दिल्ली में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट का उल्लंघन करने वाले सावधान, ताबड़तोड़ कट रहे चालान

दिल्ली में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट का उल्लंघन करने वाले सावधान, ताबड़तोड़ कट रहे चालान

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Traffic Police Issued Challans:</strong> देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में इजाफे के बीच ट्रैफिक पुलिस सख्त नजर आ रही है. राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैफिक पुलिस की ओर से धड़ाधड़ चालान काटकर जुर्माना वसूला जा रहा है. पॉल्यूशन सर्टिफिकेट उल्लंघन के लिए 1 से 24 अक्टूबर के बीच गाड़ियों के मालिकों पर 47 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. एक अधिकारी ने बुधवार (30 अक्टूबर) &nbsp;को इस संबंध में जानकारी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों के ड्राइवर को 47,000 से अधिक चालान जारी किए हैं. वैध प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र नहीं होने पर ड्राइवर पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है. ये चालान अदालतों से जारी किए जाते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीयूसी उल्लंघन के लिए 47,363 चालान&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक इस महीने एक विशेष अभियान शुरू किया गया था, जिसमें 1 से 24 अक्टूबर के बीच गाड़ियों को पीयूसी उल्लंघन के लिए 47,363 चालान जारी किए गए थे. एक अधिकारी ने कहा कि शहर में गाड़ियों की संख्या काफी बढ़ गई है, जिससे प्रदूषण फैल रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रैफिक पुलिस ने कहां-कहां चलाया अभियान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ओर से इस महीने आईटीओ चौक, पीरागढ़ी, आश्रम चौक, आनंद विहार और महरौली सहित विभिन्न स्थानों पर विशेष अभियान चलाया गया और 24 अक्टूबर तक लगभग 47,343 वाहन चालकों को बिना प्रदूषण या समाप्त पीयूसी सर्टिफिकेट के पकड़ा गया. अधिकारी ने कहा कि अभियान जारी है और अफसरों को गाड़ियों की औचक जांच करते रहने के लिए कहा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आंकड़ों से यह भी पता चला है कि इस साल 24 अक्टूबर तक पीयूसी उल्लंघन के लिए कुल 2,50,761 चालान जारी किए गए हैं. पिछले साल, यह संख्या 2,32,885 थी और साल 2022 में इसी अवधि के दौरान यह 1,64,638 थी. अधिकारी ने कहा कि डेटा में चालान की संख्या में हैवी ट्रांसपोर्ट व्हीकल सहित सभी प्रकार के वाहन शामिल हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता बुधवार (30 अक्टूबर) सुबह AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) के साथ ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन पहले दर्ज किए गए 268 से 278 अधिक है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि PUC नियमों की सख्ती से निगरानी और कार्यान्वयन करके उनका मकसद उत्सर्जन मानकों के पालन की संस्कृति विकसित करना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”दिल्ली के वो जगह जहां होते हैं सबसे ज्यादा एक्सीडेंट, ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट से खुलासा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-black-spots-where-most-accidents-happen-revealed-in-traffic-police-report-ann-2813839″ target=”_self”>दिल्ली के वो जगह जहां होते हैं सबसे ज्यादा एक्सीडेंट, ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट से खुलासा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Traffic Police Issued Challans:</strong> देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में इजाफे के बीच ट्रैफिक पुलिस सख्त नजर आ रही है. राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैफिक पुलिस की ओर से धड़ाधड़ चालान काटकर जुर्माना वसूला जा रहा है. पॉल्यूशन सर्टिफिकेट उल्लंघन के लिए 1 से 24 अक्टूबर के बीच गाड़ियों के मालिकों पर 47 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. एक अधिकारी ने बुधवार (30 अक्टूबर) &nbsp;को इस संबंध में जानकारी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों के ड्राइवर को 47,000 से अधिक चालान जारी किए हैं. वैध प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र नहीं होने पर ड्राइवर पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है. ये चालान अदालतों से जारी किए जाते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीयूसी उल्लंघन के लिए 47,363 चालान&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक इस महीने एक विशेष अभियान शुरू किया गया था, जिसमें 1 से 24 अक्टूबर के बीच गाड़ियों को पीयूसी उल्लंघन के लिए 47,363 चालान जारी किए गए थे. एक अधिकारी ने कहा कि शहर में गाड़ियों की संख्या काफी बढ़ गई है, जिससे प्रदूषण फैल रहा है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रैफिक पुलिस ने कहां-कहां चलाया अभियान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ओर से इस महीने आईटीओ चौक, पीरागढ़ी, आश्रम चौक, आनंद विहार और महरौली सहित विभिन्न स्थानों पर विशेष अभियान चलाया गया और 24 अक्टूबर तक लगभग 47,343 वाहन चालकों को बिना प्रदूषण या समाप्त पीयूसी सर्टिफिकेट के पकड़ा गया. अधिकारी ने कहा कि अभियान जारी है और अफसरों को गाड़ियों की औचक जांच करते रहने के लिए कहा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आंकड़ों से यह भी पता चला है कि इस साल 24 अक्टूबर तक पीयूसी उल्लंघन के लिए कुल 2,50,761 चालान जारी किए गए हैं. पिछले साल, यह संख्या 2,32,885 थी और साल 2022 में इसी अवधि के दौरान यह 1,64,638 थी. अधिकारी ने कहा कि डेटा में चालान की संख्या में हैवी ट्रांसपोर्ट व्हीकल सहित सभी प्रकार के वाहन शामिल हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता बुधवार (30 अक्टूबर) सुबह AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) के साथ ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन पहले दर्ज किए गए 268 से 278 अधिक है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि PUC नियमों की सख्ती से निगरानी और कार्यान्वयन करके उनका मकसद उत्सर्जन मानकों के पालन की संस्कृति विकसित करना है.</p>
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