राज्यसभा के पूर्व सांसद रह चुके रिटायर्ड जरनल डीपी वत्स ने हांसी के विधायक विनोद भ्याणा की चिंता बढ़ा दी है। डीपी वत्स ने कहा कि अगर पार्टी ने आदेश दिया तो वह हांसी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उनकी हमेशा से तैयारी रहती है। हांसी विधानसभा उनका अपना इलाका है। वह हांसी के रहने वाले हैं। वत्स ने कहा कि भाजपा में टिकट मांगनी नहीं पड़ती पार्टी का केंद्रीय बोर्ड तय करता है किसे उतारा जाए किसे नहीं। पार्टी जिसकी निष्ठा और जितने वाले पर दांव लगाती है। वत्स ने कहा कि राज्यसभा में जाने से पहले उन्होंने हांसी से विधानसभा का टिकट मांगा था मगर टिकट तो नहीं मिला मगर राज्यसभा में मुझे भेज दिया गया। भाजपा में कई बार मांग से भी ज्यादा मिल जाता है। मगर आपकी पार्टी में निष्ठा, वफादारी और योग्यता दिखनी चाहिए। बता दें कि डीसी वत्स हांसी के थुराना गांव के रहने वाले हैं। उनकी खापों व ग्रामीण इलाकों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। अयोध्या में जिंदल के प्लेन से गई थी कैबिनेट वत्स ने बताया कि हाल ही में अयोध्या में हरियाणा सरकार गई थी। इसमें तमाम मंत्री गण थे। वत्स ने बताया कि इस दर्शन के लिए नवीन जिंदल ने पर्सनल जहाज भेजा था। वह खुद दिल्ली से जहाज लेकर चंडीगढ़ गए थे। इसके बाद सभी ने दर्शन किए थे। वत्स ने कहा कि भाजपा पार्टी में अंदर सेना की तरह अनुशासन है इसलिए भाजपा उनको सबसे अधिक प्रिय लगती है। कांग्रेस ने संविधान बदलने की अफवाह फैलाकर लिए वोट डीपी वत्स ने कहा कि भाजपा की सीटें घटने का कारण कांग्रेस द्वारा किया गया झूठा प्रचार है। कांग्रेस ने यह प्रचार किया कि भाजपा आई तो संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी। इससे जनता में भ्रम फैल गया। इस कारण लोगों ने कम वोट भाजपा को दिए। मगर 10 साल तक शासन में राज करने के बाद भी अगर पार्टी केंद्र में दोबारा सरकार बना रही है तो यह बहुत बड़ी बात है। यह देश में दूसरी बार हुआ है। कुरूक्षेत्र का प्रभारी बनाया हम जीते डीपी वत्स ने कहा कि हिसार लोकसभा की सीट चाहे हम हार गए हों मगर मैंने कुरूक्षेत्र लोकसभा का काम देखा था। मुझे पार्टी ने बतौर कुरुक्षेत्र प्रभारी की जिम्मेदारी थी। इस चुनाव में हमारा कैंडिडेट नवीन जिंदल विजयी होकर निकला है। यह मेरे लिए सुखद अनुभव रहा है। पार्टी अब कहीं भी कोई भी जिम्मेदारी देगी वह पूरी करेंगे। अगर पार्टी हांसी विधानसभा से लड़ने को कहेगी तो वह लड़ने को भी तैयार हैं। कौन है जनरल डीपी वत्स डीपी वत्स यानि देवेंद्र पाल वत्स एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हैं। वह कांग्रेस सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व प्रमुख भी रह चुके हैं। वह एक प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं और महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा, हिसार में सलाहकार और सीईओ के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 1975 में आर्मी मेडिकल कोर में शामिल होने से पहले रोहतक में पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से अपनी शिक्षा पूरी की थी। उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली से अपनी चिकित्सा प्रशिक्षण पूरा किया था। डीपी वत्स को 1999 में विशिष्ट सेवा पदक , 2003 में सेना पदक और 2011 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है । वह सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे में निदेशक और कमांडेंट के रूप में कार्यरत थे और 30 अप्रैल 2011 को सेवानिवृत्त हुए। राज्यसभा के पूर्व सांसद रह चुके रिटायर्ड जरनल डीपी वत्स ने हांसी के विधायक विनोद भ्याणा की चिंता बढ़ा दी है। डीपी वत्स ने कहा कि अगर पार्टी ने आदेश दिया तो वह हांसी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उनकी हमेशा से तैयारी रहती है। हांसी विधानसभा उनका अपना इलाका है। वह हांसी के रहने वाले हैं। वत्स ने कहा कि भाजपा में टिकट मांगनी नहीं पड़ती पार्टी का केंद्रीय बोर्ड तय करता है किसे उतारा जाए किसे नहीं। पार्टी जिसकी निष्ठा और जितने वाले पर दांव लगाती है। वत्स ने कहा कि राज्यसभा में जाने से पहले उन्होंने हांसी से विधानसभा का टिकट मांगा था मगर टिकट तो नहीं मिला मगर राज्यसभा में मुझे भेज दिया गया। भाजपा में कई बार मांग से भी ज्यादा मिल जाता है। मगर आपकी पार्टी में निष्ठा, वफादारी और योग्यता दिखनी चाहिए। बता दें कि डीसी वत्स हांसी के थुराना गांव के रहने वाले हैं। उनकी खापों व ग्रामीण इलाकों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। अयोध्या में जिंदल के प्लेन से गई थी कैबिनेट वत्स ने बताया कि हाल ही में अयोध्या में हरियाणा सरकार गई थी। इसमें तमाम मंत्री गण थे। वत्स ने बताया कि इस दर्शन के लिए नवीन जिंदल ने पर्सनल जहाज भेजा था। वह खुद दिल्ली से जहाज लेकर चंडीगढ़ गए थे। इसके बाद सभी ने दर्शन किए थे। वत्स ने कहा कि भाजपा पार्टी में अंदर सेना की तरह अनुशासन है इसलिए भाजपा उनको सबसे अधिक प्रिय लगती है। कांग्रेस ने संविधान बदलने की अफवाह फैलाकर लिए वोट डीपी वत्स ने कहा कि भाजपा की सीटें घटने का कारण कांग्रेस द्वारा किया गया झूठा प्रचार है। कांग्रेस ने यह प्रचार किया कि भाजपा आई तो संविधान बदल देगी और आरक्षण खत्म कर देगी। इससे जनता में भ्रम फैल गया। इस कारण लोगों ने कम वोट भाजपा को दिए। मगर 10 साल तक शासन में राज करने के बाद भी अगर पार्टी केंद्र में दोबारा सरकार बना रही है तो यह बहुत बड़ी बात है। यह देश में दूसरी बार हुआ है। कुरूक्षेत्र का प्रभारी बनाया हम जीते डीपी वत्स ने कहा कि हिसार लोकसभा की सीट चाहे हम हार गए हों मगर मैंने कुरूक्षेत्र लोकसभा का काम देखा था। मुझे पार्टी ने बतौर कुरुक्षेत्र प्रभारी की जिम्मेदारी थी। इस चुनाव में हमारा कैंडिडेट नवीन जिंदल विजयी होकर निकला है। यह मेरे लिए सुखद अनुभव रहा है। पार्टी अब कहीं भी कोई भी जिम्मेदारी देगी वह पूरी करेंगे। अगर पार्टी हांसी विधानसभा से लड़ने को कहेगी तो वह लड़ने को भी तैयार हैं। कौन है जनरल डीपी वत्स डीपी वत्स यानि देवेंद्र पाल वत्स एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हैं। वह कांग्रेस सरकार में हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व प्रमुख भी रह चुके हैं। वह एक प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं और महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा, हिसार में सलाहकार और सीईओ के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने 1975 में आर्मी मेडिकल कोर में शामिल होने से पहले रोहतक में पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से अपनी शिक्षा पूरी की थी। उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली से अपनी चिकित्सा प्रशिक्षण पूरा किया था। डीपी वत्स को 1999 में विशिष्ट सेवा पदक , 2003 में सेना पदक और 2011 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है । वह सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे में निदेशक और कमांडेंट के रूप में कार्यरत थे और 30 अप्रैल 2011 को सेवानिवृत्त हुए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा कैबिनेट की महाकुंभ जाने की डेट फाइनल:7 फरवरी को CM सैनी कैबिनेट के साथ जाएंगे; सरकार की 30 हजार लोगों की व्यवस्था
हरियाणा कैबिनेट की महाकुंभ जाने की डेट फाइनल:7 फरवरी को CM सैनी कैबिनेट के साथ जाएंगे; सरकार की 30 हजार लोगों की व्यवस्था उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ जाने की हरियाणा के मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगियों की डेट तय हो गई है। सीएम नायब सैनी अपने सहयोगियों के साथ 7 फरवरी को महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जाएंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि वह महाकुंभ में जाएंगे। इतना ही नहीं हरियाणा से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। देशभर से करोड़ों श्रद्धालु वहां जाएंगे, हरियाणा से भी जाने वाले लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को भी महाकुंभ का निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण उन्हें यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से भेजा गया है। 30 हजार लोगों की व्यवस्था हरियाणा सरकार की ओर से प्रयागराज में महाकुंभ में जाने वाले हरियाणा के 30 हजार लोगों की व्यवस्था की गई है। महाकुंभ स्थल में सेक्टर-18 में उनके रहने और खाने का इंतजाम हरियाणा सरकार की ओर से किया गया है। आरएसएस के पर्यावरण गतिविधि संगठन ने इसके इंतजाम की व्यवस्था की जिम्मेदारी ली है। महाकुंभ मेले को सिंगल प्लास्टिक मुक्त व हरित कुंभ बनाने के लिए गुरुग्राम आरएसएस के पर्यावरण गतिविधि संगठन के कार्यकर्ताओं की ओर से 30 हजार थाली, 30 थैला और छह हजार गिलास भेजा गया है। पूरे प्रदेश से 60 हजार थाली, 40 थैला और 10 गिलास भेजा है। कल्याण होंगे यूपी के स्टेट गेस्ट उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना की ओर से भेजे गए आमंत्रण पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थल प्रयागराज में संगम तट पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस साल का महाकुंभ 12 साल बाद शुभ मुहूर्त में आयोजित होगा।यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि अगर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण इस महाकुंभ में आते हैं तो उनका उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजकीय अतिथि ( स्टेट गेस्ट) के तौर पर स्वागत किया जाएगा। गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को भी आ चुका न्योता उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने चंडीगढ़ राजभवन में राज्यमंत्री औद्योगिक विकास जसवंत सिंह सैनी के साथ हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की। संगम पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने जा रहे महाकुंभ का निमंत्रण दिया।मंत्री नंदी ने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार ने विरासत के साथ विकास के मंत्र को अपनाया है। महाकुंभ भारत की समृद्ध विरासत एवं परंपरा का शाश्वत प्रतीक है। चंडीगढ़ में महाकुंभ के लिए रोड शो हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में भव्य रोड शो का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में नागरिक, धार्मिक संगठनों और सांस्कृतिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यह रोड शो भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक परंपराओं और महाकुंभ के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बना।मंत्री नंदी ने कहा कि लोगों को महाकुंभ के बारे में जागरूक करने और उन्हें आमंत्रित करने के उद्देश्य से ये कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
फरीदाबाद में SI से साइबर ठगी:अकाउंट से उड़ाए 6 लाख, मोबाइल पर मैसेज भी नहीं आया; बैंक जाकर पूछा तो पता चला
फरीदाबाद में SI से साइबर ठगी:अकाउंट से उड़ाए 6 लाख, मोबाइल पर मैसेज भी नहीं आया; बैंक जाकर पूछा तो पता चला फरीदाबाद में साइबर ठगों ने सब-इंस्पेक्टर के बैंक अकाउंट से 6 लाख रुपए निकला लिए। पीड़ित के मोबाइल पर इस मैसेज भी नहीं आया। बैंक जाकर पता किया तो पता चला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सब-इंसपेक्टर दिनेश कुमार ने शिकायत में बताया कि 16 दिसंबर को शाम करीब चार बजे वह थाना में ड्यूटी दे रहे थे। इस दौरान उनके मोबाइल पर एक निजी बैंक खाता से तीन लाख रुपए की निकासी होने का मैसेज आया। जिसे देखकर उनके होश उड़ गए। इसके बाद वह तुरंत संबंधित बैंक पहुंचकर अपना खाता बंद कराया। बैंक में खात बंद कराने के दौरान जानकारी मिली कि किसी ने उनके बैंक खाते से तीन लाख रुपए निकाल चुके हैं, जिसका मैसेज उनके मोबाइल पर नहीं आया।
मामले की जांच रही पुलिस पीड़ित का कहना है कि किसी ने उनके बैंक खाते से करीब छह लाख रुपए निकाल लिए। पीड़ित इसकी शिकायत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर की। मंगलवार शाम साइबर थाना एनआईट की पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करनाल से दो विधायक मंत्री पद की दौड़ में:रोड़ समाज हरविंद्र कल्याण के लिए उठा रहा मांग, रामकुमार कश्यप दिल्ली में कर रहे केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात
करनाल से दो विधायक मंत्री पद की दौड़ में:रोड़ समाज हरविंद्र कल्याण के लिए उठा रहा मांग, रामकुमार कश्यप दिल्ली में कर रहे केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात हरियाणा में 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के साथ पंचकूला में शपथ लेगें। करनाल के दो विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने की दौड़ में है। घरौंडा से हैट्रिक लगाने वाले विधायक हरविंद्र कल्याण का नाम भी मंत्रिमंडल को लेकर चर्चाओं में है और इंद्री से दूसरी बार विधायक बने रामकुमार कश्यप भी मंत्री पद के लिए दौड़ धूप कर रहे है। बताया जा रहा है कि रामकुमार कश्यप कुछ दिनों से दिल्ली में डटे हुए है और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर रहे है। चूंकि अब करनाल सीएम सिटी नहीं रही और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल ने जनसभाओं के माध्यम से इशारा किया था कि जिसको जनता जीताएगी, उसे हम ऊपर ले जाएंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि करनाल से कोई न कोई विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होगा, लेकिन वह कौन सा होगा, यह देखने वाली बात होगी। रोड़ समाज ने मीटिंगों के माध्यम से उठाई है मांग हरविंद्र कल्याण ने भाजपा की टिकट पर घरौंडा विधानसभा में तीसरी बार विधायक बनकर इतिहास रच दिया। आज तक घरौंडा विधानसभा सीट पर कोई भी विधायक लगातार तीन बार एमएलए नहीं चुना गया है। 2014 में भाजपा की टिकट पर इन्होंने इलेक्शन लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में फिर भाजपा ने इन पर विश्वास जताया और कांग्रेस के अनिल राणा को हराकर जीत हासिल की। अबकी बार कांग्रेस के वीरेंद्र राठौर को 4500 वोटों से हराकर हैट्रिक लगाई। चुनावों के दौरान ही समाज के लोगों ने यह मांग उठा दी थी कि अगर हरविंद्र कल्याण हैट्रिक लगाते है तो मंत्री पद पक्का होगा। इसके अतिरिक्त हैट्रिक लगने के बाद से ही रोड समाज ने बैठक करके हरविंद्र कल्याण को मंत्री पद दिए जाने की मांग उठा चुका है। रोड़ समाज के साथ-साथ 36 बिरादरी में अच्छी पैठ हरविंद्र कल्याण बीती 10 साल से घरौंडा की जनता के बीच एक्टिव है। रोड बिरादरी पर अच्छा होल्ड है। इसके साथ ही इन्होंने अपने फार्म हाउस में खुले दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं को सुनने का काम किया और उनके बीच अच्छी पकड़ बनाई। अच्छी पकड़ का परिणाम इन विधानसभा चुनावों में देखने को भी मिला था। जहां उन्हें जनता ने अच्छी वोटों से जीत दिलाई। मनोहर लाल व नायब सैनी के नजदीकी हरविंद्र कल्याण पूर्व सीएम एवं कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल के नजदीकी माने जाते है। मनोहर लाल जब तक सीएम रहे, तब तक घरौंडा विधानसभा पर विशेष आशीर्वाद रहा। इसके बाद सीएम नायब सैनी बने तो उनके साथ भी हरविंद्र कल्याण के अच्छे संबंध रहे। 2019 के विधानसभा चुनावों में ही हरविंद्र कल्याण को मंत्री पद दिए जाने की मांग उठी थी, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ पाई। इस बार मंत्रिमंडल में हरविंद्र कल्याण को शामिल किए जाने की चर्चाएं जोरो पर है और 18 अक्टूबर को हरविंद्र कल्याण सिर्फ विधायक पद की ही शपथ लेंगे या फिर मंत्री पद की भी शपथ लेंगे, वह देखना दिलचस्प होगा। इंद्री से रामकुमार कश्यप भी दिल्ली में डटे इंद्री से नवनिर्वाचित विधायक रामकुमार कश्यप भी दिल्ली में डटे हुए है। बताया जा रहा है कि रामकुमार कश्यप भी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दौडधूप कर रहे है। कश्यप केंद्रीय नेताओं से भी मुलाकात कर रहे है। आपको बता दे कि रामकुमार कश्यप भी इंद्री से पहले विधायक रह चुके है और कश्यप समाज भी अपने समाज के विधायक को मंत्री पद दिए जाने की मांग उठा रहा है। ऐसे में देखने वाले बात है कि करनाल जिला को कितने मंत्री मिल पाते है। हालांकि लोकसभा करनाल से सांसद मनोहर लाल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली हुई है। हरविंद्र कल्याण को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की मांग हल्कावासी उठा रहे है, जबकि रामकुमार कश्यप मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दिल्ली में पहुंचे हुए है। ऐसे में किसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, वह जल्द ही पता चल जाएगा।