<p style=”text-align: justify;”><strong>Dewas News:</strong> मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का नया मामले सामने आया है. यहां राज्य के उज्जेन में रिश्वत लेते हुए अधिरकारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा है. उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने देवास जिले के सोनकच्छ के तहसीलदार और तहसील कार्यालय में पदस्थ शिक्षक को ₹7000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. जमीन के ट्रांस्फर के लिए आरोपियों द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी. यह मामला सामने आने के बाद तहसील कार्यलय में हड़कंप मच गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि देवास जिले के सोनकच्छ तहसील के ग्राम सांवेर में रहने वाले रविंद्र पिता सज्जन सिंह की ओर से शिकायत की गई थी कि उनकी भोपाल रोड पर कुमारियारा राव में जमीन है, जिसके नामांतरण के लिए लोक सेवा कार्यालय सोनकच्छ में एक महापुरुष आवेदन दिया गया था. आवेदन पर आगे कार्रवाई करवाने के लिए शिक्षक जय सिंह परमार द्वारा ₹7000 की रिश्वत मांगी गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खबर के आधार पर पुलिस ने दी दबिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जय सिंह परमार फिलहाल निर्वाचन शाखा तहसील सोनकच्छ में पदस्थ हैं. वह यहां लंबे समय से काम कर रहे है. इसी बीच सूचना के आधार पर पुलिस ने शिकायत का सत्यापन किया. यह शिकायत सही पाई गई. लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोनकच्छ के तहसीलदार मनीष जैन और जय सिंह परमार को रिश्वत लेते पकड़ लिया. पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रुपए मिलते ही तहसीलदार के चेंबर में पहुंचा जय सिंह</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि तहसील कार्यालय सोनकच्छ में जैसे ही जय सिंह राशि ली, वह तुरंत तहसीलदार के चेंबर में चला गया. तहसीलदार के चेंबर में तहसीलदार में मौजूद थे. लोकायुक्त पुलिस ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है. हालांकि देश में रिश्वतखोरी का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां अधिकारियों को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा जा चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Mahakal Temple News: महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक की जिम्मेदारी एडीएम पर, नए साल पर उमड़ेगी भीड़” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mahakal-temple-news-new-year-2025-darshan-administrator-responsibility-on-adm-ann-2851573″ target=”_self”>Mahakal Temple News: महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक की जिम्मेदारी एडीएम पर, नए साल पर उमड़ेगी भीड़</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Dewas News:</strong> मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का नया मामले सामने आया है. यहां राज्य के उज्जेन में रिश्वत लेते हुए अधिरकारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा है. उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने देवास जिले के सोनकच्छ के तहसीलदार और तहसील कार्यालय में पदस्थ शिक्षक को ₹7000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. जमीन के ट्रांस्फर के लिए आरोपियों द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी. यह मामला सामने आने के बाद तहसील कार्यलय में हड़कंप मच गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि देवास जिले के सोनकच्छ तहसील के ग्राम सांवेर में रहने वाले रविंद्र पिता सज्जन सिंह की ओर से शिकायत की गई थी कि उनकी भोपाल रोड पर कुमारियारा राव में जमीन है, जिसके नामांतरण के लिए लोक सेवा कार्यालय सोनकच्छ में एक महापुरुष आवेदन दिया गया था. आवेदन पर आगे कार्रवाई करवाने के लिए शिक्षक जय सिंह परमार द्वारा ₹7000 की रिश्वत मांगी गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खबर के आधार पर पुलिस ने दी दबिश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जय सिंह परमार फिलहाल निर्वाचन शाखा तहसील सोनकच्छ में पदस्थ हैं. वह यहां लंबे समय से काम कर रहे है. इसी बीच सूचना के आधार पर पुलिस ने शिकायत का सत्यापन किया. यह शिकायत सही पाई गई. लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोनकच्छ के तहसीलदार मनीष जैन और जय सिंह परमार को रिश्वत लेते पकड़ लिया. पकड़े जाने के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रुपए मिलते ही तहसीलदार के चेंबर में पहुंचा जय सिंह</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि तहसील कार्यालय सोनकच्छ में जैसे ही जय सिंह राशि ली, वह तुरंत तहसीलदार के चेंबर में चला गया. तहसीलदार के चेंबर में तहसीलदार में मौजूद थे. लोकायुक्त पुलिस ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है. हालांकि देश में रिश्वतखोरी का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां अधिकारियों को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा जा चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Mahakal Temple News: महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक की जिम्मेदारी एडीएम पर, नए साल पर उमड़ेगी भीड़” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mahakal-temple-news-new-year-2025-darshan-administrator-responsibility-on-adm-ann-2851573″ target=”_self”>Mahakal Temple News: महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक की जिम्मेदारी एडीएम पर, नए साल पर उमड़ेगी भीड़</a></strong></p> मध्य प्रदेश LG के आदेश पर दिल्ली CM महिला सम्मान योजना की जांच शुरू, संदीप दीक्षित ने की थी मांग