दिल्ली पुलिस को बड़ा कामयाबी, लोकसभा चुनाव के दौरान हुई दो हत्या के फरार अपराधी गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस को बड़ा कामयाबी, लोकसभा चुनाव के दौरान हुई दो हत्या के फरार अपराधी गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच साउथर्न रेंज की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पश्चिम बंगाल के ईस्ट वर्धमान जिले में लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हुए एक सनसनीखेज राजनीतिक हत्याकांड में फरार चल रहे दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान नुरशेद शेख (37)और असरफ शेख (40)के रूप में हुई है. ये दोनों पश्चिम बंगाल के वर्धवान के रहने वाले हैं. इन पर बमबारी और फायरिंग कर एक राजनीतिक दल के पूर्व सदस्य की हत्या करने का आरोप है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया कि यह वारदात 12 मई 2024 को पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान जिले के केतुग्राम थाना क्षेत्र में हुई थी. लोकसभा चुनाव के दौरान जब तृणमूल कांग्रेस के पूर्व कार्यकर्ता मिंटू शेख अपने साथी मिशिर शेख उर्फ नजरुल इस्लाम के साथ मोटरसाइकिल से गांव लौट रहे थे. तभी उन पर घात लगाकर हमला किया गया. हमलावरों ने उन पर बम फेंके और गोलियां चलाईं. मिंटू शेख को बेरहमी से चाकू भी मारा गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हालांकि उनका साथी गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद किसी तरह से बचने में कामयाब हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लंबे समय से पुलिस को थी आरोपियों की तलाश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. इस हत्याकांड में कुल 16 आरोपी शामिल थे. जिनमें से 6 को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जबकि इन दोनों आरोपियों समेत 10 अपराधी फरार चल रहे थे. फरार रहने के कारण कोर्ट ने इन दोनों अपराधियों को भगोड़ा भी घोषित किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच ने ऐसे पकड़ा आरोपियों को</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी ने बताया कि, क्राइम ब्रांच पुलिस को 18 फरवरी 2025 को गुप्त सूचना मिली कि इस हत्याकांड से जुड़े कुछ फरार आरोपी राष्ट्रीय राजधानी में छिपे हुए हैं. सूचना मिलते ही एसीपी नरेश सोलंकी की देखरेख में साउथर्न रेंज क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अजीत कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई सोनू नैन, एसआई सुधीर, हेड कॉन्स्टेबल सुमेर और विपिन भी शामिल थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>टीम ने विभिन्न तकनीकी माध्यमों से इन आरोपियों के मोबाइल नंबर और उनकी लोकेशन ट्रैक की. गुप्त सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर स्पेशल ऑपरेशन चलाया और आखिरकार दोनों आरोपियों को दक्षिणी दिल्ली के आया नगर इलाके में अर्जनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास से दबोच लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूछताछ में आरोपियों ने कबूली हत्या में शामिल होने की बात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में आरोपियों ने मिंटू शेख की हत्या में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकारी.पुलिस ने दोनों आरोपियों को संबंधित धाराओं में गिरफ्तार करने के बाद साकेत कोर्ट में पेश किया और उनकी गिरफ्तारी की जानकारी पश्चिम बंगाल पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए दे दी है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच साउथर्न रेंज की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पश्चिम बंगाल के ईस्ट वर्धमान जिले में लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हुए एक सनसनीखेज राजनीतिक हत्याकांड में फरार चल रहे दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान नुरशेद शेख (37)और असरफ शेख (40)के रूप में हुई है. ये दोनों पश्चिम बंगाल के वर्धवान के रहने वाले हैं. इन पर बमबारी और फायरिंग कर एक राजनीतिक दल के पूर्व सदस्य की हत्या करने का आरोप है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी संजय कुमार सैन ने बताया कि यह वारदात 12 मई 2024 को पश्चिम बंगाल के पूर्व वर्धमान जिले के केतुग्राम थाना क्षेत्र में हुई थी. लोकसभा चुनाव के दौरान जब तृणमूल कांग्रेस के पूर्व कार्यकर्ता मिंटू शेख अपने साथी मिशिर शेख उर्फ नजरुल इस्लाम के साथ मोटरसाइकिल से गांव लौट रहे थे. तभी उन पर घात लगाकर हमला किया गया. हमलावरों ने उन पर बम फेंके और गोलियां चलाईं. मिंटू शेख को बेरहमी से चाकू भी मारा गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हालांकि उनका साथी गंभीर रूप से जख्मी होने के बावजूद किसी तरह से बचने में कामयाब हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लंबे समय से पुलिस को थी आरोपियों की तलाश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. इस हत्याकांड में कुल 16 आरोपी शामिल थे. जिनमें से 6 को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जबकि इन दोनों आरोपियों समेत 10 अपराधी फरार चल रहे थे. फरार रहने के कारण कोर्ट ने इन दोनों अपराधियों को भगोड़ा भी घोषित किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच ने ऐसे पकड़ा आरोपियों को</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी ने बताया कि, क्राइम ब्रांच पुलिस को 18 फरवरी 2025 को गुप्त सूचना मिली कि इस हत्याकांड से जुड़े कुछ फरार आरोपी राष्ट्रीय राजधानी में छिपे हुए हैं. सूचना मिलते ही एसीपी नरेश सोलंकी की देखरेख में साउथर्न रेंज क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अजीत कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई सोनू नैन, एसआई सुधीर, हेड कॉन्स्टेबल सुमेर और विपिन भी शामिल थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>टीम ने विभिन्न तकनीकी माध्यमों से इन आरोपियों के मोबाइल नंबर और उनकी लोकेशन ट्रैक की. गुप्त सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर स्पेशल ऑपरेशन चलाया और आखिरकार दोनों आरोपियों को दक्षिणी दिल्ली के आया नगर इलाके में अर्जनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास से दबोच लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूछताछ में आरोपियों ने कबूली हत्या में शामिल होने की बात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में आरोपियों ने मिंटू शेख की हत्या में अपनी संलिप्तता की बात स्वीकारी.पुलिस ने दोनों आरोपियों को संबंधित धाराओं में गिरफ्तार करने के बाद साकेत कोर्ट में पेश किया और उनकी गिरफ्तारी की जानकारी पश्चिम बंगाल पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए दे दी है.</p>  दिल्ली NCR Opinion: रेखा गुप्ता पर बीजेपी का भरोसा ऐसे ही नहीं हुआ, पार्टी के निर्णय लेने की शैली है बड़ा कारण