दादरी में समय से पहले फसल खरीद की तैयारी शुरू:हैफेड ने पत्र भेज दिए निर्देश,बीते सालों सही नहीं रही व्यवस्था,बारिश में भीगा अनाज

दादरी में समय से पहले फसल खरीद की तैयारी शुरू:हैफेड ने पत्र भेज दिए निर्देश,बीते सालों सही नहीं रही व्यवस्था,बारिश में भीगा अनाज

चरखी दादरी में रबी सीजन की फसलों की खरीद के लिए अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है ताकि खरीद के दौरान किसी प्रकार की समस्या पेश ना आए और खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रह सके। हैफेड अधिकारियों ने इसके लिए चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव के नाम पत्र भेजकर दादरी व बाढड़ा अनाज मंडियों में आढ़तियों को इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व म सही में सही नहीं रही व्यवस्था बता दे कि मार्केट कमेटी सचिव को हैफेड के डिस्ट्रीक मैनेजर भिवानी ने भेजे पत्र में लिखा है कि रबी सीजन की खरीद मार्च-2025 के अंतिम सप्ताह में शुरू होने जा रही है। पिछले सीजनों में, इस कार्यालय को मंडियों में खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के संबंध में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके कारण बड़ी मात्रा में भेजे गए स्टॉक को भंडारण स्थानों पर खारिज कर दिया गया था और मंडियों में वापस कर दिया गया था। जिसके चलते किसानों को भुगतान और स्टॉक में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी आढ़तियों ने पिछले सीजनों के दौरान खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के लिए बिजली के झरना, तिरपाल और अनाज के बैग के नीचे लगाने लकड़ी की व्यवस्था नहीं की। उसी को देखते हुए आगामी दिनों में शुरू होने वाली खरीद के लिए समय पर आवश्यक बिजली के झरना, तिरपाल, लकड़ी आदि की व्यवस्था करने के लिए आढ़तियों को आवश्यक निर्देश दें। साथ ही, यह भी अनुरोध है कि खरीद शुरू होने से पहले मंडियों में सभी आढ़तियों के पास इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करें और उपरोक्त व्यवस्थाओं की उपलब्धता के बारे में इस कार्यालय को सूचित करें। यदि खरीद के समय आढ़तियों के पास पर्याप्त बिजली के झरना, तिरपाल, आदि नहीं हैं, तो खरीद में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सुचारू खरीद के लिए यह अनिवार्य रूप से इसका प्रबंध करने के निर्देश दिए गए है। बीते सालों में उठानी पड़ी है परेशानी फसल खरीद के दौरान बीते सालों में दादरी अनाज मंडी में हमेशा ही व्यवस्थाओं की कमी के चलते किसानों, आढ़तियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। पीने के पानी से लेकर दूसरी मुलभूत सुविधाओं का यहां टोटा रहता है। जिसके कारण कई बार किसानों ने खरीद के दौरान रोड़ जाम, प्रदर्शन किए हैं वहीं आढ़तियों को भी खरीद बंद कर मंडी गेट पर ताला जड़ना पड़ा था। उन्हीं को ध्यान में रखते हुए इस सीजन खरीद शुरू होने से पहले ही इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है और इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। कई बार खुले में रखा अनाज भीगा चरखी दादरी जिले में चाहे दादरी अनाज मंडी हो या बाढड़ा रबी व खरीफ सीजन के दौरान हर बार व्यवस्थाओं में खामियां देखने को मिलती रही है। तिरपाल आदि का प्रबंध नहीं होने के कारण कई बार खुले में रखी बाजरा, गेहूं, सरसों भीगी है और खराब भी हुई है। बीते सीजन इसी प्रकार का मामला सामने आने पर प्रशासन की ओर से नोटिस भी जारी किया गया था। इन्हीं व्यवस्था को सुधारने के लिए और अनाज को खराब होने से बचाने के लिए समय से पहले इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए है। दादरी में 2.75 एकड़ में खेती दादरी जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र है। रबी सीजन के दौरान जिले में मुख्य रूप से सरसों व गेहूं की खेती की जाती है। कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार इस सीजन जिले में 2 लाख 75 हजार एकड़ में खेती की गई है। जिसमें से 1 लाख 55 हजार एकड़ में सरसों, 1 लाख 10 हजार एकड़ में गेहूं और 10 हजार एकड़ में हरा चारा, सब्जी आदि अन्य फसलें लगाई गई हैं। जिले में एमएसपी पर होती है खरीद चरखी दादरी जिले में रबी सीजन के दौरान सरकारी खरीद के तहत गेहूं व सरसों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। जिले में मुख्य रूप से दादरी व बाढड़ा मंडी के अलावा झोझू , बौंद कलां आदि स्थानों पर खरीद केंद्र बनाकर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण करवाने वाले किसानों से खरीद की जाती है। चरखी दादरी में रबी सीजन की फसलों की खरीद के लिए अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है ताकि खरीद के दौरान किसी प्रकार की समस्या पेश ना आए और खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रह सके। हैफेड अधिकारियों ने इसके लिए चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव के नाम पत्र भेजकर दादरी व बाढड़ा अनाज मंडियों में आढ़तियों को इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व म सही में सही नहीं रही व्यवस्था बता दे कि मार्केट कमेटी सचिव को हैफेड के डिस्ट्रीक मैनेजर भिवानी ने भेजे पत्र में लिखा है कि रबी सीजन की खरीद मार्च-2025 के अंतिम सप्ताह में शुरू होने जा रही है। पिछले सीजनों में, इस कार्यालय को मंडियों में खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के संबंध में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके कारण बड़ी मात्रा में भेजे गए स्टॉक को भंडारण स्थानों पर खारिज कर दिया गया था और मंडियों में वापस कर दिया गया था। जिसके चलते किसानों को भुगतान और स्टॉक में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी आढ़तियों ने पिछले सीजनों के दौरान खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के लिए बिजली के झरना, तिरपाल और अनाज के बैग के नीचे लगाने लकड़ी की व्यवस्था नहीं की। उसी को देखते हुए आगामी दिनों में शुरू होने वाली खरीद के लिए समय पर आवश्यक बिजली के झरना, तिरपाल, लकड़ी आदि की व्यवस्था करने के लिए आढ़तियों को आवश्यक निर्देश दें। साथ ही, यह भी अनुरोध है कि खरीद शुरू होने से पहले मंडियों में सभी आढ़तियों के पास इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करें और उपरोक्त व्यवस्थाओं की उपलब्धता के बारे में इस कार्यालय को सूचित करें। यदि खरीद के समय आढ़तियों के पास पर्याप्त बिजली के झरना, तिरपाल, आदि नहीं हैं, तो खरीद में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सुचारू खरीद के लिए यह अनिवार्य रूप से इसका प्रबंध करने के निर्देश दिए गए है। बीते सालों में उठानी पड़ी है परेशानी फसल खरीद के दौरान बीते सालों में दादरी अनाज मंडी में हमेशा ही व्यवस्थाओं की कमी के चलते किसानों, आढ़तियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। पीने के पानी से लेकर दूसरी मुलभूत सुविधाओं का यहां टोटा रहता है। जिसके कारण कई बार किसानों ने खरीद के दौरान रोड़ जाम, प्रदर्शन किए हैं वहीं आढ़तियों को भी खरीद बंद कर मंडी गेट पर ताला जड़ना पड़ा था। उन्हीं को ध्यान में रखते हुए इस सीजन खरीद शुरू होने से पहले ही इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है और इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। कई बार खुले में रखा अनाज भीगा चरखी दादरी जिले में चाहे दादरी अनाज मंडी हो या बाढड़ा रबी व खरीफ सीजन के दौरान हर बार व्यवस्थाओं में खामियां देखने को मिलती रही है। तिरपाल आदि का प्रबंध नहीं होने के कारण कई बार खुले में रखी बाजरा, गेहूं, सरसों भीगी है और खराब भी हुई है। बीते सीजन इसी प्रकार का मामला सामने आने पर प्रशासन की ओर से नोटिस भी जारी किया गया था। इन्हीं व्यवस्था को सुधारने के लिए और अनाज को खराब होने से बचाने के लिए समय से पहले इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए है। दादरी में 2.75 एकड़ में खेती दादरी जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र है। रबी सीजन के दौरान जिले में मुख्य रूप से सरसों व गेहूं की खेती की जाती है। कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार इस सीजन जिले में 2 लाख 75 हजार एकड़ में खेती की गई है। जिसमें से 1 लाख 55 हजार एकड़ में सरसों, 1 लाख 10 हजार एकड़ में गेहूं और 10 हजार एकड़ में हरा चारा, सब्जी आदि अन्य फसलें लगाई गई हैं। जिले में एमएसपी पर होती है खरीद चरखी दादरी जिले में रबी सीजन के दौरान सरकारी खरीद के तहत गेहूं व सरसों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। जिले में मुख्य रूप से दादरी व बाढड़ा मंडी के अलावा झोझू , बौंद कलां आदि स्थानों पर खरीद केंद्र बनाकर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण करवाने वाले किसानों से खरीद की जाती है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर