धर्मपुर में पूर्व पार्षद और अफसरों में धक्का-मुक्की:ग्रामीणों ने किया विरोध, एनएच का चल रहा निर्माण, कंपनी ने नहीं बनाया स्कूल का रास्ता

धर्मपुर में पूर्व पार्षद और अफसरों में धक्का-मुक्की:ग्रामीणों ने किया विरोध, एनएच का चल रहा निर्माण, कंपनी ने नहीं बनाया स्कूल का रास्ता

हिमाचल प्रदेश के मंडी में धर्मपुर में नेशनल हाईवे निर्माण कार्य कर रही बीआरएन कंपनी के परियोजना प्रबंधक जितेंद्र पांडे के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस एसडीएम धर्मपुर की मौजूदगी में पांडे ने 8 महीने से टूटे स्कूल के रास्ते को न बनाने का रुख अपनाया। स्थानीय लोगों और किसान सभा ने इस पर कड़ा विरोध किया। विरोध के दौरान पूर्व पार्षद और कंपनी अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि परियोजना प्रबंधक लोगों से दुर्व्यवहार करता है। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल को बनाल, रियूर और बनेहरडी में निरीक्षण के दौरान भी प्रबंधक ने लोगों से दुर्व्यवहार किया था। एफआईआर दर्ज कराने की मांग 2 मई को एसडीएम स्वाति डोगरा की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी ऐसा ही व्यवहार देखने को मिला। शुक्रवार को भी परियोजना प्रबंधक ने एसडीएम जोगिंदर पटियाल के निर्देशों की अवहेलना की। उन्होंने अपनी मर्जी से स्कूल का रास्ता बनाने का फैसला सुनाया। किसान सभा ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उनका आरोप है कि कंपनी ने स्कूल का रास्ता तोड़ा, कल्वर्ट बंद किया और धवाल में अवैध डंपिंग व बलास्टिंग की। किसान सभा ने चेतावनी दी है कि मांग पूरी न होने पर वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे। हिमाचल प्रदेश के मंडी में धर्मपुर में नेशनल हाईवे निर्माण कार्य कर रही बीआरएन कंपनी के परियोजना प्रबंधक जितेंद्र पांडे के खिलाफ स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस एसडीएम धर्मपुर की मौजूदगी में पांडे ने 8 महीने से टूटे स्कूल के रास्ते को न बनाने का रुख अपनाया। स्थानीय लोगों और किसान सभा ने इस पर कड़ा विरोध किया। विरोध के दौरान पूर्व पार्षद और कंपनी अधिकारियों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि परियोजना प्रबंधक लोगों से दुर्व्यवहार करता है। उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल को बनाल, रियूर और बनेहरडी में निरीक्षण के दौरान भी प्रबंधक ने लोगों से दुर्व्यवहार किया था। एफआईआर दर्ज कराने की मांग 2 मई को एसडीएम स्वाति डोगरा की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी ऐसा ही व्यवहार देखने को मिला। शुक्रवार को भी परियोजना प्रबंधक ने एसडीएम जोगिंदर पटियाल के निर्देशों की अवहेलना की। उन्होंने अपनी मर्जी से स्कूल का रास्ता बनाने का फैसला सुनाया। किसान सभा ने कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उनका आरोप है कि कंपनी ने स्कूल का रास्ता तोड़ा, कल्वर्ट बंद किया और धवाल में अवैध डंपिंग व बलास्टिंग की। किसान सभा ने चेतावनी दी है कि मांग पूरी न होने पर वे सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर