बरेली में 40 दिन के मासूम की खतना के बाद मौत हो गई। आरोप है कि नाई ने लापरवाही से गलत नस काट दी। ब्लीडिंग नहीं रुकने पर घरवाले मासूम को जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक मासूम की मौत हो चुकी थी। घटना के बाद नाई फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की। मामला फतेहगंज पूर्वी का है। नस कटने के बाद नाई बोला- चिंता मत करिए, ठीक हो जाएगा
शिवपुरी में रहने वाले रफीक अहमद ने कहा – मेरा पोता अरफान डेढ़ महीने का था। घरवालों ने उसका खतना कराने के लिए टिसूआ गांव के नाई कबीर को बुलाया। इस आयोजन में रिश्तेदार भी मौजूद थे। कबीर ने खतना के दौरान पोते की गलत नस काट दी। जिससे खून ज्यादा बहने लगा। कबीर ने कहा- चिंता मत करिए थोड़ी देर में ब्लीडिंग रुक जाएगी। हम लोग ब्लीडिंग थमने का इंतजार करने लगे। पोता लगातार रो रहा था। कुछ देर में बच्चा सुस्त हो गया। रफीक ने बताया- हमें एहसास हुआ कि बच्चे के साथ कुछ गलत हो गया है। हम उसे लेकर अस्पताल गए। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है। नाई कबीर को बच्चे की मौत के बारे में पता चला तो वह फरार हो गया। मुस्लिम समुदाय में खतना अनिवार्य, मगर सर्जन से कराएं…
बरेली की दरगाह आला हजरत से जुड़े नासिर कुरैशी ने कहा – मुस्लिम समुदाय में खतना अनिवार्य है। इसमें सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। बच्चा जब 6 दिन का होता है, तब भी कुछ लोग खतना कराते हैं। कई बार 1 साल की उम्र या 8 साल की उम्र तक भी यह परंपरा कराई जाती है। मगर नाई या किसी भी ऐसे व्यक्ति से नहीं कराया जाए। इसके लिए डॉक्टर के पास जाएं। आज सभी शहरों में सर्जन हैं, जो पूरी सावधानी के साथ इस काम को करते हैं। इंफेक्शन या कई मामलों में मौत का खतरा…
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड एडिशनल डायरेक्टर डॉ. राजकुमार ने कहा – खतना बहुत ही नाजुक प्रक्रिया है। इसे बिना सर्जन के नहीं करना चाहिए। कई बार ब्लीडिंग से बच्चे की मौत हो जाती है। कई बार इन्फेक्शन फैलने का खतरा रहता है। इसलिए सर्जन से ही खतना करवाएं। पुलिस नाई कबीर को ढूंढ रही
रफीक ने अपने पोते मो. अरफान की मौत के बाद पुलिस से नाई कबीर के खिलाफ शिकायत की। कबीर के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की। SP साउथ मानुष पारीक ने बताया- नाई के खिलाफ आरोपों की जांच हो रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हम इंतजार कर रहे हैं। नाई कबीर को जल्द पकड़ लिया जाएगा। बच्चों के साथ महिलाओं का भी खतना परंपरा होती है, इसके बारे में स्लाइड में पढ़िए… ये भी पढ़ें.. अखिलेश के करीबी नवाब की गिरफ्तारी की पड़ताल:जिस लड़की से छेड़खानी, उसकी बुआ सपा से भाजपा में आईं कन्नौज में कभी अखिलेश यादव और डिंपल के सबसे खास रहे नवाब सिंह यादव अब जेल में है। नाबालिग लड़की से रेप की कोशिश में गिरफ्तारी के बाद सोमवार को कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। नवाब पर 15 साल की लड़की के कपड़े उतारने, रेप की कोशिश करने का आरोप है। लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के डिग्री कॉलेज गई थी। पुलिस ने आरोपी को उसके कॉलेज से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पढ़ें पूरी खबर बरेली में 40 दिन के मासूम की खतना के बाद मौत हो गई। आरोप है कि नाई ने लापरवाही से गलत नस काट दी। ब्लीडिंग नहीं रुकने पर घरवाले मासूम को जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन तब तक मासूम की मौत हो चुकी थी। घटना के बाद नाई फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की। मामला फतेहगंज पूर्वी का है। नस कटने के बाद नाई बोला- चिंता मत करिए, ठीक हो जाएगा
शिवपुरी में रहने वाले रफीक अहमद ने कहा – मेरा पोता अरफान डेढ़ महीने का था। घरवालों ने उसका खतना कराने के लिए टिसूआ गांव के नाई कबीर को बुलाया। इस आयोजन में रिश्तेदार भी मौजूद थे। कबीर ने खतना के दौरान पोते की गलत नस काट दी। जिससे खून ज्यादा बहने लगा। कबीर ने कहा- चिंता मत करिए थोड़ी देर में ब्लीडिंग रुक जाएगी। हम लोग ब्लीडिंग थमने का इंतजार करने लगे। पोता लगातार रो रहा था। कुछ देर में बच्चा सुस्त हो गया। रफीक ने बताया- हमें एहसास हुआ कि बच्चे के साथ कुछ गलत हो गया है। हम उसे लेकर अस्पताल गए। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है। नाई कबीर को बच्चे की मौत के बारे में पता चला तो वह फरार हो गया। मुस्लिम समुदाय में खतना अनिवार्य, मगर सर्जन से कराएं…
बरेली की दरगाह आला हजरत से जुड़े नासिर कुरैशी ने कहा – मुस्लिम समुदाय में खतना अनिवार्य है। इसमें सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। बच्चा जब 6 दिन का होता है, तब भी कुछ लोग खतना कराते हैं। कई बार 1 साल की उम्र या 8 साल की उम्र तक भी यह परंपरा कराई जाती है। मगर नाई या किसी भी ऐसे व्यक्ति से नहीं कराया जाए। इसके लिए डॉक्टर के पास जाएं। आज सभी शहरों में सर्जन हैं, जो पूरी सावधानी के साथ इस काम को करते हैं। इंफेक्शन या कई मामलों में मौत का खतरा…
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड एडिशनल डायरेक्टर डॉ. राजकुमार ने कहा – खतना बहुत ही नाजुक प्रक्रिया है। इसे बिना सर्जन के नहीं करना चाहिए। कई बार ब्लीडिंग से बच्चे की मौत हो जाती है। कई बार इन्फेक्शन फैलने का खतरा रहता है। इसलिए सर्जन से ही खतना करवाएं। पुलिस नाई कबीर को ढूंढ रही
रफीक ने अपने पोते मो. अरफान की मौत के बाद पुलिस से नाई कबीर के खिलाफ शिकायत की। कबीर के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की। SP साउथ मानुष पारीक ने बताया- नाई के खिलाफ आरोपों की जांच हो रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हम इंतजार कर रहे हैं। नाई कबीर को जल्द पकड़ लिया जाएगा। बच्चों के साथ महिलाओं का भी खतना परंपरा होती है, इसके बारे में स्लाइड में पढ़िए… ये भी पढ़ें.. अखिलेश के करीबी नवाब की गिरफ्तारी की पड़ताल:जिस लड़की से छेड़खानी, उसकी बुआ सपा से भाजपा में आईं कन्नौज में कभी अखिलेश यादव और डिंपल के सबसे खास रहे नवाब सिंह यादव अब जेल में है। नाबालिग लड़की से रेप की कोशिश में गिरफ्तारी के बाद सोमवार को कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। नवाब पर 15 साल की लड़की के कपड़े उतारने, रेप की कोशिश करने का आरोप है। लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के डिग्री कॉलेज गई थी। पुलिस ने आरोपी को उसके कॉलेज से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर