तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली व पुडुचेरी में आयोजित किसान महापंचयतों में जा रहे पंजाब के किसानों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। किसानों को कृपाण के साथ प्लेन में बैठने की इजाजत नहीं दी गई। किसानों का आरोप है कि कृपाण को सिर्फ बहाना बनाया गया है, जबकि उत्तर भारत में किसान आंदोलन के विस्तार से सरकार डर गई है। दरअसल, MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एवं पुडुचेरी में आयोजित महापंचायतों में शामिल होने के लिए आज किसान रवाना हो रहे थे। इनमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा और सुखदेव सिंह भोजराज को दिल्ली हवाई अड्डे पर जहाज में बैठने से रोक दिया गया। एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों द्वारा कृपाण को मुद्दा बनाया गया। जबकि आज से पहले अनेकों बार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एवं बलदेव सिंह सिरसा ने कृपाण के साथ हवाई यात्राएं की हैं। किसान नेता सुखदेव सिंह भोजराज के पास कृपाण नहीं थी, लेकिन फिर भी उनको हवाई जहाज में नहीं चढ़ने दिया गया। तानाशाही पर उतरी सरकार किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के आदेश पर ही सुरक्षाकर्मियों ने कृपाण को सिर्फ मुद्दा बना कर उन्हें रोका है। हकीकत यह है कि MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन के दक्षिण भारत मे विस्तार से केंद्र सरकार डरी हुई है। सरकार तानाशाही पर उतर आई है। हालिया समय में 15 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर तमिलनाडु के 17 जिलों एवम कर्नाटक के 15 जिलों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित हुआ था। लगातार बड़ी-बड़ी महापंचायतों का भी आयोजन हो रहा है। MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर सड़क से संसद तक उठ रही आवाजों से भाजपा सरकार में घबराहट है। किसान आंदोलन के विस्तार को रोकने के लिए बौखलाहट में ऐसे हथकंडे सरकार द्वारा अपनाए जा रहे हैं। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली व पुडुचेरी में आयोजित किसान महापंचयतों में जा रहे पंजाब के किसानों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। किसानों को कृपाण के साथ प्लेन में बैठने की इजाजत नहीं दी गई। किसानों का आरोप है कि कृपाण को सिर्फ बहाना बनाया गया है, जबकि उत्तर भारत में किसान आंदोलन के विस्तार से सरकार डर गई है। दरअसल, MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) द्वारा तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एवं पुडुचेरी में आयोजित महापंचायतों में शामिल होने के लिए आज किसान रवाना हो रहे थे। इनमें किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा और सुखदेव सिंह भोजराज को दिल्ली हवाई अड्डे पर जहाज में बैठने से रोक दिया गया। एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों द्वारा कृपाण को मुद्दा बनाया गया। जबकि आज से पहले अनेकों बार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एवं बलदेव सिंह सिरसा ने कृपाण के साथ हवाई यात्राएं की हैं। किसान नेता सुखदेव सिंह भोजराज के पास कृपाण नहीं थी, लेकिन फिर भी उनको हवाई जहाज में नहीं चढ़ने दिया गया। तानाशाही पर उतरी सरकार किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के आदेश पर ही सुरक्षाकर्मियों ने कृपाण को सिर्फ मुद्दा बना कर उन्हें रोका है। हकीकत यह है कि MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन के दक्षिण भारत मे विस्तार से केंद्र सरकार डरी हुई है। सरकार तानाशाही पर उतर आई है। हालिया समय में 15 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर तमिलनाडु के 17 जिलों एवम कर्नाटक के 15 जिलों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित हुआ था। लगातार बड़ी-बड़ी महापंचायतों का भी आयोजन हो रहा है। MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर सड़क से संसद तक उठ रही आवाजों से भाजपा सरकार में घबराहट है। किसान आंदोलन के विस्तार को रोकने के लिए बौखलाहट में ऐसे हथकंडे सरकार द्वारा अपनाए जा रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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16वें वित्त कमिशन के चेयरमैन पहुंचे अमृतसर:गोल्डन टेंपल में टेका माथा; बैठक में इंडस्ट्रलिस्टों ने स्पेशल पैकेज, अटारी-वाघा से व्यापार की उठी मांग 16वां वित्त कमिशन आज पंजाब में है। बीते दिन चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक के बाद कमिशन आज अमृतसर में पहुंचा। कमिशन के चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया का स्वागत करने के लिए वित्त मंत्री हरपाल चीमा व कैबिनेट मिनिस्टर कुलदीप सिंह धालीवाल पहुंचे। इस दौरान अमृतसर के होटल ताज में इंडस्ट्रलिस्टों के साथ वित्त कमिशन की बैठक भी हुई है। बैठक में पंजाब के कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया और पंजाब की इंडस्ट्री को पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई। बैठक के बाद कमिशन अध्यक्ष गोल्डन टेंपल माथा टेकने पहुंचे। जिसके बाद कमिशन अटारी बॉर्डर पर रिट्रीट देखने भी गए। बैठक में उठाए गए मुद्दे- पड़ोसी राज्यों की तरह पंजाब को भी दें पैकेज- बैठक में मौजूद इंडस्ट्रलिस्टों के अलावा पंजाब सरकार ने सेक्रेटरी ने भी पड़ोसी राज्यों जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश की तरह पंजाब को भी स्पेशल पैकेज देने की मांग रखी है। उनका कहना है कि पड़ोसी राज्यों में इंडस्ट्री को इनसेंटिव दिए जाते हैं, उसकी लालच में इंडस्ट्री वहां जा रही है। जिससे पंजाब को नुकसान हो रहा है और पंजाब पिछड़ रहा है। बॉर्डर इंडस्ट्री के लिए पैकेज पंजाब का 500 किमी से अधिक हिस्सा पाकिस्तान के साथ लगता है। यहां के युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बॉर्डर एरिया के लिए स्पेशल पैकेज देना चाहिए। ताकि यहां इंडस्ट्री आ सके और युवाओं को नौकरी मिल सके। 41% की जगह 50% फंड्स स्टेट्स को मिलें इंडस्ट्रलिस्टों ने इस दौरान कमिशन की सिफारिशों पर 41% बजट स्टेट्स को अलॉट किया जाता है, इसे 50% करने की मांग रखी गई है। ताकि स्टेट्स को फायदा मिल सके। इतना ही नहीं, ये भी इंश्योर करना चाहिए कि स्टेट्स उस फंड्स का सही से इस्तेमाल करें। स्मार्ट सिटी 2015 में फंड आए थे, अभी तक 9 साल में फड्स पूरी तरह यूटिलाइज नहीं हो सके। कमिशन को ये इंश्योर करना चाहिए कि फंड्स पूरी तरह से समय पर प्रयोग हों। पंजाब में 2 और AIIMS और सभी जिलों में ESI अस्पतालों की मांग इस दौरान इंडस्ट्रलिस्टों ने पंजाब के लिए दो और AIIMS की मांग उठाई है। अभी तक बठिंड में मात्र एक ही AIIMS है, जबकि जरूरत दो और की है। वहीं, पंजाब में अभी तक एक ही ईएसआई अस्पताल है जो लुधियाना में है। ESI अस्पताल पूरे राज्य के सभी जिलों में होना चाहिए। ज्यूडीशियरी को मजबूत करने की मांग उठी पंजाब में ज्यूडीशियरी को मजबूत करने की मांग रखी गई है। दरअसल, इंडस्ट्रलिस्टों ने कहा कि कोर्ट मं पहुंचे केस कई कई सालों तक लटके रहते हैं। हर कोर्ट में केसों की गिनती इतनी अधिक है कि जजों को निर्णय देने में सालों ले जाते हैं। पैंडेंसी कम करने के लिए ज्यूडीशियरी को मजबूत किया जाना चाहिए। अटारी-वाघा बॉर्डर से व्यापार शुरू करने की मांग इंडस्ट्रलिस्टों ने कहा कि अटारी-वाघा बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। सिर्फ व्यापारर को फिर से स्टार्ट करना चाहिए। सरकार को भी रेवेन्यू आएगा और पंजाब को भी इससे फायदा होगा। पुलवामा अटैक के बाद 200% टैक्स का जो फैसला लिया गया था, उसे वापस लेना चाहिए। ताकि डायरेक्ट माल जा सके। अभी व्यापारी को पहले मुम्बई से दुबई और फिर कराची सामान भेजना पड़ता है।
सिंह साहिबान की बैठक 30 को:सुखबीर के खिलाफ बढ़ा विरोध, पद से हटाने को 22 दिन में 5 बार अकालतख्त साहिब पहुंचे पंथक…
सिंह साहिबान की बैठक 30 को:सुखबीर के खिलाफ बढ़ा विरोध, पद से हटाने को 22 दिन में 5 बार अकालतख्त साहिब पहुंचे पंथक… अमृतसर | शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौर में डेरा सिरसा मुखी को माफी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी समेत अन्य पंथक मुद्दों को लेकर पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल के खिलाफ जारी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। उसी कड़ी में मंगलवार को डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह और चाचा सुखचैन सिंह ने अपनी पूरी टीम के साथ श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सुखबीर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पार्टी पद से हटाने और सियासी तथा धार्मिक तौर पर ताउम्र और परिवार को 10 साल के लिए प्रतिबंधित करने की मांग की है। इस दौरान सांसद परिवार ने बंदी सिखों की रिहाई करने के िलए केंद्र सरकार तथा सूबा सरकार को भी गंभीर होने को कहा और चेतावनी दी कि ऐसा न हुआ तो पैदा होने वाली स्थिति के लिए सरकारें जिम्मेदार होंगी। ज्ञापन सुखबीर बादल और बागी अकालियों की शिकायतों और स्पष्टीकरण को लेकर 30 अगस्त को सिंह साहिबान की होने वाली निर्णायक बैठक से 4 दिन पहले सौंपा गया है। तरसेम सिंह ने कहा कि बादल परिवार शुरू से ही गुमराह कर पंथ विरोधी सियासत करता रहा है। स्वांग मामले में डेरा मुखी को सजा हुई तो दबाव में माफी दिलवा दी गई। बेअदबियों में इंसाफ नहीं किया गया और इंसाफ मांगने वालों को गोलियां मारी गईं। उन्होंने माफी वाले मामले में तत्कालीन जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह का हवाला देते हुए कहा कि सिंह साहिबान कोई ऐसा फैसला न लें जिसका कि संगत विरोध करे। सांसद टीम का कहना है कि बादल परिवार गलतियां कर-कर उन पर पर्दा डालता रहा, जो कि बज्र गुनाह है इसलिए सुखबीर को पार्टी पद से हटा कर सियासी और धार्मिक किसी भी पद के लिए ताउम्र और परिवार को 10 साल तक प्रतिबंधित किया जाए। एसजीपीसी के खर्चे गए 90 लाख रुपए को सूद समेत वसूला जाए। तरसेम सिंह ने अमृतपाल सिंह समेत अन्य बंदी सिखों की रिहाई के लिए केंद्र और सूबा सरकार को चेतावनी दी है कि उनको जल्द से जल्द रिहा किया जाए । इसी तरह से अभिनेत्री और मंडी की भाजपा सांसद कंगना रणौत की बयानबाजी और उनकी फिल्म इमरजेंसी को लेकर तरसेम सिंह ने कहा कि वह साजिश के तहत पंजाबियों, सिखों और किसानों को निशाना बना रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि उसे चुप करवाए और उसके खिलाफ कार्रवाई करे। सिंह साहिबान ने 5 अगस्त को सुखबीर का स्पष्टीकरण सार्वजनिक किया और इस मुद्दे पर 30 अगस्त की तिथि मुकर्रर कर दी। इसके बाद से विरोध और तेज हो गया। बागी और दूसरे पंथक दल सुखबीर पर कार्रवाई करते हुए उनको पदमुक्त करने के लिए एक-एक करके आने लगे। 7 अगस्त को बागी अकाली और अकाली सुधार लहर के कन्वीनर गुरप्रताप सिंह वडाला, सुरजीत सिंह रखड़ा आदि श्री अकाल तख्त पहुंचे और पंथ की राय मांगी। 14 अगस्त को बागियों में शुमार अकाली सुधार लहर के नेता और एसजीपीसी मेंबर भाई मनजीत सिंह इसी सिलसिले में जत्थेदार से मिले। 16 को पंच प्रधानी के प्रधान और किसान तथा पंथक नेता बलदेव सिंह सिरसा ने भी अकाल तख्त पहुंच कर भी कार्रवाई की मांग उठाई। 24 को बाबा नागर सिंह और नौरंग सिंह की अगुवाई में कई नेता गुरमता देने पहुंचे और आज अर्थात 27 अगस्त को अमृतपाल के पिता और समर्थकों ने भी 30 की बैठक में पंथोचित फैसला सुनाने की मांग की। जब प्रकाश सिंह बादल का निधन हुआ तो एक बड़ा समूह सुखबीर के खिलाफ खड़ा हो गया। हालांकि उसमें शामिल लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इससे विरोध पंथक हलके में भी पहुंच गया। पहली जुलाई को बागियों का दल जिसमें बीबी जगीर कौर, परमिंदर सिंह ढींढसा, सुच्चा सिंह छोटेपुर, गुरप्रताप सिंह वडाला समेत तमाम बागी और टकसाली अकाली जत्थेदार के पास पहुंचे थे और सुखबीर के खिलाफ लिखित शिकायत देते