हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले लांस नायक अमरदीप सिंह (24) की संदिग्ध परिस्थितियों में सर्विस राइफल से चली गोली लगने से मौत हो गई। अमरदीप, जम्मू कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर के सैन्य शिविर में तैनात थे। कानाचक्क पुलिस ने अमरदीप के शव का जीएमसी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस ने घटनास्थल से सबूतों को जुटाकर मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को अमरदीप का शव नारनौंद के कोथ कलां गांव में पहुंचा। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई संदीप ने मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई। गांव के युवाओं ने शहीद अमरदीप के नारे भी लगाए। अमरदीप के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है। उनकी शहादत को जिंदगी में भुलाया नहीं जा सकता। उन्हें अमरदीप की शहादत पर गर्व है। लांसनायक के अंतिम संस्कार के PHOTOS… SHO बोले- आत्महत्या का मामला लग रहा
कानाचक्कर SHO श्याम लाल ने बताया कि घटना के समय अमरदीप गार्ड रूम में ड्यूटी पर तैनात थे। अचानक उनकी सर्विस राइफल से गोली चली। गोली लगने से खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़े। गोली लगने के बाद अमरदीप को सैन्य अस्पताल अखनूर ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। जांच पूरी होने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। उनकी सर्विस राइफल को जांच के लिए पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। करीब 8 महीने पहले हुई थी शादी
परिवार के सदस्यों ने बताया कि अमरदीप करीब 2 साल पहले 2022 में सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हुए थे। ट्रेनिंग के बाद जम्मू के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर सैन्य शिविर में उनकी पोस्टिंग हो गई। पिछले साल दिसंबर के महीने में उनकी शादी शामलो निवासी पूजा के साथ हुई थी। पूजा गृहिणी हैं और घर पर ही रहकर घर के कार्यों में पूरे परिवार का हाथ बटाती है। अमरदीप के बड़े भाई संदीप भी फौज में ही तैनात हैं। एक बहन है, उसकी शादी हो चुकी है। हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले लांस नायक अमरदीप सिंह (24) की संदिग्ध परिस्थितियों में सर्विस राइफल से चली गोली लगने से मौत हो गई। अमरदीप, जम्मू कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर के सैन्य शिविर में तैनात थे। कानाचक्क पुलिस ने अमरदीप के शव का जीएमसी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस ने घटनास्थल से सबूतों को जुटाकर मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को अमरदीप का शव नारनौंद के कोथ कलां गांव में पहुंचा। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई संदीप ने मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान सभी की आंखें नम हो गई। गांव के युवाओं ने शहीद अमरदीप के नारे भी लगाए। अमरदीप के परिजनों ने कहा कि उनका बेटा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है। उनकी शहादत को जिंदगी में भुलाया नहीं जा सकता। उन्हें अमरदीप की शहादत पर गर्व है। लांसनायक के अंतिम संस्कार के PHOTOS… SHO बोले- आत्महत्या का मामला लग रहा
कानाचक्कर SHO श्याम लाल ने बताया कि घटना के समय अमरदीप गार्ड रूम में ड्यूटी पर तैनात थे। अचानक उनकी सर्विस राइफल से गोली चली। गोली लगने से खून से लथपथ होकर वहीं गिर पड़े। गोली लगने के बाद अमरदीप को सैन्य अस्पताल अखनूर ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। जांच पूरी होने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। उनकी सर्विस राइफल को जांच के लिए पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। करीब 8 महीने पहले हुई थी शादी
परिवार के सदस्यों ने बताया कि अमरदीप करीब 2 साल पहले 2022 में सिपाही के पद पर सेना में भर्ती हुए थे। ट्रेनिंग के बाद जम्मू के ग्रामीण क्षेत्र ढूमी मालपुर सैन्य शिविर में उनकी पोस्टिंग हो गई। पिछले साल दिसंबर के महीने में उनकी शादी शामलो निवासी पूजा के साथ हुई थी। पूजा गृहिणी हैं और घर पर ही रहकर घर के कार्यों में पूरे परिवार का हाथ बटाती है। अमरदीप के बड़े भाई संदीप भी फौज में ही तैनात हैं। एक बहन है, उसकी शादी हो चुकी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर