<p style=”text-align: justify;”><strong>BSP News:</strong> उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव में ताल ठोकेगी. बीएसपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और पहली लिस्ट 15 जनवरी तक जारी होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से पार्टी के पदाधिकारी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण दोनों है. शहर को पांच जोन में बांटा गया है और सभी जोन में उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया की देखरेख के लिए प्रत्येक जोन में समन्वयक नियुक्त किए गए हैं. ये केंद्रीय समन्वयक अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप देंगे और उन्हें बहनजी (बीएसपी प्रमुख मायावती) को भेजेंगे. अधिकारी ने कहा कि उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला इन सिफारिशों के आधार पर होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मायावती करेंगी रैलियां </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, ”वर्तमान में जमीनी स्तर पर छोटी-छोटी बैठकें की जा रही हैं, जहां प्रमुख मुद्दों और एजेंडों पर चर्चा की जाती है और इन चर्चाओं के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने यह भी खुलासा किया कि चुनाव अभियान 5 जनवरी को शुरू होने की संभावना है. चुनाव की तारीखों और उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद मायावती और उनके उत्तराधिकारी रैलियां करते हुए अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में BSP का चुनावी इतिहास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बीएसपी ने 2020 के चुनाव में भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, हालांकि आप की लहर में पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही. उसे मात्र 0.71 फीसदी वोट मिले थे. इसी तरह 2015 के विधानसभा चुनाव में उसे 1.3 फीसदी वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>2013 के चुनाव में भी बीएसपी के हाथ खाली ही रहे. पार्टी आखिरी बार 2008 के विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीती थी. तब उसे 14.05 फीसदी वोट मिले थे. 2003 में बीएसपी ने 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे 5.76 फीसदी वोट मिले. अब एक बार फिर बीएसपी ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में मुख्यतौर पर आम आदमी पार्टी (आप), बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”CM आतिशी का दावा, ‘मंदिर तोड़ने वाले फैसले को LG ने दी मंजूरी’, BJP को भी घेरा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-assembly-election-2025-cm-atishi-alleges-bjp-wants-to-break-many-buddhist-temples-in-delhi-2854119″ target=”_self”>CM आतिशी का दावा, ‘मंदिर तोड़ने वाले फैसले को LG ने दी मंजूरी’, BJP को भी घेरा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>BSP News:</strong> उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव में ताल ठोकेगी. बीएसपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और पहली लिस्ट 15 जनवरी तक जारी होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से पार्टी के पदाधिकारी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण दोनों है. शहर को पांच जोन में बांटा गया है और सभी जोन में उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया की देखरेख के लिए प्रत्येक जोन में समन्वयक नियुक्त किए गए हैं. ये केंद्रीय समन्वयक अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप देंगे और उन्हें बहनजी (बीएसपी प्रमुख मायावती) को भेजेंगे. अधिकारी ने कहा कि उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला इन सिफारिशों के आधार पर होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मायावती करेंगी रैलियां </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, ”वर्तमान में जमीनी स्तर पर छोटी-छोटी बैठकें की जा रही हैं, जहां प्रमुख मुद्दों और एजेंडों पर चर्चा की जाती है और इन चर्चाओं के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने यह भी खुलासा किया कि चुनाव अभियान 5 जनवरी को शुरू होने की संभावना है. चुनाव की तारीखों और उम्मीदवारों की घोषणा होने के बाद मायावती और उनके उत्तराधिकारी रैलियां करते हुए अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में BSP का चुनावी इतिहास</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बीएसपी ने 2020 के चुनाव में भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, हालांकि आप की लहर में पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही. उसे मात्र 0.71 फीसदी वोट मिले थे. इसी तरह 2015 के विधानसभा चुनाव में उसे 1.3 फीसदी वोट मिले थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>2013 के चुनाव में भी बीएसपी के हाथ खाली ही रहे. पार्टी आखिरी बार 2008 के विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीती थी. तब उसे 14.05 फीसदी वोट मिले थे. 2003 में बीएसपी ने 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे 5.76 फीसदी वोट मिले. अब एक बार फिर बीएसपी ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में मुख्यतौर पर आम आदमी पार्टी (आप), बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”CM आतिशी का दावा, ‘मंदिर तोड़ने वाले फैसले को LG ने दी मंजूरी’, BJP को भी घेरा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-assembly-election-2025-cm-atishi-alleges-bjp-wants-to-break-many-buddhist-temples-in-delhi-2854119″ target=”_self”>CM आतिशी का दावा, ‘मंदिर तोड़ने वाले फैसले को LG ने दी मंजूरी’, BJP को भी घेरा</a></strong></p> दिल्ली NCR पलवल में कार और स्कॉर्पियो की टक्कर, राजस्थान के एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत