रोहतक पुलिस ने चरखी दादरी से फिजियोथेरेपिस्ट टीचर कर लाश बरामद की है। जो दिसंबर से लापता था। एएसपी शशी शेखर पुलिस के साथ गांव पैंतावास कलां के कालूवाला जोहड़ पहुंचे। जहां आरोपियों की निशानदेही पर गोरखधाम के समीप पंचायती जमीन पर करीब 3 घंटे से अधिक समय तक खुदाई करवाई गई है। आरोपियों द्वारा 7 फीट से अधिक गहरा गड्ढा खोदकर शव को खड़ा दफनाया गया था। जिसको बाहर निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अंधेरा होने के बाद मोबाइल टॉर्च की रोशनी में खुदाई कर शव को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला गया और रोहतक पुलिस अपने साथ ले गई। एएसपी शशी शेखर ने मामले को लेकर कुछ भी बोलेने से इनकार कर दिया और कहा कि रोहतक में खुलासा करेंगे। प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला पुलिस ने अभी तक मामले को लेकर खुलासा नहीं किया है। लेकिन सूत्रों के अनुसार मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है और जो आरोपी हैं, वे पैंतावास कलां के रहने वाले हैं। शिवाजी कॉलोनी पुलिस थाना एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि मामले में पैंतावास कलां निवासी धर्मपाल और हरदीप दो आरोपी पकड़े गए हैं और उन्हीं की निशानदेही पर शव बरामद किया गया है। मामले में जांच की जा रही है। शव बरामद कर लिया ड्यूटी मजिस्ट्रेट दीपक धांगड़ ने बताया कि उनको ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। मांडोठी निवासी जगदीप, जो 24 दिसंबर 2024 से लापता था। उसके शव को खुदाई कर पैंतावास कलां से बरामद किया गया है। बोरिंग करने के बहाने खुदवाया गया था गड्ढा जानकारी के अनुसार पंचायती जमीन पर जो गड्ढा खुदवाया गया था। वह बोरिंग करने के बहाने से खुदवाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि कालूवाला जोहड़ के गोरखधाम पर बीते कुछ माह से पुजारी नहीं रहता और उस ओर लोगों की आवाजाही भी कम है। मामले का मुख्य आरोपी अभी फरार है। वही यहां कुछ दिन से सेवक के तौर पर सुबह शाम जाता था। रोहतक में किराए पर रहता था जगदीप अस्थल बोहर कॉलोनी रोहतक के रहने वाले ईश्वर सिंह सुखलाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मेरे छोटे भाई महेन्द्र सिंह एवं पत्नी निर्मला का देहांत हो चुका है। मेरे छोटे भाई महेन्द्र सिंह का लड़का जगदीप जो बाबा मस्तनाथ संस्थान रोहतक ने एक फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर कार्य करता था। जगदीप जनता कालोनी में मकान मे रहता था। जगदीप लगभग एक महीने से जनता कालोनी से बिना बताए कहीं चला गया है। हमने अपनी तरफ से उसे खोजने की पूरी कोशिश कर ली है। लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। रोहतक पुलिस ने चरखी दादरी से फिजियोथेरेपिस्ट टीचर कर लाश बरामद की है। जो दिसंबर से लापता था। एएसपी शशी शेखर पुलिस के साथ गांव पैंतावास कलां के कालूवाला जोहड़ पहुंचे। जहां आरोपियों की निशानदेही पर गोरखधाम के समीप पंचायती जमीन पर करीब 3 घंटे से अधिक समय तक खुदाई करवाई गई है। आरोपियों द्वारा 7 फीट से अधिक गहरा गड्ढा खोदकर शव को खड़ा दफनाया गया था। जिसको बाहर निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अंधेरा होने के बाद मोबाइल टॉर्च की रोशनी में खुदाई कर शव को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला गया और रोहतक पुलिस अपने साथ ले गई। एएसपी शशी शेखर ने मामले को लेकर कुछ भी बोलेने से इनकार कर दिया और कहा कि रोहतक में खुलासा करेंगे। प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला पुलिस ने अभी तक मामले को लेकर खुलासा नहीं किया है। लेकिन सूत्रों के अनुसार मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है और जो आरोपी हैं, वे पैंतावास कलां के रहने वाले हैं। शिवाजी कॉलोनी पुलिस थाना एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि मामले में पैंतावास कलां निवासी धर्मपाल और हरदीप दो आरोपी पकड़े गए हैं और उन्हीं की निशानदेही पर शव बरामद किया गया है। मामले में जांच की जा रही है। शव बरामद कर लिया ड्यूटी मजिस्ट्रेट दीपक धांगड़ ने बताया कि उनको ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। मांडोठी निवासी जगदीप, जो 24 दिसंबर 2024 से लापता था। उसके शव को खुदाई कर पैंतावास कलां से बरामद किया गया है। बोरिंग करने के बहाने खुदवाया गया था गड्ढा जानकारी के अनुसार पंचायती जमीन पर जो गड्ढा खुदवाया गया था। वह बोरिंग करने के बहाने से खुदवाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि कालूवाला जोहड़ के गोरखधाम पर बीते कुछ माह से पुजारी नहीं रहता और उस ओर लोगों की आवाजाही भी कम है। मामले का मुख्य आरोपी अभी फरार है। वही यहां कुछ दिन से सेवक के तौर पर सुबह शाम जाता था। रोहतक में किराए पर रहता था जगदीप अस्थल बोहर कॉलोनी रोहतक के रहने वाले ईश्वर सिंह सुखलाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मेरे छोटे भाई महेन्द्र सिंह एवं पत्नी निर्मला का देहांत हो चुका है। मेरे छोटे भाई महेन्द्र सिंह का लड़का जगदीप जो बाबा मस्तनाथ संस्थान रोहतक ने एक फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर कार्य करता था। जगदीप जनता कालोनी में मकान मे रहता था। जगदीप लगभग एक महीने से जनता कालोनी से बिना बताए कहीं चला गया है। हमने अपनी तरफ से उसे खोजने की पूरी कोशिश कर ली है। लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। हरियाणा | दैनिक भास्कर
