पंजाब के तीन युवक स्पेन जाने की कोशिश में पकड़े गए। ये घटना 29 मई की है, जब ये लोग दिल्ली एयरपोर्ट पर मैड्रिड की फ्लाइट पकड़ने पहुंचे। लेकिन एयरलाइन स्टाफ को शक हुआ और जांच में इनके पास फर्जी शेंगन वीजा निकला। तीनों युवक अमृतसर के अजनाला इलाके के रहने वाले हैं और पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप धालीवाल के हलके से हैं। इनमें हरजीत सिंह (44), भगवंत सिंह (25) और गुरचरण सिंह (28) शामिल हैं। इनसे कहा गया था कि उन्हें स्पेन भेजा जाएगा। इसके बदले उन्हें नकली वीजा और हवाई टिकट दिए गए थे। दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि इस काम में एजेंट कमलदीप शामिल था। जबकि इस पूरे जालसाजी का मास्टरमाइंड सोनू वालिया है, जिसे पंजाब पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों युवकों के साथ हुई धोखाधड़ी तीनों युवकों ने लाखों रुपए धोखाधड़ी में दिए क्योंकि उन्हें लगा था कि वे वैध ट्रैवल एजेंट हैं। मुख्य आरोपी सोनू वालिया, जिसने मैड्रिड में वेटर की नौकरी का झांसा दिया था, पहले ही जेल में बंद था। एजेंट कमलदीप सिंह को वालिया की गिरफ्तारी की जानकारी थी, लेकिन उसने युवकों को यह बात नहीं बताई। कमलदीप को डर था कि अगर यह सच सामने आया तो युवकों के पैसे वापस मांगने और विदेश जाने से इनकार करने की संभावना थी। जानें कैसे हुआ मामले का खुलासा दरअसल, तीनों युवक 29 मई को आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली पहुंचे थे। उनके पास इंडिगो एयरलाइंस की टिकट थी। वे टिकट लेकर काउंटर पर पहुंच गए। लेकिन जब इंडिगो एयरलाइंस स्टाफ ने टिकट की जांच की तो वह सिस्टम में नहीं मिली। इसके बाद तीनों युवकों के पासपोर्ट पर लगे वीजा की जांच शुरू की गई। स्विस लियाजन अधिकारियों ने जांच में पाया कि शेंगन वीजा भी नकली है। तीनों यात्रियों को हिरासत में लिया गया और भारतीय न्याय संहिता (BNS) और पासपोर्ट एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। कमलदीप सिंह कुरुक्षेत्र से अरेस्ट दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी कमलदीप को कुरुक्षेत्र हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस अब वालिया का प्रोडक्शन वारंट पर लाने प्रक्रिया शुरू की गई है। अभी सोनू वालिया गुरदासपुर जेल में बंद है। पुलिस इस पूरे धोखाधड़ी के नेटवर्क में अन्य एजेंटों की भी खोज कर रही है, जो साथ जुड़े हैं और लोगों को लूट रहे हैं। बैंक खातों की जांच की जा रही है और जाली वीजा के स्रोत का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पंजाब के तीन युवक स्पेन जाने की कोशिश में पकड़े गए। ये घटना 29 मई की है, जब ये लोग दिल्ली एयरपोर्ट पर मैड्रिड की फ्लाइट पकड़ने पहुंचे। लेकिन एयरलाइन स्टाफ को शक हुआ और जांच में इनके पास फर्जी शेंगन वीजा निकला। तीनों युवक अमृतसर के अजनाला इलाके के रहने वाले हैं और पंजाब के एनआरआई मंत्री कुलदीप धालीवाल के हलके से हैं। इनमें हरजीत सिंह (44), भगवंत सिंह (25) और गुरचरण सिंह (28) शामिल हैं। इनसे कहा गया था कि उन्हें स्पेन भेजा जाएगा। इसके बदले उन्हें नकली वीजा और हवाई टिकट दिए गए थे। दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि इस काम में एजेंट कमलदीप शामिल था। जबकि इस पूरे जालसाजी का मास्टरमाइंड सोनू वालिया है, जिसे पंजाब पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। तीनों युवकों के साथ हुई धोखाधड़ी तीनों युवकों ने लाखों रुपए धोखाधड़ी में दिए क्योंकि उन्हें लगा था कि वे वैध ट्रैवल एजेंट हैं। मुख्य आरोपी सोनू वालिया, जिसने मैड्रिड में वेटर की नौकरी का झांसा दिया था, पहले ही जेल में बंद था। एजेंट कमलदीप सिंह को वालिया की गिरफ्तारी की जानकारी थी, लेकिन उसने युवकों को यह बात नहीं बताई। कमलदीप को डर था कि अगर यह सच सामने आया तो युवकों के पैसे वापस मांगने और विदेश जाने से इनकार करने की संभावना थी। जानें कैसे हुआ मामले का खुलासा दरअसल, तीनों युवक 29 मई को आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली पहुंचे थे। उनके पास इंडिगो एयरलाइंस की टिकट थी। वे टिकट लेकर काउंटर पर पहुंच गए। लेकिन जब इंडिगो एयरलाइंस स्टाफ ने टिकट की जांच की तो वह सिस्टम में नहीं मिली। इसके बाद तीनों युवकों के पासपोर्ट पर लगे वीजा की जांच शुरू की गई। स्विस लियाजन अधिकारियों ने जांच में पाया कि शेंगन वीजा भी नकली है। तीनों यात्रियों को हिरासत में लिया गया और भारतीय न्याय संहिता (BNS) और पासपोर्ट एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। कमलदीप सिंह कुरुक्षेत्र से अरेस्ट दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी कमलदीप को कुरुक्षेत्र हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस अब वालिया का प्रोडक्शन वारंट पर लाने प्रक्रिया शुरू की गई है। अभी सोनू वालिया गुरदासपुर जेल में बंद है। पुलिस इस पूरे धोखाधड़ी के नेटवर्क में अन्य एजेंटों की भी खोज कर रही है, जो साथ जुड़े हैं और लोगों को लूट रहे हैं। बैंक खातों की जांच की जा रही है और जाली वीजा के स्रोत का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
