हरियाणा के नारनौल में नसीबपुर स्थित जिला जेल में बंदियों के कई गुटों में झगड़ा हो गया। जेल में बंद एक गुट के 9 बंदियों ने दूसरे गुट के 2 बंदियों के साथ मारपीट की। वहीं अन्य बैरक में एक गुट के 3 बंदियों के साथ दूसरे 5 बंदियों पर हमला कर दिया। झगड़े मे चार बंदियों को ज्यादा चोट लगी हैं। उनको इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महावीर पुलिस चौकी को दी गई शिकायत में जेल वार्डन ने बताया कि जेल के ब्लॉक नंबर दो की बैरक नंबर 3 में बंद हवालाती बंदियों मिलन, मनीष, राहुल, नवल, निकेश, मुकेश, विकास, कुलदीप के साथ बैरिक में बंद अमित व मुकेश ने आपस में मारपीट में झगड़ा कर लिया। इस झगड़े में मिलन को ज्यादा छोटे आई। दूसरी ओर बेरिंग नंबर 2 के कमरा नंबर 6 में भी हवालाती बंदियों विशाल, विक्रम, नितिन, मनदीप, मनोज, अरुण, मोहित, प्रीतम ने भी आपस में झगड़ा कर लिया। जिसमें विशाल, विक्रम व नितिन को ज्यादा चोटे आई हैं। झगड़े की आवाज सुनकर जेल उप सहायक अधीक्षक रमेश कुमार व सत्यवान, चक्कर इंचार्ज सुरेश कुमार ने तुरंत मौके पर पहुंचकर झगड़ा कर रहे बंदियों को अलग करवाया। मारपीट में चोटिल बंदियों को जेल अस्पताल में ले जाकर प्राथमिक इलाज किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनको नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। हरियाणा के नारनौल में नसीबपुर स्थित जिला जेल में बंदियों के कई गुटों में झगड़ा हो गया। जेल में बंद एक गुट के 9 बंदियों ने दूसरे गुट के 2 बंदियों के साथ मारपीट की। वहीं अन्य बैरक में एक गुट के 3 बंदियों के साथ दूसरे 5 बंदियों पर हमला कर दिया। झगड़े मे चार बंदियों को ज्यादा चोट लगी हैं। उनको इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महावीर पुलिस चौकी को दी गई शिकायत में जेल वार्डन ने बताया कि जेल के ब्लॉक नंबर दो की बैरक नंबर 3 में बंद हवालाती बंदियों मिलन, मनीष, राहुल, नवल, निकेश, मुकेश, विकास, कुलदीप के साथ बैरिक में बंद अमित व मुकेश ने आपस में मारपीट में झगड़ा कर लिया। इस झगड़े में मिलन को ज्यादा छोटे आई। दूसरी ओर बेरिंग नंबर 2 के कमरा नंबर 6 में भी हवालाती बंदियों विशाल, विक्रम, नितिन, मनदीप, मनोज, अरुण, मोहित, प्रीतम ने भी आपस में झगड़ा कर लिया। जिसमें विशाल, विक्रम व नितिन को ज्यादा चोटे आई हैं। झगड़े की आवाज सुनकर जेल उप सहायक अधीक्षक रमेश कुमार व सत्यवान, चक्कर इंचार्ज सुरेश कुमार ने तुरंत मौके पर पहुंचकर झगड़ा कर रहे बंदियों को अलग करवाया। मारपीट में चोटिल बंदियों को जेल अस्पताल में ले जाकर प्राथमिक इलाज किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनको नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में डीसी ने BJP के लिए प्रोटोकॉल तोड़ा:BJP जिलाध्यक्ष से करवाया 72 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, बाद में गलती सुधारी
हरियाणा में डीसी ने BJP के लिए प्रोटोकॉल तोड़ा:BJP जिलाध्यक्ष से करवाया 72 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, बाद में गलती सुधारी हरियाणा के हिसार में 2 साल से पद बने हिसार डीसी ने मंगलवार को प्रोटोकॉल तोड़ भाजपा जिलाध्यक्ष से ही लघु सचिवालय में 72 करोड़ रुपए की लागत की 13 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करवा दिया। थोड़ी देर बाद ही यह सोशल मीडिया पर लोगों ने डीसी प्रदीप दहिया की खिंचाई शुरू कर दी। (जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग) DPRO कार्यालय की ओर से इस कार्यक्रम का प्रेसनोट भी कर दिया गया। थोड़ी देर में ही डीसी की भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी की तस्वीरें वायरल हो गई। इसके तुरंत बाद डीसी ने DPRO कार्यालय से संशोधित प्रेस नोट जारी करवाया जिसमें जिलाध्यक्ष अशोक सैनी की जगह मुख्यमंत्री नायब सैनी का नाम शामिल किया गया। वहीं विपक्ष ने भी डीसी प्रदीप दहिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि डीसी को प्रोटोकॉल का ध्यान रखना चाहिए। कांग्रेस नेता पूर्व विधायक प्रो. संपत सिंह ने कहा कि ” डीसी सरकार का हिस्सा नहीं है। अगर पार्टी प्रधान किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहा है तो यह कार्यक्रम पार्टी का हुआ ना कि सरकार का। ऐसे में डीसी को इन सब चीजों से बचना चाहिए। इतने बड़े ब्यूरोक्रेट के दिमाग पर अफसोस होता है”। 2 साल से हिसार में ही काबिज हैं प्रदीप दहिया
आपको बता दें कि सरकार ने 5 महीने पहले ही IAS प्रदीप दहिया को हिसार डीसी लगाया था। मगर वह 2 साल से नगर निगम कमिश्नर के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। इतना ही नहीं उनके पास एचएसवीपी के प्रशासक का भी कार्यभार है। भाजपा सरकार ने एक IAS अधिकारी को एक ही जिले में 3 महत्वपूर्ण पद दिए हुए हैं। 5 महीने पहले हिसार कमिश्नर के पद पर रहते हुए प्रदीप दहिया का तबादला भी हुआ था मगर तबादला होने के 10 बाद ही वापस हिसार आ गए थे। इसके बाद इनको हिसार डीसी का भी चार्ज दे दिया गया। पहले जारी किया गया प्रेसनोट… बाद में सुधारी गलती, जिलाध्यक्ष की जगह मुख्यमंत्री का नाम लिखा
बता दें कि मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में 72 करोड़ रुपये की लागत की 13 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया जाना था। चुनाव प्रचार में व्यस्तता होने के कारण कोई विधायक इसमें शामिल नहीं हो सका। हिसार मेयर का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। ऐसे में डीसी भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी से विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करवा दिया गया। इसलिए जल्दी में है सरकार दरअसल, चुनाव आयोग की तरफ से कभी भी हरियाणा में आचार संहिता की घोषणा हो सकती है। इसलिए सरकार लंबित कामों को जल्द से जल्द शुरू करवाना चाह रही है। आने वाले दिनों में 15 अगस्त, रविवार और रक्षा बंधन पर्व पर छुट्टी है। इसके बाद कभी भी आचार संहिता लग सकती है। इसलिए अब आनन-फानन में उद्घाटन व शिलान्यास किए जा रहे हैं। बाद में जारी किया गया प्रेसनोट… इन विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास
701.66 लाख रुपए की लागत से बरवाला ब्रांच में पुल का पुनर्निर्माण, 1354.12 लाख रुपए की लागत से खरकड़ा से हांसी वाया कुंदनपुरा रोड का सुधारीकरण, 658.61 लाख रुपए की लागत से सीसर से भाटोल रोड की विशेष मरम्मत, 2781 लाख रुपए की लागत से सेक्टर-14 पॉकेट टू हिसार में 15 एमएलडीसी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, 238.08 लाख रुपए की लागत से मेंहदा गांव में कस्तूरबा गांधी विद्यालय के भवन का निर्माण, 268.9 लाख रुपए की लागत से जींद-बरवाला-अग्रोहा-आदमपुर रोड की विशेष मरम्मत हुई है। इसी प्रकार जिन 7 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है उनमें 559.91 लाख रुपए की लागत से गांव सातरोड कलां में पीएचसी का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से एसडीएच बरवाला में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से सिविल अस्पताल हांसी में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 52.15 लाख रुपए की लागत से मंगाली में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से गांव सीसवाल में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण, 50 लाख रुपए की लागत से आदमपुर में ब्लॉक पब्लिक हैल्थ यूनिट का निर्माण, 377.61 लाख रुपए की लागत से बेरी अकबरपुर गांव में कस्तुरबा गांधी विद्यालय के स्कूल व छात्रावास भवन का निर्माण शामिल है।
हरियाणा सड़क सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता-2024:44 लाख से अधिक स्टूडेंट्स हुए शामिल; DGP बोले- समाज में बदलाव लाने का विद्यार्थी सबसे सशक्त माध्यम
हरियाणा सड़क सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता-2024:44 लाख से अधिक स्टूडेंट्स हुए शामिल; DGP बोले- समाज में बदलाव लाने का विद्यार्थी सबसे सशक्त माध्यम हरियाणा में पंचकूला समेत पूरे प्रदेश में सड़क सुरक्षा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता-2024 का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में राज्य भर के 44 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया है। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के माध्यम से सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों को लेकर जागरूकता फैलाना था। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि विद्यार्थी समाज में बदलाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी स्वयं सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक होने के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को भी इसका महत्व समझाने में सहायक बन सकते हैं। सड़क सुरक्षा में ड्राइवर की अहम भूमिका- कपूर उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा एक गंभीर विषय है। सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ड्राइविंग कौशल और यातायात नियमों की जानकारी का अभाव है। उन्होंने तीन प्रमुख कारकों- ड्राइवर, वाहन और सड़क की गुणवत्ता बताते हुए कहा कि इनमें ड्राइवर की भूमिका सबसे अहम होती है। कोरोना के कारण बंद हो गई थी प्रतियोगिता 2013 से 2018 के बीच हर वर्ष लाखों विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। 2019 और 2020 में कोरोना महामारी के कारण यह प्रतियोगिता नहीं हो सकी। लेकिन 2023 में इसे पुनः शुरू किया गया, जिसमें 42 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लेकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया। पुलिस महानिदेशक ने आशा जताई कि इस पहल के माध्यम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
हरियाणा में यमुना नदी में डूबीं सहेलियां:एक फिसली, दूसरी बचाने के लिए कूदी, दोनों की मौत, पानी पीने गई थी
हरियाणा में यमुना नदी में डूबीं सहेलियां:एक फिसली, दूसरी बचाने के लिए कूदी, दोनों की मौत, पानी पीने गई थी हरियाणा के यमुनानगर में सोमवार (16 दिसंबर) को 2 लड़कियां यमुना नदी में डूब गईं। दोनों पानी पीने गई थीं। एक लड़की का पांव फिसला, जबकि दूसरी अपनी सहेली को बचाने के लिए कूद गई। डूबने से दोनों लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई। आसपास के लोगों और गोताखोरों की मदद से उनके शव यमुना से बाहर निकाले गए। मृतक लड़कियों की पहचान रूमा और आंचल के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिजनों के अनुसार, दोनों बच्चियां अन्य छोटे बच्चों के साथ सूखी लकड़ियां चुनने गई थीं। प्यास लगने पर वे पानी पीने यमुना नदी किनारे चली गईं। इसी दौरान यह हादसा हुआ। लकड़ियां बीनने गई थी जंगल में
गांव कानलसी निवासी सुनीता ने बताया कि आज उसकी बेटी आंचल और पड़ोस में रहने वाली उसकी सहेली रूमा और दो अन्य छोटी बच्चियां खाना बनाने के लिए लकड़ियां बीनने यमुना नहर के पास जंगल में गई थीं। लकड़ियां बीनते समय प्यास लगने पर आंचल और रूमा पानी पीने यमुना नदी में चली गईं। लोगों ने बचाने का प्रयास किया
लड़की की चाची दिव्या ने बताया कि यमुना में पानी पीते समय आंचल का पैर फिसल गया। वह यमुना में गिर गई और पानी में बहने लगी। रूमा ने उसे बचाने का प्रयास किया तो वह भी यमुना में डूब गई। आसपास के लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया यमुना नदी में एक बड़ा गड्ढा है, जहां दोनों बच्चियां डूब गईं। आस पास के लोगों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। डूबने से दोनों बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों के शवों को बाहर निकाला
दिव्या ने बताया कि छोटी बच्चियों ने घर आकर आंचल और रूमा के परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजन मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दोनों के शवों को बाहर निकाला गया। मृतका आंचल की उम्र 17 साल है। उसके पिता का नाम सोनी कुमार और मां का नाम सुनीता है। दोनों मजदूर हैं। आंचल ने 9वीं क्लास से ही स्कूल छोड़ दिया था, क्योंकि उसे कम्पार्टमेंट आया था। दूसरी लड़की रूमा की उम्र 21 साल थी। उसके पिता सुरजीत कुमार हैं। हादसे को लेकर जांच जारी
बुड़िया थाना प्रभारी नरसिंह ने बताया कि फोन पर सूचना मिली थी कि गांव कानलसी की 2 लड़कियां यमुना नहर में डूब गई हैं। दोनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।