BJP पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज का हमला, बोले- ‘जहां झुग्गी वहीं पक्का मकान’ पर वादाखिलाफी कर रही सरकार <p style=”text-align: justify;”><strong>AAP Saurabh Bhardwaj On BJP:</strong> आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी की रेखा गुप्ता सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी के वादे जहां झुग्गी वहीं पक्का मकान को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सौरभ भारद्वाज ने कहा, “दिल्ली चुनाव के दौरान बीजेपी ने दिल्ली की झुग्गियों में रहने वाले लोगों को एक गारंटी कार्ड दिया जिस पर वह गारंटी लिखी हुई है, जो प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> अपने भाषणों में कहते हैं, कि जहां झुग्गी वहीं मकान, लेकिन बीजेपी झुग्गी से कई किलोमीटर दूर मकान दे रही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उदाहरण देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, “इसी प्रकार का एक गारंटी कार्ड बीजेपी के लोगों द्वारा जंगपुरा के मद्रासी कैंप झुग्गी बस्ती एरिया में बांटा गया, जिसमें एक तरफ पीएम मोदी की वह गारंटी लिखी हुई है और दूसरी तरफ कार्ड धारक का नाम लिखा हुआ है. इस मद्रासी कैंप में लगभग 500 के आसपास परिवार रहते हैं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली में बीजेपी की सरकार बने हुए अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, बीजेपी ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार के अधीन आने वाली डीडीए द्वारा इस मद्रासी कैंप में रहने वाले लोगों को एक नोटिस दिया गया है, जिसमें यह लिखा है कि इस कैंप में रहने वाले परिवारों को बवाना में झुग्गी के बदले मकान दिया जाएगा.” सौरभ भारद्वाज ने बताया की झुग्गियों में रहने वाले लोग लगभग पिछले 40-50 साल से यहां रह रहे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैंप के लोग आस-पास ही करते हैं मजदूरी</strong><br />सौरभ भारद्वाज ने बताया, “इस कैंप में रहने वाले लोगों से जब हमारी बात हुई तो लोगों ने बताया, कि इनमें से बहुत सारे लोग आसपास के इलाके के घरों में सर्वेंट का, मेड का काम करते हैं, एक व्यक्ति ने बताया कि वह पास ही में एक ठेकेदार के पास लेबर का काम करता है, एक व्यक्ति ने बताया कि वह पास ही में इडली डोसे की रेडी लगता है, इनमें से लगभग सभी लोग आसपास के क्षेत्र में ऐसे ही मेहनत मजदूरी के काम करते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कैसे करेंगे भरण पोषण'</strong><br />उन्होंने कहा, “लोगों ने यह भी बताया कि क्योंकि अधिकतर लोग तमिलनाडु से हैं तो इनमें से अधिकतर लोगों के बच्चे वहीं पास ही में स्थित एक स्कूल जिसमें तमिल भाषा सिखाई जाती है, वहां पढ़ते हैं.” सौरभ भारद्वाज ने ये भी कहा कि बीजेपी शासित केंद्र सरकार इन लोगों को उनके घर से लगभग 40-50 किलोमीटर दूर बवाना में मकान देने की बात कर रही है. अगर यह लोग यहां से बवाना जाते हैं, तो उनके बच्चों की शिक्षा का क्या होगा? कैसे वह घर से 50 किलोमीटर दूर स्कूल आएंगे? यह सभी लोग जो आसपास के घरों में मेहनत मजदूरी का काम करते हैं, उनके व्यवसाय का क्या होगा? कैसे यह लोग घर से 50 किलोमीटर दूर नौकरी करने आएंगे? यह लोग अपना भरण पोषण कहां से करेंगे?</p>