दिल्ली में दिवाली से पहले सर्वोदय विद्यालय को मिला नया एकेडमिक ब्लॉक, CM आतिशी ने किया उद्घाटन

दिल्ली में दिवाली से पहले सर्वोदय विद्यालय को मिला नया एकेडमिक ब्लॉक, CM आतिशी ने किया उद्घाटन

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंडावली में सर्वोदय विद्यालय के नये एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री आतिशी के साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे. नया एकेडमिक ब्लॉक 64 कमरें, 9 अत्याधुनिक लैब, लाइब्रेरी, लिफ्ट सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा की क्रांति आगे भी जारी रखना है. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पैरेंट्स से स्कूल की बिल्डिंग देखने की अपील की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम आतिशी ने कहा, “मैंने दिल्ली के प्राइवेट स्कूल से पढ़ाई की है. ऐसी शानदार बिल्डिंग मेरे स्कूल की भी नहीं थी. 2015 तक दिल्ली में सरकारी स्कूल बदहाल होते थे. स्कूल के अंदर घुसते ही बदबू आने लगती थी. क्लासरूम की कमी के कारण बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे.” मुख्यमंत्री ने बताया कि परिवार बच्चे को सरकारी स्कूल भेजना पसंद नहीं करते थे. 10 साल पहले तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हकीकत याद है. उन्होंने कहा कि 1947 से 2015 तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मात्र 24,000 कमरे बनवाये गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सर्वोदय विद्यालय को मिला एकेडमिक ब्लॉक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली की सत्ता संभालने के बाद आप सरकार ने शिक्षा में क्रांति लाने की पहल की.&nbsp; 2015 से अब तक सरकार ने स्कूलों में 22,400 से ज़्यादा नए कमरें बनवाए. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ देती है. मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने दावा किया कि अभिभावकों की पसंद के मामले में दिल्ली देश का इकलौता राज्य बन गया है. अभिभावक बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला करवा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि दिल्ली की सत्ता में दूसरी पार्टी के आने से सरकारी स्कूल बंद होने लगेंगे. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि बच्चों को वर्ल्ड क्लास, फ्री शिक्षा मिले तो फैसला दिल्लीवालों के हाथ में है. आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज का पल भावुक कर देने वाला है. बचपन में रोती हुई स्कूल की बिल्डिंग देखता था. रोती हुई स्कूल की बिल्डिंग हंसता हुआ देश नहीं पैदा कर सकती है. आपको देश खुशहाल, आत्मविश्वास से भरपूर चाहिए तो स्कूल की बिल्डिंग को मुस्कुराता हुआ बना दीजिए. उन्होंने इंजीनियरों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi: धनतेरस पर खरीदारी से बाजार में लौटी रौनक, 60 हजार करोड़ के व्यापार का अनुमान” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-cait-expects-60-thousand-crore-business-on-the-occasion-of-dhanteras-ann-2813327″ target=”_self”>Delhi: धनतेरस पर खरीदारी से बाजार में लौटी रौनक, 60 हजार करोड़ के व्यापार का अनुमान</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मंडावली में सर्वोदय विद्यालय के नये एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया. उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री आतिशी के साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे. नया एकेडमिक ब्लॉक 64 कमरें, 9 अत्याधुनिक लैब, लाइब्रेरी, लिफ्ट सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा की क्रांति आगे भी जारी रखना है. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद पैरेंट्स से स्कूल की बिल्डिंग देखने की अपील की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम आतिशी ने कहा, “मैंने दिल्ली के प्राइवेट स्कूल से पढ़ाई की है. ऐसी शानदार बिल्डिंग मेरे स्कूल की भी नहीं थी. 2015 तक दिल्ली में सरकारी स्कूल बदहाल होते थे. स्कूल के अंदर घुसते ही बदबू आने लगती थी. क्लासरूम की कमी के कारण बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे.” मुख्यमंत्री ने बताया कि परिवार बच्चे को सरकारी स्कूल भेजना पसंद नहीं करते थे. 10 साल पहले तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हकीकत याद है. उन्होंने कहा कि 1947 से 2015 तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मात्र 24,000 कमरे बनवाये गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सर्वोदय विद्यालय को मिला एकेडमिक ब्लॉक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली की सत्ता संभालने के बाद आप सरकार ने शिक्षा में क्रांति लाने की पहल की.&nbsp; 2015 से अब तक सरकार ने स्कूलों में 22,400 से ज़्यादा नए कमरें बनवाए. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ देती है. मुख्यमंत्री <a title=”आतिशी” href=”https://www.abplive.com/topic/atishi” data-type=”interlinkingkeywords”>आतिशी</a> ने दावा किया कि अभिभावकों की पसंद के मामले में दिल्ली देश का इकलौता राज्य बन गया है. अभिभावक बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला करवा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि दिल्ली की सत्ता में दूसरी पार्टी के आने से सरकारी स्कूल बंद होने लगेंगे. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि बच्चों को वर्ल्ड क्लास, फ्री शिक्षा मिले तो फैसला दिल्लीवालों के हाथ में है. आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज का पल भावुक कर देने वाला है. बचपन में रोती हुई स्कूल की बिल्डिंग देखता था. रोती हुई स्कूल की बिल्डिंग हंसता हुआ देश नहीं पैदा कर सकती है. आपको देश खुशहाल, आत्मविश्वास से भरपूर चाहिए तो स्कूल की बिल्डिंग को मुस्कुराता हुआ बना दीजिए. उन्होंने इंजीनियरों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया.&nbsp;</p>
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