आगरा में ताजमहल के अंदर एक महिला ने शिवलिंग रखकर गंगा जल से जलाभिषेक किया। पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ धूपबत्ती जलाकर पूजा-अर्चना की। बम-बम भोले जय शिव शंकर के उद्घोष लगाए। महिला के दावे के मुताबिक, वह अखिल भारत हिंदू महासभा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं। वह बुधवार सुबह करीब 10 बजे ताजमहल पहुंची। उसके हाथ में गंगा जल की बोतल और पूजा सामग्री थी। वह एक छोटा सा शिवलिंग भी साथ ले गईं। उसने शिवलिंग को रखा और महाकुंभ से लाए गंगाजल से जलाभिषेक करने लगी। महिला की पहचान मीरा राठौर के रूप में हुई है। देखिए 3 तस्वीरें… ताजमहल से निकलने के बाद जारी किया वीडियो महिला ने ताजमहल से निकलने के बाद पूजा-पाठ का यह वीडियो जारी किया। वीडियो में वह ताजमहल में बम-बम बोले के नारे लगाते दिख रही है। उसने कहा कि वह कुछ दिनों पहले संगम गईं थीं। वहां भी इसी छोटा से शिवलिंग को लेकर गईं थीं। संगम में शिवलिंग को स्नान कराया। साथ ही वहां से जल भरा। इसके बाद वह आगरा लौट आईं।
उसने कहा- ताजमहल के बारे में हर कोई जानता है। यह पहले क्या था, अब क्या है। कुछ लोगों ने यहां चादर आदि चढ़ाकर इसे अशुद्ध कर दिया था। महाशिवरात्रि पर हमने यहां शिवलिंग रखा। उस पर गंगाजल अर्पित कर अशुद्धियों को दूर किया है। हिंदू महासभा याचिका दायर कर चुका है
हिंदू महासभा ताजमहल के अंदर होने वाले उर्स पर रोक लगाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर चुका है। इसे लेकर सुनवाई चल रही है। इस मामले में एएसआई को भी पार्टी बनाया गया है। अब हिंदू महासभा इस मामले को हाईकोर्ट लेकर जा रही है। उनका कहना है कि उर्स बिना किसी अनुमति के आयोजित किया जाता है। ताजमहल में भगवा कपड़ा भी लहराया था इससे पहले एक बार मीरा राठौर ताजमहल में घुसकर भगवा कपड़ा लहरा चुकी हैं। वह 5 अगस्त, 2024 को सावन के सोमवार पर ताजमहल पहुंची थीं। तब उन्होंने मुख्य गुंबद के ऊपर जल चढ़ाया। भगवा कपड़ा भी लहराया। उस समय CISF के जवानों ने मीरा को दौड़ाकर पकड़ा था। इस घटना से एक सप्ताह पहले मीरा कासगंज के सोरो से कांवड़ लेकर पहुंची थीं। मगर, पुलिस ने उन्हें पश्चिमी गेट पर ही रोक दिया था। वह 2 घंटे तक गेट पर खड़ी थीं। इसके बाद प्रशासन ने जल को राजेश्वर मंदिर पर चढ़वा दिया था। हालांकि, मीरा ने कुछ गंगाजल बचा लिया था। उसी गंगा जल से पांच अगस्त को ताजमहल में गुंबद पर चढ़ाया था। 28 जनवरी 2025 को अखिल भारत हिंदू महासभा के महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर उर्स के विरोध में भगवा झंडा लेकर ताजमहल पहुंच गईं थीं। पश्चिमी गेट को जाने वाले रास्ते पर आरके फोटो बैरियर पर भगवा झंडा फहराकर शाहजहां के उर्स का विरोध किया था। तब पुलिस ने वहीं मीरा को पकड़ लिया था। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भगृह भी पहुंचीं थीं मीरा राठौर 26 अगस्त, 2024 को जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भ गृह में श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने जा रही थीं। तब पुलिस ने उन्हें फरह टोल पर रोक लिया था। फिर वह अपने साथियों विपिन राठौर और राहुल सिंह के साथ टोल पर ही धरने पर बैठ गईं थीं। हालांकि, बाद में पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद वह चली गईं थीं। …………… ये खबर भी पढ़ें- काशी में 10 हजार नागा गदा-तलवार लहराते निकले:बाबा विश्वनाथ का दूल्हे जैसा श्रृंगार, 2 लाख दर्शनार्थियों की 3km लंबी कतार हाथ में गदा-त्रिशूल। हाथी-घोड़े की सवारी। शरीर पर भस्म और फूलों की माला। हर-हर महादेव का उद्घोष। काशी में कुछ इस अंदाज में 7 शैव अखाड़ों के करीब 10 हजार से ज्यादा नागा साधु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। नागा साधुओं के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के रास्ते की बैरिकेडिंग की गई है। लाखों की संख्या में भक्त नागा संतों का आशीर्वाद लेने के लिए रात से ही सड़क किनारे खड़े हुए हैं। सबसे पहले जूना अखाड़े के नागा संन्यासी मंदिर पहुंचे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि भी उनके साथ रहे। पढ़ें पूरी खबर आगरा में ताजमहल के अंदर एक महिला ने शिवलिंग रखकर गंगा जल से जलाभिषेक