<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Police:</strong> महाराष्ट्र के नाशिक में इगतपुरी के पास पेड़ से लटकी लाश की जांच करने पहुंची पुलिस टीम के साथ गांव के लोगों ने मारपीट की. पुलिस की जांच से नाखुश लोगों ने बीच सड़क पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी. जिसके बाद इगतपुरी पुलिस स्टेशन में 37 लोगों समेत 50 से 60 अज्ञात लोगों पर पुलिस के साथ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मिली जानकारी के मुताबिक नाशिक जिले के इगतपुरी में पुलिसकर्मियों को भीड़ ने मारा पीटा. पुलिस थाने के कृष्णा गोडसे और रामदास वाघ के कपड़े फाड़ दिए गए. 31 मार्च को वे पेड़ से लटकते हुए शव की जांच करने गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इगतपुरी पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों ने बताया कि पुलिस ने आत्महत्या का दावा किया था, जिससे आदिवासी समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया. आदिवासी समुदाय ने आरोप लगाया है कि यह घटना चार दिन पहले हुई थी और पुलिस ने इसे एक छोटी सी घटना मानते हुए इसकी जांच नहीं की. ग्रामीणों का दावा है कि व्यक्ति की हत्या की गई थी, जबकि पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या थी. इस विवाद के कारण आदिवासी समुदाय के लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस घटना के सिलसिले में इगतपुरी पुलिस स्टेशन में 37 आरोपियों सहित 50 से 60 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की 9 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/kunal-kamra-not-present-khar-police-station-after-3rd-summons-by-mumbai-police-eknath-shinde-maharashtra-2919146″>तीसरी बार समन जारी होने के बाद भी पुलिस के सामने पेश नहीं हुए कुणाल कामरा, की थी ये मांग</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Police:</strong> महाराष्ट्र के नाशिक में इगतपुरी के पास पेड़ से लटकी लाश की जांच करने पहुंची पुलिस टीम के साथ गांव के लोगों ने मारपीट की. पुलिस की जांच से नाखुश लोगों ने बीच सड़क पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी. जिसके बाद इगतपुरी पुलिस स्टेशन में 37 लोगों समेत 50 से 60 अज्ञात लोगों पर पुलिस के साथ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मिली जानकारी के मुताबिक नाशिक जिले के इगतपुरी में पुलिसकर्मियों को भीड़ ने मारा पीटा. पुलिस थाने के कृष्णा गोडसे और रामदास वाघ के कपड़े फाड़ दिए गए. 31 मार्च को वे पेड़ से लटकते हुए शव की जांच करने गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इगतपुरी पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों ने बताया कि पुलिस ने आत्महत्या का दावा किया था, जिससे आदिवासी समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया. आदिवासी समुदाय ने आरोप लगाया है कि यह घटना चार दिन पहले हुई थी और पुलिस ने इसे एक छोटी सी घटना मानते हुए इसकी जांच नहीं की. ग्रामीणों का दावा है कि व्यक्ति की हत्या की गई थी, जबकि पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या थी. इस विवाद के कारण आदिवासी समुदाय के लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस घटना के सिलसिले में इगतपुरी पुलिस स्टेशन में 37 आरोपियों सहित 50 से 60 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की 9 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/kunal-kamra-not-present-khar-police-station-after-3rd-summons-by-mumbai-police-eknath-shinde-maharashtra-2919146″>तीसरी बार समन जारी होने के बाद भी पुलिस के सामने पेश नहीं हुए कुणाल कामरा, की थी ये मांग</a></strong></p> महाराष्ट्र दिल्ली के त्रिलोकपुरी में 6 राउंड फायरिंग से दहशत, बदमाशों ने कार को बनाया निशाना
नाशिक के इगतपुरी में घटना की जांच करने पहुंची पुलिस को भीड़ ने जमकर पीटा, फाड़ दिए कपड़े
