<p style=”text-align: justify;”><strong>Dehradun News:</strong> देहरादून में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने की एक बड़ी घटना सामने आई है. पुलिस ने रविवार को दक्षिणपंथी संगठन काली सेना के कम से कम पांच सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने स्थानीय लोगों को उकसाते हुए मुस्लिम किरायेदारों को क्षेत्र से निकालने के लिए भड़काऊ भाषण दिए और कुछ दुकानदारों पर हमला किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एफआईआर के अनुसार, यह घटना 4 फरवरी को हुई जब काली सेना के 50-60 सदस्यों ने नथुवावाला इलाके में एक जनसभा आयोजित की. इस सभा का उद्देश्य एक दिन पहले हुए एक नाबालिग के यौन शोषण के मामले के खिलाफ प्रदर्शन करना था, लेकिन इस दौरान आरोपियों ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभा के दौरान अन्य समुदायों की दुकानों के बैनर तोड़े गए<br /></strong>एफआईआर में कहा गया है, “सभा के दौरान उन्होंने लोगों को उकसाया और भड़काऊ भाषण दिए. उन्होंने स्थानीय निवासियों से अन्य समुदायों के किरायेदारों को क्षेत्र से बाहर निकालने और उन पर हमला करने की अपील की.” इसके बाद, यह समूह नथुवावाला से डोनाली तक जुलूस निकालते हुए गया और रास्ते में अन्य समुदायों की दुकानों के साइन बोर्ड और बैनर तोड़ दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>5 फरवरी को दोपहर 4:30 बजे, इसी संगठन ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक और जनसभा आयोजित की. यह सभा डोनाली तिराहे पर हुई, जहां आरोपियों ने स्थानीय लोगों को भड़काया. एफआईआर में दर्ज बयान के अनुसार, “उन्होंने मकान मालिकों और दुकानदारों को धमकी दी कि वे अन्य समुदायों के किरायेदारों को तुरंत बाहर निकाल दें. अगर यह सात दिनों के अंदर नहीं किया गया, तो वे खुद जबरन उन्हें निकाल देंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों पर होगी कार्रवाई<br /></strong>उसी दिन बाद में, आरोपियों ने लोअर टूनवाला के प्राथमिक विद्यालय के पास लगने वाले साप्ताहिक बाजार में घुसकर मुस्लिम विक्रेताओं को जबरन हटाया. एफआईआर के मुताबिक, उन्होंने इस बाजार को “सनातनी बाजार” घोषित कर दिया. एफआईआर में यह भी बताया गया है कि “उन्होंने अन्य समुदायों के विक्रेताओं के साथ गाली-गलौज की, उन्हें मारने की धमकी दी और चेतावनी दी कि अगर वे दोबारा दुकान लगाने आए तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, आरोपियों ने इस पूरी घटना के कई वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर साझा किए, जिसमें भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बालावाला चौकी प्रभारी, उप-निरीक्षक संजय रावत की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>SSP क्या बोले?<br /></strong>पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन दोषियों को पकड़ने में कितनी तेजी दिखाता है और राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि इस मामले में हमने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए कार्रवाई की है. सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व में गाइडलाइन जारी की थी कि राज्यों को हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इस मामले में हेट स्पीच को देखते हुए हमने कार्रवाई की है और ऐसे तमाम लोगों को हमने चेतावनी दी है जो हेट स्पीच देते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ भविष्य में भी देहरादून पुलिस कार्रवाई करेगी जो हेट स्पीच देते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चलाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-niyo-metro-rail-project-postponed-because-money-budget-issue-ann-2881026″>Uttarakhand News: उत्तराखंड में नियो मेट्रो योजना का बड़ा झटका, इस वजह से अधर में लटका प्रोजेक्ट</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Dehradun News:</strong> देहरादून में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने की एक बड़ी घटना सामने आई है. पुलिस ने रविवार को दक्षिणपंथी संगठन काली सेना के कम से कम पांच सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने स्थानीय लोगों को उकसाते हुए मुस्लिम किरायेदारों को क्षेत्र से निकालने के लिए भड़काऊ भाषण दिए और कुछ दुकानदारों पर हमला किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एफआईआर के अनुसार, यह घटना 4 फरवरी को हुई जब काली सेना के 50-60 सदस्यों ने नथुवावाला इलाके में एक जनसभा आयोजित की. इस सभा का उद्देश्य एक दिन पहले हुए एक नाबालिग के यौन शोषण के मामले के खिलाफ प्रदर्शन करना था, लेकिन इस दौरान आरोपियों ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सभा के दौरान अन्य समुदायों की दुकानों के बैनर तोड़े गए<br /></strong>एफआईआर में कहा गया है, “सभा के दौरान उन्होंने लोगों को उकसाया और भड़काऊ भाषण दिए. उन्होंने स्थानीय निवासियों से अन्य समुदायों के किरायेदारों को क्षेत्र से बाहर निकालने और उन पर हमला करने की अपील की.” इसके बाद, यह समूह नथुवावाला से डोनाली तक जुलूस निकालते हुए गया और रास्ते में अन्य समुदायों की दुकानों के साइन बोर्ड और बैनर तोड़ दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>5 फरवरी को दोपहर 4:30 बजे, इसी संगठन ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक और जनसभा आयोजित की. यह सभा डोनाली तिराहे पर हुई, जहां आरोपियों ने स्थानीय लोगों को भड़काया. एफआईआर में दर्ज बयान के अनुसार, “उन्होंने मकान मालिकों और दुकानदारों को धमकी दी कि वे अन्य समुदायों के किरायेदारों को तुरंत बाहर निकाल दें. अगर यह सात दिनों के अंदर नहीं किया गया, तो वे खुद जबरन उन्हें निकाल देंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों पर होगी कार्रवाई<br /></strong>उसी दिन बाद में, आरोपियों ने लोअर टूनवाला के प्राथमिक विद्यालय के पास लगने वाले साप्ताहिक बाजार में घुसकर मुस्लिम विक्रेताओं को जबरन हटाया. एफआईआर के मुताबिक, उन्होंने इस बाजार को “सनातनी बाजार” घोषित कर दिया. एफआईआर में यह भी बताया गया है कि “उन्होंने अन्य समुदायों के विक्रेताओं के साथ गाली-गलौज की, उन्हें मारने की धमकी दी और चेतावनी दी कि अगर वे दोबारा दुकान लगाने आए तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा, आरोपियों ने इस पूरी घटना के कई वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर साझा किए, जिसमें भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे. इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बालावाला चौकी प्रभारी, उप-निरीक्षक संजय रावत की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>SSP क्या बोले?<br /></strong>पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन दोषियों को पकड़ने में कितनी तेजी दिखाता है और राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि इस मामले में हमने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए कार्रवाई की है. सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व में गाइडलाइन जारी की थी कि राज्यों को हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. इस मामले में हेट स्पीच को देखते हुए हमने कार्रवाई की है और ऐसे तमाम लोगों को हमने चेतावनी दी है जो हेट स्पीच देते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ भविष्य में भी देहरादून पुलिस कार्रवाई करेगी जो हेट स्पीच देते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चलाएगी.</p>
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देहरादून में दक्षिणपंथी संगठन का मुस्लिम विक्रेताओं पर हमला, पुलिस ने दर्ज की FIR
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