दिल्ली पुलिस का एक्शन, 8 लाख की अवैध विदेशी सिगरेट बरामद, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस का एक्शन, 8 लाख की अवैध विदेशी सिगरेट बरामद, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> राजधानी दिल्ली में अवैध सिगरेट व्यापार का एक बड़ा रैकेट बेनकाब हुआ है. अपराध शाखा की अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फ्लैट से 80,400 प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की सिगरेटें बरामद की हैं. इस कार्रवाई में एक व्यक्ति मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार किया गया है. बरामद माल की बाजार कीमत लगभग 8.04 लाख रुपये आंकी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उप-निरीक्षक गौरव को सूचना मिली थी कि लाल कुआं, हौज काजी इलाके में भारी मात्रा में प्रतिबंधित विदेशी सिगरेट का स्टॉक छुपा हुआ है. इस सूचना की पुष्टि होते ही निरीक्षक सतेंद्र मोहन और एसीपी रमेश चंद्र लांबा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. 8 फरवरी को किए गए छापे में जिस तरह से सिगरेटों का जखीरा मिला, उससे पुलिस अधिकारी भी चौंक गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिना चेतावनी वाली विदेशी सिगरेटें</strong><br />जांच में खुलासा हुआ कि जब्त सिगरेटों पर स्वास्थ्य मंत्रालय की वैधानिक चेतावनी नहीं थी, जो भारतीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है. प्रतिबंधित सिगरेटों में प्रमुख रूप से एस्से ब्लैक, एस्से ब्लैक गोल्ड, कैमल गोल्ड टर्किश, रोथमैन्स और पार्लियामेंट ब्रांड शामिल हैं. यह सिगरेटें तस्करी के जरिए देश में लाई जा रही थीं और दिल्ली के छोटे दुकानदारों को सप्लाई की जा रही थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरफ्त में आया मास्टरमाइंड</strong><br />गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद दानिश, जो कि दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएट है, मौजपुर में फिश एक्वेरियम की दुकान और इंटीरियर डिज़ाइनिंग का काम करता है. लेकिन जल्द अमीर बनने की चाहत में उसने दो साल पहले यह अवैध कारोबार शुरू किया. पूछताछ में दानिश ने बताया कि वह फरमान नाम के व्यक्ति से सिगरेट खरीदता था और दिल्ली के कई इलाकों में इसकी सप्लाई करता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कसता जा रहा कानूनी शिकंजा</strong><br />पुलिस ने इस मामले में एफआईआर संख्या 85/25 के तहत सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम की धारा 7/20 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अधिकारियों का कहना है कि यह एक बड़ा संगठित रैकेट है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्त में लिया जाएगा.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> राजधानी दिल्ली में अवैध सिगरेट व्यापार का एक बड़ा रैकेट बेनकाब हुआ है. अपराध शाखा की अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फ्लैट से 80,400 प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय ब्रांड की सिगरेटें बरामद की हैं. इस कार्रवाई में एक व्यक्ति मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार किया गया है. बरामद माल की बाजार कीमत लगभग 8.04 लाख रुपये आंकी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उप-निरीक्षक गौरव को सूचना मिली थी कि लाल कुआं, हौज काजी इलाके में भारी मात्रा में प्रतिबंधित विदेशी सिगरेट का स्टॉक छुपा हुआ है. इस सूचना की पुष्टि होते ही निरीक्षक सतेंद्र मोहन और एसीपी रमेश चंद्र लांबा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. 8 फरवरी को किए गए छापे में जिस तरह से सिगरेटों का जखीरा मिला, उससे पुलिस अधिकारी भी चौंक गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिना चेतावनी वाली विदेशी सिगरेटें</strong><br />जांच में खुलासा हुआ कि जब्त सिगरेटों पर स्वास्थ्य मंत्रालय की वैधानिक चेतावनी नहीं थी, जो भारतीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है. प्रतिबंधित सिगरेटों में प्रमुख रूप से एस्से ब्लैक, एस्से ब्लैक गोल्ड, कैमल गोल्ड टर्किश, रोथमैन्स और पार्लियामेंट ब्रांड शामिल हैं. यह सिगरेटें तस्करी के जरिए देश में लाई जा रही थीं और दिल्ली के छोटे दुकानदारों को सप्लाई की जा रही थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गिरफ्त में आया मास्टरमाइंड</strong><br />गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद दानिश, जो कि दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएट है, मौजपुर में फिश एक्वेरियम की दुकान और इंटीरियर डिज़ाइनिंग का काम करता है. लेकिन जल्द अमीर बनने की चाहत में उसने दो साल पहले यह अवैध कारोबार शुरू किया. पूछताछ में दानिश ने बताया कि वह फरमान नाम के व्यक्ति से सिगरेट खरीदता था और दिल्ली के कई इलाकों में इसकी सप्लाई करता था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कसता जा रहा कानूनी शिकंजा</strong><br />पुलिस ने इस मामले में एफआईआर संख्या 85/25 के तहत सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम की धारा 7/20 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अधिकारियों का कहना है कि यह एक बड़ा संगठित रैकेट है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्त में लिया जाएगा.</p>  दिल्ली NCR छत्तीसगढ़ में लागू हुई नक्सलवादी आत्मसमर्पण पीड़ित राहत पुनर्वास नीति-2025, जानें क्या है मकसद?