<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Mayor Election 2024:</strong> दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का कांग्रेस ने बहिष्कार किया है. इससे पहले चंडीगढ़ और दिल्ली नगर निगम ने कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था, लेकिन हरियाणा चुनाव के बाद दोनों दलों में दूरियां साफ नजर आ रही हैं. वहीं दोपहर तीन बजे दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव के बहिष्कार की वजह बताएंगे.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Mayor Election 2024:</strong> दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का कांग्रेस ने बहिष्कार किया है. इससे पहले चंडीगढ़ और दिल्ली नगर निगम ने कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था, लेकिन हरियाणा चुनाव के बाद दोनों दलों में दूरियां साफ नजर आ रही हैं. वहीं दोपहर तीन बजे दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव के बहिष्कार की वजह बताएंगे.</p> दिल्ली NCR Yeida लोगों की बढ़ती डिमांड देख लॉन्च करेगा अपनी नई स्कीम, जानें- क्या है इसमें शामिल
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करनाल में विवाहिता बेटे सहित गयाब:सहेली पर लगाए बहलाने के आरोप, पति गया था काम पर
करनाल में विवाहिता बेटे सहित गयाब:सहेली पर लगाए बहलाने के आरोप, पति गया था काम पर हरियाणा में करनाल के घरौंडा थाना क्षेत्र के एक गांव में रह रही एक विवाहिता अपने पांच वर्षीय बच्चे के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई है। यह महिला और उसका परिवार मूल रूप से पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के निवासी है। जो अब कई सालों से करनाल में किराए के मकान में रहते हैं। विवाहिता के पति ने उसकी पत्नी की सहेली पर आरोप है कि उसने महिला और उसके बच्चे को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई है। काम पर गया हुआ था पति शिकायतकर्ता पति पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले का निवासी है। उसने बताया कि वह अपने परिवार के साथ घरौंडा के एक गांव में किराए पर रहता है और मेहनत-मजदूरी करता है।कल वह अपनी 28 वर्षीय पत्नी और पांच वर्षीय बेटे को घर पर छोड़कर काम पर चला गया था। पति ने आरोप लगाया कि सुबह करीब 10 बजे उसकी पत्नी की सहेली उनके घर आई और उसकी पत्नी और बच्चे को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई। घर आया तो पत्नी बेटा मिले गायाब पति ने आगे शिकायत में बताया कि दोपहर साढ़े 3 बजे जब वह घर लौटा तो उसे अपनी पत्नी और बच्चा घर पर नहीं मिले। उसने आसपास और रिश्तेदारों में पता किया, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। पति का कहना है कि उसकी पत्नी अपने मोबाइल फोन को भी साथ ले गई थी, लेकिन अब वह बंद आ रहा है। इतना ही नहीं घर में रखी नकदी व अभूषण व दस्तावेज भी गयाब है। महिला के पति ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को उसकी पत्नी और बच्चे के बारे में कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पुलिस जल्द ही उनकी पत्नी और बच्चे को खोज निकालेगी और इस मामले में सच्चाई सामने आएगी। पुलिस जुटी तलाश में पत्नी और बच्चे के लापता होने की खबर मिलते ही पति ने घरौंडा थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। जांच अधिकारी विपिन ने बताया कि महिला और बच्चे के लापता होने की शिकायत मिली है और एक महिला पर उन्हें बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप है। मामले की जांच जारी है और पुलिस सभी संभावित सुरागों की जांच कर रही है।
लखनऊ में फिर टूटेंगे 500 मकान:अकबरनगर के बाद अबरारनगर में चलेगा बुलडोजर; LDA ने दिया 3 दिन का अल्टीमेटम
लखनऊ में फिर टूटेंगे 500 मकान:अकबरनगर के बाद अबरारनगर में चलेगा बुलडोजर; LDA ने दिया 3 दिन का अल्टीमेटम लखनऊ में अकबरनगर की तरह अब अबरारनगर में बने करीब 500 अवैध मकानों को तोड़ने की तैयारी की जा चुकी है। LDA की टीम ने प्लानिंग कर ली है। यहां रहने वालों को तीन दिन में मकान खाली करने का अल्टीमेटम भी दे दिया गया है। LDA का कहना है कि ये मकान कुकरैल नदी एरिया में अवैध तरीके से बनाए गए हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर की टीम वहां की हकीकत जानने पहुंची। शनिवार शाम करीब 4 बजे अबरारनगर की गलियों में कुछ बच्चे खेलते दिखे। लेकिन जैसे ही उन्होंने कैमरा और माइक देखा, अपने-अपने घरों की तरफ जाने लगे। करीब 20 मिनट तक पैदल चलने के बाद कुछ लोग बैठे दिखाई दिए। वे बात करने के लिए तैयार तो हुए लेकिन कैमरा बंद करने का आग्रह किया। उनकी दलील थी कि हम मीडिया में दिखेंगे तो सबसे पहले हमारे मकान गिराए जाएंगे। अकबरनगर में भी जो लोग ज्यादा मुखर थे, प्रशासन ने पहले उन्हीं के घरों पर बुलडोजर चलाया। सबसे पहले अबरारनगर को जानते हैं…
खुर्रमनगर से कुकरैल की तरफ जाने सड़क पर 50 मीटर बाद ही अबरारनगर इलाका शुरू हो जाता है। यहां नदी (जिसे अभी नाला कहा जाता है) की चौड़ाई 40 फीट से भी कम है। इसी के दोनों तरफ मकान बना लिए गए हैं। यहीं बीच से एक नाला भी गुजरता पर जिस पर अतिक्रमण करके कई मकान बने हैं। नाले के बाईं तरफ करीब 1500 मीटर तक 50 मीटर की चौड़ाई में करीब 350 से ज्यादा मकान हैं, जिनका टूटना तय है। जबकि दाईं तरफ भी 1500 मकान बनाए गए हैं। उस पर भी कार्रवाई की जा सकती है। नदी के किनारे कई नए मकान भी बने हैं, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। तीन करोड़ तक की लागत से बने हैं मकान स्थानीय लोगों ने दैनिक भास्कर को बताया- कई मकान ऐसे हैं, जिन्हें बनाने में 50 लाख से लेकर 3 करोड़ रुपए तक का खर्च हुए हैं। कुछ मकान 40 से 50 साल पुराने हैं। यहां रहने वाली एक महिला सरकार से बेहद नाराज दिखीं। नाम न बताने की शर्त पर उन्होंने कहा कि सरकार के लोग हमारी तरह गरीब होते तो मकान टूटने का दर्द समझते? अबरारनगर में हाईकोर्ट के वकील-रिटायर्ड जज भी रहते हैं
स्थानीय निवासी बिलाल बताते हैं कि यहां रहने वालों में हाईकोर्ट के वकील और कई रिटायर्ड जज भी शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस और कई PCS अधिकारियों ने भी यहां मकान बना रखा है। बहुत से लोगों के पास जमीन रजिस्ट्री के कागजात हैं। लोगों ने बताया कि LDA की टीम ने यहां आकर महज 3 दिन में घर खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। हालांकि, अभी तक किसी को नोटिस भी नहीं मिला है। लोगों को नोटिस का इंतजार है। जिसके बाद कानूनी कार्रवाई पर विचार करेंगे। लोगों का कहना है कि हम चुप नहीं बैठेंगे और हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक अपनी बात करेंगे। 3 मस्जिद और एक मदरसा टूटेगा
यहां पर भी 3 मस्जिद और एक मदरसा बना है। उसके अलावा करीब 200 से ज्यादा ऐसे मकान हैं, जिसकी जमीन और निर्माण की कीमत जोड़ी जाए तो वह कम से कम 1 करोड़ रुपए से ज्यादा है। LDA की टीम सर्वे करने पहुंची थी 20 जून को यहां LDA की टीम सर्वे करने पहुंची थी। अबरारनगर सहित पंतनगर में 500 से ज्यादा घरों को गिराए जाने की बात सामने आई। जब LDA की टीम पहुंची तो लोगों की भीड़ जमा हो गई और इसकी वजह से LDA अधिकारियों को बिना कुछ किए वापस लौटना पड़ा। वहीं LDA अधिकारियों का दावा है कि पूरे इलाके का सर्वे हो चुका है। कौन सा हिस्सा गिरेगा? इसकी भी प्लानिंग कर ली गई है। पूरे इलाके में ड्रोन शूट पहले ही कराया जा चुका है। जानें कैसी है अबरार नगर की बसावट
अबरार नगर में करीब 800 से ज्यादा मकान हैं। जिन घरों को गिराया जाना है, उनमें 100 से ज्यादा ऐसे मकान हैं, जिसकी लागत और प्रापर्टी की कीमत दो करोड़ रुपए से ज्यादा है। बताया जा रहा है कि यहां भी ज्यादातर मकान कुकरैल नदी की जमीन पर बने हैं। हालांकि कई मकान दो से तीन दशक पुराने हैं। मौजूदा समय यहां जमीन का रेट 5000 हजार रुपए वर्ग फीट से ज्यादा है।
भगत कबीर जयंती पर होशियारपुर पहुंचे सीएम मान:कहा- गोइंदवाल में 400 एकड़ जमीन पर लगेगा सोलर प्लांट; शिक्षा पद्धति में भी होगा बदलाव
भगत कबीर जयंती पर होशियारपुर पहुंचे सीएम मान:कहा- गोइंदवाल में 400 एकड़ जमीन पर लगेगा सोलर प्लांट; शिक्षा पद्धति में भी होगा बदलाव भगत कबीर जयंती के अवसर पर शनिवार को होशियारपुर में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्य रूप से शामिल हुए। उन्होंने भगत कबीर को श्रद्धांजलि देने के साथ ही शिक्षा व्यवस्था में किए जाने वाले बदलावों और गोइंदवाल साहिब में 400 एकड़ में लगाए जाने वाले सोलर प्लांट के बारे में भी जानकारी दी। सीएम मान ने कहा कि सरकारें थर्मल प्लांट बेचती हैं, लेकिन हमने खरीद लिया। 540 मेगावॉट उसकी कैपेसिटी है। 1080 करोड़ में खरीदा है। अगर इसे बनाए तो खर्च 5 हजार करोड़ से अधिक आएगा। 5 हजार करोड़ का सौदा हमने 1080 करोड़ में ले लिया। लेकिन खुशी की बात है कि इस थर्मल प्लांट के साथ 400 एकड़ जमीन भी फ्री में मिली है। जिस पर पंजाब सरकार सोलर प्लांट बनाया जाएगा। शिक्षा पद्धति में बदलाव होगा सीएम मान ने कहा कि शिक्षा पद्धति में बदलाव आज की जरूरत है। हम 6वीं, 7वीं में ही युवाओं को माफी मांगना सिखा देते हैं। हमें भी पता नहीं चलता कि हमें उन्हें कब बिखारी बना देते हैं। मांगने में लगा देते हैं। बड़े होते वे माफियाओं ही लिखते रहते हैं। सीएम मान ने कहा कि 6वीं-7वीं में बच्चों को फीस माफी सिखाने लगते हैं। लेकिन अब उसका तरीका बदला जाएगा। फीस माफी में अब बच्चों को सिखाया जाएगा कि स्कूल की फीस उधार की जाए। पढ़ाई के बाद ब्याज समेत स्कूल की फीस वापस की जाएगी। सीएम मान ने कहा कि आने वाले समय में ये बदलाव करने जा रहे हैं। रट्टा सिस्टम को बदला जाएगा सीएम मान ने कहा कि अमेरिका व विदेशों में कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि बच्चों को सोचने का मौका दिया जाता है। वहां पूछते हैं, फास्ट-फूड लाभदायक है या हानिकारक है। अगर कोई सही कहे तो उसे उसके फायदा बताने होंगे, अगर नुकसान कह दिया तो हानिकारक के कारण बताने होंगे। बच्चों को अपना दिमाग चलाने का मौका देना चाहिए। हम गाइड पर चलते हैं, जो वहां लिखा है वही ठीक है। रट्टे लगा लो बस। अब इसमें बदला जाएगा। हमें सिर्फ रटना, नकल मारना, पकड़े जाओ तो पर्ची खा जाओ सिखाया जाता है। लेकिन अब इस सिस्टम में बदलाव किया जाएगा। डीसी ऑफिस में बनेंगी सीएम विंडो हर डीसी ऑफिस में सीएम विंडो बना रहे हैं। जिसे भी काम होगा, उन्हें चंडीगढ़ आने की जरूरत नहीं होगी। डीसी ऑफिस में सीएम विंडो में ही एप्लिकेशन दी जा सकती है। अगले ही दिन उन्हें फोन आ जाएगा कि संबंधित कार्य डिपार्टमेंट को भेज दिया गया है। अगर कोई जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होगा, उसे भी फोन पर मंगवा लिया जाएगा। लेकिन चंडीगढ़ आने की जरूरत किसी को नहीं होगी।