हिसार जिले के नारनौंद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में खेतों में सिंचाई के लिए पाइप लाइन दबाने के लिए रखे रबड़ के पाइपों में शुक्रवार शाम अचानक आग लग गई। आसपास के लोगों ने अपने ही अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि आज पर काबू नहीं पाया जा सका। सूचना के बाद नारनौंद और हांसी से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने आग का कारण ऊपर से गुजरने वाली 11 हजार की बिजली की लाइन में स्पार्किंग से बताया है। लाखों रुपए के पाइप जले बाला जी बिल्डर के मालिक सुशील बेरवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से नारनौंद के हांसी रोड स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में हजारों मीटर लंबे 4 इंची पाइप रखे हुए थे। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे इनमें भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली की देखते ही देखते करीब 17 हजार मीटर लंबी पाइप लाइन के आए पाइप जल गए। जिसमें करीब 69 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पाइप लाइन को दबाने का काम शनिवार से ही शुरू होना था। फरवरी महा से रखे थे पाइप यह पाइप फरवरी माह में यहां पर आए थे और करीब डेढ़ महीने से पाइपों को जोड़ने का काम चल रहा था। क्योंकि एक पाइप 12 मीटर लंबा होता है तो उन्होंने 6 पाइपों को जोड़कर 72 मीटर का लंबा बनाया हुआ था। ताकि खेतों में दबाने में कम से कम टाइम लगे। शुक्रवार दोपहर को पाइपों को खेतों में डालने के लिए लेबर तैयारी कर रही थी। शाम के समय ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी लाइन में अचानक स्पार्किंग हुई और नीचे रख पाइपों में आग लग गई । आस पास के लोगों में हुआ डर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी की आसपास के गावों में भी आसमान में धुएं का गुब्बार देखा जा सकता था। इस क्षेत्र से गुजर रहे लोगों को घुटन महसूस होने लगी थी। वही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते मकानों की दीवारें भी गरम हो गई। लोगों ने घरों के अंदर से गैस सिलेंडर और अन्य सामान बाहर निकलना शुरू कर दिया। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते एक मकान में हल्की दरार भी आ गई। आसपास के लोगों में भय माहौल बन गया। हिसार जिले के नारनौंद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में खेतों में सिंचाई के लिए पाइप लाइन दबाने के लिए रखे रबड़ के पाइपों में शुक्रवार शाम अचानक आग लग गई। आसपास के लोगों ने अपने ही अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि आज पर काबू नहीं पाया जा सका। सूचना के बाद नारनौंद और हांसी से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने आग का कारण ऊपर से गुजरने वाली 11 हजार की बिजली की लाइन में स्पार्किंग से बताया है। लाखों रुपए के पाइप जले बाला जी बिल्डर के मालिक सुशील बेरवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से नारनौंद के हांसी रोड स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में हजारों मीटर लंबे 4 इंची पाइप रखे हुए थे। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे इनमें भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली की देखते ही देखते करीब 17 हजार मीटर लंबी पाइप लाइन के आए पाइप जल गए। जिसमें करीब 69 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पाइप लाइन को दबाने का काम शनिवार से ही शुरू होना था। फरवरी महा से रखे थे पाइप यह पाइप फरवरी माह में यहां पर आए थे और करीब डेढ़ महीने से पाइपों को जोड़ने का काम चल रहा था। क्योंकि एक पाइप 12 मीटर लंबा होता है तो उन्होंने 6 पाइपों को जोड़कर 72 मीटर का लंबा बनाया हुआ था। ताकि खेतों में दबाने में कम से कम टाइम लगे। शुक्रवार दोपहर को पाइपों को खेतों में डालने के लिए लेबर तैयारी कर रही थी। शाम के समय ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी लाइन में अचानक स्पार्किंग हुई और नीचे रख पाइपों में आग लग गई । आस पास के लोगों में हुआ डर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी की आसपास के गावों में भी आसमान में धुएं का गुब्बार देखा जा सकता था। इस क्षेत्र से गुजर रहे लोगों को घुटन महसूस होने लगी थी। वही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते मकानों की दीवारें भी गरम हो गई। लोगों ने घरों के अंदर से गैस सिलेंडर और अन्य सामान बाहर निकलना शुरू कर दिया। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते एक मकान में हल्की दरार भी आ गई। आसपास के लोगों में भय माहौल बन गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में इकलौते बेटे की मौत नॉर्मल हादसा नहीं:पत्नी बोली-वाहन ने ठोका; 21 दिन बाद धारा बदली, 2 बच्चों का पिता था
करनाल में इकलौते बेटे की मौत नॉर्मल हादसा नहीं:पत्नी बोली-वाहन ने ठोका; 21 दिन बाद धारा बदली, 2 बच्चों का पिता था हरियाणा के करनाल में सड़क हादसे में हुई युवक की मौत के मामले में परिजनों ने अब हादसे की आशंका अज्ञात वाहन की लापरवाही जताई है। परिवार इससे पहले इसे एक नॉर्मल एक्सीडेंट मान रहा था। पुलिस ने अब धारा 281 और 106 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। मृतक घर का इकलौता बेटा था। रात के अंधेरे में सड़क पर हादसा जानकारी अनुसार असंध के डेरा गामा गांव के निवासी पंजाब सिंह 19 अक्टूबर को अपनी धान की फसल बेचकर तरावड़ी अनाज मंडी से घर लौट रहे थे। डाचर-कारसा रोड पर उनकी मोटरसाइकिल एक मोड़ पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। रात का समय होने और सड़क पर पर्याप्त रोशनी न होने के कारण मौके पर उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी। 20 अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि कारसा रोड के पास एक मोटरसाइकिल और शव सड़क किनारे पड़े हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की और शव को करनाल अस्पताल में भिजवाया। प्राथमिक जांच में मृतक के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान पाए गए थे। अज्ञात वाहन से टक्कर की आशंका शुरुआत में परिवार ने इसे नॉर्मल एक्सीडेंट समझा। लेकिन आसपास के गांवों में जानकारी जुटाने और पूछताछ के बाद परिवार को पता चला कि यह हादसा किसी अज्ञात वाहन की लापरवाही के कारण हुआ। मृतक की पत्नी मनप्रीत कौर ने पुलिस अधीक्षक करनाल को शिकायत देकर अपने पति की मौत के लिए अज्ञात वाहन और उसके चालक को जिम्मेदार ठहराया। इकलौता बेटा था पंजाब सिंह मृतक के चहेरे भाई बलतार सिंह ने बताया कि पंजाब सिंह घऱ का इकलौता बेटा था। उसकी एक छोटी बहन भी हैं। पंजाब के पास दो बच्चे हैं। जिसमें 12 साल का लड़का और 8 साल की लड़की हैं। हादसे के बाद से ही दोनों बच्चों और पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल हैं। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। पुलिस ने किया मामला दर्ज पहले पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धारा 196 के तहत कार्रवाई की गई थी। मृतक की पत्नी की शिकायत पर थाना निसिंग पुलिस ने धारा 281 और 106 बीएनएस के तहत अज्ञात वाहन और चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी अजैब सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।
हिसार में रिमांड पर राज उगल रहा काला खैरमपुरिया:अमन हत्याकांड में मीनू का नाम आया सामने; हनीट्रेप में फंसा कर की थी हत्या
हिसार में रिमांड पर राज उगल रहा काला खैरमपुरिया:अमन हत्याकांड में मीनू का नाम आया सामने; हनीट्रेप में फंसा कर की थी हत्या हरियाणा-दिल्ली में हत्या, हत्या का प्रयास और फायरिंग कर फिरौती मांगने वाला राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिमांड पर चल रहा हैं। रिमांड के दौरान वह अनगिनत की गई वारदातों के मामले में कई राज उगलने में लगा हैं। हालांकि काला खैरमपुरिया द्वारा किए जा रहे खुलासों को एसटीएफ भी बारीकी से जांच रही हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट पर की गई अमन जून नामक शख्स की हत्या के मामले में भी खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में उसने उस लड़की के नाम को भी उजागर किया, जो वारदात के वक्त अमन जून के साथ आउटलेट पर मौजूद थी। इस लड़की का नाम मीनू बताया गया है, जो काला खैरमपुरिया के संपर्क में थी। झज्जर के रहने वाले अमन जून की 18 जून को राजौरी गार्डन में गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पोस्ट डालकर गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने ली थी। जिसमें उसने काला खैरमपुरिया को भी टैग किया था। हत्या से पहले बर्गर किंग पर अमन जून के साथ एक लड़की भी पहुंची थी। हालांकि फायरिंग के बाद से ही वो फरार है। उसका नाम सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच भी पूरी तरह एक्टिव हैं। क्राइम ब्रांच की टीमों ने भी काला खैरमपुरिया के हरियाणा में रिमांड खत्म होने के बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी की हुई हैं। अमन जून की हत्या में वो ही तीन शूटर शामिल थे, जिनका 4 दिन पहले दिल्ली पुलिस और एसटीएफ ने सोनीपत में एनकाउंटर कर दिया था। हत्या की वजह प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, रंजिश सामने आई थी। इसका जिक्र खुद हिमांशु भाऊ ने सोशल मीडिया पोस्ट में भी किया था। उसने लिखा था कि ये हत्या शक्ति दादा की हत्या का बदला है। बवाना के भाई की हत्या का बदला लिया दरअसल, झज्जर जिले का रहने वाला शक्ति दादा दिल्ली के नामी गैंगस्टर नीरज बवाना की सगी मौसी का लड़का था। उसकी करीब डेढ़ साल पहले झज्जर में ही गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड को गैंगवार के चलते अंजाम दिया गया था। जिसमें नीरज बवाना गैंग को शक था कि अमन जून ने शक्ति दादा की मुखबिरी की थी। नीरज बवाना फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है और वह विदेश में बैठे हिमांशु भाऊ और काला खैरमपुरिया के जरिए हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली में भी एक के बाद एक वारदातें करा रहा था। पुलिस इन तीनों गैंगों के गठजोड़ को लेकर भी काला खैरमपुरिया से पूछताछ कर रही है। गुरुग्राम के एड्रेस पर फर्जी पासपोर्ट बनवा भागा था काला बता दें कि, हिसार जिले के रहने वाले राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया पर 15 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, लूट आदि मामले शामिल है। 2023 में राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में डिफेंस कॉलोनी के राहुल नाम का इस्तेमाल किया और फिर फर्जी पासपोर्ट के जरिए पहले UAE, आर्मेनिया और फिर थाईलैंड भाग गया। फर्जी पासपोर्ट का एड्रेस का पता चलते ही 3 जुलाई को गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया और फिर पासपोर्ट के नंबर का पता लगाकर उसकी ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली। इस दौरान पुलिस को पता चला कि वो अभी थाईलैंड में है, इसके बाद पुलिस ने गृह मंत्रालय के जरिए उसका रेड कार्नर नोटिस जारी करा पासपोर्ट रद्द कराया। बाद में उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल काला खैरमपुरिया को हिसार एसटीएफ ने 6 दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत गुप्ता के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। इसके अलावा भी उसके खिलाफ कई केस दर्ज है। हिसार एसटीएफ के बाद गुरुग्राम एसटीएफ ने भी उसे रिमांड पर लेने की तैयारी की हुई है।
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे
किसानों का शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान:101 किसान रवाना होंगे; पंधेर बोले- मोदी के PM रहते MSP कानून बनवाएंगे हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने 21 जनवरी को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि इसमें 101 किसान शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा। किसान इससे पहले भी दिसंबर महीने में 3 बार दिल्ली कूच की कोशिश कर चुके हैं। किसान 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर 2024 को दिल्ली की ओर रवाना हुए थे लेकिन तीनों बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें बैरिकेड पर ही रोक लिया। बता दें कि MSP की गारंटी कानून को लेकर किसान 11 महीने से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 52 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। उनके समर्थन में 111 किसान लगातार दूसरे दिन अनशन पर बैठे हैं। आज गुरुवार को अनशन पर बैठे एक किसान की अचानक तबीयत खराब हो गई। पंधेर बोले- PM सुरक्षा चूक मामले में 25 किसानों को समन भेजे
इस दौरान सरवण पंधेर ने 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक के मुद्दे को उठाया। पंधेर ने कहा कि 2022 की घटना में अब पंजाब सरकार ने केंद्र के दबाव में आकर 25 के करीब किसानों के खिलाफ समन भेज दिए हैं। इसमें अब हत्या की कोशिश का मामला भी जोड़ दिया गया है। हम इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि 5 जनवरी 2022 को पीएम बॉय एयर आ रहे थे, लेकिन अचानक उनका रूट बदल दिया गया। वे सड़क मार्ग से आए। पीएम का काफिला 15-20 मिनट के लिए रुका था। एक भी किसान ने पीएम की तरफ फूल तक नहीं मारा था। तब CM रहे चरणजीत चन्नी की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार ने साफ किया था कि किसानों का मकसद उन्हें नुकसान पहुंचाना नहीं था। इसके बावजूद अब 3 साल के बाद किसानों पर दोबारा से कार्रवाई निंदनीय है। 20 किलो कम हुआ डल्लेवाल का वजन
आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए जानकारी दी की किसान नेता डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हुआ है। जब वह मरणव्रत पर बैठे थे तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था, जबकि अब यह कम होकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है। इसके साथ ही किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर वही टेस्ट के रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट में दिखा रही है जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है। अनशन पर बैठे एक किसान की तबीयत बिगड़ी
बीते कल खनौरी बॉर्डर पर 111 किसानों का जत्था पहुंचा था जिन्होंने काले रंग की पगड़ियां पहनी हुई थी। ये सभी किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ अनशन पर बैठने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने गले में कुछ पोस्टर भी लटकाए हुए थे जिसमें लिखा था “जगजीत सिंह डल्लेवाल से पहले हमारी शहादत होगी।” ये सभी किसान कल शाम से ही अनशन पर बैठ गए थे आज इनके अनशन का दूसरा दिन है। आज अचानक एक किसान की तबीयत बिगड़ गई। उसे मिर्गी का दौरा पड़ा था। जानकारी मिलते ही डॉ. स्वेमान की टीम मौके पर पहुंची और किसान का इलाज शुरू कर दिया गया। डल्लेवाल की हालत बिगड़ रही, बोलने में भी दिक्कत
डॉक्टरों के मुताबिक अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत हो रही है। अब उनका शरीर ही खुद को खा रहा है। उनका बीपी लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है। डल्लेवाल ने साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी बात नहीं सुनती, तब तक वे इलाज नहीं कराएंगे। हालांकि सरकार ने मोर्चे के पास ही एक अस्थायी अस्पताल बना दिया है। साथ ही करीब 50 डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। इसके अलावा निजी संस्थानों के डॉक्टर भी उनकी जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सारी मेडिकल रिपोर्ट तलब की, AIIMS से राय लेगा
डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल के सेहत से जुड़ी सभी रिपोर्ट तलब की हैं। जिसके बारे में कोर्ट AIIMS का ओपिनियन लेगा। इससे पहले सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने पहले डल्लेवाल की हालत में सुधार की बात कही, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि उनकी हालत स्थिर है। हालांकि, डल्लेवाल इससे पहले प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सभी धर्मों के संतों और महापुरुषों को पत्र लिख चुके हैं। इनमें उन्होंने मांग की है कि सरकार से एमएसपी गारंटी समेत अन्य शर्तें पूरी करने को कहा जाए। 18 जनवरी को SKM से मीटिंग
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के इस आंदोलन को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) भी समर्थन दे चुका है। इस बारे में रणनीति बनाने के लिए 18 जनवरी को किसान नेताओं की मीटिंग होगी। जिसमें दूसरी बार दिल्ली घेरने की योजना बनाई जाएगी। वहीं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।