पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज (21 दिसंबर) को एसकेएम (गैर राजनीतिक) और एसकेएम के बीच पटियाला में मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उम्मीद है कि इस मीटिंग में दोनों दल आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला ले सकते हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- जिस मोर्चे की लड़ाई हम लड़ रहे हैं, वह अलग है। हालांकि उन्होंने साफ किया है कि फिलहाल वह SKM में शामिल नहीं हो सकते हैं। संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज 26वें दिन में प्रवेश कर गया। डल्लेवाल की सेहत नाजुक, हर छह घंटे बाद जांच दूसरी तरफ खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत 26वें दिन जारी है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। अब वे किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रख रही है। हर छह घंटे में उनकी सेहत का चैकअप किया जा रहा है। दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से खनौरी में धरना स्थल से कुछ ही दूरी पर चार कमरों का एक अस्पताल बना दिया गया है। एंबुलेंस भी तैनात कर दी है, ताकि अगर कोई विपरीत स्थिति बनती है तो आसानी से निपटा जा सके। सुप्रीम कोर्ट में 3 दिन चली सुनवाई इससे पहले लगातार तीन दिन डल्लेवाल की सेहत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चली है। जहां पर पंजाब की तरफ से डल्लेवाल की सेहत को लेकर सारी मेडिकल रिपोर्ट सौंपी गई हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने अब पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि जब भी डल्लेवाल को मेडिकल की मदद की जरूरत पड़े तो उन्हें जरूरी सहायता मुहैया करवाई जाए। मामले की अगली मीटिंग दो जनवरी को तय की गई है। हालांकि अदालत ने सभी पक्षों को साफ किया है अगर इससे पहले उन्हें अदालत से संपर्क करने की कोई आवश्यकता उत्पन्न होती है, तो सभी पक्षों को संपर्क कर सकते है। घायल किसानों से अस्पताल में जाकर मिले इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आज सुबह जसविंदर सिंह लोगोंवाल, तेजवीर सिंह पंजोखरा साहिब व सीनियर नेताओं ने अस्पताल जाकर किसान नेता करनैल सिंह से मुलाकात की है। वह आठ दिसंबर को उस समय घायल हो गए थे। जब दिल्ली कूच के समय हरियाणा पुलिस द्वारा छोडे़ गए आंसू गैस के गोलों की वजह से घायल हो गए थे। पंजाब के खनौरी व शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज (21 दिसंबर) को एसकेएम (गैर राजनीतिक) और एसकेएम के बीच पटियाला में मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उम्मीद है कि इस मीटिंग में दोनों दल आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला ले सकते हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- जिस मोर्चे की लड़ाई हम लड़ रहे हैं, वह अलग है। हालांकि उन्होंने साफ किया है कि फिलहाल वह SKM में शामिल नहीं हो सकते हैं। संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज 26वें दिन में प्रवेश कर गया। डल्लेवाल की सेहत नाजुक, हर छह घंटे बाद जांच दूसरी तरफ खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत 26वें दिन जारी है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। अब वे किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रख रही है। हर छह घंटे में उनकी सेहत का चैकअप किया जा रहा है। दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से खनौरी में धरना स्थल से कुछ ही दूरी पर चार कमरों का एक अस्पताल बना दिया गया है। एंबुलेंस भी तैनात कर दी है, ताकि अगर कोई विपरीत स्थिति बनती है तो आसानी से निपटा जा सके। सुप्रीम कोर्ट में 3 दिन चली सुनवाई इससे पहले लगातार तीन दिन डल्लेवाल की सेहत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चली है। जहां पर पंजाब की तरफ से डल्लेवाल की सेहत को लेकर सारी मेडिकल रिपोर्ट सौंपी गई हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने अब पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि जब भी डल्लेवाल को मेडिकल की मदद की जरूरत पड़े तो उन्हें जरूरी सहायता मुहैया करवाई जाए। मामले की अगली मीटिंग दो जनवरी को तय की गई है। हालांकि अदालत ने सभी पक्षों को साफ किया है अगर इससे पहले उन्हें अदालत से संपर्क करने की कोई आवश्यकता उत्पन्न होती है, तो सभी पक्षों को संपर्क कर सकते है। घायल किसानों से अस्पताल में जाकर मिले इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने आज सुबह जसविंदर सिंह लोगोंवाल, तेजवीर सिंह पंजोखरा साहिब व सीनियर नेताओं ने अस्पताल जाकर किसान नेता करनैल सिंह से मुलाकात की है। वह आठ दिसंबर को उस समय घायल हो गए थे। जब दिल्ली कूच के समय हरियाणा पुलिस द्वारा छोडे़ गए आंसू गैस के गोलों की वजह से घायल हो गए थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब विश्वविद्यालय ने दी 5 करोड़ की फीस सहायता:’सीखते हुए कमाओ’ योजना में छात्रों की भागीदारी बढ़ी; खेल छात्रवृत्ति में आई कमी
पंजाब विश्वविद्यालय ने दी 5 करोड़ की फीस सहायता:’सीखते हुए कमाओ’ योजना में छात्रों की भागीदारी बढ़ी; खेल छात्रवृत्ति में आई कमी पंजाब विश्वविद्यालय ने 2023-24 सत्र के दौरान 1 हजार 601 छात्रों को लगभग 5 करोड़ रुपए की फीस रियायत और छात्रवृति प्रदान की हैं। हालांकि, पिछले सत्र 2022-23 में 1,976 छात्रों को यह सुविधा दी गई थी, जो इस वर्ष घटकर 1,561 रह गई। दूसरी ओर, ‘सीखते हुए कमाओ’ योजना में सुधार हुआ है, जिसमें इस सत्र में भागीदारी और फंडिंग में वृद्धि दर्ज की गई। ‘सीखते हुए कमाओ’ योजना से लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या में लगभग 16% की वृद्धि हुई है। 2022-23 में 94 छात्रों की तुलना में इस वर्ष 109 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाया है। वितरित धनराशि भी 28.96 लाख से बढ़कर 41.41 लाख रुपए हो गई है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को बेहतर शिक्षा के साथ काम के अनुभव का अवसर देना है। हालांकि, पूर्ण शुल्क रियायत के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। 2022-23 में जहां 37 छात्रों को यह लाभ मिला था, वहीं 2023-24 में यह संख्या घटकर सिर्फ 13 रह गई। इसके साथ ही इस श्रेणी में वितरित राशि 16.04 लाख रुपए से घटकर 7.68 लाख रुपए हो गई। खेल छात्रवृत्ति में गिरावट पंजाब विश्वविद्यालय के खेल छात्रवृत्तियों में भी इस वर्ष गिरावट दर्ज की गई है। 2022-23 में जहां 175 छात्रों को खेल छात्रवृत्ति दी गई थी, वहीं 2023-24 में यह संख्या घटकर मात्र 11 रह गई। हालांकि, वितरित राशि लगभग समान रही, जो 34.99 लाख से बढ़कर 35 लाख रुपए हो गई। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एथलीटों के प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण खेल छात्रवृत्ति के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है। आवश्यकता-आधारित सहायता और विकलांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति छात्र कल्याण डीन (DSW) का कार्यालय विभिन्न श्रेणियों में छात्रों को वित्तीय सहायता और छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इनमें आवश्यकता-आधारित सहायता, आवश्यकता-सह-योग्यता छात्रवृत्ति और विकलांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति शामिल हैं। इस छात्रवृत्ति का वितरण ‘छात्र छात्रवृत्ति’ समिति के अध्यक्षों की अनुशंसा के आधार पर किया जाता है। इसे नौ महीने के लिए प्रदान किया जाता है। खेल छात्रवृत्ति का आकलन खेल विभाग द्वारा किया जाता है, जिसमें विभिन्न खेल गतिविधियों में छात्रों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाता है।
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पत्नी को छोड़ प्रमिका संग भागा युवक:परिवार ने गोल्डन टेंपल के पास होटल से पकड़ा जोड़ा, की मारपीट; पुलिस बचाकर लाई थाने पंजाब के अमृतसर में एक युवक अपनी पत्नी को छोड़ प्रेमिका के साथ भाग गया। दो महीने पहले भागे जोड़े को पत्नी के पारिवारिक सदस्यों ने गोल्डन टेंपल के पास एक होटल में पकड़ लिया। जिसके बाद दोनों की जमकर धुनाई कर दी। होटल में हंगामा होता देखा पुलिस मौके पर पहुंची और युवक-युवती को बचा कर थाने ले आई। थाना बी डिवीजन के एसएचओ रणजीत सिंह ने जानकारी दी कि होटल में हंगामे की सूचना कंट्रोल रूम से मिली थी। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत युवक-युवती को हंगामे के बीच से निकाला और थाने ले आए। परिवार के सदस्यों का कहना है कि युवक का तकरीबन 10 साल पहले विवाह हुआ था। दो महीने पहले युवक अपनी प्रेमिका के साथ भाग गया। युवक का कहना है कि उसने युवती के साथ कोर्ट मैरिज कर ली है। जिसकी जांच की जा रही है। निर्मल सिंह ने बताया कि उनकी भांजी की शादी भिखीविंड में हुई थी। दो पहले पहले युवक अपनी प्रेमिका के साथ भाग गया। दो महीने तक परिवार उसे ढूंढ रहा था। आज पता चला कि वे गोल्डन टेंपल के पास एक होटल में रुका हुआ है। युवक-युवती दोनों को आज होटल से पकड़ लिया। लेकिन पुलिस वाले अब ना उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं और ना ही उन्हें छोड़ रहे हैं। पुलिस थाने के बाहर हुआ हंगामा युवक- युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के बाद पारिवारिक सदस्यों ने थाने के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। निहंग जत्थेबंदियों व कुछ युवकों ने सड़क जाम कर दी। सड़क पर तलवारें लेकर पहुंच गए। पुलिस ने इस दौरान एक्शन लेते हुए 6 लोगों को हिरासत में ले लिया और उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी। गुस्साए लोगों ने ये देख थाना बी डिवीजन के बाहर सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया। परिवार का आरोप है कि पुलिस युवक व युवती के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। अगर उन्होंने ऐसा नहीं करना तो उन्हें उनके हवाले कर दें। हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई पुलिस का कहना है कि जब परिवार ने प्रदर्शन शुरू किया तो कुछ युवक शराब के नशे में इनके साथ मिल गए और माहौल खराब करने लगे। 6 युवकों को हिरासत में लिया हुआ है। उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। वहीं, युवक का कहना है कि उसने कोर्ट मैरिज की है। लेकिन उसका पहले से विवाह हुआ है। पारिवारिक सदस्यों के बयानों के आधार पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। लेकिन परिवार जांच से पहले ही पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगा। माहौल खराब होता देख पुलिस को प्रदर्शन करने व तलवारें लहराने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं
लुधियाना रेलवे स्टेशन से बच्ची चोरी का VIDEO:महिला लेकर जाती दिखी; 16 दिन से थाने के चक्कर लगा रहा परिवार, अब तक कोई सुराग नहीं पंजाब के लुधियाना में 16 दिन पहले 30 जून को अगवा हुई 8 महीने की बच्ची का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला बच्ची को कंधे पर उठाकर रेलवे स्टेशन के मेन गेट के आसपास घूमती नजर आ रही है। वह ऑटो में जाने वाली थी, लेकिन फिर बच्ची को पैदल ही ले जाती नजर आई। सुराग मिलने के बावजूद लुधियाना जीआरपी और आरपीएफ बच्ची को खोजने में नाकाम साबित हो रही है। रेलवे पुलिस इंटेलिजेंस और सीआईए स्टाफ का सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। लापता बच्ची का नाम खुशी पटेल है। परिवार गांव कक्का का रहने वाला है। परिवार हर रोज जीआरपी थाने के चक्कर लगा रहा है। परिवार बोला- रोजाना मिलता पुलिस से नया बहाना पीड़ित परिवार ने बताया कि कभी थाने में एसएचओ अपनी सीट पर नहीं मिलते तो कभी मुंशी दफ्तर से गायब रहते हैं। परिवार का आरोप है कि प्रवासी परिवार होने के कारण जीआरपी पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। पुलिस अधिकारी हर दिन नया बहाना बनाते हैं। कई बार तो पुलिसकर्मी उन्हें थाने से यह कहकर भगा भी देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में हैं। 29 जून रात 2.10 पर ट्रेन से थे उतरे जानकारी देते हुए बच्ची के पिता चंदन कुमार ने कहा कि उनके तीन बच्चे है। बच्ची सबसे छोटी है। वह 29 जून को रात वैष्णों देवी से वापस लुधियाना आए थे। रात 2.10 बज गए थे। रात को लूटपाट से बचने के लिए वह सुबह की प्रतीक्षा करने लगे। वह पत्नी पूनम सहित प्लेटफार्म पर ही सो गए। सुबह 4.40 पर जब नींद खुली तो वह दंग रह गए। उनकी 7 महीने की बेटी खुशी पटेल गायब थी। सीसीटीवी न चलने से हुई परेशानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। कैमरे खराब होने की वजह से प्लेटफॉर्म पर चोरी और डकैती की घटनाएं हो रही हैं। चंदन ने बताया कि वह कई बार थाने के चक्कर लगा चुका है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी उसे लड़की के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस प्रशासन से परेशान है। उसने कल जीआरपी थाने के बाहर धरना भी दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे आश्वासन देकर वहां से हटा दिया था। बच्चा चोरी के बावजूद रेलवे पुलिस सुस्त दैनिक भास्कर ने जब बीती रात रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि एंट्री गेट पर लगेज चेकिंग के लिए एक्स-रे मशीन चालू थी, लेकिन आरपीएफ का कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अक्सर रात 12 बजे के बाद रेलवे पुलिस के कर्मचारी सीसीटीवी बंद होने का फायदा उठाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को भगवान भरोसे छोड़कर सोने चले जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। अवैध वैडर भी कर रहे वारदातें
सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि स्टेशन पर सामान बेचने की आड़ में अवैध वैंडर चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे है। अब यह भी शक जताया जा रहा है कि बच्चा चोरी के पीछे किसी अवैध वैंडर का हाथ हो सकता है। बता दें इस घटना से करीब अढ़ाई महीने पहले ढंडारी रेलवे स्टेशन पर 3 युवकों ने एक नाबालिग किशोरी को किडनैप करके उससे गैंग रेप किया था। थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। उन आरोपियों के रिकार्ड से पता चला है कि वह अवैध वैडिंग का काम भी लुधियाना और ढंडारी स्टेशन पर कर चुके हैं। लगातार अवैध वैंडरों द्वारा की जा रही वारदातों के बावजूद रेलवे पुलिस अवैध वैडिंग पर नकेल कसने में नाकामयाब हैं। SHO फोन उठाने से करते गुरेज
16 दिन से लापता बच्ची के मामले में अभी तक क्या जांच हुई है, इस संबंधी थाना जीआरपी के SHO जतिंदर सिंह कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे हैं। उनसे कई बार मामले संबंधी पक्ष लेना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।