गोरखपुर पुलिस ने शनिवार की सुबह महाराष्ट्र का गिरोह पकड़ने में कामयाबी पायी है। इस गिरोह की 5 महिलाएं और दो पुरुष सदस्यों को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनके पास से 26000 रुपये, सोने का कंगन व वाहन बरामद किया गया है। यह गिरोह उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर रुककर भीड़भाड़ में चोरी और टप्पेबाजी करता था। धनतेरस के समय गोरखपुर में भी एक घटना को अंजाम दिया था।
गोरखनाथ में धनतेरस के दिन इस गिरोह ने महिलाओं को झांसा देकर सोने का आभूषण ले लिया था। गोरखनाथ मंदिर में लगे खिचड़ी मेले में हो रहे भीड़ का इस गिरोह ने फायदा उठाने का मन बनाया था। वहां भी चोरी करने के लिए ये गोरखपुर आए थे। इस बात की सूचना कैंट पुलिस को मिल गई। पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन के पास पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों की पहचान महराष्ट्र के नागपुर जिले के कन्हान थानाक्षेत्र निवासी ज्योति प्रसाद, रेलवे स्टेशन उमरेड के पीछे के गरीब मानकर, सत्रापुर की अरुणा, प्रीति, कविता, बबिता और संगीता के रूप में हुई है। शहर के बाहर कमरा लेकर रहते थे
इस गिरोह के टारगेट पर ऐसे शहर होते थे, जो धार्मिक दृष्टि से काफी पापुलर हैं। अयोध्या, चित्रकूट, बांदा, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा सहित कई शहरों में यह गिरोह समय-समय पर पहुंचता था। शहर के बाहर किराए पर कमरा लेते थे। खुद ही बनाते-खाते थे। शहर में आकर रेकी करते हैं ओर मिलकर घटना को अंजाम देते हैं। आटो, ई रिक्शा में महिलाएं एक साथ बैठ जाती हैं और फिर किसी महिला को शिकार बना लेती हैं।
गोरखपुर के गोलघर में की थी घटना
19 अक्टूबर 2024 को धनतेरस के दिन गोलघर में एक महिला के पर्स से सोने का आभूषण चोरी कर लिया गया था। इसी गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया था। महिला एक दुकान से खरीदारी कर ई रिक्शा से अपने घर जा रही थी। इस गिरोह की महिलाएं भी उसी ई रिक्शा में सवार हो गईं। रास्ते में बातचीत करते हुए उसे अपने प्रभाव में ले लिया। महिला की तहरीर पर कैंट थाने में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से जांच शुरू की थी। 6 महीने अयोध्या में रुके
पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि धनतेरस के दिन गोरखपुर में घटना को अंजाम देने से पहले वे लगभग 6 महीने तक अयोध्या में रुके थे। अयोध्या से वे गोरखपुर आए थे। इसके अलावा अन्य शहरों में भी रुककर घटनाएं कर चुके हैं। किसी भी शहर में घटना करने से पहले वे मोबाइल रखकर आते थे। चार पहिया वाहन से उन्हें छोड़ा जाता था। घटना करने के बाद वे वापस गाड़ी के पास पहुंच जाते थे। जो पुलिस ने बताया एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि महाराष्ट्र का गिरोह पकड़ा गया है। इसमें 5 महिलाएं शामिल हैं। गोरखपुर में धनतेरस के दिन उन्होंने एक महिला के बैग से सोने का आभूषण निकाल लिया था। इनकी तलाश चल रही थी। दोबारा शहर में आने की सूचना पर कैंट पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गोरखपुर पुलिस ने शनिवार की सुबह महाराष्ट्र का गिरोह पकड़ने में कामयाबी पायी है। इस गिरोह की 5 महिलाएं और दो पुरुष सदस्यों को कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनके पास से 26000 रुपये, सोने का कंगन व वाहन बरामद किया गया है। यह गिरोह उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर रुककर भीड़भाड़ में चोरी और टप्पेबाजी करता था। धनतेरस के समय गोरखपुर में भी एक घटना को अंजाम दिया था।
गोरखनाथ में धनतेरस के दिन इस गिरोह ने महिलाओं को झांसा देकर सोने का आभूषण ले लिया था। गोरखनाथ मंदिर में लगे खिचड़ी मेले में हो रहे भीड़ का इस गिरोह ने फायदा उठाने का मन बनाया था। वहां भी चोरी करने के लिए ये गोरखपुर आए थे। इस बात की सूचना कैंट पुलिस को मिल गई। पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन के पास पकड़ लिया। पकड़े गए लोगों की पहचान महराष्ट्र के नागपुर जिले के कन्हान थानाक्षेत्र निवासी ज्योति प्रसाद, रेलवे स्टेशन उमरेड के पीछे के गरीब मानकर, सत्रापुर की अरुणा, प्रीति, कविता, बबिता और संगीता के रूप में हुई है। शहर के बाहर कमरा लेकर रहते थे
इस गिरोह के टारगेट पर ऐसे शहर होते थे, जो धार्मिक दृष्टि से काफी पापुलर हैं। अयोध्या, चित्रकूट, बांदा, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा सहित कई शहरों में यह गिरोह समय-समय पर पहुंचता था। शहर के बाहर किराए पर कमरा लेते थे। खुद ही बनाते-खाते थे। शहर में आकर रेकी करते हैं ओर मिलकर घटना को अंजाम देते हैं। आटो, ई रिक्शा में महिलाएं एक साथ बैठ जाती हैं और फिर किसी महिला को शिकार बना लेती हैं।
गोरखपुर के गोलघर में की थी घटना
19 अक्टूबर 2024 को धनतेरस के दिन गोलघर में एक महिला के पर्स से सोने का आभूषण चोरी कर लिया गया था। इसी गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया था। महिला एक दुकान से खरीदारी कर ई रिक्शा से अपने घर जा रही थी। इस गिरोह की महिलाएं भी उसी ई रिक्शा में सवार हो गईं। रास्ते में बातचीत करते हुए उसे अपने प्रभाव में ले लिया। महिला की तहरीर पर कैंट थाने में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से जांच शुरू की थी। 6 महीने अयोध्या में रुके
पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि धनतेरस के दिन गोरखपुर में घटना को अंजाम देने से पहले वे लगभग 6 महीने तक अयोध्या में रुके थे। अयोध्या से वे गोरखपुर आए थे। इसके अलावा अन्य शहरों में भी रुककर घटनाएं कर चुके हैं। किसी भी शहर में घटना करने से पहले वे मोबाइल रखकर आते थे। चार पहिया वाहन से उन्हें छोड़ा जाता था। घटना करने के बाद वे वापस गाड़ी के पास पहुंच जाते थे। जो पुलिस ने बताया एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि महाराष्ट्र का गिरोह पकड़ा गया है। इसमें 5 महिलाएं शामिल हैं। गोरखपुर में धनतेरस के दिन उन्होंने एक महिला के बैग से सोने का आभूषण निकाल लिया था। इनकी तलाश चल रही थी। दोबारा शहर में आने की सूचना पर कैंट पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर