पंजाब में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने दीवाली से एक दिन पहले बड़ी सफलता हासिल की है। अमृतसर और तरनतारन जिलों में, सीमा पार से हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए बीएसएफ की टीमों ने पांच ड्रोन, एक पिस्तौल और हेरोइन की खेप को बरामद किया है। एक ही दिन में हुई इन बरामदगियों ने सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ की कड़ी सतर्कता और सक्रियता को प्रदर्शित किया है। बीएसएफ को इस कार्रवाई में सफलता तब मिली जब उन्हें एक विशेष जानकारी प्राप्त हुई कि सीमा पार से पंजाब में नशीले पदार्थों और हथियारों की खेप भेजने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना मिलते ही, बीएसएफ ने अमृतसर और तरनतारन जिलों में कई जगहों पर गश्त बढ़ा दी। आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण के सहारे बीएसएफ ने संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी और समय रहते इन कोशिशों को नाकाम कर दिया। चीनी निर्मित ड्रोन और हथियारों की जब्ती जांच के दौरान बीएसएफ को पांच ड्रोन मिले, जिनमें से सभी ड्रोन चीनी निर्मित हैं और इन्हें डीजेआई माविक क्लासिक और डीजेआई एयर 3 मॉडल के रूप में पहचाना गया। ड्रोन की तकनीकी जांच से यह पुष्टि होती है कि सीमा पार तस्करों द्वारा अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर भारतीय क्षेत्र में नशा और हथियार पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, बीएसएफ ने एक पिस्तौल भी बरामद की, जिसका संभावित रूप से तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों में उपयोग किया जाना था। हेरोइन के पैकेट्स की बरामदगी बीएसएफ ने इस कार्रवाई में 1.8 किलोग्राम हेरोइन भी बरामद की है। यह नशीला पदार्थ तीन पैकेट्स में विभाजित था और इसे ड्रोन के माध्यम से भारतीय सीमा में पहुँचाया जा रहा था। तस्करों की यह कोशिश बीएसएफ की सतर्कता के चलते नाकाम रही। पकड़ी गई खेप की इंटरनेशनल वेल्यू तकरीबन 12 करोड़ रुपए है। बीएसएफ की सतर्कता और राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ पंजाब सीमा पर तस्करी और अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हमारी टीमें हर समय सतर्क हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी भी स्थिति में भंग नहीं होने देंगी। ड्रोन, नशीले पदार्थ और हथियारों की बरामदगी बीएसएफ की उस दृढ़ संकल्प का प्रमाण है जो हम सीमा की रक्षा के प्रति रखते हैं। पंजाब में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने दीवाली से एक दिन पहले बड़ी सफलता हासिल की है। अमृतसर और तरनतारन जिलों में, सीमा पार से हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए बीएसएफ की टीमों ने पांच ड्रोन, एक पिस्तौल और हेरोइन की खेप को बरामद किया है। एक ही दिन में हुई इन बरामदगियों ने सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ की कड़ी सतर्कता और सक्रियता को प्रदर्शित किया है। बीएसएफ को इस कार्रवाई में सफलता तब मिली जब उन्हें एक विशेष जानकारी प्राप्त हुई कि सीमा पार से पंजाब में नशीले पदार्थों और हथियारों की खेप भेजने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना मिलते ही, बीएसएफ ने अमृतसर और तरनतारन जिलों में कई जगहों पर गश्त बढ़ा दी। आधुनिक तकनीक और प्रशिक्षण के सहारे बीएसएफ ने संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी और समय रहते इन कोशिशों को नाकाम कर दिया। चीनी निर्मित ड्रोन और हथियारों की जब्ती जांच के दौरान बीएसएफ को पांच ड्रोन मिले, जिनमें से सभी ड्रोन चीनी निर्मित हैं और इन्हें डीजेआई माविक क्लासिक और डीजेआई एयर 3 मॉडल के रूप में पहचाना गया। ड्रोन की तकनीकी जांच से यह पुष्टि होती है कि सीमा पार तस्करों द्वारा अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर भारतीय क्षेत्र में नशा और हथियार पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, बीएसएफ ने एक पिस्तौल भी बरामद की, जिसका संभावित रूप से तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों में उपयोग किया जाना था। हेरोइन के पैकेट्स की बरामदगी बीएसएफ ने इस कार्रवाई में 1.8 किलोग्राम हेरोइन भी बरामद की है। यह नशीला पदार्थ तीन पैकेट्स में विभाजित था और इसे ड्रोन के माध्यम से भारतीय सीमा में पहुँचाया जा रहा था। तस्करों की यह कोशिश बीएसएफ की सतर्कता के चलते नाकाम रही। पकड़ी गई खेप की इंटरनेशनल वेल्यू तकरीबन 12 करोड़ रुपए है। बीएसएफ की सतर्कता और राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ पंजाब सीमा पर तस्करी और अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, हमारी टीमें हर समय सतर्क हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी भी स्थिति में भंग नहीं होने देंगी। ड्रोन, नशीले पदार्थ और हथियारों की बरामदगी बीएसएफ की उस दृढ़ संकल्प का प्रमाण है जो हम सीमा की रक्षा के प्रति रखते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हाईकोर्ट पहुंचा जालंधर का कुल्हड़ पिज्जा कपल:सुरक्षा की मांग की, निहंगों ने रेस्टोरेंट बंद करवाने की दी धमकी; 18 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम पंजाब के जालंधर का मशहूर कुल्हड़ पिज्जा कपल एक बार फिर चर्चा में आ गया है। कपल ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। इस पर कपल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने सुरक्षा की मांग की है। बता दें कि बाबा बुड्ढा ग्रुप के निहंगों ने कुल्हड़ पिज्जा शॉप पर जमकर हंगामा किया था। कुल्हड़ पिज्जा दंपती सहज अरोड़ा और गुरप्रीत ने जान-माल की सुरक्षा के लिए माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। रविवार को कपल ने जारी किया था वीडियो निहंगों के विरोध के बाद अब कपल ने रविवार को अपना एक वीडियो जारी किया था। जिसमें कपल ने कहा था कि वे अपने परिवार के साथ श्री दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) जाएंगे और वहां अपनी अर्जी लगाएंगे। सहज ने कहा था कि श्री दरबार साहिब पहुंचकर पूछूंगा कि मैं दस्तार (पगड़ी) सजा सकता हूं या नहीं। लेकिन अगर मैं गलत हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए। वीडियो में सहज के साथ उनकी पत्नी गुरप्रीत भी मौजूद थी। वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। जिसके बाद दोबारा निहंग बाबा मान सिंह ने नया वीडियो जारी किया। सहज ने आरोप लगाया था कि मेरे और मेरे परिवार के साथ जहां भी गलत हो रहा है, हमारी बात सुनी जानी चाहिए। सहज ने आगे कहा था कि मुझे पूरा यकीन है कि हमें इंसाफ दिया जाएगा। क्योंकि हमारी संस्था सही को सही और गलत को गलत बताती है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब से मेरा निवेदन है कि मेरी और मेरे परिवार सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए व मेरे रेस्टोरेंट की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। रेस्टोरेंट के बाहर निहंगों ने किया था प्रदर्शन बता दें कि बीते दिनों जालंधर के कुल्हड़ पिज्जा कपल के रेस्टोरेंट के बाहर निंहगों ने जमकर प्रदर्शन किया था। जहां निहंगों ने मांग की थी कि कुल्हड़ पिज्जा कपल द्वारा वायरल हुई अश्लील वीडियो को लेकर बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है। अगर सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म से जितनी भी वीडियो है कुल्हड़ पिज्जा कपल डिलीट कर देता है तो ठीक, नहीं तो फिर वह चाहे सारी पुलिस को बुला लें और उनके सामने वह उनकी पगड़ी को वापस कर दें। उसके बाद वह जो वीडियो बनाए उससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। वीडियो डिलीट न करने पर एक्शन लेने को कहा था निहंगों ने कहा था कि अगर वह वीडियो डिलीट नहीं करता तो उसके खिलाफ वह सख्त एक्शन लेंगे। निहंगों ने कहा कि वह जेल जाने से नहीं डरते, वह इस मामले को लेकर रोष जाहिर रखेंगे। उन्होंने कहा थाना डिवीजन नंबर 4 के प्रभारी ने मौके पर पहुंच कर किसी तरह मामला शांत करवाया था। जाते जाते निहंगों ने धमकी दी थी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह खुद इसका एक्शन लेंगे।
सीएम ने मनप्रीत बादल- चन्नी पर बोला जुबानी हमला:बरनाला में भगवंत बोले- खजाना खाली कहने वाले, अब नौकरियां देने के कर रहे वायदें
सीएम ने मनप्रीत बादल- चन्नी पर बोला जुबानी हमला:बरनाला में भगवंत बोले- खजाना खाली कहने वाले, अब नौकरियां देने के कर रहे वायदें बरनाला विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि पौने तीन साल में मैंने कभी नहीं कहा कि खजाना खाली है। ऐसा बोलने वाले अब गिद्दड़बाहा में चुनाव लड़ रहे हैं। उर्दू में शेयर बोलते रहते हैं। लोग कहते हैं कि समझ नहीं आता है। पहले वह गिद्दड़बाहा छोड़कर बठिंडा चले गए थे। उन्होंने कहा कि, बठिंडा वालों ने हरा दिया तो फिर गिद्दड़बाहा पहुंच गए हैं। कहते हैं कि मुझे वनवास मिल गया था। अब पंजाब रोडवेज व रेलवे में नौकरियां देने के वायदा कर रहे हैं, लेकिन जब सत्ता में था, तो कुछ नहीं किया। हमने 45 हजार लोगों को नौकरियां दी हैं। जागरूकता नहीं पैसे देने से हल होगी पराली की दिक्कत पराली जलाने के मुद्दे पर सीएम ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पराली के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा कहा जाता है कि इसके बारे में लोगों को जागरूक करें। इस संबंधी विज्ञापन अखबार, टीवी व अन्य साधनों पर दिए जाए। लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए राशि नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि जब से वह पैदा हुए हैं। वह बसों पर पढ़ते आ रहे हैं कि, दुल्हन ही दहेज है, बच्चे दो ही अच्छे। लेकिन क्या दहेज लेने से लोग रुक गए हैं। जनसंख्या बढ़ने से क्या रुक गई है। पराली की समस्या से निपटने के लिए मिलकर सोचना होगा। बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हुए सीएम ने कहा कहा कि आज धुएं की वजह से उप राष्ट्रपति का जहाज पंजाब में उतरा ही नहीं । हमारे ऊपर आरोप लगाए जाते हैं कि पंजाब का धुआं है। अब तो पाकिस्तान वाले भी आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, यूपी, हरियाणा और राजस्थान का धुआं कहां जाता है। सीएम ने कहा कि अमेरिका वाले मंगल पर प्लाट काटने की तैयारी में लगे हुए हैं। जबकि हमसे बरनाला के सीवरेज के ढक्कन पूरी नहीं हो रहे हैं। लोगों ने बाहर से ताले लगा दिए सीएम ने कहा कि भाजपा नेता केवल ढिल्लों और कैप्टन अमरिंदर सिंह को खेतों और किसानों के बारे में कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह लोग जीतकर अपने महलों के दरवाजे अंदर से ताले लगाकर बंद कर लेते थे। लोगों की नहीं सुनते थे। जब पौने साल हो जाते थे, तो दोबारा ताले खोलकर बाहर आ जाते थे। लेकिन इस बार जब कुंडे खोले तो दरवाजे बाहर से नहीं खुले। देखने लगे तो पता चला कि लोग बाहर से दरवाजे बंद कर दिए हैं। अर्जियां इनकी होगी, साइन मेरे होंगे सीएम ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चन्नी कहता है हरिंदर आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी में होता है। हमारे यहां नहीं चलता है। एक दूसरे के टांगें खींचते रहते हैं। उन्होंने ढाई साल पहले भी आपका विधायक था, ढाई साल बाद भी आपका ही रहेगा। मांगे आपकी, अर्जियां इन दोनों हरिंदर व सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर की होगी, साइन मेरे होंगे।
डिंपी ढिल्लों आज करेंगे अगली रणनीति का ऐलान:गिद्दड़बाहा में बुलाई समर्थकों की मीटिंग, सुखबीर भी बैठक कर बनाएंगे स्ट्रेटजी
डिंपी ढिल्लों आज करेंगे अगली रणनीति का ऐलान:गिद्दड़बाहा में बुलाई समर्थकों की मीटिंग, सुखबीर भी बैठक कर बनाएंगे स्ट्रेटजी शिरोमणि अकाली दल (SAD) को छोड़ने वाले गिद्दड़बाहा के सीनियर नेता, हलका प्रभारी और सुखबीर बादल के करीब रहे हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आज (सोमवार) अपनी अगली रणनीति का ऐलान कर सकते हैं। उन्होंने सुबह 11 बजे अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। दूसरी तरफ डिंपी के पार्टी छोड़ने से बने हालातों के बीच SAD प्रधान सुखबीर बादल ने मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने आज गिद्दड़बाहा के अकाली नेताओं की मीटिंग अपने निवास स्थान पर बुलाई है। वहीं, डिंपी का कहना है कि मनप्रीत बादल के चलते उनकी बलि दी गई है। हमारे जैसे तो केवल इस्तेमाल के लिए होते हैं। वहीं, चर्चा यह है कि वह आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। मनप्रीत बादल ने नहीं जॉइन की पार्टी दूसरी तरफ SAD के नेताओं ने डिंपी ढिल्लों को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा है। वहीं, इस मामले में अकाली नेता मनतार सिंह बराड़ ने बताया कि उनकी ड्यूटी भी गिद्दड़बाहा हलके में उपचुनाव के लिए लगी हुई। वह जैसे ही वहां पहुंचे तो पता चला कि डिंपी ढिल्लों पार्टी छोड़ने वाले है। डिंपी ने इसकी वजह मनप्रीत सिंह बादल को बताया था। मनतार सिंह बराड़ ने कहा कि जब मनप्रीत सिंह बादल ने SAD जॉइन नहीं की तो उन्हें पार्टी की टिकट कैसे दी जा सकती है। उन्होंने पार्टी के समर्थकों को साथ देने की अपील की है। बादल ने कहा था डिंपी ही लड़ेगा चुनाव मनतार सिंह बराड़ ने बताया कि वह कोर कमेटी के मेंबर है। कोर कमेटी की मीटिंग में महेश इंद्र सिंह गरेवाल ने जरूर कहा था कि बादल साहब आप गिद्दड़बाहा से चुनाव लडे़। लेकिन उस समय सुखबीर बादल ने कहा था कि डिंपी वहां से चुनाव लडे़गा। वह पिछले चुनाव में कम मतों से हारे थे। ऐसे में वह उसका हक मारना नहीं चाहते हैं। वहीं, सुखबीर डिंपी के साथ हलके में लगातार मीटिंग कर रहे थे। 15 मिनट लाइव होकर डिंपी ने रखा पक्ष डिंपी ढिल्लों ने पार्टी छोड़ने से पहले फेसबुक पर लाइव होकर पंद्रह मिनट में अपने सफर के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी 38 -39 साल से जुडे़ हुए थे। कई बार पार्टी पर भी मुश्किल भी आई, लेकिन वह हमेशा पार्टी व बादल परिवार के साथ खड़ रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ समय परेशान थे। क्योंकि हलके में मनप्रीत सिंह बादल सक्रिय थे। वह बीजेपी में थे, लेकिन वह किसी को बीजेपी में शामिल नहीं करवाते थे। गांवों में जाकर कहते थे कि सुखबीर बादल और उनके रिश्ते घी और खिचड़ी जैसे है। वह सुखबीर बादल को भी इस बारे स्थिति साफ करने के बारे में कह रहे थे, लेकिन वह भी कोई फैसला नहीं ले पा रहे थे। ऐसे में समर्थक भी आफत में थे। न तो सुखबीर बादल खुद को उम्मीदवार ऐलान कर रहे थे, जबकि वह नहीं कर रहे थे। उनकी सुखबीर बादल से 37 साल की दोस्ती परिवारवाद की बलि चढ़ गई। उन्होंने कहा कि दोनों परिवार मिल गए है। यह खुशी की बात है। 2022 में मात्र 1349 वोटों से हारे थे डिंपो ढिल्लों की गिदड़बाहा सीट पर अच्छी पकड़ है। दो बार चुनावों में उसे हार का मुंह देखना पड़ा है। साल 2012 से यहां से लगातार कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वरिंग चुनाव जीतने आ रहे है। 2017 में उन्होंने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को राजा वड़िंग ने हराया था। चुनाव में डिंपी को 47288 को वोट मिले थे, जबकि वड़िंग को 63500 मत मिले थे। जबकि 2022 में जब पूरे राज्य में आम आदमी पार्टी की हवा थी। लेकिन इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के बीच में ही मुकाबला था। इस दौरान राजा वड़िंग के वोट कम होकर 50998 रह गए। जबकि डिंपी को 49649 वोट मिले। दोनों में जीत का अंतर 1349 वोट का था। ऐसे में डिंपी ढिल्लों खुद को काफी मजबूत दावेदर इस सीट से मानते हैं। गिद्दड़बाहा सीट SAD का गढ़ गिद्दड़बाहा सीट 1967 में बनी थी। पहला चुनाव यहां से कांग्रेस नेता हरचरण सिंह बराड़ जीते थे। इसके बाद लगातार पांच बार 1969, 72, 77, 80 और 85 में इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जीते। 1992 में कांग्रेस नेता रघुबीर सिंह जीते। इसके बाद 1995, 97, 2002 और 2007 में सीट से शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर मनप्रीत बादल जीतते रहे। जबकि 2012, 2017 और 2022 में इस सीट से कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग जीते हैं। लेकिन अब वह लुधियाना से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने इस सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इस वजह से यह सीट खाली हुई है।