भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस नीति के तहत डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह ने जब धान खरीद नीति के पालन की स्थिति जांची तो पोल खुल गई। 29 जनवरी को सुबह उन्होंने अचानक जिला खाद्य विपणन अधिकारी से धान क्रय केंद्रों के स्टाक का सत्यापन कराया गया। गड़बड़ी मिलने पर एक धान क्रय केंद्र प्रभारी को निलंबित किया गया है, जबकि तीन अफसरों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया। इन मंडियों में की गई जांच
नौबस्ता मंडी प्रथम व द्वितीय, नायब तहसीलदार नर्वल से भीतरगांव, उप जिलाधिकारी बिल्हौर से शिवराजपुर प्रथम, बीपीएसीएस खरगपुर चौबेपुर, शिवराजपुर मंडी प्रथम व द्वितीय धान क्रय केंद्रों का स्टाक सत्यापन कराया गया। 450 कुंतल स्टाक कम मिला
डीएम के अचानक सत्यापन कराने में नौबस्ता मंडी प्रथम में संचालित केंद्र पर आनलाइन दर्शाई सूचना के सापेक्ष लगभग 450 कुंतल स्टाक कम मिला। इसी तरह यूपीएसएस की ओर से संचालित शिवराजपुर मंडी प्रथम व द्वितीय में 2800 क्विंटल धान मौके पर कम पाया गया। सहकारिता विभाग की ओर से संचालित खरगपुर चौबेपुर केंद्र बंद मिला। इन अधिकारियों पर की गई कार्रवाई
डीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई। उप्र उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड कानपुर संभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक भानु प्रताप सिंह ने धान क्रय केंद्र प्रभारी शिवराजपुर मंडी मन मोहन लाल चतुर्वेदी को निलंबित कर कार्रवाई शुरू की है। संभागीय खाद्य नियंत्रक प्रभाकांत द्विवेदी ने क्षेत्रीय विपणन अधिकारी व धान क्रय केंद्र प्रभारी नौबस्ता मंडी प्रथम के दिग्विजय पाल सिंह से जवाब तलब किया है। साथ ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू की गई है। साथ ही पीसीएफ के क्षेत्रीय प्रबंधक उमेश यादव से खरगपुर चौबेपुर केंद्र में बरती जा रही लापरवाही को लेकर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मामले में डीएम क्या बोले… पढ़िये
मामले में डीएम जितेंद्र सिंह ने बताया कि धान खरीद में किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी। गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। जनता से जुड़े मामलों में सभी विभागों के अधिकारियों को सजगता से काम करने के लिए कहा गया है। अनदेखी पर बख्शा नहीं जाएगा। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस नीति के तहत डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह ने जब धान खरीद नीति के पालन की स्थिति जांची तो पोल खुल गई। 29 जनवरी को सुबह उन्होंने अचानक जिला खाद्य विपणन अधिकारी से धान क्रय केंद्रों के स्टाक का सत्यापन कराया गया। गड़बड़ी मिलने पर एक धान क्रय केंद्र प्रभारी को निलंबित किया गया है, जबकि तीन अफसरों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया। इन मंडियों में की गई जांच
नौबस्ता मंडी प्रथम व द्वितीय, नायब तहसीलदार नर्वल से भीतरगांव, उप जिलाधिकारी बिल्हौर से शिवराजपुर प्रथम, बीपीएसीएस खरगपुर चौबेपुर, शिवराजपुर मंडी प्रथम व द्वितीय धान क्रय केंद्रों का स्टाक सत्यापन कराया गया। 450 कुंतल स्टाक कम मिला
डीएम के अचानक सत्यापन कराने में नौबस्ता मंडी प्रथम में संचालित केंद्र पर आनलाइन दर्शाई सूचना के सापेक्ष लगभग 450 कुंतल स्टाक कम मिला। इसी तरह यूपीएसएस की ओर से संचालित शिवराजपुर मंडी प्रथम व द्वितीय में 2800 क्विंटल धान मौके पर कम पाया गया। सहकारिता विभाग की ओर से संचालित खरगपुर चौबेपुर केंद्र बंद मिला। इन अधिकारियों पर की गई कार्रवाई
डीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई। उप्र उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड कानपुर संभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक भानु प्रताप सिंह ने धान क्रय केंद्र प्रभारी शिवराजपुर मंडी मन मोहन लाल चतुर्वेदी को निलंबित कर कार्रवाई शुरू की है। संभागीय खाद्य नियंत्रक प्रभाकांत द्विवेदी ने क्षेत्रीय विपणन अधिकारी व धान क्रय केंद्र प्रभारी नौबस्ता मंडी प्रथम के दिग्विजय पाल सिंह से जवाब तलब किया है। साथ ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू की गई है। साथ ही पीसीएफ के क्षेत्रीय प्रबंधक उमेश यादव से खरगपुर चौबेपुर केंद्र में बरती जा रही लापरवाही को लेकर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मामले में डीएम क्या बोले… पढ़िये
मामले में डीएम जितेंद्र सिंह ने बताया कि धान खरीद में किसानों को किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी। गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी। जनता से जुड़े मामलों में सभी विभागों के अधिकारियों को सजगता से काम करने के लिए कहा गया है। अनदेखी पर बख्शा नहीं जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर