इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने फतेहाबाद में मुआवजा वितरण में हुए गबन पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा सरकार पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन बनी हुई है। कहा कि, किसान बड़ी मेहनत करके और पैसा खर्च करके खेतों में फसल की बुआई करता है। मगर कुदरत के कहर आंधी, बरसात और ओलावृष्टि से सारी फसल बर्बाद हो जाती है। ऐसे में किसानों का सहारा बनने की बजाय सरकार के अधिकारी किसानों की मुआवजा राशि में घोटाले करने में व्यस्त हो जाते हैं। बीजेपी सरकार की अनदेखी से किसान बुरी तरह से बेहाल और परेशान हैं। गौरतलब है कि फतेहाबाद में साल 2021 में खराब हुई फसल के 2022 में मुआवजे वितरण के दौरान 8 लाख रुपए से अधिक का गबन का मामला सामने आया है। इस गबन के आरोप में तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो सहित 27 लोगों पर केस दर्ज हुआ है। सभी विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हुई प्रेस को जारी बयान में अभय चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार के दस साल के राज में घोटालों की भरमार रही है। सभी विभागों में भ्रष्टाचार रूपी बीमारी की जड़े बहुत गहरी हो चुकी हैं और यह भ्रष्टाचार बिना सरकार के संरक्षण के संभव ही नहीं है। फतेहाबाद जिला के किसानों की मुआवजा राशि में लाखों रुपए का घोटाला सामने आया है। बारिश और आपदा में तबाह हुई फसलों के मुआवजे के लिए किसान दर-दर भटकते रहे और अधिकारी उनकी राशि हड़प गए। असली किसानों को हक का पैसा नहीं मिला अधिकारियों ने नाम बदलकर, फर्जी खातों में मुआवजा डाल दिया, जबकि असली किसानों को उनके हक का पैसा नहीं मिला। इस घोटाले में नायब तहसीलदार, तहसीलदार, पटवारी समेत कई अधिकारी शामिल पाए गए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ है कि सरकार की नजर किसानों के दर्द पर नहीं, बल्कि भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने पर है। घोटालों की जांच सिर्फ दिखावे के लिए की जाती है और दो तीन साल बीतने के बाद घोटाले करने वाले अफसरों को क्लीन चीट देकर उन्हें पहले से भी अधिक मलाईदार पोस्ट पर बैठा दिया जाता है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने फतेहाबाद में मुआवजा वितरण में हुए गबन पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा सरकार पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन बनी हुई है। कहा कि, किसान बड़ी मेहनत करके और पैसा खर्च करके खेतों में फसल की बुआई करता है। मगर कुदरत के कहर आंधी, बरसात और ओलावृष्टि से सारी फसल बर्बाद हो जाती है। ऐसे में किसानों का सहारा बनने की बजाय सरकार के अधिकारी किसानों की मुआवजा राशि में घोटाले करने में व्यस्त हो जाते हैं। बीजेपी सरकार की अनदेखी से किसान बुरी तरह से बेहाल और परेशान हैं। गौरतलब है कि फतेहाबाद में साल 2021 में खराब हुई फसल के 2022 में मुआवजे वितरण के दौरान 8 लाख रुपए से अधिक का गबन का मामला सामने आया है। इस गबन के आरोप में तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो सहित 27 लोगों पर केस दर्ज हुआ है। सभी विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हुई प्रेस को जारी बयान में अभय चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार के दस साल के राज में घोटालों की भरमार रही है। सभी विभागों में भ्रष्टाचार रूपी बीमारी की जड़े बहुत गहरी हो चुकी हैं और यह भ्रष्टाचार बिना सरकार के संरक्षण के संभव ही नहीं है। फतेहाबाद जिला के किसानों की मुआवजा राशि में लाखों रुपए का घोटाला सामने आया है। बारिश और आपदा में तबाह हुई फसलों के मुआवजे के लिए किसान दर-दर भटकते रहे और अधिकारी उनकी राशि हड़प गए। असली किसानों को हक का पैसा नहीं मिला अधिकारियों ने नाम बदलकर, फर्जी खातों में मुआवजा डाल दिया, जबकि असली किसानों को उनके हक का पैसा नहीं मिला। इस घोटाले में नायब तहसीलदार, तहसीलदार, पटवारी समेत कई अधिकारी शामिल पाए गए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ है कि सरकार की नजर किसानों के दर्द पर नहीं, बल्कि भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने पर है। घोटालों की जांच सिर्फ दिखावे के लिए की जाती है और दो तीन साल बीतने के बाद घोटाले करने वाले अफसरों को क्लीन चीट देकर उन्हें पहले से भी अधिक मलाईदार पोस्ट पर बैठा दिया जाता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
