दिल्ली-अंबाला रेल रूट फोर लेन होगा:32 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, 15 गांवों से ली जाएगी जमीन, 4 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट

दिल्ली-अंबाला रेल रूट फोर लेन होगा:32 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, 15 गांवों से ली जाएगी जमीन, 4 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट

हरियाणा को केंद्रीय रेल मंत्रालय से एक और बड़ी राहत मिली है। दिल्ली-अंबाला रेल कॉरिडोर पर बढ़ते लोड को देखते हुए रेल मंत्रालय ने मौजूदा दो ट्रैक वाली प्रणाली को चार लाइन वाले कॉरिडोर में अपग्रेड करने की योजना बनानी शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों ने इस परियोजना के विवरण पर चर्चा करने के लिए पानीपत और सोनीपत में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ उपायुक्तों की अध्यक्षता में बैठक की। इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक पर दो लाइन फिलहाल दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक पर दो लाइन हैं, लेकिन इस रेल कॉरिडोर पर ट्रेनों का लोड लगातार बढ़ रहा है। इसलिए रेल मंत्रालय ने दिल्ली से अंबाला तक 193.6 किलोमीटर के कॉरिडोर का विस्तार करने का फैसला किया है। इस परियोजना में मार्ग के साथ 32 रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य शामिल किया जाएगा, जिसकी कुल अनुमानित लागत 7,074 करोड़ रुपए है, इस प्रोजेक्ट को अगले चार वर्षों के भीतर पूरा होने का लक्ष्य तय किया गया है। आरयूबी-आरओबी भी बदले जाएंगे मौजूदा रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) को रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) से बदलने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। बारिश के मौसम में आरयूबी पानी से भर जाते हैं, जिसके कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पानीपत में डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया के नेतृत्व में रेलवे अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। जिला प्रशासन ने परियोजना के सफल करने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। 11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा इस परियोजना के विस्तार के लिए 15 गांवों से 11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना आवश्यक होगा। जिसमें समालखा डिवीजन के आठ गांव और पानीपत के सात गांव शामिल हैं। इसके लिए भूमि मालिकों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें 80 हेक्टेयर भूमि निजी है, जबकि 5 हेक्टेयर भूमि सरकारी है। हरियाणा को केंद्रीय रेल मंत्रालय से एक और बड़ी राहत मिली है। दिल्ली-अंबाला रेल कॉरिडोर पर बढ़ते लोड को देखते हुए रेल मंत्रालय ने मौजूदा दो ट्रैक वाली प्रणाली को चार लाइन वाले कॉरिडोर में अपग्रेड करने की योजना बनानी शुरू कर दी है। रेलवे अधिकारियों ने इस परियोजना के विवरण पर चर्चा करने के लिए पानीपत और सोनीपत में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ उपायुक्तों की अध्यक्षता में बैठक की। इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक पर दो लाइन फिलहाल दिल्ली से अंबाला रेलवे ट्रैक पर दो लाइन हैं, लेकिन इस रेल कॉरिडोर पर ट्रेनों का लोड लगातार बढ़ रहा है। इसलिए रेल मंत्रालय ने दिल्ली से अंबाला तक 193.6 किलोमीटर के कॉरिडोर का विस्तार करने का फैसला किया है। इस परियोजना में मार्ग के साथ 32 रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य शामिल किया जाएगा, जिसकी कुल अनुमानित लागत 7,074 करोड़ रुपए है, इस प्रोजेक्ट को अगले चार वर्षों के भीतर पूरा होने का लक्ष्य तय किया गया है। आरयूबी-आरओबी भी बदले जाएंगे मौजूदा रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) को रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) से बदलने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। बारिश के मौसम में आरयूबी पानी से भर जाते हैं, जिसके कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पानीपत में डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया के नेतृत्व में रेलवे अधिकारियों की बैठक हो चुकी है। जिला प्रशासन ने परियोजना के सफल करने के लिए हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। 11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा इस परियोजना के विस्तार के लिए 15 गांवों से 11 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना आवश्यक होगा। जिसमें समालखा डिवीजन के आठ गांव और पानीपत के सात गांव शामिल हैं। इसके लिए भूमि मालिकों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें 80 हेक्टेयर भूमि निजी है, जबकि 5 हेक्टेयर भूमि सरकारी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर