<p style=”text-align: justify;”>नालंद जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई के तहत पुलिस ने बाबर मलिक के भाई और कुख्यात जमीन कारोबारी अकबर मलिक को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी बिहार थाना क्षेत्र के बैगनाबाद मोहल्ले में एक विशेष छापेमारी अभियान के दौरान हुई है, जो सुबह शुरू होकर लगभग 8-9 घंटे तक छापेमारी चली थी. इस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नालंदा एसपी भारत सोनी के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर अकबर मलिक के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जैसे ही पुलिस दस्ते ने अकबर के घर को चारों ओर से घेरा वह पुलिस की आहट पाकर भाग गया. हालांकि पुलिस ने तुरंत पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और थोड़ी ही देर में उसे धर दबोचा. घर में की गई छापेमारी के दौरान पुलिस को अकबर मलिक के ठिकानों से भारी मात्रा में अवैध हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जब्त किए गए सामान में शामिल है, 8 अलग-अलग प्रकार की लोडेड बंदूकें और रिवॉल्वर, 967 जिंदा कारतूस विभिन्न कैलिबर के 4 CO2 कैप्सूल, जो विस्फोटक सामग्री में आते हैं. बैटन रॉड (गुप्ती) और अन्य धारदार हथियार, कई मोबाइल फोन, जिनकी जांच की जा रही है. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बरामद हथियारों में विदेशी निर्माण के भी हथियार पाए गए हैं. इनमें ताइवान निर्मित रिवॉल्वर और इंग्लैंड में बनी 32 रिवॉल्वर भी शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह संकेत है कि अकबर मलिक का नेटवर्क सिर्फ स्थानीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से भी जुड़ा हो सकता है, अकबर मलिक कोई नया नाम नहीं है, उसका आपराधिक इतिहास खुद बयां करता है कि वह लंबे समय से कानून के दायरे से बाहर रहकर अवैध गतिविधियों में संलिप्त रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार थाना में उसके खिलाफ 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि लहेरी और पटना के बिहटा थानों में भी केस दर्ज हैं, उसके खिलाफ दर्ज मामलों में ज़मीन कब्जा, अवैध वसूली, धमकी, और असलहों की तस्करी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. सबसे पुराना मामला साल 2012 का है, जो दर्शाता है कि वह लगभग एक दशक से ज्यादा समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि आरोपी अकबर मलिक जेडीयू नेता बाबर मलिक का सगा भाई है, इसलिए इस पूरे मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस पूरे आपराधिक साम्राज्य को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था, पुलिस अभी इस एंगल से भी जांच कर रही है. एसपी भारत सोनी ने बताया कि की हमें पहले से सूचना थी कि अकबर मलिक अवैध हथियारों के खरीद-बिक्री में संलिप्त है, सूचना के सत्यापन के बाद एक विशेष टीम गठित की गई और आज सुबह की यह बड़ी कार्रवाई सफल रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी ने कहा बरामद हथियारों की मात्रा और गुणवत्ता देखकर हम भी चौंक गए हैं. जांच के बाद और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं, पुलिस अब जब्त मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि अकबर मलिक के नेटवर्क और उसकी आपूर्ति श्रृंखला का खुलासा किया जा सके. साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये विदेशी हथियार भारत में कैसे पहुंचे.</p> <p style=”text-align: justify;”>नालंद जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई के तहत पुलिस ने बाबर मलिक के भाई और कुख्यात जमीन कारोबारी अकबर मलिक को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी बिहार थाना क्षेत्र के बैगनाबाद मोहल्ले में एक विशेष छापेमारी अभियान के दौरान हुई है, जो सुबह शुरू होकर लगभग 8-9 घंटे तक छापेमारी चली थी. इस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>नालंदा एसपी भारत सोनी के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम ने तकनीकी सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर अकबर मलिक के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जैसे ही पुलिस दस्ते ने अकबर के घर को चारों ओर से घेरा वह पुलिस की आहट पाकर भाग गया. हालांकि पुलिस ने तुरंत पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और थोड़ी ही देर में उसे धर दबोचा. घर में की गई छापेमारी के दौरान पुलिस को अकबर मलिक के ठिकानों से भारी मात्रा में अवैध हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जब्त किए गए सामान में शामिल है, 8 अलग-अलग प्रकार की लोडेड बंदूकें और रिवॉल्वर, 967 जिंदा कारतूस विभिन्न कैलिबर के 4 CO2 कैप्सूल, जो विस्फोटक सामग्री में आते हैं. बैटन रॉड (गुप्ती) और अन्य धारदार हथियार, कई मोबाइल फोन, जिनकी जांच की जा रही है. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बरामद हथियारों में विदेशी निर्माण के भी हथियार पाए गए हैं. इनमें ताइवान निर्मित रिवॉल्वर और इंग्लैंड में बनी 32 रिवॉल्वर भी शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह संकेत है कि अकबर मलिक का नेटवर्क सिर्फ स्थानीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से भी जुड़ा हो सकता है, अकबर मलिक कोई नया नाम नहीं है, उसका आपराधिक इतिहास खुद बयां करता है कि वह लंबे समय से कानून के दायरे से बाहर रहकर अवैध गतिविधियों में संलिप्त रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिहार थाना में उसके खिलाफ 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि लहेरी और पटना के बिहटा थानों में भी केस दर्ज हैं, उसके खिलाफ दर्ज मामलों में ज़मीन कब्जा, अवैध वसूली, धमकी, और असलहों की तस्करी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. सबसे पुराना मामला साल 2012 का है, जो दर्शाता है कि वह लगभग एक दशक से ज्यादा समय से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि आरोपी अकबर मलिक जेडीयू नेता बाबर मलिक का सगा भाई है, इसलिए इस पूरे मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या इस पूरे आपराधिक साम्राज्य को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था, पुलिस अभी इस एंगल से भी जांच कर रही है. एसपी भारत सोनी ने बताया कि की हमें पहले से सूचना थी कि अकबर मलिक अवैध हथियारों के खरीद-बिक्री में संलिप्त है, सूचना के सत्यापन के बाद एक विशेष टीम गठित की गई और आज सुबह की यह बड़ी कार्रवाई सफल रही.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसपी ने कहा बरामद हथियारों की मात्रा और गुणवत्ता देखकर हम भी चौंक गए हैं. जांच के बाद और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं, पुलिस अब जब्त मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि अकबर मलिक के नेटवर्क और उसकी आपूर्ति श्रृंखला का खुलासा किया जा सके. साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये विदेशी हथियार भारत में कैसे पहुंचे.</p> बिहार दिल्ली में आवारा कुत्तों से परेशान महिला ने रेखा गुप्ता से की अपील, सीएम ने दिया ये जवाब
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