हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला की लोकप्रिय इंद्रुनाग पैराग्लाइडिंग साइट पर मंगलवार देर शाम एक हादसे में गुजरात की 19 वर्षीय युवती की मौत हो गई, जबकि पायलट गंभीर रुप से घायल हो गया। मृतका की पहचान भवसर खुशी (19) पुत्री जिग्नेश सहजानंद एवेन्यू नियर टोरेंट पावर लि. नारणपुरा अहमदाबाद के रूप में हुई है। घायल पायलट की पहचान मुनीष कुमार पुत्र प्यारे लाल निवासी ताहू चोला, धर्मशाला के रुप में हुई है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना शाम 5:55 बजे की है और खुशी ने पैराग्लाइडिंग के लिए उड़ान भरी। खास बात यह है कि पैराग्लाइडिंग की अनुमति शाम 5 बजे तक ही थी। धर्मशाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नारायण के मुताबिक, उड़ान भरते समय पैराग्लाइडर के न खुलने के कारण युवती 60 फुट गहरी खाई में जा गिरी। पुलिस जांच में जुटी हादसे के बाद परिजन तुरंत खुशी को जोनल हॉस्पिटल धर्मशाला ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने परिजनों और पैराग्लाइडर पायलट के बयान दर्ज किए हैं। साथ ही, हादसे की विस्तृत जांच के लिए पायलट से संबंधित जानकारी भी जुटाई जा रही है। हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला की लोकप्रिय इंद्रुनाग पैराग्लाइडिंग साइट पर मंगलवार देर शाम एक हादसे में गुजरात की 19 वर्षीय युवती की मौत हो गई, जबकि पायलट गंभीर रुप से घायल हो गया। मृतका की पहचान भवसर खुशी (19) पुत्री जिग्नेश सहजानंद एवेन्यू नियर टोरेंट पावर लि. नारणपुरा अहमदाबाद के रूप में हुई है। घायल पायलट की पहचान मुनीष कुमार पुत्र प्यारे लाल निवासी ताहू चोला, धर्मशाला के रुप में हुई है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना शाम 5:55 बजे की है और खुशी ने पैराग्लाइडिंग के लिए उड़ान भरी। खास बात यह है कि पैराग्लाइडिंग की अनुमति शाम 5 बजे तक ही थी। धर्मशाला पुलिस स्टेशन के एसएचओ नारायण के मुताबिक, उड़ान भरते समय पैराग्लाइडर के न खुलने के कारण युवती 60 फुट गहरी खाई में जा गिरी। पुलिस जांच में जुटी हादसे के बाद परिजन तुरंत खुशी को जोनल हॉस्पिटल धर्मशाला ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने परिजनों और पैराग्लाइडर पायलट के बयान दर्ज किए हैं। साथ ही, हादसे की विस्तृत जांच के लिए पायलट से संबंधित जानकारी भी जुटाई जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में वोकेशनल टीचर्स के धरने का 7वां दिन:महिला शिक्षिका रोने लगी, बोले- सरकार से सशर्त वार्ता के लिए तैयार नहीं
शिमला में वोकेशनल टीचर्स के धरने का 7वां दिन:महिला शिक्षिका रोने लगी, बोले- सरकार से सशर्त वार्ता के लिए तैयार नहीं शिमला की सर्द रातों में भी वोकेशनल टीचर्स की हड़ताल 7वें दिन भी जारी है। सरकार व शिक्षकों के बीच चल रहा गतिरोध टूटता नजर नहीं आ रहा है। शिमला में बेहद ठंडी रातों के बावजूद भी वोकेशनल शिक्षकों के हौंसले बुलंद है। शिक्षक निजी कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाने की मांग पर अड़े हुए हैं। महिला शिक्षक अपने छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं। 7वें दिन प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एक महिला शिक्षिका रो पड़ी। शिक्षकों ने बताया कि आज सभी शिक्षकों द्वारा उस शिक्षक के बच्चे के लिए दो मिनट का मौन रखा। जो इस लड़ाई में शामिल था और उसके 17 दिन के बच्चे ने PGI में दम तोड़ दिया। शिक्षकों ने साफ तौर पर सरकार को चेतावनी दे दी है कि उनका यह धरना उस समय तक जारी रहेगा, जब तक उन्हें लिखित में कोई आश्वासन नहीं मिलता। सशर्त वार्ता के लिए तैयार नहीं शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें सरकार के साथ वार्ता का 12 नवंबर को न्यौता मिला है, लेकिन वार्ता के लिए उन्हें अपना धरना समाप्त करना होगा। शिक्षकों को सरकार की यह शर्त कतई मंजूर नहीं है। हिमाचल प्रदेश में 2174 वोकेशनल टीचर्स हैं, जो 1100 स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स को प्राइवेट कंपनियों के जरिए सेवाओं पर रखा गया है। ऐसे में टीचर्स अब प्राइवेट कंपनियों को बाहर रखने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि प्राइवेट कंपनियां उन्हें शोषित कर रही है। इसलिए प्राइवेट कंपनियों को बाहर रखा जाए। वोकेशनल शिक्षक संघ के महासचिव नीरज बंसल ने कहा कि उनका धरना सात दिनों से जारी है। इस दौरान उनकी प्रदेश परियोजना अधिकारी से भी बात हुई हुई। उन्होंने कहा कि सरकार वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन सरकार ने शर्त यह है कि शिक्षकों को अपना धरना समाप्त करना होगा और उसके बाद ही शिक्षा मंत्री से बात हो सकेगी। नीरज बंसल ने कहा कि उन्हें सरकार और विभाग की यह शर्त मंजूर नहीं है। अपना वादा भूल गई सरकार : प्रदर्शनकारी उन्होंने कहा कि अब आश्वासनों से बात नहीं बनेगी। गत सरकार ने भी उन्हें आश्वासन दिए और वर्तमान सरकार ने भी उनसे सत्ता में आने से पहले वायदा किया था कि उनके लिए अवश्य कुछ न कुछ करेगी,परंतु अब सरकार अपना वायदा भूल गई है और इस धरने के माध्यम से उसे अपना वायदा हम याद करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सिर्फ एक मांग है कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर रखा जाए। इन कंपनियों को बाहर किया जाए और और जो फंड केंद्र से आ रहा है उसे सीधे सरकार उन्हें प्रदान करे। बच्चों के साथ धरने पर बैठी महिलाएं
चंबा से धरने में शामिल होने आई आरती ठाकुर ने कहा कि वह 11 वर्षों से सेवाएं दे रही है। अपने अधिकार के लिए महिला होने के बावजूद वह यहां धरने पर बैठी हैं। मानसिक प्रताड़ना के कारण आंसू जरूर यहां छलके हैं लेकिन परिवार के प्यार और विश्वास के बावजूद वह अपने हक की लड़ाई के लिए धरने पर डटे हैं। इसके अलावा, सोलन से आई शिक्षिका दीपिका राणा ने कहा कि यहां दिक्कत काफी हो रही है। बावजूद इसके सरकार से एक मांग है कि इन कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए। उन्होंने कहा बच्चे के साथ वह आई है। बच्चे के साथ दिक्कत आती है क्योंकि बच्चे को खिलाना व सोना यहां काफी मुश्किल हो जाता है, लेकिन सरकार से आस है कि जल्द वह उनकी पुकार सुन ले।
CM सुक्खू ने की कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक:बोले- भाजपा के व्यक्तिगत हमलों का जवाब पार्टी देगी, मंडी के विकासात्मक परियोजनाओं पर हुई चर्चा
CM सुक्खू ने की कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक:बोले- भाजपा के व्यक्तिगत हमलों का जवाब पार्टी देगी, मंडी के विकासात्मक परियोजनाओं पर हुई चर्चा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने सरकारी आवास ओकओवर शिमला में बैठक की। बैठक में मंडी जिला के विधायक व 2022 में पार्टी के प्रत्याशी रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए। बैठक के बाद सीएम सुक्खू ने कहा कि यह एक आंतरिक बैठक थी। इस बैठक में जिला से संबंधित विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं को आश्वस्त किया कि मंडी जिला के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। साथ ही राज्य सरकार की सभी विकासात्मक योजनाओं का लाभ जिला के लोगों तक पहुंचाना सुनिश्चित करेगी। नेरचौक में स्थापित होगी MRI मशीन उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नेरचौक में प्राथमिकता के आधार पर सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेगी। इस अस्पताल में जल्द ही एमआरआई मशीन स्थापित की जाएगी, ताकि यहां आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय डे बोर्डिंग स्कूल का निर्माण चरणबद्ध तरीके से कर रही है और मंडी जिला में इन स्कूलों का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना की हुई शुरुआत सीएम सुक्खू ने कहा कि लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और विद्युत बोर्ड के अलग-अलग मंडल बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विधवाओं के बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए ‘मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना’ शुरू की है तथा सभी नेता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ऐसी सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। सभी नेताओं ने रखी अपने विधानसभा क्षेत्र की प्राथमिकताएं
बैठक के दौरान 2022 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सभी नेताओं ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्र की प्राथमिकताएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखी और उन्हें अगले वित्तीय वर्ष के बजट में इन्हें शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं कार्यान्वित कर रही है और मंडी जिला के नेता इन योजनाओं को लोगों के बीच ले जाएंगे। सभी नेताओं ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि सभी नेता मजबूती के साथ राज्य सरकार का पक्ष लोगों के बीच में रखेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में मात्र सिराज विधानसभा क्षेत्र के विकास पर ध्यान दिया गया और अन्य सभी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। सीएम पर व्यक्तिगत हमले का पार्टी देगी जवाब
सीएम सुक्खू ने कहा कि भाजपा बीते कुछ समय से उन पर व्यक्तिगत हमले कर रही है। बैठक के दौरान कई नेताओं ने इस बात का जिक्र किया और भाजपा को पार्टी के स्तर पर जिला मंडी में जवाब देने की बात कही है। बैठक में यह नेता रहे मौजूद
बैठक में मंडी जिला से कांग्रेस के एकमात्र विधायक चंद्रशेखर, पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह एवं प्रकाश चौधरी, एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, पूर्व विधायक सोहन सिंह ठाकुर, कांग्रेस नेता चंपा ठाकुर, लाल सिंह कौशल, नरेश चौहान, पवन ठाकुर, एडवोकेट जीवन ठाकुर, चेत राम ठाकुर और महेश राज उपस्थित थे।
हिमाचल में HRTC बस का एक्सीटेंड, 4 की मौत:मरने वालों में ड्राइवर-कंडक्टर और 2 सवारियां, 3 गंभीर रूप से घायल
हिमाचल में HRTC बस का एक्सीटेंड, 4 की मौत:मरने वालों में ड्राइवर-कंडक्टर और 2 सवारियां, 3 गंभीर रूप से घायल शिमला जिला के जुब्बल में आज सुबह हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है। घायलों को उपचार के लिए रोहड़ू अस्पताल लाया गया है। पुलिस मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। सूचना के अनुसार, HRTC के रोहड़ू डिप्पो की बस सुबह 7 बजे जुब्बल के कुडू से गिल्टाड़ी के लिए निकली थी। कुडू से यह बस मुश्किल से तीन किलोमीटर आगे पहुंची थी और 7 बजकर 10 मिनट के करीब यह बस हादसे का शिकार हो गई और ढांक से करीब 100 मीटर नीचे दूसरी सड़क पर जा गिरी। यह बस पहाड़ी के ऊपर वाली सड़क से गिरने के बाद निचली सड़क पर रुकी, जहां आधी बस हवा में बाहर लटकी हुई है। यहां से बस खाई में गिरी होती तो हादसा और भी भीषण हो सकता था। बस हादसे के बाद के PHOTOS… ड्राइवर-कंडक्टर समेत बस में सवार थे सात लोग हादसे के वक्त ड्राइवर-कंडक्टर समेत बस में कुल सात लोग सवाल थे। इनमें बस के चालक-परिचालक सहित नेपाली मूल के एक पुरुष व धांसर निवासी एक महिला की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य घायल है। स्थानीय प्रशासन ने लोकल लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को रोहड़ू अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों का भी कुछ देर में रोहड़ू में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। अब तक हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। SDM जुब्बल राजीव सांख्यान ने बताया कि हादसा सुबह 7.10 बजे के करीब हुआ है। इसमें चार की मौत हो गई है, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल है। उन्होंने बताया कि दो घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें IGMC शिमला रेफर करना पड़ सकता है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…