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हिमाचल सरकार पर 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग:8 लाख बेरोजगार परेशान, पक्की नौकरी के स्थान पर आउटसोर्स, पार्ट-टाइम जॉब, रिटायरियों को दोबारा नौकरी
हिमाचल सरकार पर 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग:8 लाख बेरोजगार परेशान, पक्की नौकरी के स्थान पर आउटसोर्स, पार्ट-टाइम जॉब, रिटायरियों को दोबारा नौकरी हिमाचल में हर साल 1 लाख नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार 22 महीने में लगभग 4400 लोगों को पक्की नौकरी दे पाई है। इनमें लगभग 1560 पद कमीशन के माध्यम से भरे गए है। ज्यादातर पदों पर पूर्व सरकार के कार्यकाल में भर्तियां शुरू हो गई थी। कांग्रेस सरकार ने बैच वाइज कोटे से JBT के 2800 पद भरे है। राज्य सरकार का दावा है कि 30 हजार से ज्यादा पदों पर नौकरियां दे दी गई है। मगर इनमें अधिकांश नौकरियां आउटसोर्स आधार पर दी गई है। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस आउटसोर्स भर्तियां बंद करने के दावे करती रही। मगर सत्ता मिलने के बाद कांग्रेस भी पूर्व सरकार के रास्ते पर चल पड़ी है। आउटसोर्स के साथ साथ नाममात्र मानदेय पर टेंपरेरी जॉब, वन मित्र, गेस्ट टीचर, मल्टी टास्क वर्कर या फिर आउटसोर्स जैसी अस्थाई भर्तियां करके उन युवाओं को ठगा जा रहा है, जो सालों से लाइब्रेरी में बैठकर कमीशन की तैयारी कर रहे हैं। 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग खड़ा हो गया
सरकार के दावे के मुताबिक यदि आउटसोर्स, पार्ट टाइम को भी नौकरी मान लिया जाए तो भी 1.70 लाख नौकरियां देने का बैकलॉग खड़ा हो गया है। बेरोजगार युवा पक्की नौकरी मांग रहा है। कांग्रेस सरकार नई भर्तियां नहीं निकाल रही। कैबिनेट ने 6600 से ज्यादा पद मंजूर कर रखे
बेरोजगारों के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि कैबिनेट ने 6600 से ज्यादा पद भरने को स्वीकृति दे रखी है। मगर भर्तियां कब होगी, इस पर असमंजस बना हुआ है। CM सुखविंदर सुक्खू के बार बार कहने के बावजूद चयन आयोग कैबिनेट द्वारा मंजूर पदों को विज्ञापित नहीं कर पा रहा। 3 साल पहले शुरू भर्तियों के रिजल्ट भी नहीं
राज्य में 3 साल पहले शुरू की गई सभी भर्तियों के रिजल्ट भी अब तक नहीं निकाले जा सके। हालांकि 3 दिन पहले ही सीएम सुक्खू ने स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को 6 पोस्ट कोड के रिजल्ट दिवाली तक निकालने के निर्देश दिए जरूर है। मगर बेरोजगार युवा नई भर्तियां चाहता है। क्यों ये हालात बने
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद 23 दिसंबर, 2022 को पोस्ट कोड 965 JOA-IT भर्ती का पेपर लीक हुआ। पेपर लीक के कारण 26 दिसंबर, 2022 को प्रदेश सरकार ने चयन आयोग के कामकाज को निलंबित किया। इसके बाद जांच में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक स्कैम सामने आया। इस वजह से 21 फरवरी, 2023 को कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया। बीते साल राज्य चयन आयोग का गठन किया गया। 30 सितंबर 2023 को इसमें IAS आरके प्रुथी को एडमिनिस्ट्रेटर बनाया गया। मगर एक साल बाद भी चयन आयोग नई भर्तियां शुरू नहीं कर पा रहा। हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (HPPSC) ने जरूर कुछ भर्तियां की है। मगर यह क्लास-1 और क्लास-2 श्रेणी की ही भर्तियां करता है। इस श्रेणी में कम लोगों को अब तक रोजगार दिया जा सका है। हिमाचल में 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार
हिमाचल में 8 लाख से ज्यादा पढ़े लिखे पंजीकृत बेरोजगार है। सभी युवा नौकरी नहीं मिलने से परेशान है और इस उम्मीद के साथ दिन रात पढ़ाई कर रहे हैं कि एक न एक दिन उन्हें पक्की नौकरी मिलेगी। क्या बोले बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश शिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि आउटसोर्स, पार्ट टाइम, टैम्परेरी प्रथा को बंद किया जाए। रिटायर लोगों को पुनः रोजगार और सेवा विस्तार देना बी बंद करें और नए पद विज्ञापित किए जाए। प्रदेश का बेरोजगार पूरी तरह मायूस हो चुका है। नौकरी नहीं मिलने की वजह से युवा परेशान है। उनकी पड़ी को समझा जाए। झूठे वादे और झूठी दिलासा देना बंद किया जाए। नौकरियां नहीं मिलने पर बेरोजगार दिवाली के बाद मजबूरन सड़कों पर आएंगे।
UP Weather: यूपी में गुलाबी सर्दी का इंतजार! कब से शुरू होगी ठंड? जानें- मौसम का अपडेट
UP Weather: यूपी में गुलाबी सर्दी का इंतजार! कब से शुरू होगी ठंड? जानें- मौसम का अपडेट <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Weather Update:</strong> इस साल उत्तर प्रदेश पर मानसून की खूब मेहरबानी देखने को मिली सितबंर के आखिर तक प्रदेश के कई हिस्सों में बरसात हुई, जिसके बाद इस बार सर्दियां जल्दी आने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा कुछ होते दिख नहीं रहा है. अक्टूबर का महीना खत्म होने को है लेकिन गुलाबी मौसम गायब है. सुबह और शाम को हल्की सिहरन महसूस हो रही है लेकिन दोपहर में गर्मी ने ठीक-ठाक परेशान किया हुआ है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अक्टूबर के अंत तक दोपहर में जिस तरह की गर्मी पड़ रही है वो असामान्य है. हालांकि सुबह के समय हल्की ठंडक महसूस जरूर हो रही है जबकि पहले अक्टूबर तक आते-आते थोड़े बहुत गर्म कपड़े निकल ही जाते थे. मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में अगले पांच दिनों भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने के आसार नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश में कब पड़ेगी गुलाबी सर्दी</strong><br />मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि मौसम में ये बदलाव पिछले दिनों पश्चिमी बंगाल में आए दाना चक्रवात की वजह से देखने को मिल रहा है. जिसके बाद से प्रदेश में पुरवाई हवाएं चल रहा है. जबकि वाराणसी मंडल के कुछ ज़िलों में तो हल्की-फुल्की बारिश भी देखने मिली है. जिसकी वजह से हवाओं में नमी बनी हुई है जो लोगों को उमस का एहसास करवा रही है. यही वजह से है कि इन दिनों दोपहर की धूप लोगों का पसीना निकल रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के मुताबिक एक हफ्ते के बाद प्रदेश में जब पछुआ हवाएं चलना शुरू होंगी तो तापमान में गिरावट आएगी. इन हवाओं के साथ-साथ मौसम में बदलाव भी देखने को मिलेगा और गुलाबी सर्दी का एहसास होना शुरू होगा. हालांकि अभी के मौसम को देखते हुए सभी तो अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने की सलाह दी गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले पांच सालों में अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में तापमान की तुलना करें तो इस बार न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जबकि साल 2020 में ये 16.2, साल 2021 में 19.2, साल 2022 16.4 और साल 2023 18.0 दर्ज किया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bypolls-2024-samajwadi-party-leader-shivpal-yadav-attacked-on-cm-yogi-adityanath-statement-in-mainpuri-ann-2812039″>’जो ऐसी बातें करेगा बाद में पिटेगा…’ CM योगी के बंटेंगे तो कटेंगे वाले बयान पर शिवपाल का तंज</a></strong><br /><br /></p>
SC ST आरक्षण के लिए क्रीमी लेयर मानदंड पर AAP नेता संजय सिंह बोले, ‘संसद और विधानसभा में भी…’
SC ST आरक्षण के लिए क्रीमी लेयर मानदंड पर AAP नेता संजय सिंह बोले, ‘संसद और विधानसभा में भी…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Sanjay Singh On SC ST Reservation:</strong> देश में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये मुद्दा लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने SC ST आरक्षण को लेकर क्रीमीलेयर मानदंडों पर अपनी बात रखी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आप सांसद ने कहा, ”SC ST के लिए आरक्षित सीट से एक बार कोई विधायक सांसद बन गया तो वो क्रीमीलेयर हो जाएगा दुबारा उस सीट से नहीं लड़ पाएगा. संसद और विधानसभा में भी वंचित समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा.” </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>SC ST के लिए आरक्षित सीट से एक बार कोई विधायक सांसद बन गया वो क्रीमिलेयर हो जाएगा दुबारा उस सीट से नही लड़ पायेगा।<br />संसद और विधानसभा में भी वंचित समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। <a href=”https://t.co/0pJNtDOS3w”>https://t.co/0pJNtDOS3w</a></p>
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) <a href=”https://twitter.com/SanjayAzadSln/status/1819709793579491776?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 3, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि सुप्रीम कोर्ट गुरुवार (1 अगस्त) को एक ऐतिहासिक फैसले में कहा कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, ताकि उन जातियों को आरक्षण प्रदान किया जा सके जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ये भी साफ किया है कि राज्यों को पिछड़ेपन और सरकारी नौकरियों में प्रतिनिधित्व के ‘मात्रात्मक और प्रदर्शन योग्य आंकड़ों’ के आधार पर उप-वर्गीकरण करना होगा, न कि ‘मर्जी’ और ‘राजनीतिक लाभ’ के आधार पर हो. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चीफ जस्टिस (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने अपने 140 पृष्ठ के फैसले में कहा, ‘राज्य संविधान के अनुच्छेद 15 (धर्म, जाति, नस्ल, लिंग, जन्म स्थान के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव न करना) और 16 (सार्वजनिक रोजगार में अवसर की समानता) के तहत अपनी शक्ति का प्रयोग करते हुए सामाजिक पिछड़ेपन की विभिन्न श्रेणियों की पहचान करने और नुकसान की स्थिति में विशेष प्रावधान (जैसे आरक्षण देने) के लिए स्वतंत्र है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और रामदास अठावले दोनों ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के विरोध में आवाज उठाई है, जो राज्यों को 15 प्रतिशत आरक्षण कोटा के हिस्से के लिए अनुसूचित जाति (एससी) के भीतर उप-समूह बनाने की अनुमति देता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चिराग पासवान ने घोषणा की है कि उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी. वहीं, रामदास अठावले ने भी एससी और एसटी आरक्षण के लिए क्रीमी लेयर मानदंड लागू करने के किसी भी कदम को खारिज किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi News: मानसून में दिल्ली को मिलेगी जलभराव की समस्या से राहत? MCD मेयर शैली ओबेरॉय का बड़ा ऐलान” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/mcd-mayor-shelly-oberoi-announcement-on-waterlogging-in-delhi-during-monsoon-ann-2752763″ target=”_self”>Delhi News: मानसून में दिल्ली को मिलेगी जलभराव की समस्या से राहत? MCD मेयर शैली ओबेरॉय का बड़ा ऐलान</a></strong></p>