नारनौल में 15 दिन बाद खुले सभी स्कूल:पहले दिन 60% पहुंचे बच्चे; पेरेंट्स बोले- फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं, अब नहीं हो छुट्‌टी

नारनौल में 15 दिन बाद खुले सभी स्कूल:पहले दिन 60% पहुंचे बच्चे; पेरेंट्स बोले- फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं, अब नहीं हो छुट्‌टी

हरियाणा के नारनौल में 15 दिनों के शीतकालीन छुट्‌टी के बाद आज से निजी व सरकारी स्कूल खुल गए हैं। सुबह से कड़कड़ाती ठंड बच्चे स्कूल पहुंचे। लेकिन पहले दिन 60% बच्चे ही स्कूल पहुंचे। वहीं पेरेंट्स ने कहा कि फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं, इसलिए अब छुट्‌टी नहीं होने चाहिए। सरकार द्वारा सर्दियों को देखते हुए प्रदेश के स्कूलों में 15 दिन का छुट्‌टी घोषित की हुई थी। जिसके चलते महेंद्रगढ़ जिले के सभी निजी व सरकारी दोनों ही स्कूल बंद थे। सरकार ने 16 जनवरी से स्कूलों को खोलने के निर्देश पहले ही जारी किए हुए थे। पेरेंट्स ने कहा, अब नहीं हो और छुट्‌टी स्कूल खुलने के बाद पेरेंट्स ने कहा कि अब स्कूलों की छुट्‌टी और नहीं होनी चाहिए। पेरेंट्स दिनेश शर्मा ने बताया कि उनका लड़का दसवीं कक्षा में पढ़ता है। दसवीं की बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी माह में ही शुरू हो जाएंगी। ऐसे में अब बच्चों की छुट्टियां नहीं होनी चाहिए। इसी प्रकार राकेश गर्ग ने बताया कि उनकी लड़की बाहरवीं कक्षा में पढ़ती है। यह महीना बच्चों की पढ़ाई का है। अब दिन के समय धूप भी खिलने लगी है। इसलिए स्कूल रेगुलर हो जाने चाहिए। कम आए स्कूलों में बच्चे शीतकालीन छुट्‌टी समाप्त होने के बाद पहले दिन स्कूलों में बच्चों की हाजिरी भी कम ही रही। सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों में 60 प्रतिशत ही बच्चे पहुंच पाए। इसके पीछ संक्रांत कारण बता रहे हैं। निजी स्कूल संचालक संतोष यादव ने बताया कि संक्रांत पर बच्चे अपने मामा के घर ज्यादा जाते हैं, जो दो-तीन दिन वहां रूककर आते हैं। इसके कारण आज बच्चे कम आए हैं। हरियाणा के नारनौल में 15 दिनों के शीतकालीन छुट्‌टी के बाद आज से निजी व सरकारी स्कूल खुल गए हैं। सुबह से कड़कड़ाती ठंड बच्चे स्कूल पहुंचे। लेकिन पहले दिन 60% बच्चे ही स्कूल पहुंचे। वहीं पेरेंट्स ने कहा कि फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं, इसलिए अब छुट्‌टी नहीं होने चाहिए। सरकार द्वारा सर्दियों को देखते हुए प्रदेश के स्कूलों में 15 दिन का छुट्‌टी घोषित की हुई थी। जिसके चलते महेंद्रगढ़ जिले के सभी निजी व सरकारी दोनों ही स्कूल बंद थे। सरकार ने 16 जनवरी से स्कूलों को खोलने के निर्देश पहले ही जारी किए हुए थे। पेरेंट्स ने कहा, अब नहीं हो और छुट्‌टी स्कूल खुलने के बाद पेरेंट्स ने कहा कि अब स्कूलों की छुट्‌टी और नहीं होनी चाहिए। पेरेंट्स दिनेश शर्मा ने बताया कि उनका लड़का दसवीं कक्षा में पढ़ता है। दसवीं की बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी माह में ही शुरू हो जाएंगी। ऐसे में अब बच्चों की छुट्टियां नहीं होनी चाहिए। इसी प्रकार राकेश गर्ग ने बताया कि उनकी लड़की बाहरवीं कक्षा में पढ़ती है। यह महीना बच्चों की पढ़ाई का है। अब दिन के समय धूप भी खिलने लगी है। इसलिए स्कूल रेगुलर हो जाने चाहिए। कम आए स्कूलों में बच्चे शीतकालीन छुट्‌टी समाप्त होने के बाद पहले दिन स्कूलों में बच्चों की हाजिरी भी कम ही रही। सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूलों में 60 प्रतिशत ही बच्चे पहुंच पाए। इसके पीछ संक्रांत कारण बता रहे हैं। निजी स्कूल संचालक संतोष यादव ने बताया कि संक्रांत पर बच्चे अपने मामा के घर ज्यादा जाते हैं, जो दो-तीन दिन वहां रूककर आते हैं। इसके कारण आज बच्चे कम आए हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर