नारनौल में एक पंचायत समिति सदस्य ने अपने घर में घुसे पंचायती भैंसे को आग लगा दी। इससे भैंसा बुरी तरह झुलस गया। भैंसे को आग लगाने से पहले पंचायत समिति सदस्य ने वीडियो भी बनाई, जिसको उसने गांव के ग्रुप में डाल दिया और इसके लिए सरपंच को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद गांव में पंचायत हुई, जिसमें पंचायत समिति सदस्य पर जुर्माना लगाया गया है। हालांकि इसके बाद से वह फरार है। नारनौल के कारोली गांव में पंचायत समिति के सदस्य तेजपाल के घर एक भैंसा घुस गया। यह भैंसा पंचायती बताया जा रहा है। भैंसा घर में घुसने पर पंचायत समिति सदस्य तेजपाल ने एक वीडियो बनाई, जिसमें वह कह रहा है कि वह सभी गांव वालों से रिक्वेस्ट कर रहा है कि एक बार देख ले उसके घर में भैंसा आ गया है। वह उसको बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है, मगर वह निकल नहीं रहा। अब जो मेरे से होगा वह कर रहा हूं। आत्मरक्षा के लिए आदमी कुछ भी कर सकता है। गांव वालों को काफी बार इकट्ठा करने के बाद इसका कोई समाधान नहीं किया गया, न तो पंचायत द्वारा न ही लोगों द्वारा। इसमें मैं बिल्कुल भी रिस्क नहीं लूंगा, क्योंकि उसकी भैंस ब्याने वाली है। भैंस को पहुंचाएगा नुकसान
वीडियो में पंचायत समिति सदस्य तेजपाल कह रहा है कि एक भैंस लाख से डेढ़ लाख रुपए की होती है। उसकी भैंस को यह मार देगा। वह हो या कोई गरीब आदमी उसके तीन-चार लाख रुपए का नुकसान हो जाएगा। इसलिए जो मैं करने जा रहा हूं वह करुंगा। इसके लिए सरपंच व ग्राम पंचायत जिम्मेदारी होगी। इसके बाद पंचायत समिति सदस्य तेजपाल ने लकड़ी की एक मशाल बनाई, जिस पर उसने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मशाल को आग लगाने के बाद उसने भैंसे को भी आग लगा दी। इससे पंचायती भैंसा बुरी तरह से झुलस गया। उसकी पूंछ और पीछे का हिस्सा जल गया। आग लगने पर भैंसा वहां से भागा। भैंसे की आग लगी हुई दिखी तो आसपास के ग्रामीणों ने पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाई। घटना के बाद हुई गांव में पंचायत
इस घटना के बाद गांव में पंचायत हुई। पंचायत में गांव के लोगों के अलावा सभी पंच और सरपंच मौजूद रहे। पंचायत में गांव के नंबरदार भी रहे। पंचायत ने गांव के नंबरदारों को फैसला करने के लिए बोला। इस पर नंबरदार बोले कि पंचायत में दोषी पक्ष को भी होना चाहिए, ताकि वह अपनी बात रख सके, मगर वह पंचायत में मौजूद नहीं रहा, इसलिए पंचायत ने उस पर भैंसे के लिए एक बोरी खल, पांच मन तूड़ा, झोटे की मरहम पट्टी का खर्चा और डॉक्टर के खर्चे का जुर्माना लगाया। इस बारे में गांव के सरपंच सहीराम ने बताया कि जिस भैंसे को आग लगाई है, वह पंचायती भैंसा है, जो गांव में खुला घूमता है। इस प्रकरण के बाद गांव में पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें आरोपी पर जुर्माना लगाया गया है। वहीं इस घटना के बाद से पंचायत समिति सदस्य तेजपाल फरार है। ग्रामीणों के अनुसार वह गुरुग्राम गया हुआ बताया जा रहा है। नारनौल में एक पंचायत समिति सदस्य ने अपने घर में घुसे पंचायती भैंसे को आग लगा दी। इससे भैंसा बुरी तरह झुलस गया। भैंसे को आग लगाने से पहले पंचायत समिति सदस्य ने वीडियो भी बनाई, जिसको उसने गांव के ग्रुप में डाल दिया और इसके लिए सरपंच को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद गांव में पंचायत हुई, जिसमें पंचायत समिति सदस्य पर जुर्माना लगाया गया है। हालांकि इसके बाद से वह फरार है। नारनौल के कारोली गांव में पंचायत समिति के सदस्य तेजपाल के घर एक भैंसा घुस गया। यह भैंसा पंचायती बताया जा रहा है। भैंसा घर में घुसने पर पंचायत समिति सदस्य तेजपाल ने एक वीडियो बनाई, जिसमें वह कह रहा है कि वह सभी गांव वालों से रिक्वेस्ट कर रहा है कि एक बार देख ले उसके घर में भैंसा आ गया है। वह उसको बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है, मगर वह निकल नहीं रहा। अब जो मेरे से होगा वह कर रहा हूं। आत्मरक्षा के लिए आदमी कुछ भी कर सकता है। गांव वालों को काफी बार इकट्ठा करने के बाद इसका कोई समाधान नहीं किया गया, न तो पंचायत द्वारा न ही लोगों द्वारा। इसमें मैं बिल्कुल भी रिस्क नहीं लूंगा, क्योंकि उसकी भैंस ब्याने वाली है। भैंस को पहुंचाएगा नुकसान
वीडियो में पंचायत समिति सदस्य तेजपाल कह रहा है कि एक भैंस लाख से डेढ़ लाख रुपए की होती है। उसकी भैंस को यह मार देगा। वह हो या कोई गरीब आदमी उसके तीन-चार लाख रुपए का नुकसान हो जाएगा। इसलिए जो मैं करने जा रहा हूं वह करुंगा। इसके लिए सरपंच व ग्राम पंचायत जिम्मेदारी होगी। इसके बाद पंचायत समिति सदस्य तेजपाल ने लकड़ी की एक मशाल बनाई, जिस पर उसने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मशाल को आग लगाने के बाद उसने भैंसे को भी आग लगा दी। इससे पंचायती भैंसा बुरी तरह से झुलस गया। उसकी पूंछ और पीछे का हिस्सा जल गया। आग लगने पर भैंसा वहां से भागा। भैंसे की आग लगी हुई दिखी तो आसपास के ग्रामीणों ने पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाई। घटना के बाद हुई गांव में पंचायत
इस घटना के बाद गांव में पंचायत हुई। पंचायत में गांव के लोगों के अलावा सभी पंच और सरपंच मौजूद रहे। पंचायत में गांव के नंबरदार भी रहे। पंचायत ने गांव के नंबरदारों को फैसला करने के लिए बोला। इस पर नंबरदार बोले कि पंचायत में दोषी पक्ष को भी होना चाहिए, ताकि वह अपनी बात रख सके, मगर वह पंचायत में मौजूद नहीं रहा, इसलिए पंचायत ने उस पर भैंसे के लिए एक बोरी खल, पांच मन तूड़ा, झोटे की मरहम पट्टी का खर्चा और डॉक्टर के खर्चे का जुर्माना लगाया। इस बारे में गांव के सरपंच सहीराम ने बताया कि जिस भैंसे को आग लगाई है, वह पंचायती भैंसा है, जो गांव में खुला घूमता है। इस प्रकरण के बाद गांव में पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें आरोपी पर जुर्माना लगाया गया है। वहीं इस घटना के बाद से पंचायत समिति सदस्य तेजपाल फरार है। ग्रामीणों के अनुसार वह गुरुग्राम गया हुआ बताया जा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
