<p style=”text-align: justify;”><strong>Old Rajendra Nagar Accident:</strong> दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर कोचिंग केस में एसयूवी ड्राइवर मनुज कथूरिया को कोर्ट से राहत मिल गई है. दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने कथूरिया को जमानत दे दी है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Old Rajendra Nagar Accident:</strong> दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर कोचिंग केस में एसयूवी ड्राइवर मनुज कथूरिया को कोर्ट से राहत मिल गई है. दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने कथूरिया को जमानत दे दी है.</p> दिल्ली NCR MP News: दिग्विजय सिंह की याचिका पर राजगढ़ के BJP सांसद को नोटिस, जानें- क्या है पूरा मामला?
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चंडीगढ़ में धमाका, रिटायर्ड प्रिंसिपल के घर ग्रेनेड फेंके:ऑटो से भागे हमलावर, पुलिस तलाशने पंजाब-हरियाणा रवाना, गैंगस्टर-टेरर अटैक का शक, NIA पहुंची
चंडीगढ़ में धमाका, रिटायर्ड प्रिंसिपल के घर ग्रेनेड फेंके:ऑटो से भागे हमलावर, पुलिस तलाशने पंजाब-हरियाणा रवाना, गैंगस्टर-टेरर अटैक का शक, NIA पहुंची चंडीगढ़ में सेक्टर 10 के पॉश एरिया में बुधवार को रिटायर्ड प्रिंसिपल के घर पर ग्रेनेड अटैक हुआ। जिससे घर में 7 से 8 इंच का गड्ढा पड़ गया। खिड़कियों के शीशे टूट गए। 3 हमलावर ऑटो से आए थे और वारदात के बाद उसी ऑटो से भाग निकले। धमाके की सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस में हड़कंप मच गया। डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव की अगुआई में आईजी राजकुमार, एसएसपी कंवरदीप कौर समेत भारी पुलिस फोर्स घर में पहुंच चुकी है। जांच के लिए मौके पर बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की टीमें बुला ली गई हैं। धमाके में इस्तेमाल सामग्री की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया है। वहीं चंडीगढ़ पुलिस की टीमें हमलावरों की तलाश के लिए पंजाब और हरियाणा रवाना हो गई हैं। चंडीगढ़ के साथ पंचकूला और मोहाली को हाईअलर्ट पर रखा गया है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम भी जांच के लिए मौके पर पहुंच गई है। घटना के बाद 2 संदिग्ध युवकों की तस्वीर सामने आई है। पुलिस टेरर और गैंगस्टर एंगल पर जांच कर रही है। घटना सेक्टर-10 के मकान नंबर 575 में हुई। ये घर रिटायर्ड प्रिंसिपल भूपेश मल्होत्रा का है। घटना के समय परिवार घर में बरामदे में बैठा हुआ था। हमलावरों से जुड़ी 3 तस्वीरें… इलाका सील किया, परिवार से पूछताछ
घटना के बाद शहर को सील कर दिया गया है। इस घटना के पीछे कौन है इसका अभी पता नहीं लग पाया है। पुलिस के अधिकारी अभी परिवार से पूछताछ कर रहे हैं। साथ ही पूछा जा रहा है कि क्या उनका किसी से झगड़ा या कोई अन्य विवाद तो नहीं है। धमाके के बाद की तस्वीरें…. SSP बोले- प्रेशर ब्लास्ट था, गमलों को नुकसान
एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया कि 112 पर परिवार की तरफ से धमाके की जानकारी दी गई थी। ये एक प्रेशर ब्लास्ट था। जिससे घर में रखे गमलों को नुकसान हुआ है और शीशे टूटे हैं। परिवार ने बताया है कि ऑटो में दो व्यक्ति आए थे। जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। एसएसपी ने बताया कि ब्लास्ट के समय परिवार बरामदे में ही बैठा हुआ था। उन्होंने ऑटो सवार व फेंकने वाले को देखा है। घर में रहने वाले और उससे पहले यहां रह चुके किराएदारों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।
हरियाणा रोडवेज में 150 किमी फ्री सफर कर सकेंगे स्टूडेंट्स:6 महीने का पास देगी सरकार; 60%-उससे ज्यादा नंबर वालों को 500KM तक मुफ्त यात्रा
हरियाणा रोडवेज में 150 किमी फ्री सफर कर सकेंगे स्टूडेंट्स:6 महीने का पास देगी सरकार; 60%-उससे ज्यादा नंबर वालों को 500KM तक मुफ्त यात्रा हरियाणा सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार ने प्रदेश के विद्यार्थियों के बस-पास सुविधा को बढ़ा दिया है। अब छात्र सूबे की रोडवेज बसों में पास के जरिए 150 किलोमीटर तक फ्री सफर कर सकेंगे। इससे पहले बस पास की सुविधा केवल 60 किलोमीटर तक थी। इससे पहले सीएम नायब सैनी ने 10वीं और 12वीं में 60 प्रतिशत नंबर पाने वाले हर स्टूडेंट्स का हैप्पी कार्ड बनाने की सुविधा दे चुके हैं। हैप्पी कार्ड बनने पर स्टूडेंट्स हरियाणा रोडवेज की बसों में एक साल तक 500 किलोमीटर तक फ्री यात्रा कर सकेंगे। परिवहन मंत्री असीम गोयल की घोषणा के तहत स्टूडेंट्स को ये पास छमाही आधार पर जारी किए जाएंगे। सरकारी संग प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को भी फायदा
सरकार की हैप्पी कार्ड स्कीम का फायदा सरकारी के साथ प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को भी होगा। इसमें सरकार ने सिर्फ 10वीं और 12वीं में कम से कम 60% नंबरों की शर्त रखी है। इसमें सालाना कमाई को लेकर कोई लिमिट नहीं है। ऐसे में जिन भी बच्चों के 60 फीसद से ज्यादा नंबर होंगे, वह इसका फायदा उठा सकेंगे। शिक्षा मंत्री बोलीं- स्कूलों में बसों की संख्या बढ़ेगी
वहीं शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने पंचकूला में स्कूलों के निरीक्षण के दौरान कहा कि जिन स्कूलों में बसों की कमी है, वहां बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। शिक्षा मंत्री ने इससे पहले कालका के धटोकड़ा गांव के स्कूल का दौरा किया। स्कूल बस हादसे के बाद शिक्षा मंत्री स्कूल में छात्रों से मिलने पहुंची थी। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने बच्चों से स्कूल में व्यवस्था की जानकारी ली। शिक्षा मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातचीत की। मुफ्त सफर के लिए हैप्पी कार्ड पर 1 हजार किमी मुफ्त यात्रा
हरियाणा सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के लिए हैप्पी कार्ड योजना शुरू की है। इसके जरिए परिवार के सभी सदस्य सरकारी बसों में प्रति वर्ष 1000 किमी की यात्रा फ्री में कर सकते हैं। यह सुविधा सालाना 1.80 लाख रुपए से कम आय वाले परिवारों के लिए है। हैप्पी कार्ड के लिए 50 रुपए का रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है। इसके 15 दिन बाद हरियाणा रोडवेज के बस डिपो के पास जाना होगा। वहां से उनको मोबिलिटी स्मार्ट कार्ड या पास उपलब्ध किया जाएगा।
पंजाब में जूनियर खिलाड़ी भी नौकरी के हकदार:नौकरियों में कटौती का संशोधन खारिज, कहा- ऐसे नियमों को लागू नहीं किया जा सकता
पंजाब में जूनियर खिलाड़ी भी नौकरी के हकदार:नौकरियों में कटौती का संशोधन खारिज, कहा- ऐसे नियमों को लागू नहीं किया जा सकता पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब खिलाड़ी भर्ती (प्रथम संशोधन) नियम, 2020 के उस विवादास्पद प्रावधान को खारिज कर दिया है, जिसमें खेल कोटे के तहत सरकारी नौकरियों के लिए पात्रता को केवल सीनियर स्तर के खिलाड़ियों तक सीमित करने की कोशिश की गई थी। कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि जूनियर स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी पाने का पूरा अधिकार है, जिसे किसी भी हालत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 2020 के संशोधन को दी थी चुनौती जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर और जस्टिस सुदीप्ति शर्मा की बैंच ने अपने आदेश में कहा कि 2020 में किए गए संशोधित नियमों को उन एथलीटों पर लागू नहीं किया जा सकता जो मूल भर्ती नियम, 1988 के तहत पात्र हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि ऐसे नियम खिलाड़ियों के करियर को प्रभावित कर सकते हैं, जो राज्य के लिए सम्मान अर्जित करते हैं। कोर्ट ने यह फैसला दिवराज सिंह, मनवीर सिंह और करणदीप सिंह ढींडसा द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई के बाद सुनाया, जिन्होंने नियम 2020 के संशोधन को चुनौती दी थी। इस महत्वपूर्ण फैसले से यह सुनिश्चित हुआ है कि जूनियर स्तर के खिलाड़ियों के साथ कोई अन्याय नहीं होगा और वे भी अपनी मेहनत और प्रतिभा के आधार पर सरकारी नौकरी के हकदार रहेंगे। कोर्ट का यह फैसला उन हजारों युवा खिलाड़ियों के लिए राहत की खबर है, जो भविष्य में सरकारी नौकरियों की आशा रखते हैं।