किया। पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ धूपबत्ती जलाकर पूजा-अर्चना की। बम-बम भोले जय शिव शंकर के उद्घोष लगाए। महिला के दावे के मुताबिक, वह अखिल भारत हिंदू महासभा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं। वह बुधवार सुबह करीब 10 बजे ताजमहल पहुंची। उसके हाथ में गंगा जल की बोतल और पूजा सामग्री थी। वह एक छोटा सा शिवलिंग भी साथ ले गईं। उसने शिवलिंग को रखा और महाकुंभ से लाए गंगाजल से जलाभिषेक करने लगी। महिला की पहचान मीरा राठौर के रूप में हुई है। देखिए 3 तस्वीरें… ताजमहल से निकलने के बाद जारी किया वीडियो महिला ने ताजमहल से निकलने के बाद पूजा-पाठ का यह वीडियो जारी किया। वीडियो में वह ताजमहल में बम-बम बोले के नारे लगाते दिख रही है। उसने कहा कि वह कुछ दिनों पहले संगम गईं थीं। वहां भी इसी छोटा से शिवलिंग को लेकर गईं थीं। संगम में शिवलिंग को स्नान कराया। साथ ही वहां से जल भरा। इसके बाद वह आगरा लौट आईं।
उसने कहा- ताजमहल के बारे में हर कोई जानता है। यह पहले क्या था, अब क्या है। कुछ लोगों ने यहां चादर आदि चढ़ाकर इसे अशुद्ध कर दिया था। महाशिवरात्रि पर हमने यहां शिवलिंग रखा। उस पर गंगाजल अर्पित कर अशुद्धियों को दूर किया है। हिंदू महासभा याचिका दायर कर चुका है
हिंदू महासभा ताजमहल के अंदर होने वाले उर्स पर रोक लगाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर चुका है। इसे लेकर सुनवाई चल रही है। इस मामले में एएसआई को भी पार्टी बनाया गया है। अब हिंदू महासभा इस मामले को हाईकोर्ट लेकर जा रही है। उनका कहना है कि उर्स बिना किसी अनुमति के आयोजित किया जाता है। ताजमहल में भगवा कपड़ा भी लहराया था इससे पहले एक बार मीरा राठौर ताजमहल में घुसकर भगवा कपड़ा लहरा चुकी हैं। वह 5 अगस्त, 2024 को सावन के सोमवार पर ताजमहल पहुंची थीं। तब उन्होंने मुख्य गुंबद के ऊपर जल चढ़ाया। भगवा कपड़ा भी लहराया। उस समय CISF के जवानों ने मीरा को दौड़ाकर पकड़ा था। इस घटना से एक सप्ताह पहले मीरा कासगंज के सोरो से कांवड़ लेकर पहुंची थीं। मगर, पुलिस ने उन्हें पश्चिमी गेट पर ही रोक दिया था। वह 2 घंटे तक गेट पर खड़ी थीं। इसके बाद प्रशासन ने जल को राजेश्वर मंदिर पर चढ़वा दिया था। हालांकि, मीरा ने कुछ गंगाजल बचा लिया था। उसी गंगा जल से पांच अगस्त को ताजमहल में गुंबद पर चढ़ाया था। 28 जनवरी 2025 को अखिल भारत हिंदू महासभा के महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर उर्स के विरोध में भगवा झंडा लेकर ताजमहल पहुंच गईं थीं। पश्चिमी गेट को जाने वाले रास्ते पर आरके फोटो बैरियर पर भगवा झंडा फहराकर शाहजहां के उर्स का विरोध किया था। तब पुलिस ने वहीं मीरा को पकड़ लिया था। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भगृह भी पहुंचीं थीं मीरा राठौर 26 अगस्त, 2024 को जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि के गर्भ गृह में श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने जा रही थीं। तब पुलिस ने उन्हें फरह टोल पर रोक लिया था। फिर वह अपने साथियों विपिन राठौर और राहुल सिंह के साथ टोल पर ही धरने पर बैठ गईं थीं। हालांकि, बाद में पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद वह चली गईं थीं। …………… ये खबर भी पढ़ें- काशी में 10 हजार नागा गदा-तलवार लहराते निकले:बाबा विश्वनाथ का दूल्हे जैसा श्रृंगार, 2 लाख दर्शनार्थियों की 3km लंबी कतार हाथ में गदा-त्रिशूल। हाथी-घोड़े की सवारी। शरीर पर भस्म और फूलों की माला। हर-हर महादेव का उद्घोष। काशी में कुछ इस अंदाज में 7 शैव अखाड़ों के करीब 10 हजार से ज्यादा नागा साधु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। नागा साधुओं के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के रास्ते की बैरिकेडिंग की गई है। लाखों की संख्या में भक्त नागा संतों का आशीर्वाद लेने के लिए रात से ही सड़क किनारे खड़े हुए हैं। सबसे पहले जूना अखाड़े के नागा संन्यासी मंदिर पहुंचे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि भी उनके साथ रहे। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
ताजमहल में शिवलिंग रख गंगाजल चढ़ाया:माचिस लेकर पहुंची महिला, धूपबत्ती जलाई; बोलीं- महाकुंभ से जल लेकर आई हूं
