बिजली आपूर्ति रहती है ठप, कई गांवों के लोगों को होती है परेशानी भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव बवानिया में करीब ढाई दशक पहले स्थापित 33 केवी सब स्टेशन के हालात आज काफी खराब हैं। पावर हाउस में शौचालय व पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा पावर हाउस की चारदीवारी नहीं होने से असहाय पशु व अन्य जानवर अंदर घुस आते हैं जिससे हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। बवानिया पावर हाउस से जुड़े 11 गांवों के लोगों ने मंगलवार को गागड़वास-बचीनी अड्डे पर बैठक कर पावर हाउस के जर्जर हालात सुधारने की मांग की है। इसके बाद ग्रामीणों ने लघु सचिवालय में डीसी मोनिका गुप्ता के नाम नायब तहसीलदार रघुबीर सिंह को एक ज्ञापन भी सौंपा। बता दें कि बवानियां 33 केवी सब स्टेशन करीब 24 साल पहले निर्माण हुआ था। अब पावर हाउस की हालात काफी खराब हो चुके हैं। शौचालय व पानी की व्यवस्था तक नहीं होने से पावर हाउस के कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पावर हाउस की चारदीवारी नहीं होने से पशु व अन्य जानवर अंदर जाकर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। डीसी दरबार में समस्या को लेकर ज्ञापन देते ग्रामीण। बिना चारदीवारी का पावर हाउस। बिजली आपूर्ति रहती है ठप, कई गांवों के लोगों को होती है परेशानी भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव बवानिया में करीब ढाई दशक पहले स्थापित 33 केवी सब स्टेशन के हालात आज काफी खराब हैं। पावर हाउस में शौचालय व पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा पावर हाउस की चारदीवारी नहीं होने से असहाय पशु व अन्य जानवर अंदर घुस आते हैं जिससे हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। बवानिया पावर हाउस से जुड़े 11 गांवों के लोगों ने मंगलवार को गागड़वास-बचीनी अड्डे पर बैठक कर पावर हाउस के जर्जर हालात सुधारने की मांग की है। इसके बाद ग्रामीणों ने लघु सचिवालय में डीसी मोनिका गुप्ता के नाम नायब तहसीलदार रघुबीर सिंह को एक ज्ञापन भी सौंपा। बता दें कि बवानियां 33 केवी सब स्टेशन करीब 24 साल पहले निर्माण हुआ था। अब पावर हाउस की हालात काफी खराब हो चुके हैं। शौचालय व पानी की व्यवस्था तक नहीं होने से पावर हाउस के कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पावर हाउस की चारदीवारी नहीं होने से पशु व अन्य जानवर अंदर जाकर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। डीसी दरबार में समस्या को लेकर ज्ञापन देते ग्रामीण। बिना चारदीवारी का पावर हाउस। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पूर्व MLA ने हार का गुस्सा निकाला:रिजल्ट आते ही लड़कियों की 18 फ्री बसें बंद की; बोले- अब नया विधायक चलाए
हरियाणा में पूर्व MLA ने हार का गुस्सा निकाला:रिजल्ट आते ही लड़कियों की 18 फ्री बसें बंद की; बोले- अब नया विधायक चलाए हरियाणा में रोहतक की महम सीट से चुनाव हारने वाले पूर्व MLA बलराज कुंडू ने लड़कियों के लिए मुफ्त बस सेवा बंद कर दी है। हरियाणा जनसेवक पार्टी के नेता कुंडू ने कहा कि नए MLA अब से बसें चलाएं। कुंडू ने हार के बाद समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। जिसमें इलाके के वोटरों को लेकर गुस्सा जाहिर किया गया। उनका कहना था कि कुंडू ने मुफ्त बसें चलाईं, इसके बावजूद उन्हें हरवा दिया गया। वहीं कुंडू का कहना है कि समर्थकों का गुस्सा था कि लड़कियों को स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी ले जाने वाली फ्री बसें बंद की जाएं। लोगों ने उनकी समाज सेवा का गलत नतीजा दिया है। इसलिए सभी 18 बसें बंद कर दी गई हैं। बलराज कुंडू महम विधानसभा क्षेत्र के गांवों से महम और रोहतक के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों तक बेटियों को लाने और ले जाने के लिए 18 बसें बंद कर दी हैं। बलराज कुंडू ने कहा कि उनका मन बहुत दुखी है। उसने समाज सेवा को राजनीति के लिए नहीं चुना था। मगर, कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ साल नए विधायक को बेटियों के लिए बसें चलाने का मौका दिया जाना चाहिए। बसों में 40-42 गांवों की लड़कियां करती हैं सफर
बलराज कुंडू ने 2017-18 में लड़कियों के लिए निशुल्क बसें शुरू की थी। शुरू में 8 बसें चलाई थी और बाद में लगातार बसों की संख्या बढ़ाई गई और अब 18 बसें चल रही थी। इन बसों से लगभग 40-42 गांवों की लड़कियां स्कूल-कॉलेज व यूनिर्सिटी में आती-जाती थी। जिससे लड़कियों को भी सुविधा मिली हुई थी और परिवार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता था। वहीं सुरक्षित स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी में पढ़ने पहुंच पाती और वापस घर लौट पाती। हर रोज 100 किलोमीटर से ज्यादा सफर करती हैं प्रत्येक बस
इन बसों में लड़कियां हर रोज रोहतक अपने कॉलेज व यूनिवर्सिटी आती-जाती थीं। रोहतक शहर से लड़कियों के गांव 30-40 किलोमीटर पड़ते है ओर लगभग एक बस प्रतिदिन 100 किलोमीटर का सफर करती थी। बसें बंद होने के बाद लड़कियों के पास रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें, ऑटो या निजी वाहन में पढ़ने जाने का ऑप्शन बचा हैं। ऐसे में पढ़ने के लिए रोहतक आने वाली लड़कियों को परेशान होना पड़ेगा। निर्दलीय उम्मीदवार बोलीं- कुंडू की सच्चाई सामने आई
महम से निर्दलीय उम्मीदवार रहीं राधा अहलावत ने कहा कि एक चुनाव हार जाने के बाद ही हजपा प्रत्याशी रहे बलराज कुंडू ने बेटियों के लिए चलाई जा रही बसों को बंद कर दिया है। जबकि हमारा परिवार तो 5 चुनाव हार चुका है, इसके बावजूद उनके पति शमशेर खरकड़ा और वे परिवार के साथ हलके के लोगों की सेवा में लगे रहेंगे। भले ही चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है। लोगों की सेवा और राजनीति में बदलाव को लेकर वे महम में राजनीति करने आए थे। हजपा नेता बलराज कुंडू की सच्चाई लोगों के सामने आ गई है।
चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी
चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही नेताओं में टिकट के लिए घमासान मचा है। हरियाणा के चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे। जिन्होंने 23 अगस्त को विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया। पिछले कई दिनों से कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं चल रही थी। क्योंकि 7 मई को दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान सहित तीन विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को दिया था। वहीं सोमबीर सांगवान ने दादरी से कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए दावेदारी ठोकी है। साथ ही कहा कि पार्टी मौका देगी तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे। दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान से बातचीत
सवाल : विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, कैसी तैयारी है?
जवाब : बहुत अच्छी तैयारी है। लोगों ने मन बना रखा है और जनता परिवर्तन चाहती है। बीजेपी के राज से घरबारी, दरबारी, व्यापारी व चाहे कोई वर्ग हो, सभी दुखी हैं चाहे खिलाड़ी हो या पहलवान। जहां-जहां चुनाव होगा बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है। हरियाणा में परिवर्तन की लहर शुरू हो चुकी है।
सवाल : विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है, आगे क्या करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं। अगर पार्टी ने उचित समझा और मेरे को टिकट दी तो ठोककर चुनाव लड़ूंगा। अगर पार्टी किसी दूसरे को टिकट देती है तो मैं ठोककर उसकी मदद भी करूंगा।
सवाल : निर्दलीय विधायक चुनकर आए थे, आगे किस तरह से चुनाव के तैयारी करेंगे?
जवाब : जनता साथ है और मैंने बहुत काम करवाएं हैं, बिना किसी लाग लपेट के। कोई बिचौलिया नहीं और ना ही भ्रष्टाचार। दादरी हलके में काफी काम किया है। जनता की जो भावना थी, उन पर खरा उतरा हूं।
सवाल : कांग्रेस पार्टी ही ज्वाइन करने का फैसला क्यों लिया?
जवाब : ऐसा है कि राजनीति करनी है तो कोई ना कोई संगठन में काम करना है। इसलिए अपनी विचारधारा मिली तो कांग्रेस को समर्थन दिया और कांग्रेस के साथ काम करेंगे।
सवाल : भाजपा ने चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग से अपील की है। उसे किस तरह से देखते हैं?
जवाब : भाजपा चाहे डेट आगे बढ़ा ले, चाहे पीछे कर ले। लोग मन बना चुके हैं। बीजेपी सोचती है कि ये छुट्टी हैं, उससे वोट कम पोल होंगे और हमारी हार हो जाएगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लोगों ने मन बना लिया है। हरियाणा में बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है।
सवाल : कब तक कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे। 2019 में भाजपा से बागी हुए थे
सोमबीर सांगवान 2019 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में थे। वह चरखी दादरी से टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने उनकी जगह बबीता फोगाट को टिकट दे दिया था। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की। भाजपा के सत्ता में आने पर उन्होंने सरकार को अपना समर्थन दे दिया। इसके बाद उन्हें हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। किसान आंदोलन के चलते उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ दिया। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था। इसमें सोमबीर सांगवान, धर्मपाल गोंदर व रणधीर गोलन शामिल थे।
हरियाणा में डंपर-कार की आमने-सामने टक्कर:दिल्ली-सोनीपत के रहने वाले 3 दोस्तों की मौत; मामा से मिलने जा रहे थे
हरियाणा में डंपर-कार की आमने-सामने टक्कर:दिल्ली-सोनीपत के रहने वाले 3 दोस्तों की मौत; मामा से मिलने जा रहे थे हरियाणा के नूंह में गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर रविवार सुबह ओवरलोड डंपर ने कार को टक्कर मार दी। जिससे कार में बैठे 3 दोस्तों की मौत हो गई। हादसा सुबह करीब साढ़े 4 बजे फिरोजपुर झिरका के गांव नसीरबास में हुआ। हादसे के बाद डंपर ड्राइवर भाग निकला। मरने वाले युवकों में सुल्तानपुरी दिल्ली के रोहन, नितिन और जितेन्द्र निवासी सोनीपत शामिल हैं। तीनों की उम्र 22 से 26 साल है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डंपर को कब्जे में लेकर ड्राइवर-क्लीनर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामा से मिलने जा रहे थे युवक
पुलिस जांच के मुताबिक नितिन, रोहन और जितेंद्र यूपी नंबर की कार में अलवर के रामगढ़ जा रहे थे। वहां उन्हें मामा से मिलना था। सुबह जब वे गांव नसीरबास के पास पहुंचे तो फिरोजपुर झिरका की तरफ से आ रहे ओवरस्पीड डंपर ने उन्हें सामने से टक्कर मार दी। हादसे की PHOTOS… कार के अंदर ही दम तोड़ गए तीनों दोस्त
डंपर की कार से टक्कर इतनी जोरदार थी कि हादसे के दौरान कार के परखच्चे उड़ गए। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे अंदर बैठे तीनों दोस्तों को बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला। उनकी अंदर ही मौत हो गई। हादसा देखते ही आसपास के लोग जमा हुए। उन्होंने तीनों युवकों को कार से बाहर निकाला लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिए।