बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 24 साल पुराना वादा निभाने के लिए हरियाणा के रेवाड़ी में पहुंचे। ये वादा नीतीश कुमार ने अपने पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) परमवीर सिंह से किया था। मौका परमवीर सिंह के बेटे के लग्न समारोह का था। इसमें शामिल होने के लिए नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत कुमार के साथ पहुंचे। नीतीश को देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ी। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार शनिवार की देर रात रेवाड़ी शहर से करीब 6KM की दूरी पर स्थित गांव भूरथल में पहुंचे थे। बेहद व्यस्त शेड्यूल के बीच समय निकालकर सीएम नीतीश कुमार अपने PSO के घर पहुंचे। रेवाड़ी में मिले सम्मान से सीएम नीतीश और उनके बेटे निशांत काफी खुश दिखाई दिए और हरियाणा के लोगों का आभार जताया। बता दें कि गांव भूरथल निवासी परमवीर यादव के बेटे इंजीनियर पीयूष यादव का लग्न समारोह चल रहा था। अचानक सायरन बजती हुई दर्जनों गाड़ियों का काफ़िला और भारी सिक्योरिटी देख गांव के लोग भौचक्के रह गए। सफारी गाड़ी में पहुंचे नीतीश कुमार और उनके बेटे निशांत कुमार को रिसीव करने के लिए खुद परमवीर यादव और उनके परिवार के लोग पहुंचे। करीब पौने घंटे तक नीतीश कुमार गांव में रहे और इस दौरान परिवार के हर सदस्य से मुलाकात की। 24 साल पहले पर्सनल सिक्योरिटी में तैनात हुए परिवार के मुताबिक, 24 साल पहले परमवीर यादव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी सरकार के समय रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार की पर्सनल सिक्योरिटी में तैनात किए गए थे। तब से लेकर अब तक परमवीर यादव सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में तैनात हैं। परमवीर यादव ने उस समय ही नीतीश कुमार से एक दिन उनके घर आने का अनुरोध किया था। जिस पर नीतीश कुमार ने जरूर आने की बात कही थी। अब मौका परमवीर सिंह के बेटे की शादी का था। सीएम नीतीश का स्नेह हमेशा से ही परमवीर यादव के साथ रहा है। इसी के चलते जब परमवीर यादव ने सीएम नीतीश को बेटे की शादी का निमंत्रण दिया तो सीएम ने उन्हें खुद गांव पहुंचकर आशीर्वाद देने की बात कही थी और हुआ भी ऐसा ही। नीतीश कुमार गांव भूरथल पहुंचे और परमीर यादव के बेटे गुरुग्राम में कार्यरत इंजीनियर पीयूष यादव को आशीर्वाद दिया। इस दौरान सीएम नीतीश के बेटे निशांत यादव भी पहुंचे और आदर सत्कार पाकर बेहद खुद दिखे और परमवीर यादव के अलावा हरियाणा वासियों का आभार जताया। लालू की बेटी की शादी भी रेवाड़ी में हुई बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी अनुष्का की शादी भी रेवाड़ी में ही हुई हैं। उनका विवाह करीब 13 साल पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे पूर्व विधायक चिरंजीव राव के साथ हुई थी। अपनी बहन अनुष्का से मिलने के लिए तेज प्रताप और तेजस्वी यादव रेवाड़ी आते रहते हैं। इसके अलावा पूर्व सीएम लालू यादव भी कई बार रेवाड़ी आ चुके हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 24 साल पुराना वादा निभाने के लिए हरियाणा के रेवाड़ी में पहुंचे। ये वादा नीतीश कुमार ने अपने पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) परमवीर सिंह से किया था। मौका परमवीर सिंह के बेटे के लग्न समारोह का था। इसमें शामिल होने के लिए नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत कुमार के साथ पहुंचे। नीतीश को देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ी। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार शनिवार की देर रात रेवाड़ी शहर से करीब 6KM की दूरी पर स्थित गांव भूरथल में पहुंचे थे। बेहद व्यस्त शेड्यूल के बीच समय निकालकर सीएम नीतीश कुमार अपने PSO के घर पहुंचे। रेवाड़ी में मिले सम्मान से सीएम नीतीश और उनके बेटे निशांत काफी खुश दिखाई दिए और हरियाणा के लोगों का आभार जताया। बता दें कि गांव भूरथल निवासी परमवीर यादव के बेटे इंजीनियर पीयूष यादव का लग्न समारोह चल रहा था। अचानक सायरन बजती हुई दर्जनों गाड़ियों का काफ़िला और भारी सिक्योरिटी देख गांव के लोग भौचक्के रह गए। सफारी गाड़ी में पहुंचे नीतीश कुमार और उनके बेटे निशांत कुमार को रिसीव करने के लिए खुद परमवीर यादव और उनके परिवार के लोग पहुंचे। करीब पौने घंटे तक नीतीश कुमार गांव में रहे और इस दौरान परिवार के हर सदस्य से मुलाकात की। 24 साल पहले पर्सनल सिक्योरिटी में तैनात हुए परिवार के मुताबिक, 24 साल पहले परमवीर यादव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी सरकार के समय रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार की पर्सनल सिक्योरिटी में तैनात किए गए थे। तब से लेकर अब तक परमवीर यादव सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा में तैनात हैं। परमवीर यादव ने उस समय ही नीतीश कुमार से एक दिन उनके घर आने का अनुरोध किया था। जिस पर नीतीश कुमार ने जरूर आने की बात कही थी। अब मौका परमवीर सिंह के बेटे की शादी का था। सीएम नीतीश का स्नेह हमेशा से ही परमवीर यादव के साथ रहा है। इसी के चलते जब परमवीर यादव ने सीएम नीतीश को बेटे की शादी का निमंत्रण दिया तो सीएम ने उन्हें खुद गांव पहुंचकर आशीर्वाद देने की बात कही थी और हुआ भी ऐसा ही। नीतीश कुमार गांव भूरथल पहुंचे और परमीर यादव के बेटे गुरुग्राम में कार्यरत इंजीनियर पीयूष यादव को आशीर्वाद दिया। इस दौरान सीएम नीतीश के बेटे निशांत यादव भी पहुंचे और आदर सत्कार पाकर बेहद खुद दिखे और परमवीर यादव के अलावा हरियाणा वासियों का आभार जताया। लालू की बेटी की शादी भी रेवाड़ी में हुई बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी अनुष्का की शादी भी रेवाड़ी में ही हुई हैं। उनका विवाह करीब 13 साल पहले पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे पूर्व विधायक चिरंजीव राव के साथ हुई थी। अपनी बहन अनुष्का से मिलने के लिए तेज प्रताप और तेजस्वी यादव रेवाड़ी आते रहते हैं। इसके अलावा पूर्व सीएम लालू यादव भी कई बार रेवाड़ी आ चुके हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री की मां का निधन:62 वर्ष की थीं, अचानक खराब हुई तबीयत; अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री और पिहोवा विधायक संदीप सिंह की मां दलजीत कौर का निधन हो गया है। दलजीत कौर की बुधवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दलजीत कौर 62 साल की थीं। वह आज दिल्ली स्थित अपने आवास पर थीं। सुबह करीब साढ़े आठ बजे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उन्हें पास के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शाम पांच बजे शाहाबाद मारकंडा के बराड़ा रोड स्थित गुरुद्वारा मंजी साहिब के पास स्थित स्वर्ग धाम में होगा।
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हरियाणा में शिवरात्रि पर कांवड़ियों के 2 गुट भिड़े:DJ बजाने को लेकर विवाद, जल चढ़ाते ही पत्थरबाजी, लाठी-डंडे चले, 6 लोग घायल; 2 गाड़ियां टूटीं हरियाणा के गुरुग्राम में शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन डाक कांवड़ियों के 2 गुट आपस में भिड़ गए। लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी हुई, जिसमें करीब 6 लोग घायल हो गए। जिनमें 3 की हालत गंभीर है। विवाद डीजे को लेकर हुआ था। पहले तो मामला शांत हो गया। बाद में जल चढ़ाने के बाद दोनों गुट आमने-सामने हो गए। झगड़े में 2 गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई। घटना की सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पूरे इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई। घायलों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। विवाद का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है। डीजे के कंपीटिशन पर शुरू हुआ विवाद सेक्टर 12 में प्रेम नगर के रहने वाले दीपक कुमार ने बताया कि विवाद 27 जुलाई से शुरू हुआ। एक उनकी डाक कांवड़ थी, जबकि इसके इलाके में राज सिनेमा के सामने से दूसरी डाक कांवड़ निकली थी। रात 11 बजे उनकी कांवड़ आगे थी। दूसरे गुट ने बाहर से डीजे बुला रखा था। उन्होंने कहा कि हमारे साथ कंपीटिशन करो। उन्होंने मना किया तो वहां कहासुनी हो गई। दूसरे पक्ष ने कहा कि आप जल लेकर आइए फिर यहां लड़ाई करेंगे। घर जाकर युवक के साथ मारपीट की दीपक ने आरोप लगाया कि शिवरात्रि की सुबह वह जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे। सामने से दूसरा गुट भी आ गया। उनके हाथ में डंडे और तलवार थीं। उन्होंने कहा कि हम जल चढ़ाकर आ रहे हैं, आप अपने मोहल्ले में जल चढ़ाकर आ जाओ। इसके बाद दूसरे गुट ने उनके साथी से घर जाकर मारपीट की। रास्ते में जो भी मिला उसके साथ मारपीट की। मामा का लड़का रोहताश स्कॉर्पियो लेकर जा रहा था, उसके साथ मारपीट करते हुए गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। हमारे परिवार के 6 लोग घायल हुए हैं। वे करीब 250 लोग थे। उन्होंने महिलाओं से भी मारपीट की। ACP बोले- जल चढ़ाने के बाद हुआ विवाद ACP सुरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पार्टियां जल चढ़ा चुकी थीं। बाद में एक पार्टी ने अटैक कर दिया। अभी किस बात को लेकर अटैक किया, इसके लिए बयान दर्ज किए जाएंगे। जिन पर हमला करने का आरोप हैं, वह सामने ही रहते हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। एक स्कॉर्पियो और टाटा 407 में तोड़फोड़ की गई। बयान दर्ज करने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। ये खबर भी पढ़ें :- झज्जर में कांवड़ियों की गाड़ी डिवाइडर से टकराकर पलटी, एक की मौत, 4 घायल हरियाणा में झज्जर के भापडोदा गांव के पास डाक कांवड़ की पिकअप गाड़ी अचानक डिवाइडर से टकरा गई। इस सड़क हादसे में 4-5 कांवड़िए घायल हो गए। उनको इलाज के लिए झज्जर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर एक कांवड़िए की मौत हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम की मौके पर पहुंची और मृतक के शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल में भिजवाया गया। पूरी खबर पढ़ें…
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अंबाला में विज बोले- घायल शेर होता है खूंखार:कांग्रेस के अंदर आपातकाल लगाने वाले कीटाणु अभी मरे नहीं हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज के चाणक्य हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में उनका मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक प्रजातांत्रिक पार्टी है और नियमित तौर पर हम बैठक करते हैं और इन बैठकों में हम सब की राय से निर्णय लिए जाते हैं। आने वाली 29 जून की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी आ रहे हैं जिसके तहत आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को बहुत ही लाभ मिलेगा और हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का रास्ता प्रशस्त होगा। विज आज मीडिया कर्मियों द्वारा आने वाली 29 जून को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन और होने वाली बैठक के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। श्री विज ने कहा कि हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान आ रहे है और उनका चुनाव कराने का लंबा अनुभव है जिसका भी हमें लाभ मिलेगा और उनका भी मार्गदर्शन मिलेगा। धर्मेंद्र प्रधान ने रोहतक में 20-20 मैच और 100 दिन के समय को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि कार्यकर्ताओं को मोटिवेट करने के लिए तरीके होते हैं और उन्होंने बताया कि इस प्रकार से हमने आगे चलना है और आगे जाने के लिए और भी कई बातें उनके द्वारा बताई जाएगी और उनके मार्गदर्शन में ही आगे की सारी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विज बोले- घायल शेर होता है खूंखार विज ने कहा कि ‘‘लोकसभा चुनाव में भाजपा की पांच सीटें आई है और घायल शेर बहुत खूंखार होता है, हमारा एक-एक कार्यकर्ता इस हार का बदला लेने के लिए पूरी ताकत लगाकर तैयार खड़ा है, केवल चुनाव आयोग द्वारा तिथियां घोषित करने का इंतजार किया जा रहा है, हम पूरी तरह से तैयार है क्योंकि हमारा संगठन है और हमारा पूरे देश में संगठन है और हम पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे’’। उन्होंने कहा कि ‘‘मैं अनिल विज दावे के साथ कह सकता हूं कि हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी’’। किरण चौधरी और श्रुति भाजपा में अपने आप आए किरण चौधरी और श्रुति चौधरी का भाजपा में आने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि ‘‘इन बातों का अध्ययन करना पड़ता है कि यह लेकर आए हैं या ये अपने आप आए हैं, क्योंकि दोनों बातों में अंतर है कि हमारे पास कोई कमी है या आए है। क्योंकि दूसरी पार्टियों के जो लोग हैं उनको लंबे समय तक काम करते-करते यह समझ आ जाता है यह निकम्मी पार्टियां है और वे लोग जिस मकसद के साथ देश की राजनीति में आए हैं वह इनके पास रहकर पूरा नहीं किया जा सकता और वह दूसरी किसी पार्टी में आकर पूरा हो सकते हैं। उन्होंने उपरोक्त के संबंध में उदाहरण देते हुए कहा कि ‘‘स्कूल में भी इसी प्रकार से किया जाता है और बच्चा जिस स्कूल में पढ़ रहा है और उसे लगता है कि स्कूल में भविष्य नहीं बन सकता, इसमें अच्छे नंबर नहीं आ सकते, इसमें अच्छा टीचिंग स्टाफ नहीं है तो वह स्कूल बदल लेता है इस प्रकार से इन बातों को अलग-अलग करना पड़ेगा, यही कि लेकर आए या ये अपने आप आए। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के लिए अब और ज्यादा दिक्कत होगी किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के भाजपा में आने से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लाभ होगा और एसआरके ग्रुप टूट गया, के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के लिए अब और ज्यादा दिक्कत हो गई, क्योंकि पहले तो उनके (किरण चौधरी) पास पार्टी डिसिप्लिन की भी पाबंदियां होगी और बहुत कुछ जानती होगी परंतु वह बोल नहीं सकती होंगी। लेकिन अब खुला मैदान है वह हुड्डा के बारे में खुलकर बोल सकती हैं और मैं जानता हूं कि वह अच्छी प्रखर वक्ता है और वह हुड्डा की धज्जियां उड़ा देंगी’’। हुड्डा के हाथ में हरियाणा सेफ नहीं लोकसभा चुनाव में पांच सीटें कांग्रेस को मिलने के उपरांत भूपेंद्र सिंह हुड्डा काफी उत्साहित हैं और आने वाले विधानसभा में 60 से 65 सीटें लेने का दावा करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में विज ने कहा कि ‘‘यह इन्होंने इससे पिछली बार भी कहा था, एक बार हरियाणा में सत्ता इनके हाथ में देकर हरियाणा की जनता समझ चुकी है कि हरियाणा को हमने लुटवाना नहीं है, हरियाणा को बचाना है और इनके (भूपेन्द्र सिंह हुडडा) हाथ में हरियाणा किसी भी हालत में सेफ/सुरक्षित नहीं है। हरियाणा को बचाना है और हरियाणा की जनता जानती है, एक-एक गांव जानता है, एक-एक बिरादरी जानती है, हर व्यक्ति जानता है कि जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे तब इन्होंने पावर में आकर किस प्रकार से हरियाणा का शोषण किया। हरियाणा की जनता इनके हाथ में दोबारा कैसे पावर दे देगी क्योंकि इन्होंने 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सत्ता का धर्म नहीं निभा सके और जब यह विपक्ष में थे यह विपक्ष का धर्म भी नहीं निभा सके और ये प्रजातांत्रिक तौर पर बिल्कुल ही रिजेक्टेड माल है’’।
मैं किसी व्यक्ति के साथ नहीं हूं विज से बैंक कर्मचारी होने और गृहमंत्री होने की तुलनात्मक के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ‘‘मैं विद्यार्थी परिषद के समय से ही 1969 और 1970 के दशक के दौरान इस संगठन के साथ जुड़ गया था और इसकी भिन्न-भिन्न शाखों में मैं काम करता रहा। सन 1972 में मैंने स्नातक की और 1974 में मेरी बैंक में नौकरी लग गई है। मैं बैंक में लगने के बाद भी काम करता रहा हमने आपातकाल भी देखा। उस समय जो दायित्व दिए जाते थे, मैं उनको निभाता था और छुट्टियां लेकर के भी मैं चुनाव लड़वाया करता था लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं लड़ना चाहता हूं। मैं आज भी एकांत में बैठकर सोचता हूं कि ‘निकले थे कहां जाने के लिए, पहुंचे हैं कहां, मालूम नहीं खुद अपने कदमों को भटकते हुए मंजिल का निशान मालूम है’। तो मैंने कभी सोचा नहीं था मैंने आज भी नहीं सोचा क्योंकि मैं पार्टी का वर्कर हूं मैं किसी व्यक्ति के साथ नहीं हूं मैं विचारधारा के साथ हूं’’। कांग्रेस ने संविधान को रौंदा संविधान और आपातकालीन को लेकर मांगी गई टिप्पणी के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘मैं भी सुबह देखा कि विपक्ष के सांसद के लाल से रंग की एक संविधान की कॉपी लोकसभा के भवन में लेकर खड़े थे। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस के लोग हैं उनकी हिम्मत नहीं होनी चाहिए संविधान को हाथ लगाने की क्योंकि इन्होंने जितना संविधान को रौंदा है, इन्होंने संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं उतना किसी और पार्टी ने नहीं उड़ाई है। इन्होंने लोगों को रातों-रात जेलों में डाल दिया, सारे अधिकार बंद कर दिए, सारा मीडिया बंद कर दिया, जैसे आज अखबार छप रही हैं ऐसे अखबार नहीं छप सकती थी। हमने आपातकाल के दौरान देखा है आधी-आधी अखबार खाली होती थी, व्हाइट पेज आता था’’। आपातकाल लगाने वाले कीटाणु कांग्रेस के अंदर उन्होंने कहा कि ‘‘मैं एक बात और बताना चाहता हूं कि आपातकाल लगाने वाले कीटाणु कांग्रेस के अंदर से अभी मरे नहीं है केवल मौके की तलाश में है, लोगों को इस बारे में सचेत रहना चाहिए और जागरूक रहना चाहिए। अगर दोबारा इनके हाथ में वैसी ताकत आ गई तो कीटाणु जिंदा है। इन्होंने कई बार धारा 356 लगाकर संवैधानिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को तोड़ा है, रौंदा है, इनके मन में संविधान के प्रति कोई आदर और सम्मान नहीं है और ना ही इनकी पार्टी प्रजातांत्रिक तरीके से चल रही है’’। कुछ प्राप्त करने के लिए राजनीति में नहीं आया विज के मंत्री बनने से इनकार करने के बाद गोल गप्पे खाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने ने हंसते हुए कहा कि ‘‘मैं कुछ प्राप्त करने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं, अगर कुछ प्राप्त करने के लिए कोई आया हुआ हो तो कोई उसकी तो जान निकल जाए। मैं तो एक विचारधारा के लिए काम करने के लिए आया हूं, मैं उस विचारधारा के लिए काम कर रहा हूं। मैं विधायक रहा- मैं नहीं रहा, मैं सत्ता में रहा-नहीं रहा, मैं विपक्ष में रहा, परंतु मैंने अपना काम किया है। मैं भारतीय जनता पार्टी का अनन्य भक्त हूं और हम काम करेंगें और मैंने अपनी विधानसभा में डटकर काम किया। हालांकि बीते लोकसभा चुनावों में हमारे अंबाला जिला में चार विधानसभा हैं लेकिन हम तीन विधानसभा में हार गए और उन विधानसभाओं में मंत्री भी रहें लेकिन उस हार की धारा को हमने अंबाला छावनी में आने से रोका और हम अंबाला छावनी में जीते। कोई किताब लिखने के बारे में नहीं सोच रहा अनिल विज के जीवन पर किताब लिखने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘‘मैं कोई किताब लिखने के बारे में नहीं सोच रहा हूं, कुछ लोगों ने मुझे भेंट की और उन्होंने मेरे बारे में किताबें लिखी हैं, अलग-अलग लोगों के विचार हैं और वह लोग लिखते रहते हैं।