हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के धर्मशाला क्षेत्र के खनियारा गांव में सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को सेना का कर्नल बताकर कई युवाओं को झांसे में लिया और लाखों रुपए की ठगी की। लोगों ने पकड़ कर आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपी की पहचान पालमपुर उपमंडल के पचरुखी गांव निवासी रमेश डोगरा के रूप में हुई है। उसने खुद को सेना का कर्नल बताकर युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का भरोसा दिलाया। अक्षय, अमनदीप, संदीप, सोनू और सुरजीत सहित कई युवाओं ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है। 50 हजार की मांग, 11 हजार की ठगी जानकारी के अनुसार, आरोपी रमेश डोगरा प्रत्येक अभिभावक से सेना में भर्ती करवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की मांग करता था। गांव जयसिंहपुर निवासी एक युवक के पिता शक्ति चंद ने आरोपी के झांसे में आकर उसे 11 हजार रुपए दे दिए। लेकिन जब उन्होंने रकम वापस मांगी, तो रमेश भागने लगा। जेल में बनाई पहचान, बाहर आकर की ठगी शक्ति चंद ने खुलासा किया कि उसकी आरोपी रमेश से पहचान धर्मशाला जेल में हुई थी। दोनों किसी आपराधिक मामले में वहां बंद थे। जेल में ही रमेश ने शक्ति चंद का फोन नंबर लिया और जेल से रिहा होने के बाद संपर्क साधा। इसके बाद उसने सेना में नौकरी दिलवाने का लालच देकर ठगी को अंजाम दिया। ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस को सौंपा जब शक्ति चंद ने रमेश से 11 हजार रुपए वापस मांगे और आरोपी ने भागने की कोशिश की, तो स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके पास से फर्जी जॉयनिंग लेटर और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड और किसी गिरोह से संबंधों की भी जांच कर रही है। एसएचओ धर्मशाला नारायण सिंह ने बताया कि हम इस मामले में हर पहलू की गहन जांच कर रहे हैं। आरोपी के मोबाइल और दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच भी करवाई जाएगी। हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के धर्मशाला क्षेत्र के खनियारा गांव में सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को सेना का कर्नल बताकर कई युवाओं को झांसे में लिया और लाखों रुपए की ठगी की। लोगों ने पकड़ कर आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपी की पहचान पालमपुर उपमंडल के पचरुखी गांव निवासी रमेश डोगरा के रूप में हुई है। उसने खुद को सेना का कर्नल बताकर युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का भरोसा दिलाया। अक्षय, अमनदीप, संदीप, सोनू और सुरजीत सहित कई युवाओं ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है। 50 हजार की मांग, 11 हजार की ठगी जानकारी के अनुसार, आरोपी रमेश डोगरा प्रत्येक अभिभावक से सेना में भर्ती करवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की मांग करता था। गांव जयसिंहपुर निवासी एक युवक के पिता शक्ति चंद ने आरोपी के झांसे में आकर उसे 11 हजार रुपए दे दिए। लेकिन जब उन्होंने रकम वापस मांगी, तो रमेश भागने लगा। जेल में बनाई पहचान, बाहर आकर की ठगी शक्ति चंद ने खुलासा किया कि उसकी आरोपी रमेश से पहचान धर्मशाला जेल में हुई थी। दोनों किसी आपराधिक मामले में वहां बंद थे। जेल में ही रमेश ने शक्ति चंद का फोन नंबर लिया और जेल से रिहा होने के बाद संपर्क साधा। इसके बाद उसने सेना में नौकरी दिलवाने का लालच देकर ठगी को अंजाम दिया। ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस को सौंपा जब शक्ति चंद ने रमेश से 11 हजार रुपए वापस मांगे और आरोपी ने भागने की कोशिश की, तो स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके पास से फर्जी जॉयनिंग लेटर और अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड और किसी गिरोह से संबंधों की भी जांच कर रही है। एसएचओ धर्मशाला नारायण सिंह ने बताया कि हम इस मामले में हर पहलू की गहन जांच कर रहे हैं। आरोपी के मोबाइल और दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच भी करवाई जाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
