<p style=”text-align: justify;”>चुनाव नतीजों से पहले आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बीजेपी ने ‘ऑपरेशन लोटस’ का काम करना शुरू कर दिया है. 8 फरवरी से पहले बीजेपी ने हार मान ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की. कुछ में वो सफल हुए. पैसे और जांच एजेंसी का इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली में हमारे दो मंत्रियों को तोड़ा. हमने तमाम संघर्षों के बाद दिल्ली को बचाया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने कहा, “बहुत सारे विधायकों ने हमें सूचना दी कि सात विधायकों के पास 15-15 करोड़ रुपये लेकर पार्टी छोड़ने का, पार्टी तोड़ने का और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऑफर आ चुका है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”>चुनाव नतीजों से पहले आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बीजेपी ने ‘ऑपरेशन लोटस’ का काम करना शुरू कर दिया है. 8 फरवरी से पहले बीजेपी ने हार मान ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की. कुछ में वो सफल हुए. पैसे और जांच एजेंसी का इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली में हमारे दो मंत्रियों को तोड़ा. हमने तमाम संघर्षों के बाद दिल्ली को बचाया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने कहा, “बहुत सारे विधायकों ने हमें सूचना दी कि सात विधायकों के पास 15-15 करोड़ रुपये लेकर पार्टी छोड़ने का, पार्टी तोड़ने का और भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का ऑफर आ चुका है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> दिल्ली NCR एयरफोर्स का मिराज 2000 फाइटर जेट क्रैश, धू-धूकर जलते विमान का वीडियो आया सामने
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Nalanda Crime: पति को फोन पर बताया और रूम बंद कर लगा ली फांसी, डिप्रेशन में क्यों थी महिला? जानें <p style=”text-align: justify;”><strong>Nalanda Woman Suicide:</strong> बिहार के नालंदा में ससुराल वालों ने बहू को इतना प्रताड़ित किया कि उसने शुक्रवार (2 अगस्त) को सुसाइट कर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली. पूरा मामला सरमेरा थाना इलाके के धनुकी गांव का है. मृतक महिला की पहचान धनुकी गांव निवासी रामानुज कुमार के 23 वर्षीय पत्नी सुहाना कुमारी के रूप में हुई है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुटी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन साल पहले ही हुई थी शादी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जाता है कि महिला की शादी तीन साल पहले धूम धाम से की गई थी, मृतक महिला के पति नागपुर रेलवे में ट्रेन ड्राइवर (लोको पायलट) के पद पर कार्यरत हैं. पति और पत्नी दोनों शादी के बाद से एक साथ रहते थे. दस दिन पूर्व ही पति ने नागपुर से पत्नी को गांव भेजा था, जहां बच्चा नहीं होने का तना मारा जाता था. बच्चा न होने का इलाज भी चल रहा था फिर भी महिला तनाव में आ गई, जिसके बाद बीती रात महिला ने पति से कॉल कर सुसाइट करने की बताई और रूम बंद कर फांसी लगा ली.</p>
<p style=”text-align: justify;”>घर वालों को इसकी जानकारी तब हुई जब पत्नी का कॉल कटा तो तुरंत रामानुज कुमार अपने पिता को फोन कर कहा कि ऊपर जाकर सुहाना को देखिए क्या कर रही है. तो उन्होंने देखा कि रूम बंद कर फांसी लगा ली है. मृत महिला के ससुर पारस पंडित ने गांव से लेकर महिला के परिजन तक को इसकी सूचना दी. इसके बाद इसकी सूचना पुलिस दो दी गई. सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ भेजा, यह पूरी कहानी खुद मृतक महिला के ससुर ने बताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुसराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इधर महिला के भाई शुभम कुमार ने बताया कि हमारी बहन की शादी तीन साल पहले हुआ था शादी के बाद से यह पति के साथ रह रही थी, दस दिन पहले ससुराल आई थी. यहां ससुराल वाले बच्चा नहीं होने पर प्रताड़ित करते था, जिसके कारण यह तनाव में चल रही थी. बहन की मौत का जिम्मेवार ससुराल वाले हैं. प्रताड़ित के कारण ही यह ससुराल में रहना नहीं चाहती थी मगर दस दिन से यह ससुराल में रह रही था. वहीं सरमेरा थाना प्रभारी मोहम्मद अजहउद्दीन ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज गया. प्रथम दृश्य में यह मामला सुसाइट है, परिजनों से पूछताछ और घटना की जांच हो रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-police-announced-reward-for-information-on-lawrence-bishnoi-three-absconding-gopalganj-henchmen-ann-2752239″>Bihar News: गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के फरार तीन गुर्गों की सूचना देने पर इनाम, बिहार पुलिस ने किया ऐलान</a></strong></p>
नारनौल में बिना अनुमति काटे 5 पेड़:वन विभाग ने रोका, चालान काटा, सिविल एसडीओ बोले- फरवरी में बनाना है एक्सईएन ऑफिस
नारनौल में बिना अनुमति काटे 5 पेड़:वन विभाग ने रोका, चालान काटा, सिविल एसडीओ बोले- फरवरी में बनाना है एक्सईएन ऑफिस हरियाणा के नारनौल में बिजली निगम के अधिकारियों की ओर से वन विभाग को सूचना दिए बिना हरे पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों ने निगम के अधिकारियों को नोटिस थमा दिया है। वहीं, पांच पेड़ों को काटने का चालान भी किया गया है। जबकि काटे गए पेड़ों की संख्या इससे ज्यादा बताई जा रही है। महेंद्रगढ़ रोड पर दक्षिणी हरियाणा बिजली निगम का पुराना कार्यालय स्थित है। निगम का मुख्य सब-स्टेशन भी यहीं पर है। यह सब-स्टेशन कई एकड़ जमीन में फैला हुआ है। यहां पर निगम के एसडीओ शहरी और एक्सईएन कार्यालय का निर्माण भी किया जा रहा है। जिस पर करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निगम अधिकारियों ने रुकवाया यह कार्य फरवरी माह में शुरू होने वाला है। लेकिन यहां पर काम शुरू होने से पहले ही निगम के अधिकारियों ने यहां से हरे पेड़ों को काटकर अवैध रूप से बेच दिया। यहां से एक दर्जन से ज्यादा पेड़ काटकर लाखों रुपये में बेचे गए। निगम कार्यालय से पेड़ काटे जाने की सूचना किसी ने वन विभाग के अधिकारियों को दे दी। जिसके बाद निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पेड़ काटने का काम रुकवाया। महेंद्रगढ़ रोड पर फरवरी में काम स्टार्ट होगा महेंद्रगढ़ रोड पर बने कार्यालय में एक दर्जन से अधिक हरे पेड़ों को काट दिया गया, लेकिन दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारी इस बारे में बोलने को तैयार नहीं हैं। इस संबंध में
एसडीओ निर्माण राजेंद्र ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस बारे में सिविल एसडीओ ही कुछ बता पाएंगे। वहीं सिविल एसडीओ अमित लांबा ने कहा कि महेंद्रगढ़ रोड पावर हाउस में एसडीओ व एक्सईएन कार्यालय बनना है, लेकिन इसका काम फरवरी माह में शुरू होगा। उन्होंने अभी इस काम को अपने अधीन नहीं लिया है। वहां पेड़ों के काटे जाने के बारे में भी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पांच पेड़ काटने पर चालान जारी इस संबंध में वन विभाग के वन रेंज अधिकारी रजनीश ने बताया कि उन्हें महेंद्रगढ़ रोड स्थित बिजली निगम कार्यालय परिसर से पेड़ काटे जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद उन्होंने वन विभाग की टीम भेजी। टीम ने पाया कि पांच पेड़ बिना अनुमति के काटे जा रहे हैं। बिना अनुमति के पांच पेड़ काटने पर निगम अधिकारियों को चालान जारी किया गया है। –
हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद:डेरा मुखी के निधन से छिड़ा गद्दी विवाद, कल रस्म पगड़ी, सरकार ने सुरक्षा का हवाला दिया
हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद:डेरा मुखी के निधन से छिड़ा गद्दी विवाद, कल रस्म पगड़ी, सरकार ने सुरक्षा का हवाला दिया हरियाणा के सिरसा में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इंटरनेट आज बुधवार शाम 5 बजे से कल गुरुवार की रात 12 बजे तक बंद रहेगा। इस दौरान बल्क SMS भेजने पर भी रोक रहेगी। हालांकि ब्रॉडबैंड और लीजलाइन का इंटरनेट चलता रहेगा। इसके अलावा कॉल भी हो सकेगी। यहां कुछ दिन पहले डेरा जगमालवाली में डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील का निधन हुआ था। जिसके बाद 2 पक्षों में गद्दी का विवाद छिड़ा हुआ है। सिरसा में ही कल डेरा प्रमुख की रस्म पगड़ी है। गद्दी को लेकर विवाद और न बढ़े, इसे देखते हुए सरकार ने यह कार्रवाई की है। इस बारे में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने सिरसा के DC को चिट्ठी लिख नेट बंद करने के आदेश दिए हैं। इस आदेश में हवाला दिया गया है कि सिरसा जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने व सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। बता दें कि डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब का 1 अगस्त को निधन हो गया था। जिस दिन डेरा प्रमुख को डेरा लाया गया, उसी दिन से ही गद्दी को लेकर विवाद हो गया था और 2 पक्षों में फायरिंग भी हुई। तब से लेकर आज तक गद्दी पर फैसला नहीं हो पाया है। सूफी सिंगर बीरेंद्र सिंह और भतीजे में चल रही गद्दी की लड़ाई
डेरा प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील के निधन के बाद डेरे के मुख्य सेवक सूफी गायक महात्मा बीरेंद्र सिंह गद्दी पर वसीयत के आधार पर अपना दावा ठोक रहे हैं। वहीं, डेरामुखी के भतीजे अमर सिंह वसीयत और उनकी मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। ये दोनों पक्ष आमने-सामने हैं। भतीजे का दावा: मौत की जानकारी छिपाई
डेरा मुखी के भतीजे अमर सिंह का दावा है कि डेरा प्रमुख वकील साहब की मौत 21 जुलाई को हो चुकी थी। मौत के बाद डेरे और संगत को गुमराह किया गया कि महाराज की हालत स्थिर है। गद्दी हथियाने के चक्कर में जानबूझकर मौत को छिपाया गया और 1 अगस्त को उनकी मौत दिखाकर तुरंत डेरे में अंतिम संस्कार की योजना बनाई गई। बीरेंद्र सिंह और उसके साथियों ने मिलकर यह सब किया। मुख्य सेवक बोले- डेढ़ साल पहले की वसीयत
वहीं, दूसरे पक्ष में महात्मा बीरेंद्र सिंह से जुड़े शमशेर सिंह लहरी ने कहा कि डेरा प्रमुख ने बिना किसी के दबाव में डेरे की वसीयत डेढ़ साल पहले ही महात्मा बीरेंद्र सिंह सिंह के नाम की थी। वसीयत के अनुसार महात्मा बीरेंद्र ही डेरे के उत्तराधिकारी हैं। मगर पहला पक्ष इनको उत्तराधिकारी मानने को तैयार नहीं है। महात्मा बीरेंद्र सिंह ने कहा- मैं गद्दी पर नहीं बैठूंगा
वहीं, अब तक विवाद में खामोश रहे महात्मा बीरेंद्र सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस कर अपनी बात रखी। महात्मा बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती या सच्चाई सामने नहीं आती, वह डेरे की गद्दी पर नहीं बैठेंगे। महात्मा ने कहा, ‘महाराज जी का बेटा (चंद सिंह) 3 साल पहले महाराज जी के पास आया और बोला कि मेरे हार्ट की बाइपास सर्जरी होनी है, मुझे 1 लाख रुपए उधार दे दो। मेरी फसल आएगी तो मैं फसल बेचकर आपको दे दूंगा। महाराज जी ने कहा कि यह परमार्थ का पैसा है। यहां से मैं 1 लाख रुपए नहीं दे सकता। तू किसी रिश्तेदार से ले ले। आप देखो, महाराज जी के लड़के के पास गाड़ी नहीं है, वह स्कूटर या बाइक से चलता है। महाराज जी परमार्थ का एक पैसा किसी को नहीं देते थे। मेरे बैंक खातों की जांच की जा सकती है। महाराज जी दिसंबर 2022 से बीमार हुए हैं, तब से अब तक मेरे खातों की जांच करवा ली जाए। डेरा का मैनेजमेंट, ट्रस्ट यही चाहता है कि किसी भी स्तर की कोई जांच करवा ली जाए। मैं संगत से अपील करता हूं कि आप कल के कार्यक्रम में आएं, शांति बनाकर रखें, कोई गद्दी पर नहीं बैठ रहा है। जब तक दूध का दूध पानी का पानी नहीं हो जाता, तब तक न तो मैं कोई सत्संग करूंगा, न ही गद्दी पर बैठूंगा। डेरे का काम मैनेजमेंट देखती रहेगी।’ प्रशासन ने दोनों पक्षों से की शांति की अपील
डेरे जगमालवाली में टकराव को देखते हुए प्रशासन ने दोनों पक्षों से बातचीत की है। पुलिस ने महात्मा बीरेंद्र सिंह और भतीजे अमर सिंह के अलावा जगमालवाली ग्राम पंचायत से भी बातचीत की है। प्रशासन ने कहा है कि किसी भी कीमत पर शांति भंग नहीं होने दी जाएगी। अगर किसी पक्ष का नाम हिंसा में आया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिरसा डेरे की गद्दी का विवाद क्या, पॉइंट्स में समझिए 1. डेरा मुखी का निधन, 2 पक्ष आमने-सामने
सिरसा में डेरा जगमालवाली के प्रमुख महाराज बहादुर चंद वकील साहब की एक अगस्त को मौत हो गई थी। इसके बाद गद्दी को लेकर डेरे में 2 पक्ष आमने-सामने हो गए थे। यहां गोलियां भी चलीं। तनावपूर्ण माहौल के चलते डेरे में पुलिस फोर्स तैनात की गई। परिवार के लोगों ने 2 अगस्त (शुक्रवार) को मस्ताना शाह बलोचिस्तानी आश्रम जगमालवाली में डेरा प्रमुख को समाधि दी गई। इस दौरान परिवार के लोग और डेरे से जुड़े लोग मौजूद रहे। 2. महात्मा ने खुद को डेरामुखी घोषित किया
इसके बाद सूफी गायक और महात्मा बीरेंद्र सिंह ने खुद को डेरा जगमालवाली का नया प्रमुख घोषित किया। सूफी गायकी में बीरेंद्र सिंह के साथी और डेरे के अनुयायी शमशेर लहरी ने दावा किया कि महाराज जी ने चोला छोड़ने से डेढ़ साल पहले ही अपनी वसीयत महात्मा बीरेंद्र सिंह के नाम बिना किसी दबाव में लिख दी थी। इसमें बीरेंद्र सिंह को संगत की सेवा करने का हुकुम दिया गया था। वसीयत लिखे जाने के बाद उसे महाराजजी की मौजूदगी में वकील की ओर से बाकायदा पढ़ा गया था और उसकी पूरी वीडियोग्राफी करवाई गई थी। जल्द ही महात्मा बीरेंद्र सिंह संगत के बीच आएंगे। महाराज बहादुर चंद वकील साहब जी ने जो हुकुम दिया, सबको उनकी पालना करनी है। 3. भतीजे ने महात्मा को डेरामुखी मानने से इनकार किया
महाराज बहादुर चंद वकील साहब के भतीजे अमर सिंह और कुछ लोगों ने बीरेंद्र सिंह को नया डेरा प्रमुख मानने से इनकार कर दिया है। अमर सिंह ने कहा कि बीरेंद्र सिंह, बलकौर सिंह, शमशेर लहरी और नंदलाल ग्रोवर ही 1 अगस्त को डेरे की गद्दी हथियाने के चक्कर में महाराज जी का जल्दबाजी में संस्कार करना चाहते थे। महाराज जी की मौत संदिग्ध है और इसकी CBI जांच होनी चाहिए। अमर सिंह ने दावा किया है कि उनके पास सारे मेडिकल सबूत हैं, जिनसे साबित होता है कि महाराज जी की मौत 11 दिन पहले यानि 21 जुलाई को ही हो गई थी। हम हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। 60 साल पहले बना था बलूचिस्तानी आश्रम
सिरसा के जगमालवाली स्थित मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की शुरुआत 1964-65 में हुई। यहां बाबा सज्जन सिंह रूहल ने संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब को अपनी कई एकड़ जमीन दान में देकर डेरा बनाने का अनुरोध किया। इसके बाद संत गुरबख्श सिंह मैनेजर साहिब ने यहां मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम की स्थापना की। पहले यह छोटा सा आश्रम था लेकिन उसके बाद तकरीबन 100-100 फीट का सचखंड बनाया गया। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई स्तंभ नहीं बना हुआ। सरकार की ओर से जारी इंटरनेट बंद करने के आदेश…