‘दारुल उलूम देवबंद के नहीं हैं सोशल मीडिया अकाउंट,’ मौलाना कारी इसहाक ने की ये गुजारिश

‘दारुल उलूम देवबंद के नहीं हैं सोशल मीडिया अकाउंट,’ मौलाना कारी इसहाक ने की ये गुजारिश

<p style=”text-align: justify;”><strong>Darul Uloom Deoband:</strong> उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर में स्थित मशहूर इस्लामी शिक्षण संस्था ‘दारुल उलूम देवबंद’ ने स्पष्ट किया है कि, सोशल मीडिया पर उनका कोई आधिकारिक अकाउंट नहीं हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनके नाम से मौजूद सभी अकाउंट फर्जी हैं. दारूल उलूम देवबंद ने इस संबंध में एक नोट जारी किया है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि उनका सोशल मीडिया पर कोई भी आधिकारिक अकाउंट नहीं है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने बताया कि जितने भी अकाउंट या पेज सोशल मीडिया पर दारूल उलूम देवबंद के नाम से बनाए गए हैं, वे सभी फ़र्ज़ी हैं. संस्थान की केवल एक आधिकारिक वेबसाइट है, जिसका पता है: www.darululoom-deoband.com. इस नोट के माध्यम से दारूल उलूम देवबंद ने लोगों से आग्रह किया है कि वे इन फ़र्ज़ी अकाउंट्स से बचें और किसी भी जानकारी के लिए केवल उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करें.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुसलमानों को तालीम देने की संस्था है दारूल उलूम</strong><br />मौलाना क़ारी इसहाक गोरा ने भी सभी से अपील है कि मदरसे से वक़ार का ऐहतराम करना सभी मुसलमानों पर फ़र्ज़ है, जितने लोगों ने ये फ़र्ज़ी अकाउंट बना रखे हैं उसको फ़ोरन डिलीट करें. आपको बता दें कि दारुल उलूम देवबंद मुसलमानों को तालीम देने के लिए एक इदारा है. यहां कई तरह के इस्लामी कोर्ट पढ़ाए जाते हैं. सोशल मीडिया यूजर पैसे और नाम कमाने के लिए दारुल उलूम के नाम से सोशल मीडिया पर चैनल और पेज चलाते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>कई बार ये पेज दारुल उलूम की वेबसाइट से जानकारी लेकर अपने पेज पर डालते हैं तो कई बार एजेंडा सेट करने के लिए दारुल उलूम के हवाले से जानकारी साझा करते हैं. अब इन फर्जी पेज पर दारुल उलूम के मोहतमिम सख्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह का भ्रम फैलाना कानूनी अपराध भी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-char-dham-yatra-kedarnath-dham-gate-will-be-close-on-winter-season-ann-2815590″><strong>Kedarnath Dham: शीतकाल के लिए बंद हुए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट, 15 हजार से अधिक श्रद्धालु बनें साक्षी</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Darul Uloom Deoband:</strong> उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर में स्थित मशहूर इस्लामी शिक्षण संस्था ‘दारुल उलूम देवबंद’ ने स्पष्ट किया है कि, सोशल मीडिया पर उनका कोई आधिकारिक अकाउंट नहीं हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनके नाम से मौजूद सभी अकाउंट फर्जी हैं. दारूल उलूम देवबंद ने इस संबंध में एक नोट जारी किया है जिसमें स्पष्ट किया गया है कि उनका सोशल मीडिया पर कोई भी आधिकारिक अकाउंट नहीं है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने बताया कि जितने भी अकाउंट या पेज सोशल मीडिया पर दारूल उलूम देवबंद के नाम से बनाए गए हैं, वे सभी फ़र्ज़ी हैं. संस्थान की केवल एक आधिकारिक वेबसाइट है, जिसका पता है: www.darululoom-deoband.com. इस नोट के माध्यम से दारूल उलूम देवबंद ने लोगों से आग्रह किया है कि वे इन फ़र्ज़ी अकाउंट्स से बचें और किसी भी जानकारी के लिए केवल उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करें.&nbsp;</p>
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<p style=”text-align: justify;”>कई बार ये पेज दारुल उलूम की वेबसाइट से जानकारी लेकर अपने पेज पर डालते हैं तो कई बार एजेंडा सेट करने के लिए दारुल उलूम के हवाले से जानकारी साझा करते हैं. अब इन फर्जी पेज पर दारुल उलूम के मोहतमिम सख्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह का भ्रम फैलाना कानूनी अपराध भी है.</p>
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