भास्कर न्यूज | रेवाड़ी जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को भी 9 केस नए मिले और डेंगू का शतक पूरा हो गया है। डेंगू के अब तक 108 मामले आ चुके हैं। भले ही केस मिलने की दर पिछले साल से कम है, लेकिन धीरे-धीरे आकड़ा बढ़ रहा है। जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों को लगाकर रोज 70 से ज्यादा सैंपल लेकर जांच की जा रही है। डेंगू का कंफर्म टेस्ट एलाइजा ही है, जो सिविल अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों की लैब में किए जा रहे हैं। जिले में अब तक 2993 सैंपल लिए जा चुके हैं। बड़ी बात ये है कि इस बार जो डेंगू के मामले मिले, उनमें से अब तक 86 पीड़ित ठीक हो चुके हैं। वहीं अभी सरकारी व निजी अस्पतालों में खांसी-जुकाम और वायरल के ही पीड़ित ज्यादा पहुंच रहे हैं। इधर, हेल्थ इंस्पेक्टर बीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार डेंगू फैलने की रफ्तार कम है। पिछले वर्ष अब तक 350 से ज्यादा मामले आ गए थे। इस बार स्थिति नियंत्रण में है। मगर लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि डेंगू का सीजन नवंबर माह तक चलता है। अगर डेंगू के संदिग्ध लक्षण हैं तो नजदीकी अस्पताल में पहुंचकर जांच कराएं। खुद से कोई दवाई न खाएं। इसके अलावा विभाग की टीम की तरफ से शहर व गांवों में घरों व बाहर होदी और अन्य जगह भरे पानी में लार्वा जांच किया जा रहा है। लार्वा मिलने पर नोटिस थमाया जा रहा है। सीएचसी-पीएचसी पर एलाइजा जांच की सुविधा नहीं जिले की सीएचसी और पीएचसी में एलाइजा टेस्ट नहीं होते हैं। वहां सिर्फ सैंपल कलेक्शन सेंटर ही बने हुए हैं। इन जगह से सैंपल कलेक्ट करके उनको जांच के लिए सिविल अस्पताल रेवाड़ी में भेजा जाता है। यह मरीजों के लिए भी बड़ी समस्या है। अगर सीएचसी स्तर पर यह सुविधा मिल जाए तो मरीजों को भी राहत होगी। भास्कर न्यूज | रेवाड़ी जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को भी 9 केस नए मिले और डेंगू का शतक पूरा हो गया है। डेंगू के अब तक 108 मामले आ चुके हैं। भले ही केस मिलने की दर पिछले साल से कम है, लेकिन धीरे-धीरे आकड़ा बढ़ रहा है। जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों को लगाकर रोज 70 से ज्यादा सैंपल लेकर जांच की जा रही है। डेंगू का कंफर्म टेस्ट एलाइजा ही है, जो सिविल अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों की लैब में किए जा रहे हैं। जिले में अब तक 2993 सैंपल लिए जा चुके हैं। बड़ी बात ये है कि इस बार जो डेंगू के मामले मिले, उनमें से अब तक 86 पीड़ित ठीक हो चुके हैं। वहीं अभी सरकारी व निजी अस्पतालों में खांसी-जुकाम और वायरल के ही पीड़ित ज्यादा पहुंच रहे हैं। इधर, हेल्थ इंस्पेक्टर बीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार डेंगू फैलने की रफ्तार कम है। पिछले वर्ष अब तक 350 से ज्यादा मामले आ गए थे। इस बार स्थिति नियंत्रण में है। मगर लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि डेंगू का सीजन नवंबर माह तक चलता है। अगर डेंगू के संदिग्ध लक्षण हैं तो नजदीकी अस्पताल में पहुंचकर जांच कराएं। खुद से कोई दवाई न खाएं। इसके अलावा विभाग की टीम की तरफ से शहर व गांवों में घरों व बाहर होदी और अन्य जगह भरे पानी में लार्वा जांच किया जा रहा है। लार्वा मिलने पर नोटिस थमाया जा रहा है। सीएचसी-पीएचसी पर एलाइजा जांच की सुविधा नहीं जिले की सीएचसी और पीएचसी में एलाइजा टेस्ट नहीं होते हैं। वहां सिर्फ सैंपल कलेक्शन सेंटर ही बने हुए हैं। इन जगह से सैंपल कलेक्ट करके उनको जांच के लिए सिविल अस्पताल रेवाड़ी में भेजा जाता है। यह मरीजों के लिए भी बड़ी समस्या है। अगर सीएचसी स्तर पर यह सुविधा मिल जाए तो मरीजों को भी राहत होगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला में वायु सेना के जवान के घर चोरी:पत्नी CHC रायपुररानी गई थी; 30 हजार कैश, सोने-चांदी के जेवर ले गए हरियाणा के अंबाला जिले में चोरों के हौसले बुलंद हैं। शातिर चोर बंद पड़े मकानों को अपना निशाना बना रहे हैं। नारायणगढ़ के वार्ड-11 में भी बंद पड़े वायु सेना के जवान के घर में चोरों ने सेंध लगाई। शातिर चोर घर से 30 हजार रुपए कैश और लाखों रुपए के सोने-चांदी के जेवर ले उड़े। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। नारायणगढ़ के वार्ड नंबर 11 निवासी बबीता रानी ने बताया कि उसका पति वायु सेना में नौकरी करता है। वह 18 जुलाई की सुबह 11 बजे CHC रायपुररानी में पढ़ाने के लिए गई थी। वह शुक्रवार को वापस अपने घर लौटी। देखा तो उसके घर का लोहे का दरवाजा खुला था। वह जब अंदर गई तो कमरे में अलमारी के दरवाजे खुले थे। घर से ये हुआ चोरी वह सामान बिखरा हुआ देख दंग रह गई। उसने देखा तो घर से सोने का सैट, कांटें, अंगूठी, टॉप्स, कानों की बालियां, चांदी की 2 जोड़ी पायल, छोटे बच्चे की कंगन और 30 हजार रुपए चोरी हुआ मिला। शिकायत मिलने के बाद नारायणगढ़ थाने की पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ धारा 331(4) व 305 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वार्ड नंबर-11 में एक अन्य घर में भी हुई चोरी उधर, वार्ड नंबर 11 में ही बंद पड़े एक अन्य घर में भी चोरी हो गई। प्रियंका शर्मा ने बताया कि वह 18 जुलाई को घर पर नहीं थी। उसके घर पर ताला लगा हुआ था। जब वह घर पहुंची तो देखा कि सामान बिखरा पड़ा है। दरवाजे खुले पड़े थे। अलमारी का ताला टूटा हुआ था। पीछे से घर में घुसे शातिर चोर उसके घर से सोने के 2 टॉप्स, चांदी की 2 पायल, एक मोबाइल, मगंल सूत्र समेत 5 हजार रुपए कैश ले उड़े। पुलिस ने इस मामले में भी अज्ञात चोरों के खिलाफ धारा 331(4),305 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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बरवाला में कांग्रेस नेताओं ने घोड़ेला से बनाई दूरी:टिकट के दावेदार नेता नहीं कर रहे प्रचार, गंगवा और संजना में बना मुकाबला हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला मुश्किलों में पड़ते नजर आ रहे हैं। गुटबाजी के कारण यहां कांग्रेस की लड़ाई खुद से हैं। इसी कारण दूसरे उम्मीदवार भाजपा के रणबीर गंगवा और इनेलो की संजना सातरोड़ में मुकाबला बनता दिख रहा है। शहरों व साथ लगते इलाकों में जहां गंगवा की टीमें एक्टिव हैं तो वहीं ग्रामीण इलाकों में संजना सातरोड़ लगातार प्रचार कर रही हैं। रामनिवास घोड़ेला पर 2 बार लगातार हार का टैग भी है, और सीएलयू कांड के आरोपों पर हलके में ही लोगों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। किसान नेताओं ने पिछले दिनों पंचायत कर रामनिवास घोड़ेला की उम्मीदवारी का विरोध जताया था। अब किसान नेताओं ने इसको लेकर 20 सितंबर को पंचायत बुलाई है। बता दें कि किसानों ने एआईसीसी दफ्तर दिल्ली में पिछले दिनों टिकट वितरण को लेकर भारी विरोध किया था। मगर कांग्रेस ने बरवाला में सीएलयू कांड के आरोपी को टिकट दे दिया। गंगवा को ओबीसी और संजना को जाट वर्ग दे रहा समर्थन रणबीर गंगवा पूर्व डिप्टी स्पीकर रहे हैं। वह करीब 10 साल से विधायक हैं और 2010 से 2014 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उनके राजनीतिक जीवन में उन पर किसी तरह का दाग नहीं है। यही कारण है कि घोड़ेला को छोड़ ओबीसी वर्ग गंगवा को समर्थन करने में लगा है। पहले कुम्हार सभा और अब उसके बाद जांगड़ा सभा ने भी रणबीर गंगवा का समर्थन किया है। इसके अलावा प्रमुख पार्टियों से ओबीसी फेस मैदान में है, तो इनेलो ने जाट फेस संजना सातरोड़ पर दांव खेला है। संजना हलके में लगातार सक्रिय है। इनेलो से टिकट मिलने पर उनकी स्थिति और मजबूत मानी जा रही है। मुकाबला गंगवा और संजना के बीच देखने को मिल रहा है। घोड़ेला को अपनों का ही साथ नहीं बता दें कि सीएलयू कांड में राम निवास घोड़ेला पर आरोप लगे हैं। उम्मीदवार का विरोध टिकट मिलने से पहले हो रहा था। ऐसे में कांग्रेस के स्थानीय नेता भी घोड़ेला का साथ नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा, राजेश संदलाना, कृष्ण सातरोड़ और भूपेंद्र गंगवा कांग्रेस प्रत्याशी से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव में आगे और मुश्किलें बढ़ने वाली है। राम निवास घोड़ेला पर दर्ज हुआ था केस 2009 से 2014 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे विनोद भ्याना, रामकिशन फौजी, विधायक जरनैल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, विधायक नरेश सेलवाल ने सीएलयू करवाने के लिए, वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने के लिए और विधायक रामनिवास घोड़ेला ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट भट्टों पर बच्चों को पढ़ाने का काम एनजीओ को दिलवाने के लिए घूस की मांग की थी। इस मामले के बारे में एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इनेलो ने 2014 में इन सबके खिलाफ भ्रष्ट आचरण की शिकायत लोकायुक्त से की थी। तत्कालीन लोकायुक्त ने 16 दिसंबर, 2015 को उपरोक्त सभी को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एसआईटी गठित करके जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि 27 जुलाई, 2015 को तत्कालीन एडीजीपी एवं एसआईटी के इंचार्ज वी कामराजा ने इन सबको भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोषी माना और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की थी। जिसके आधार पर इन सबके खिलाफ मुकदमे स्टेट विजिलेंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए थे। विनोद भ्याना का पीए जेल में भी रहा और उसके खिलाफ हिसार में मुकदमा चल रहा है।
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हरियाणा में JJP-ASP के साथ लड़ेगी चुनाव:दिल्ली में दुष्यंत करेंगे ऐलान; AAP के साथ गठबंधन की चल रही थी चर्चा हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला इस नए राजनीतिक गठबंधन का ऐलान दिल्ली में करेंगे। इस दौरान उनके साथ एएसपी पार्टी के फाउंडर और भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी मौजूद रहेंगे। जजपा के संस्थापक दुष्यंत चौटाला ने इसकी जानकारी खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर दी है। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि, “किसान कमेरे की लड़ाई, हम लड़ते रहेंगे बिना आराम, ताऊ देवीलाल की नीतियां, विचारधारा में मान्यवर कांशीराम”। इसलिए गठबंधन चाहती है जजपा हरियाणा में 21% के करीब दलित वोट है। जो हार और जीत में बड़ी भूमिका निभाएंगे। विधानसभा की 17 सीटें रिजर्व हैं और प्रदेश की 35 सीटों पर दलित वोटरों का प्रभाव है। जजपा का टारगेट 17+35 सीटों पर है, जिससे वह 2019 की तरह हरियाणा में किंगमेकर की भूमिका में आ सके। 5 साल पहले हुए चुनाव में जजपा को जाट और दलितों का अच्छा वोट मिला था, अब इस चुनाव में भी जजपा यह कोशिश कर रही है कि हरियाणा की जाट और दलित बाहुल्य सीटों पर उसके प्रत्याशी अच्छा प्रदर्शन कर सकें। तीसरा मोर्चा बना तो कांग्रेस को नुकसान हरियाणा में अगर गैर तीसरा मोर्चा बनता है तो सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान होगा। इसकी वजह यह है कि बीजेपी से नाराज वोटर जजपा, इनेलो, बसपा और आम आदमी पार्टी की तरफ खिसक सकता है। जब भी भाजपा के खिलाफ प्रदेश में वोट बैंक बंटता है इसका फायदा भाजपा को होता है और कांग्रेस को नुकसान पहुंचता है। इस बार लोकसभा चुनाव में जनता ने 2 ही पार्टी कांग्रेस और भाजपा को वोट दिए जिसके कारण कांग्रेस का वोट प्रतिशत पिछली बार के मुकाबले बढ़ा है। 12 मार्च को BJP से गठबंधन 2019 के विधानसभा चुनाव में BJP को हरियाणा में पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था। इसकी वजह से 10 सीटें जीतने वाली JJP के साथ गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाई गई। इस सरकार में खट्टर को CM तो JJP कोटे से दुष्यंत चौटाला को डिप्टी CM बनाया गया। करीब साढ़े 4 साल तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन इसी साल 12 मार्च को अचानक खट्टर ने CM पद से इस्तीफा दे दिया और दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। दोनों को लोकसभा चुनाव में हुआ नुकसान निर्दलीय विधायकों के समर्थन से BJP ने नायब सैनी के नेतृत्व में फिर से सरकार बना ली। लोकसभा चुनाव में BJP और JJP दोनों ने अलग होकर चुनाव लड़ा। BJP को जहां 10 लोकसभा सीटों में से 5 सीटों का नुकसान हुआ तो JJP की बुरी तरह हार हुई। खुद हिसार सीट से दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला बुरी तरह हार गईं।