू हुई तो 5 राज्यों से जुड़ेगा हरियाणा
हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ने की योजना है। हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू की जाएंगी। इन फ्लाइट को अगस्त में शुरू करने का प्लान था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। मगर 2 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी एयरपोर्ट का लाइसेंस मिल नहीं पाया है। उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता हो चुका है। 1 सितंबर 2022 को नाम बदला 26 जुलाई 2021 को एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने का ऐलान किया था। 1 सितंबर 2022 को हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर किया गया। 24 मार्च 2023 को दुष्यंत चौटाला ने घोषणा की कि नवंबर 2023 में उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसमें 8 रूट तय कर लिए गए हैं, जिसमें हिसार से वाराणसी, आगरा, उदयपुर, जैसलमेर, देहरादून, अमृतसर, जम्मू और कुल्लू रूट शामिल थे। हिसार एयरपोर्ट का 6 बार उद्घाटन व शिलान्यास हो चुका
1. 15 अगस्त 2018 को स्वतंत्रता दिवस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। मनोहर लाल ने घोषणा की थी कि हिसार एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान 2 माह में शुरू हो जाएगी। एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए स्पाइस जेट एयरलाइंस कंपनी के साथ MOU भी साइन किया गया था। 2. सितंबर 2019 में भारत सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत हिसार में एयर शटल सेवाओं का उद्घाटन मनोहर लाल खट्टर ने किया। खट्टर खुद हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली पहली फ्लाइट से ही चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए। मगर, 7 महीने में ही उड़ान बंद हो गई। 3. 2019 में ही मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हिसार एयरपोर्ट पर बनने वाले 33 केवी सब स्टेशन का शिलान्यास किया था। 4. 27 अक्तूबर 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हिसार एयरपोर्ट के रनवे विस्तार कार्य का शिलान्यास किया था। 5. हिसार में 11 सितंबर 2023 को तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हवाई अड्डे के एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम व टर्मिनल बिल्डिंग की आधारशिला रखी। 6. 20 जून को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एयरपोर्ट पर 10 हजार फीट के रनवे सहित कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया और वादा किया था कि जल्द यहां से 5 राज्यों के लिए फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
आदमपुर में हार के बाद रो पड़े कुलदीप बिश्नोई:57 साल बाद गढ़ में हारा भजनलाल परिवार, समर्थकों बोले-हम आपके साथ हैं
आदमपुर में हार के बाद रो पड़े कुलदीप बिश्नोई:57 साल बाद गढ़ में हारा भजनलाल परिवार, समर्थकों बोले-हम आपके साथ हैं हरियाणा की आदमपुर सीट 57 साल बाद भजनलाल परिवार हार गया है। आदमपुर से हारने के बाद आज आदमपुर मंडी में पैतृक आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी। कुलदीप बिश्नोई समर्थकों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए और रोने लगे। इसके बाद समर्थकों ने कहा कि आदमपुर के लोग आपको साथ हैं। कुलदीप बिश्नोई को रोते देखकर समर्थकों ने चौधरी भजनलाल अमर रहे के नारे लगाए। बेटे भव्य बिश्नोई ने कुलदीप बिश्नोई को सांत्वना दी। बता दें कि आदमपुर सीट पर पहली बार 1967 में चौधरी भजनलाल जीते थे। तब से लेकर अब तक इस सीट पर भजनलाल परिवार से ही उम्मीदवार चुनाव लड़ते और जीतते आए हैं। अबकी बार एक पूर्व IAS अधिकारी ने इस अभेद किले को भेद दिया है। हार के बाद कुलदीप बिश्नोई भावुक नजर आए और वह समर्थकों को संबोधित नहीं कर पाए और माइक में हाथ में लेकर रो पड़े और आंसू पोंछते हुए माइक पकड़ाकर बैठ गए। भजनलाल के करीबी रहे रामजी लाल के भतीजे ने हराया कांग्रेस ने इस बार भजनलाल परिवार की घेराबंदी की थी। भाजपा ने यहां कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को दूसरी बार मैदान में उतारा था। भव्य बिश्नोई 2 साल पहले यहां से उप-चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने यहां से पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया था। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं। रामजीलाल को चौधरी भजनलाल का परम सखा माना जाता था। एक तरह से बिश्नोई परिवार के नजदीकी रहे परिवार में से ही कांग्रेस ने टिकट दिया। इसका लाभ कांग्रेस को मिला और नजदीकी मुकाबले में भव्य बिश्नोई 1768 वोटों से हार गए। जिस परिवार ने भजनलाल को आगे बढ़ाया, उसी ने विजय रथ रोका कांग्रेस ने पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को टिकट दिया। चंद्र प्रकाश पंडित रामजीलाल के भतीजे हैं, जो चौधरी भजनलाल के बेहद करीबी थे। पंडित रामजीलाल ने ही भजनलाल की राजनीति को पंख लगाए थे। जब भजनलाल राजनीति में आए तो पंडित रामजीलाल के ही वोट से भजनलाल ब्लॉक समिति के चेयरमैन बने थे। यहीं से भजनलाल की राजनीति शुरू हुई। भजनलाल को OBC वोटरों का फायदा रामजीलाल के कारण मिलता रहा, लेकिन कांग्रेस ने इनके भतीजे पूर्व IAS चंद्र प्रकाश को ही टिकट दे दिया। इससे बिश्नोई परिवार की चिंता बढ़ गई थीं। बिश्नोई वोटरों के बराबर ही OBC वोटर आदमपुर में हैं। यह वोट कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हुए। अबकी बार बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगी आदमपुर विधानसभा सीट पर करीब 1.78 लाख वोटर हैं। इनमें पुरुष मतदाता 94 हजार 940 और महिला मतदाता 93 हजार 708 हैं। इस सीट पर जाट और OBC वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। आदमपुर में सबसे ज्यादा करीब 55 हजार जाट वोटर हैं। बिश्नोई समाज के 28 हजार वोट हैं। OBC में बिश्नोई समाज के वोट हटाकर देखें तो करीब 29 हजार वोट हैं। इनमें सबसे ज्यादा 8200 जांगड़ा और कुम्हार जाति के वोटर हैं। इस चुनाव में बिश्नोई और ओबीसी वोटरों में सेंध लगाने में कांग्रेस कामयाब रही। आदमपुर में हार के बाद समर्थक और कुलदीप बिश्नोई रोने लगे… समर्थकों के बीच रोते कुलदीप बिश्नोई को चुप करवातीं पुत्रवधु परी बिश्नोई और पत्नी रेणुका बिश्नोई…