<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Weather News:</strong> दिल्ली में इस साल अप्रैल का महीना बीते 3 सालों में सबसे गर्म और प्रदूषित रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्टों के अनुसार, देश की राजधानी में इस बार गर्मी और प्रदूषण दोनों ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे. विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश की भारी कमी और पश्चिमी शुष्क हवाएं इसकी प्रमुख वजह हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>IMD के अनुसार, इस अप्रैल में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है. यह साल 2022 के बाद का सबसे गर्म अप्रैल महीना रहा, जब औसत अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, न्यूनतम तापमान भी औसतन 21.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री ज्यादा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूरे महीने में कितनी हुई बारिश?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार पश्चिमी विक्षोभों (Western Disturbance) की कमी और बारिश न होने के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्मी सामान्य से अधिक रही. खासतौर पर 7 से 9 अप्रैल तक दिल्ली-NCR में गर्म और शुष्क हवाओं ने लू जैसे हालात पैदा कर दिए. पूरे महीने के दौरान केवल 0.7 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 16.3 मिमी होता है. वर्ष 2023 में अप्रैल में 19.4 मिमी और 2024 में 7.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विशेषज्ञ और स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि इस बार का शुष्क और धूल भरा मौसम न केवल तापमान बढ़ाने वाला साबित हुआ, बल्कि इससे वायु प्रदूषण भी गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. उन्होंने उम्मीद जताई कि मई की शुरुआत में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद गर्मी फिर से अपना असर दिखा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदूषण के स्तर की बात करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, इस अप्रैल में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 211 रहा, जो वर्ष 2022 के बाद का सबसे अधिक है. यह आंकड़ा वायु गुणवत्ता को ‘खराब’ श्रेणी में रखता है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1 और 2 मई के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी</strong><br />मंगलवार (29 अप्रैल) को राजधानी का अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने आज (30 अप्रैल) को भी ऐसे ही मौसम की संभावना जताई है. वहीं, गुरुवार से शनिवार (1 मई से 2 मई) के बीच तेज हवाएं चलने और बारिश की संभावना को देखते हुए ‘येलो अलर्ट’ (Yellow Alert) जारी किया गया है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Weather News:</strong> दिल्ली में इस साल अप्रैल का महीना बीते 3 सालों में सबसे गर्म और प्रदूषित रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्टों के अनुसार, देश की राजधानी में इस बार गर्मी और प्रदूषण दोनों ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे. विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश की भारी कमी और पश्चिमी शुष्क हवाएं इसकी प्रमुख वजह हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>IMD के अनुसार, इस अप्रैल में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है. यह साल 2022 के बाद का सबसे गर्म अप्रैल महीना रहा, जब औसत अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, न्यूनतम तापमान भी औसतन 21.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री ज्यादा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूरे महीने में कितनी हुई बारिश?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार पश्चिमी विक्षोभों (Western Disturbance) की कमी और बारिश न होने के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्मी सामान्य से अधिक रही. खासतौर पर 7 से 9 अप्रैल तक दिल्ली-NCR में गर्म और शुष्क हवाओं ने लू जैसे हालात पैदा कर दिए. पूरे महीने के दौरान केवल 0.7 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 16.3 मिमी होता है. वर्ष 2023 में अप्रैल में 19.4 मिमी और 2024 में 7.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विशेषज्ञ और स्काइमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि इस बार का शुष्क और धूल भरा मौसम न केवल तापमान बढ़ाने वाला साबित हुआ, बल्कि इससे वायु प्रदूषण भी गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. उन्होंने उम्मीद जताई कि मई की शुरुआत में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद गर्मी फिर से अपना असर दिखा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रदूषण के स्तर की बात करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, इस अप्रैल में दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 211 रहा, जो वर्ष 2022 के बाद का सबसे अधिक है. यह आंकड़ा वायु गुणवत्ता को ‘खराब’ श्रेणी में रखता है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1 और 2 मई के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी</strong><br />मंगलवार (29 अप्रैल) को राजधानी का अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने आज (30 अप्रैल) को भी ऐसे ही मौसम की संभावना जताई है. वहीं, गुरुवार से शनिवार (1 मई से 2 मई) के बीच तेज हवाएं चलने और बारिश की संभावना को देखते हुए ‘येलो अलर्ट’ (Yellow Alert) जारी किया गया है.</p> दिल्ली NCR राहुल गांधी की मांग से सहमत इकरा हसन, कैराना सांसद ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, कहा- उम्मीद है कि आप..
दिल्ली में गर्मी और प्रदूषण ने अप्रैल में तोड़ा रिकॉर्ड, क्यों ऐसा रहा मौसम? सिर्फ इतनी हुई बारिश
