सहारनपुर में 5 महीने की इशिका की हत्या उसी के दादा-दादी और बुआ ने की थी। दादा ब्लेड देकर बोला-‘ले काट दे इसकी गर्दन’ दादी ने बच्ची का मुंह दबाया। फिर धीरे-धीरे ब्लेड से गले पर वार करती रही। बच्ची की बुआ भी पास खड़ी होकर ये सब देखती रही। पुलिस ने बुधवार देर रात तीनों को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो बहू को फंसाना चाहते थे। उसे जेल में डलवाना चाहते थे। उसके साथ कई दिनों से लड़ाई चल रही थी। अब विस्तार से पढ़िए ब्लेड से गला रेतकर मारा
कुतुबपुर के कुसेनी गांव में 28 मई को इशिका की हत्या कर दी गई थी। हत्या में कोई बाहर का नहीं, बल्कि दादा, दादी और बुआ शामिल थे। इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। पुलिस को पता चला कि ब्लेड से गला कर हत्या की गई है। पुलिस को यकीन था कि इस हत्याकांड में परिवार का कोई है। पुलिस ने शक पर दादा धर्मेंद्र, दादी सरिता और बुआ वंशिका से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। बहू को फंसाने का था प्लान
SSP रोहित सिंह ने बताया-जब बच्ची की मौत का पता चला। तब पुलिस ने अलग-अलग सबसे बातचीत की। तभी मृतका की दादी सरिता आई और पुलिस के सामने अजीब सा बर्ताव करने लगी। आते ही बोली-मेरी बहू ने ही मेरी पोती की हत्या की है। इसे पकड़ लो। ये ही इस घर के लोगों को खाकर रहेगी। सबको मार दे, इससे पहले इसे पकड़कर ले जाओ। इसके बाद पुलिस ने दादा से बात की। दोनों की बातचीत पर पुलिस को शक हुआ। फिर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद पूरा यकीन हो गया। बच्ची को कैसे मारा?
पुलिस ने पूछा कि पोती को कैसे और क्यों मारा। दादी सरिता ने बताया कि वह कई दिनों से इसकी योजना बना रही थी। सुबह 4 बजे जब देखा कि सब सो गए है। तब उसने अपने पति धर्मेंद्र को उठाया और बेटी वंशिका को भी। उसके पति ने उसे ब्लेड दिया। ब्लेड लेकर चारपाई के पास आई। सबसे पहले पोती का मुंह दबाया। इसके बाद धीरे से ब्लेड से गला रेत दिया। तब तक मुंह दबाकर रखा जब तक मासूम इशिका की सांसें नहीं थम गई। जानिए पूरा घटनाक्रम
28 मई को 5 महीने की इशिका की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। ये हत्या तब हुई, जब बच्ची की मां शिवानी सो रही थी। सुबह 5 बजे जब शिवानी की आंख खुली देखी। तब उसके बिस्तर पर खून-खून था। ये देखकर वो चिल्ला उठी। तभी बराबर में सोई बुआ अंशिका ने भी शोर मचाने का नाटक किया। तब सभी परिवार के लोग आए और बच्ची की हालत देखकर उसे डॉक्टर के पास ले गए। लेकिन, उसकी मौत की पुष्टि डॉक्टर ने कर दी। मृतक बेटी का पिता राजन तीन माह से घर पर नहीं है। वो केरल में सैलून चलाते हैं। सहारनपुर में 5 महीने की इशिका की हत्या उसी के दादा-दादी और बुआ ने की थी। दादा ब्लेड देकर बोला-‘ले काट दे इसकी गर्दन’ दादी ने बच्ची का मुंह दबाया। फिर धीरे-धीरे ब्लेड से गले पर वार करती रही। बच्ची की बुआ भी पास खड़ी होकर ये सब देखती रही। पुलिस ने बुधवार देर रात तीनों को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो बहू को फंसाना चाहते थे। उसे जेल में डलवाना चाहते थे। उसके साथ कई दिनों से लड़ाई चल रही थी। अब विस्तार से पढ़िए ब्लेड से गला रेतकर मारा
कुतुबपुर के कुसेनी गांव में 28 मई को इशिका की हत्या कर दी गई थी। हत्या में कोई बाहर का नहीं, बल्कि दादा, दादी और बुआ शामिल थे। इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ। पुलिस को पता चला कि ब्लेड से गला कर हत्या की गई है। पुलिस को यकीन था कि इस हत्याकांड में परिवार का कोई है। पुलिस ने शक पर दादा धर्मेंद्र, दादी सरिता और बुआ वंशिका से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। बहू को फंसाने का था प्लान
SSP रोहित सिंह ने बताया-जब बच्ची की मौत का पता चला। तब पुलिस ने अलग-अलग सबसे बातचीत की। तभी मृतका की दादी सरिता आई और पुलिस के सामने अजीब सा बर्ताव करने लगी। आते ही बोली-मेरी बहू ने ही मेरी पोती की हत्या की है। इसे पकड़ लो। ये ही इस घर के लोगों को खाकर रहेगी। सबको मार दे, इससे पहले इसे पकड़कर ले जाओ। इसके बाद पुलिस ने दादा से बात की। दोनों की बातचीत पर पुलिस को शक हुआ। फिर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद पूरा यकीन हो गया। बच्ची को कैसे मारा?
पुलिस ने पूछा कि पोती को कैसे और क्यों मारा। दादी सरिता ने बताया कि वह कई दिनों से इसकी योजना बना रही थी। सुबह 4 बजे जब देखा कि सब सो गए है। तब उसने अपने पति धर्मेंद्र को उठाया और बेटी वंशिका को भी। उसके पति ने उसे ब्लेड दिया। ब्लेड लेकर चारपाई के पास आई। सबसे पहले पोती का मुंह दबाया। इसके बाद धीरे से ब्लेड से गला रेत दिया। तब तक मुंह दबाकर रखा जब तक मासूम इशिका की सांसें नहीं थम गई। जानिए पूरा घटनाक्रम
28 मई को 5 महीने की इशिका की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। ये हत्या तब हुई, जब बच्ची की मां शिवानी सो रही थी। सुबह 5 बजे जब शिवानी की आंख खुली देखी। तब उसके बिस्तर पर खून-खून था। ये देखकर वो चिल्ला उठी। तभी बराबर में सोई बुआ अंशिका ने भी शोर मचाने का नाटक किया। तब सभी परिवार के लोग आए और बच्ची की हालत देखकर उसे डॉक्टर के पास ले गए। लेकिन, उसकी मौत की पुष्टि डॉक्टर ने कर दी। मृतक बेटी का पिता राजन तीन माह से घर पर नहीं है। वो केरल में सैलून चलाते हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
दादी गला रेतती रही…दादा-बुआ खड़े देखते रहे:सहारनपुर में बहू को जेल भिजवाने चाहते थे; पुलिस के सामने रोने का नाटक करते रहे