हुए सत्ता का हिस्सा रहने के कारण खुद को भी दोषी मान क्षमा याचना की थी और सुखबीर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आगे 15 जुलाई को सिंह साहिबान की बैठक में सुखबीर को 15 दिन के भीतर पेश होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया था। सुखबीर 24 जुलाई को पेश हुए और अपना स्पष्टीकरण बंद लिफाफे में जत्थेदार को सौंपा था। शिवराज द्रुपद | अमृतसर डेरा सिरसा मुखी को माफी, बेअदबी समेत अन्य पंथक मुद्दों को लेकर शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल और बागी अकालियों के बीच जारी द्वंद्व को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब पर 30 अगस्त को होने वाली पंज सिंह साहिबान की बैठक का समय जैसे-जैसे निकट आता जा रहा है वैसे-वैसे विरोधी पंथक दल सुखबीर की घेराबंदी और कसते जा रहे हैं। इसी कड़ी के तहत सांसद अमृतपाल सिंह के पिता और अन्य समर्थकों ने सुखबीर पर कार्रवाई करने को जत्थेदार को ज्ञापन सौंपा। ऐसी ही मांगों को लेकर पहले भी कई पंथक दलों ने तख्त श्री पर गुहार लगाई है और उचित फैसला करने की मांग की है। वैसे तो सुखबीर को पार्टी पद से हटाने का लंबे समय से विरोध जारी है। लेकिन 3 चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार और सूबे में कई जगहों पर होने वाली बेअदबियों में इंसाफ न मिलने से विरोध बढ़ता ही गया।
कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे
कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला CISF जवान ने थप्पड़ मार दिया। कंगना हाल ही में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुनी गई हैं। इसके बाद वह दिल्ली जा रही थीं। इसी दौरान यह घटना घटी। थप्पड़ मारने का पता चलते ही CISF अधिकारियों ने महिला जवान को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए CISF के कमांडेंट ने पुलिस को बुलाया। जिस महिला जवान ने कंगना को थप्पड़ मारा, उसका नाम कुलविंदर कौर बताया जा रहा है। इस घटना के बाद किसान संगठनों में मांग की है कि कंगना का डोप टेस्ट होना चाहिए। वहीं, घटना पर हैरानी जताते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि सुरक्षा के जिम्मेदार लोग ही इसका उल्लंघन कर रहे हैं। झगड़ालू महिला हैं कंगना
जत्थेबंदी शहीद भगत सिंह के एक किसना नेता ने कहा है कि एयरपोर्ट पर कंगना वाला जो घटनाक्रम है, वहां एक लड़की पर दोष लगाया जा रहा है। जो हिस्ट्री है कंगना रनोट की, वह झगड़ालू हैं और जो बयानबाजी है, बहुत ही नेगेटिव है, समाज को तोड़ने वाली है। अब तथ्यों की जांच अच्छे अधिकारियों की निगरानी में होनी चाहिए। वहीं, शहीद भगत सिंह तेजवीर सिंह जत्थेबंदी की ओर से मांग की गई है कि मामले की पूरी जांच की जाए। कहा कि आज तक का कंगना का रिकॉर्ड रहा है, इन्होंने शेखर सुमन के बेटे पर आरोप लगाए तो उसने सुसाइड कर लिया। इन्होंने ऋतिक रोशन पर आरोप लगाए। ड्रग्स लेती हैं कंगना, इनका टेस्ट हो
आगे कहा कि जैसे इन्होंने बयानबाजी भी है, इसके बाद कंगना माफी के लायक नहीं हैं। हम चाहते हैं कि इनका डोपिंग टेस्ट होना चाहिए। जिस तरह की शब्दावली का यह उपयोग करती हैं, हमें पक्का यकीन है कि कंगना ड्रग्स लेती हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि कुलविंदर कौर को गिरफ्तार कर उसके बच्चों को गायब कर दिया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि कुलविंदर के परिवार को मामले की सही जानकारी दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध करेंगे। महिला आयोग ने मामले को गंभीर बताया
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी इस घटना को गंभीर बताया है। उन्होंने आरोपी सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आयोग ने इस मामले को लेकर CISF अफसरों से बात की है। सोशल मीडिया पर लिए पोस्ट में उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग खुद ही सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे हैं। SGPC प्रमुख ने कहा- कंगना माहौल को दूषित कर रहीं
पूरे मामले पर SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी का कहना है कि कंगना रनोट का लगातार पंजाब और पंजाबियों को निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना का यह कहना कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है, उनकी बीमार मानसिकता की अभिव्यक्ति है। जबकि, सच्चाई यह है कि उनकी अपनी जुबान से फैलाया जा रहा आतंकवाद देश के माहौल को प्रदूषित कर रहा है। धामी ने कहा कि इतिहास को भूल कर केवल लोकप्रिय होने के लिए देश में लोगों के आपसी सौहार्द को नजरअंदाज करना देश के लिए अच्छा नहीं है। कंगना जानबूझकर इस रास्ते पर चल रही हैं। भाजपा के प्रमुख नेताओं से अपील है कि वे कंगना को संयम और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाएं। हरसिमरत बोलीं- पंजाब देशभक्त
वहीं, बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार से किसानों की शिकायतों पर ध्यान देने और वादों को पूरा करने का आग्रह करती हूं। हमें किसी को भी पंजाबियों को आतंकवादी कहने और सांप्रदायिक बंटवारे को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। पंजाबी देशभक्त हैं, जो सीमाओं पर और अन्नदाता के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। हम बेहतर के पात्र हैं।’ कंगना रनोट को थप्पड़ मारने से जुड़े PHOTOS.. दिल्ली जाते समय हुआ वाकया
यह वाकया उस वक्त हुआ, जब कंगना गुरुवार दोपहर 3.30 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही थीं। इस घटना के बाद कंगना दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली पहुंचकर कंगना रनोट ने CISF की महानिदेशक नीना सिंह को शिकायत की है। इसमें कंगना ने कहा कि एयरपोर्ट के कर्टन एरिया में कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उनसे बहस की और थप्पड़ मारा। कंगना ने महिला जवान को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं, इस घटना से एयरपोर्ट पर 10 से 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के लिए CISF के 4 अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लगे CCTV कैमरों की भी जांच कर रही है। CISF सूत्रों के मुताबिक सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना ने मोबाइल ट्रे में रखने से इनकार कर दिया। वहीं, कंगना रनोट से बहस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कंगना सिक्योरिटी चेक-इन के पास हैं। तब एक आवाज सुनाई दे रही है कि मैडम इंतजार करो। वहीं, कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर कह रही है कि जिस वक्त किसानों को लेकर कंगना रनोट ने बयानबाजी की, मेरी मां वहां आंदोलन में बैठी हुई थी। कुलविंदर का भाई बोला- उसका पति भी CISF में
थप्पड़ मारने वाली किसान कुलविंदर कौर कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी की माहीवाल की रहने वाली है। उसके भाई शेर सिंह ने कहा कि अभी हमें पूरे मामले का पता नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया? कुलविंदर से बात करने के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं। वह करीब 2 साल से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात है। उन्होंने कहा कि मैं सरवण पंधेर और सतनाम पन्नू की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से जुड़ा हुआ हूं। कुलविंदर के पति भी CISF में हैं। उसके 2 छोटे बच्चे (बेटा-बेटी) हैं। वहीं, कुलविंदर कौर के थप्पड़ मारने का पता चलते ही किसान संगठन सम्मानित करने के लिए एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो गए। सिक्योरिटी चेक-इन के वक्त हुआ वाकया
शुरूआती जानकारी के मुताबिक, नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट फ्लाइट संख्या UK-707 से चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। सिक्योरिटी चेक-इन के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थीं, इसी दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट की CISF यूनिट की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मारा। इसके बाद कंगना रनोट के साथ यात्रा कर रहे मयंक मधुर नाम के व्यक्ति ने कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने की कोशिश की। कंगना बोली- मुझे हिट गया, गालियां दी
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा- ‘चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो हादसा हुआ, वह सिक्योरिटी चेक के साथ में हुआ। वहां मैं जैसे ही सिक्योरिटी चेक करके निकली, दूसरे केबिन में जो महिला थी, CISF की कर्मचारी थी। उसने साइड से आकर मेरे फेस पर हिट गया और गालियां देने लगी। जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि मैं फार्मर प्रोटेस्ट को सपोर्ट करती हूं। मैं सेफ हूं लेकिन मेरी चिंता यह है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे।’ DSP एयरपोर्ट बोले- गलत व्यवहार की सूचना मिली, CISF जांच कर रही
इस बारे में पंजाब पुलिस के DSP (एयरपोर्ट) कुलजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पास अभी थप्पड़ मारने की शिकायत नहीं आई है, लेकिन CISF की एक महिला जवान ने कंगना रनोट के साथ गलत व्यवहार किया है। इसकी सूचना आई है। इस मामले में अभी CISF जांच कर रही है। जो महिला कर्मचारी है, उससे पूछताछ कर रही है। यह मामला किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जब इस मामले में कोई शिकायत आएगी तो वह इस पर कार्रवाई करेंगे। थाना प्रभारी बोले- लिखित शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे
एयरपोर्ट थाना प्रभारी पैरी बिंकल ने बताया कि उनके पास लिखित में इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। मगर, उन्हें जानकारी मिली है। उस जानकारी के हिसाब से वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई लिखित शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के CM बोले- जांच के बाद कार्रवाई होगी
सीएम नायब सैनी ने कहा कि उसकी जांच चल रही है। जिस किसी ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के अंदर लगा हुआ व्यक्ति अगर इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह ठीक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, गलत हुआ है। किसानों के कुलविंदर कौर को समर्थन के सवाल पर सीएम सैनी ने कहा कि इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। हिमाचल के मंत्री बोले- दुर्भाग्यपूर्ण, कार्रवाई हो
कंगना रनोट को थप्पड़ मारने के मामले में हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य ने कहा- “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए, खासकर उस महिला के साथ जो अब संसद सदस्य है। CISF कॉन्स्टेबल की किसानों के प्रदर्शन को लेकर कुछ शिकायतें थी लेकिन इस तरह किसी के साथ मारपीट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए”। कंगना रनोट विक्रमादित्य सिंह को हराकर ही मंडी से सांसद बनी है। हिमाचल के पूर्व CM बोले- किसी को हाथ उठाने का हक नहीं
इस मामले में हिमाचल के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी को भी किसी के ऊपर हाथ उठाने का हक नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मंडी सीट पर चुनाव के दौरान जयराम ठाकुर ने कंगना रनोट की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। महिला किसान को 100-100 रुपए में धरनेवाली कहा था
कंगना ने पंजाब की बुजुर्ग महिला मोहिंदर कौर से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें लिखा था, “हाहाहा वह वही दादी है, जिसे टाइम मैगजीन के कवर पर सबसे पावरफुल इंडियन बताया गया था और वह 100 रुपए में उपलब्ध है। कंगना ने बिना नाम लिए मोहिंदर कौर को शाहीन बाग में CAA और NRC के विरोध में शामिल हुईं बिलकिस बानो बताया था। जिसके बाद बठिंडा की रहने वाली मोहिंदर कौर ने कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था।