<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi IPS Transfer:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यहां पांच आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. इसमें दिल्ली पुलिस कमिश्नर के ओएसडी मनीषी चंद्रा को मिजोरम भेजा गया. इसके अलावा चार और आईपीएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली से जिन आईपीएस का ट्रांसफर किया है उनमें आईपीएस बीएल सुरेश को अरुणाचल प्रदेश, आईपीएस रजनीश गर्ग को लद्दाख, आईपीएस जी राम गोपाल को अरुणाचल प्रदेश, आईपीएस हरीश एचपी को जम्मू कश्मीर और आईपीएस मनीषी चंद्रा को मिजोरम भेजा गया है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi IPS Transfer:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यहां पांच आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. इसमें दिल्ली पुलिस कमिश्नर के ओएसडी मनीषी चंद्रा को मिजोरम भेजा गया. इसके अलावा चार और आईपीएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली से जिन आईपीएस का ट्रांसफर किया है उनमें आईपीएस बीएल सुरेश को अरुणाचल प्रदेश, आईपीएस रजनीश गर्ग को लद्दाख, आईपीएस जी राम गोपाल को अरुणाचल प्रदेश, आईपीएस हरीश एचपी को जम्मू कश्मीर और आईपीएस मनीषी चंद्रा को मिजोरम भेजा गया है.</p> दिल्ली NCR CM नीतीश कुमार के लिए क्या दरवाजे अब भी खुले हैं? तेजस्वी यादव बोले, ‘ऐसे चाचा…’
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सांसद हरसिमरत ने गृहमंत्री को लिखा खत:पति पर हमले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग; सुखबीर बादल ने जान बचाने वाले के लिए मांगा मैडल
सांसद हरसिमरत ने गृहमंत्री को लिखा खत:पति पर हमले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग; सुखबीर बादल ने जान बचाने वाले के लिए मांगा मैडल पंजाब के बठिंडा से सांसद व बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर ने पति सुखबीर बादल पर हुए हमले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह को खत लिख दिया है। उन्होंने इस मामले की उच्च-स्तरीय कमेटी से जांच करवाने की मांग रखी है। इतना ही नहीं, सुखबीर सिंह बादल ने भी उनकी जान बचाने वाले एएसआई जसबीर सिंह और एएसआई हीरा सिंह के लिए राष्ट्रपति पुलिस मैडल की मांग की है। शिरोमणि अकाली दल की तरफ से सांझा की गई जानकारी के अनुसार पार्टी ने सुखबीर सिंह बादल की सिफारिश का समर्थन किया है। इस सिफारिश में सुखबीर बादल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एएसआई जसबीर सिंह और एएसआई हीरा सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करने का अनुरोध किया है। यह अनुरोध 4 दिसंबर को गोल्डन टेंपल अमृतसर के परिसर में घटित घटना के लिए किया गया है, जब सुखबीर सिंह बादल सेवादार की भूमिका में अपनी सजा पूरी कर रहे थे। हरसिमरत बादल ने लिखा खत इसी प्रकार, शिरोमणि अकाली दल की बठिंडा से सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने भी गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस चौंकाने वाली घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पंजाब पुलिस की जांच में कई लूपहोल हैं। इतना ही नहीं, पंजाब पुलिस की संलिप्ता भी शक के दायरे में है। अगर ये घटना उस दिन घट जाती तो पंजाब का माहौल खराब हो सकता था। अकाली दल पहले ही पंजाब पुलिस पर कर चुका शक जाहिर पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर चुके हैं। बिक्रम मजीठिया ने कई वीडियो मीडिया के सामने रखी। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा। बिक्रम मजीठिया द्वारा पुलिस जांच पर उठाए गए सवाल- 1. पुलिस की एफआईआर कमजोर- बिक्रम मजीठिया ने पंजाब पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने एफआईआर को कमजोर करने के लिए गोली कत्ल करने की नीयत से नहीं, बल्कि गुत्थम-गुत्थी होते समय चलने की बात कही गई है। यानी कि ये सीधे-सीधे इरादतन कत्ल नहीं दिख रहा। 2. आतंकी चौड़े के साथ था बाबा धर्मा- बिक्रम मजीठिया ने वीडियो जारी कर बताया कि आंतकी चौड़े के साथ दिखने वाला कोई और नहीं बल्कि आतंकी दौर में उसी का साथ देने वाला बाबा धर्मा है। बाबा धर्मा तरनतारन के वैरोवाल का रहने वाला है। उसके खिलाफ भी कई वैपन व डेडली हथियारों के मामले दर्ज हैं। 3. वीडियो में दिख अन्य संदिग्ध की नहीं हुई पहचान- बिक्रम मजीठिया ने वीडियो जारी कर आतंकी चौड़ा और बाबा धर्मा के साथ चलने वाले एक और व्यक्ति को आइडेंटिफाई किया है। मजीठिया का आरोप है कि इस व्यक्ति की अभी पहचान नहीं हुई है। लेकिन ये भी इनके साथ ही था। इतना ही नहीं, आतंकी चौड़ा तीन दिसंबर को उसी की बाइक पर जाता दिखा था। 4. एसपी रंधावा आतंकी चौड़ा के साथ हाथ मिलाते दिखे- बिक्रम मजीठिया ने एक बार फिर आतंकी चौड़ा की वीडियो दिखाते हुए बताया कि जिस समय एसपी हरपाल सिंह रंधावा आतंकी चौड़ा से मिल रहा था, उसी समय उसका साथी बाबा धर्मा भी पास था। कोर क्रिमिनल व्यक्तियों के बार-बार सुखबीर बादल के पास आने के वीडियो सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस कैसे कह सकती है कि वे सतर्क थी। 5. एफआईआर में जान बचाने वाले एएसआई का नाम नहीं- बिक्रम मजीठिया ने सवाल खड़ा किया कि सभी ने लाइव वीडियो में सुखबीर बादल के सुरक्षाकर्मी जसबीर सिंह को चौड़ा को पकड़ते देखा। इसके बावजूद पुलिस ने घटना से तीन घंटे बाद हुई एफआईआर में ना तो जसबीर सिंह का नाम लिखा गया और ना ही उसके बयान रखे गए हैं। 4 दिसंबर गोल्डन टेंपल में चली थी गोली 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए।
श्री हिन्दू तख्त ने भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ पुलिस व चुनाव आयोग को दी शिकायत,
श्री हिन्दू तख्त ने भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ पुलिस व चुनाव आयोग को दी शिकायत, <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab News:</strong> श्री हिन्दू तख्त ने बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. श्री हिन्दू के प्रमुख प्रदेश प्रचारक वरुण मेहता ने कहा कि जिला चुनाव अधिकारी, डीजीपी पंजाब, डीसी लुधियाना और पुलिस कमिश्नर को ईमेल से शिकायत भेजी गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी जिला प्रधान रजनीश धीमान, वार्ड 77 की उम्मीदवार पूनम रतड़ा और वार्ड 78 के उम्मीदवार जॉन मसीह ने धार्मिक भावनाएं आहत की. इसलिए बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेहता ने कहा कि नगर निगम चुनाव सभी राजनीतिक दल लड़ रहे हैं. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि बीजेपी लोगों को धर्म के नाम पर गुमराह करनेका काम कर रही है. मर्यादा पुरुषोतम भगवान राम के नाम पर उकसाया जा रहा है. उससे भी बड़ी दुख की बात है अयोध्या में बने भव्य मंदिर का स्वरूप और प्रभु के नाम वाले पोस्टर गंदगी के ढेर में पड़े हैं. जिससे हिन्दू समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ क्यों भड़का श्री हिन्दू तख्त?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेहता ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए ओछी राजनीति कर रही है. लोगों को अपनी कारगुजारियां बताने की बजाय धर्म के नाम पर उकसाया जाना बेहद निंदनीय है. उन्होंने चुनाव आयोग से बीजेपी उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की. वरुण मेहता ने कहा कि श्री हिन्दू तख्त बेअदबी मामले में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर बीजेपी नेताओं पर सख्त कार्यवाही की मांग करेगा. वरुण मेहता ने कहा कि मर्यादा पुरुषोतम राम के नाम की बेअदबी करने वालों को जनता करारा जवाब दे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रिपोर्ट प्रदीप भंडारी </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Farmers Protest: पंजाब में किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, कमेटी से मिलने से भी इनकार” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/farmers-protest-rail-roko-andolan-for-3-hours-in-punjab-as-part-of-their-protest-2844727″ target=”_self”>Farmers Protest: पंजाब में किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, कमेटी से मिलने से भी इनकार</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
‘सुक्खू सरकार का नया कीर्तिमान, हिमाचल भवन की कुर्की का आदेश राज्य पर दाग’, राजीव बिंदल का तंज
‘सुक्खू सरकार का नया कीर्तिमान, हिमाचल भवन की कुर्की का आदेश राज्य पर दाग’, राजीव बिंदल का तंज <div id=”:1×2″ class=”Am aiL Al editable LW-avf tS-tW tS-tY” style=”text-align: justify;” tabindex=”1″ role=”textbox” spellcheck=”false” aria-label=”Message Body” aria-multiline=”true” aria-owns=”:1zh” aria-controls=”:1zh” aria-expanded=”false”>
<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने दिल्ली में बने हिमाचल भवन को कुर्क करने के आदेश दिए हैं. दिल्ली के मंडी हाउस में बने हिमाचल भवन को कुर्क करने का आदेश एक आर्बिट्रेशन अवॉर्ड की अनुपालन सुनिश्चित करने पर जारी किए हैं. इसपर हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार एक के बाद एक नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. अब हिमाचल भवन कुर्क करने के आदेश राज्य और राज्य सरकार पर एक दाग की तरह है. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल की सिंगल बेंच ने कुर्की यह आदेश दिए हैं.<br /><br /><strong>डॉ. राजीव बिंदल का सुक्खू पर निशाना</strong><br />हिमाचल प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने तंज कसते हुए इसे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक नया कीर्तिमान बनाया. उन्होंने कहा कि बीते दो साल से कांग्रेस सरकार इसी तरह का काम कर रही है. बिंदल ने कहा, “कभी हिमाचल प्रदेश में समोसे गुम होने की जांच की जाती है तो कभी टॉयलेट टैक्स लगाया जाता है. हिमाचल प्रदेश की हालत ऐसी हो गई है कि हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद भी राज्य सरकार पेमेंट का भुगतान नहीं कर पा रही है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिंदल ने आगे कहा कि, हिमाचल प्रदेश का हर वर्ग आज सरकार से परेशान हो चुका है. सत्ता में आते ही कांग्रेस ने संस्थानों को बंद करने का काम किया, जिससे आम जनता आज तक परेशानी झेल रही है. बिंदल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की ओर से जो आदेश जारी किए गए, यह हिमाचल प्रदेश सरकार और हिमाचल राज्य के लिए एक दाग की तरह है. इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. <br /><br /><strong>क्या है पूरा मामला?</strong><br />साल 2009 में सरकार ने कंपनी को 320 मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट आवंटित किया था. इस प्रोजेक्ट को लाहौल स्पीति में लगाया जाना था. सरकार ने उस वक्त प्रोजेक्ट लगाने के लिए BRO को सड़क निर्माण का काम दिया था. समझौते के अनुसार सरकार ने ही कंपनी को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवानी थी ताकि कंपनी समय पर प्रोजेक्ट का काम शुरू कर सके लेकिन ऐसा हुआ नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कंपनी ने साल 2017 में एक रिट याचिका दायर कर कोर्ट में बताया कि सुविधा न मिलने की वजह से कंपनी को प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा और यह प्रोजेक्ट सरकार को दे दिया गया. इस पर सरकार ने अपफ्रंट प्रीमियम जब्त कर लिया. सुनवाई के दौरान ही कोर्ट ने 64 करोड़ के अपफ्रंट प्रीमियम के भुगतान करने के आदेश जारी किए हैं. <br /><br /><strong>मामले में अगली सुनवाई 6 दिसंबर को</strong> <br />हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य के एमपीपी और पावर विभाग के प्रमुख सचिव को इस बात की जांच करने के लिए भी कहा कि किसी भी विशेष अधिकारी या अधिकारियों की गलती की वजह से 64 करोड़ रुपये की 7 प्रतिशत ब्याज समेत अवार्ड राशि अदालत में जमा नहीं करवाई गई है. हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने 15 दिनों के अंदर जांच पूरी करने को कहा है. इसके साथ ही इसकी रिपोर्ट अगली तारिख को अदालत में पेश करने के लिए भी कहा है. इस मामले की अगली सुनवाई 6 दिसंबर को होगी.</p>
<p><strong>यह भी पढ़ें</strong>- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/harsh-mahajan-statement-on-operation-lotus-creates-dispute-within-bjp-ann-2826224″>ऑपरेशन लोटस पर सांसद हर्ष महाजन के बयान से BJP में असंतोष! कई नेताओं की नाराजगी की खबर</a></strong></p>
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