तमिलनाडु जा रहे किसानों को एयरपोर्ट पर रोका:कृपाण के साथ प्लेन में नहीं चढ़ने दिया; किसान बोले- आंदोलन के विस्तार से डरी सरकार

तमिलनाडु जा रहे किसानों को एयरपोर्ट पर रोका:कृपाण के साथ प्लेन में नहीं चढ़ने दिया; किसान बोले- आंदोलन के विस्तार से डरी सरकार

तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली व पुडुचेरी में आयोजित किसान महापंचयतों में जा रहे पंजाब के किसानों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। किसानों को कृपाण के साथ प्लेन में बैठने की इजाजत नहीं दी गई। किसानों का आरोप है कि कृपाण को सिर्फ बहाना बनाया गया है, जबकि उत्तर भारत में किसान आंदोलन के विस्तार से सरकार डर गई है। दरअसल, MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एवं पुडुचेरी में आयोजित महापंचायतों में शामिल होने के लिए आज किसान रवाना हो रहे थे। इनमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा और सुखदेव सिंह भोजराज को दिल्ली हवाई अड्डे पर जहाज में बैठने से रोक दिया गया। एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों द्वारा कृपाण को मुद्दा बनाया गया। जबकि आज से पहले अनेकों बार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एवं बलदेव सिंह सिरसा ने कृपाण के साथ हवाई यात्राएं की हैं। किसान नेता सुखदेव सिंह भोजराज के पास कृपाण नहीं थी, लेकिन फिर भी उनको हवाई जहाज में नहीं चढ़ने दिया गया। तानाशाही पर उतरी सरकार किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के आदेश पर ही सुरक्षाकर्मियों ने कृपाण को सिर्फ मुद्दा बना कर उन्हें रोका है। हकीकत यह है कि MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन के दक्षिण भारत मे विस्तार से केंद्र सरकार डरी हुई है। सरकार तानाशाही पर उतर आई है। हालिया समय में 15 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर तमिलनाडु के 17 जिलों एवम कर्नाटक के 15 जिलों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित हुआ था। लगातार बड़ी-बड़ी महापंचायतों का भी आयोजन हो रहा है। MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर सड़क से संसद तक उठ रही आवाजों से भाजपा सरकार में घबराहट है। किसान आंदोलन के विस्तार को रोकने के लिए बौखलाहट में ऐसे हथकंडे सरकार द्वारा अपनाए जा रहे हैं। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली व पुडुचेरी में आयोजित किसान महापंचयतों में जा रहे पंजाब के किसानों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। किसानों को कृपाण के साथ प्लेन में बैठने की इजाजत नहीं दी गई। किसानों का आरोप है कि कृपाण को सिर्फ बहाना बनाया गया है, जबकि उत्तर भारत में किसान आंदोलन के विस्तार से सरकार डर गई है। दरअसल, MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एवं पुडुचेरी में आयोजित महापंचायतों में शामिल होने के लिए आज किसान रवाना हो रहे थे। इनमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा और सुखदेव सिंह भोजराज को दिल्ली हवाई अड्डे पर जहाज में बैठने से रोक दिया गया। एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों द्वारा कृपाण को मुद्दा बनाया गया। जबकि आज से पहले अनेकों बार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एवं बलदेव सिंह सिरसा ने कृपाण के साथ हवाई यात्राएं की हैं। किसान नेता सुखदेव सिंह भोजराज के पास कृपाण नहीं थी, लेकिन फिर भी उनको हवाई जहाज में नहीं चढ़ने दिया गया। तानाशाही पर उतरी सरकार किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के आदेश पर ही सुरक्षाकर्मियों ने कृपाण को सिर्फ मुद्दा बना कर उन्हें रोका है। हकीकत यह है कि MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन के दक्षिण भारत मे विस्तार से केंद्र सरकार डरी हुई है। सरकार तानाशाही पर उतर आई है। हालिया समय में 15 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर तमिलनाडु के 17 जिलों एवम कर्नाटक के 15 जिलों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित हुआ था। लगातार बड़ी-बड़ी महापंचायतों का भी आयोजन हो रहा है। MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर सड़क से संसद तक उठ रही आवाजों से भाजपा सरकार में घबराहट है। किसान आंदोलन के विस्तार को रोकने के लिए बौखलाहट में ऐसे हथकंडे सरकार द्वारा अपनाए जा रहे हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर