धर्मशाला में अंबेडकर जयंती पर महत्वपूर्ण घोषणाएं:15 लाख से स्थापित होगी बाबा साहब की प्रतिमा, भूमि चयन निर्देश जारी

धर्मशाला में अंबेडकर जयंती पर महत्वपूर्ण घोषणाएं:15 लाख से स्थापित होगी बाबा साहब की प्रतिमा, भूमि चयन निर्देश जारी

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में पर्यटन निगम अध्यक्ष आर.एस. बाली ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने धर्मशाला में अंबेडकर भवन के निर्माण की योजना की जानकारी दी। इसके लिए भूमि चयन के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। नगरोटा बगवां के बस स्टैंड परिसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। एचआरटीसी ने 10 लाख रुपए स्वीकृत वहीं प्रतिमा के लिए एचआरटीसी ने 10 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। बाली ने स्वयं 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। लायंस क्लब में आयोजित जिला स्तरीय अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में बाली ने बाबा साहब के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक महान समाज सुधारक और कुशल अर्थशास्त्री थे। उन्होंने देश को सोचने का नया नजरिया दिया। समाज में समानता और अधिकारों की अलख जगाई। कठिन संघर्षों के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त बाली ने बताया कि डॉ. अंबेडकर ने कभी हार नहीं मानी। कठिन संघर्षों के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई। समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए आंदोलन चलाए। वाल्मीकि सभा को सोशल मीडिया पर डॉ. अंबेडकर की शिक्षाओं के प्रचार के लिए 11 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई। कार्यक्रम में वाल्मीकि सभा के जिला अध्यक्ष महेंद्र पाल और स्थानीय अध्यक्ष रमन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के धर्मशाला में पर्यटन निगम अध्यक्ष आर.एस. बाली ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने धर्मशाला में अंबेडकर भवन के निर्माण की योजना की जानकारी दी। इसके लिए भूमि चयन के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। नगरोटा बगवां के बस स्टैंड परिसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। एचआरटीसी ने 10 लाख रुपए स्वीकृत वहीं प्रतिमा के लिए एचआरटीसी ने 10 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। बाली ने स्वयं 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। लायंस क्लब में आयोजित जिला स्तरीय अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में बाली ने बाबा साहब के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक महान समाज सुधारक और कुशल अर्थशास्त्री थे। उन्होंने देश को सोचने का नया नजरिया दिया। समाज में समानता और अधिकारों की अलख जगाई। कठिन संघर्षों के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त बाली ने बताया कि डॉ. अंबेडकर ने कभी हार नहीं मानी। कठिन संघर्षों के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई। समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए आंदोलन चलाए। वाल्मीकि सभा को सोशल मीडिया पर डॉ. अंबेडकर की शिक्षाओं के प्रचार के लिए 11 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई। कार्यक्रम में वाल्मीकि सभा के जिला अध्यक्ष महेंद्र पाल और स्थानीय अध्यक्ष रमन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।   हिमाचल | दैनिक भास्कर