नगर निकाय चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र होगा। इसे लेकर गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने डेट तय कर दी है। गवर्नर की ओर से जारी लेटर में बजट सत्र की 7 मार्च तारीख तय की गई है। सेशन सुबह 11 बजे से प्रदेश के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण से शुरू होगा। इस बार यह बजट 2 लाख करोड़ तक का हो सकता है, जो पिछले बार के बजट से करीब 10 हजार करोड़ ज्यादा होगा। नायब सैनी पहली बार CM बनने के बाद बजट पेश करेंगे। इसके लिए सभी क्षेत्रों से जुड़े उद्यमियों के अलावा आम लोगों से भी सुझाव मांगे गए हैं। यहां पढ़िए ऑर्डर… नायब सैनी पहली बार पेश करेंगे बजट CM नायब सैनी पहली बार बजट पेश करेंगे। पहले कार्यकाल में उन्हें बजट पेश करने का मौका नहीं मिला था। प्रदेश सरकार ने पहली बार बजट को लेकर आम लोगों से ऑनलाइन सुझाव मांगे हैं। अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा, ताकि इसे सर्वहितकारी बनाया जा सके। जमीन से जुड़े लोगों से आर्थिक, आधारभूत और सामाजिक क्षेत्र में सुधारों संबंधी सुझाव जुटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने मंत्रियों, सांसद-विधायकों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग बैठकें कर आगामी बजट प्रस्तावों पर मंथन करेंगे। 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है बजट इससे पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर ने साल 2024-25 के लिए 1 लाख 89 हजार 877 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था, जिसमें कोई नया कर नहीं लगाया गया था। साल 2025-26 का बजट 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है। मुख्यमंत्री सैनी ने सभी विभागाध्यक्षों और प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए हैं कि 2024-25 के बजट में आवंटित जो राशि खर्च होने से रह गई है, इसका मार्च तक सही ढंग से और समय से इस्तेमाल सुनिश्चित करें, ताकि नई योजनाएं बनाने में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो। आगामी बजट में गरीब कल्याण की नई योजनाओं की घोषणा संभव है, क्योंकि प्रदेश सरकार का पूरा फोकस अंत्योदय उत्थान और गरीब कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन पर बना हुआ है। कर्मचारियों के कल्याण पर भी फोकस प्रदेश सरकार नए बजट में किसानों, मजदूरों और गरीबों के साथ कर्मचारियों के कल्याण पर फोकस कर सकती है। इसमें किसानों का विशेष ध्यान रखे जाने की संभावना है। राज्य की 70 प्रतिशत आबादी चूंकि गांवों में रहती है, इसलिए CM सैनी का बजट गांवों के विकास की तरफ अधिक झुकने की संभावना है। शहरी लोगों को भी निराश नहीं किया जाएगा। बुजुर्गों की पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी। कोई भी व्यक्ति दे सकता है सुझाव विधानसभा का बजट सत्र फरवरी में प्रस्तावित है। नई सरकार में वित्त विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री नायब सैनी का यह पहला बजट होगा। बजट में आमजन की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस बार नई पहल शुरू की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति बजट को लेकर वित्त विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपने सुझाव दे सकेगा। नगर निकाय चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र होगा। इसे लेकर गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने डेट तय कर दी है। गवर्नर की ओर से जारी लेटर में बजट सत्र की 7 मार्च तारीख तय की गई है। सेशन सुबह 11 बजे से प्रदेश के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण से शुरू होगा। इस बार यह बजट 2 लाख करोड़ तक का हो सकता है, जो पिछले बार के बजट से करीब 10 हजार करोड़ ज्यादा होगा। नायब सैनी पहली बार CM बनने के बाद बजट पेश करेंगे। इसके लिए सभी क्षेत्रों से जुड़े उद्यमियों के अलावा आम लोगों से भी सुझाव मांगे गए हैं। यहां पढ़िए ऑर्डर… नायब सैनी पहली बार पेश करेंगे बजट CM नायब सैनी पहली बार बजट पेश करेंगे। पहले कार्यकाल में उन्हें बजट पेश करने का मौका नहीं मिला था। प्रदेश सरकार ने पहली बार बजट को लेकर आम लोगों से ऑनलाइन सुझाव मांगे हैं। अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा, ताकि इसे सर्वहितकारी बनाया जा सके। जमीन से जुड़े लोगों से आर्थिक, आधारभूत और सामाजिक क्षेत्र में सुधारों संबंधी सुझाव जुटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने मंत्रियों, सांसद-विधायकों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग बैठकें कर आगामी बजट प्रस्तावों पर मंथन करेंगे। 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है बजट इससे पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर ने साल 2024-25 के लिए 1 लाख 89 हजार 877 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था, जिसमें कोई नया कर नहीं लगाया गया था। साल 2025-26 का बजट 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है। मुख्यमंत्री सैनी ने सभी विभागाध्यक्षों और प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए हैं कि 2024-25 के बजट में आवंटित जो राशि खर्च होने से रह गई है, इसका मार्च तक सही ढंग से और समय से इस्तेमाल सुनिश्चित करें, ताकि नई योजनाएं बनाने में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो। आगामी बजट में गरीब कल्याण की नई योजनाओं की घोषणा संभव है, क्योंकि प्रदेश सरकार का पूरा फोकस अंत्योदय उत्थान और गरीब कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन पर बना हुआ है। कर्मचारियों के कल्याण पर भी फोकस प्रदेश सरकार नए बजट में किसानों, मजदूरों और गरीबों के साथ कर्मचारियों के कल्याण पर फोकस कर सकती है। इसमें किसानों का विशेष ध्यान रखे जाने की संभावना है। राज्य की 70 प्रतिशत आबादी चूंकि गांवों में रहती है, इसलिए CM सैनी का बजट गांवों के विकास की तरफ अधिक झुकने की संभावना है। शहरी लोगों को भी निराश नहीं किया जाएगा। बुजुर्गों की पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी। कोई भी व्यक्ति दे सकता है सुझाव विधानसभा का बजट सत्र फरवरी में प्रस्तावित है। नई सरकार में वित्त विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री नायब सैनी का यह पहला बजट होगा। बजट में आमजन की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस बार नई पहल शुरू की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति बजट को लेकर वित्त विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपने सुझाव दे सकेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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घरौंडा में टीचर ने छात्रों को बेरहमी से पीटा:बच्चे की हाथ पर लगी गंभीर चोट, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
घरौंडा में टीचर ने छात्रों को बेरहमी से पीटा:बच्चे की हाथ पर लगी गंभीर चोट, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा में सरकारी प्राइमरी स्कूल में एक अध्यापिका द्वारा नन्हें छात्रों को बेहरमी से डंडा मारने का मामला सामने आया है। टीचर की मार से एक छात्र अपनी हाथ ठीक से नहीं उठा पा रहा है, वहीं छात्रा के जांघों पर टीचर ने डंडे से मारा है, जिससे उसके निशान दिखाई दे रहे हैं। छात्रों के परिजनों ने शिक्षा विभाग के अधिकारी से महिला टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्कूल के प्रिंसिपल अस्पताल में बच्चों से मिलने पहुंचे बताया जा रहा है कि टीचर ने एक नहीं बल्कि कई छात्रों को पिटा है। छात्र रोते हुए घर पहुंचे और अपने साथ हुई मारपीट के बारे में परिजनों को बताया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घरौंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचकर दोनों बच्चों का मेडिकल करवाया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की भनक लगी, तो मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रिंसिपल सरकारी अस्पताल में बच्चों से मिलने के लिए पहुंचे, जहां अभिभावकों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। झूठी कंप्लेंट पर की पिटाई राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल घरौंडा-2 की छात्रा श्वेता पांचवी कक्षा में पढ़ती है और गोल्डी भी पांचवी कक्षा का छात्र है। शनिवार को दोनों स्कूल में गए थे। छात्र गोल्डी का कहना है कि किसी ने मेरी झूठी कंप्लेंट कर दी थी कि मैं ऊपर वाले रूम में जा रहा हूं। तभी मीनू टीचर आई और मुझे डंडे से मारा। मेरी बाजू पर डंडा लगा है और मेरी बाजू उठ तक नहीं रही है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। रोते हुए छात्रा पहुंची थी घर वहीं छात्र के ताऊ कलीराम सैनी ने बताया कि हम वार्ड नं. 17 के रहने वाले हैं और घरौंडा के सरकारी स्कूल में गोल्डी पढ़ता है। टीचर ने बेरहमी से हमारे बच्चे को मारा है। ऐसी टीचर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। छात्रा श्वेता का कहना है कि हमें किसी ने बोल दिया कि छुट्टी हो गई। सभी बच्चे क्लास रूम से बाहर आ गए। तभी मीनू टीचर आई और मेरे पटों पर उसने डंडा मारा। श्वेता की बहन प्रियंका का कहना है कि श्वेता मेरे मामा की लड़की है और मेरे पास ही पढ़ती है। वह रोते हुए घर आई थी, जब मैने उसकी टांगों को देखा तो उस पर डंडे के निशान थे। टीचर ने बहुत गलत किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा अधिकारी बोले- नियमानुसार होगी कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि छात्रों के साथ मारपीट का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने प्रिंसिपल इंद्रजीत की ड्यूटी लगाई है। पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। मंगलवार को कार्यालय खुलेगा तो टीचर को तलब किया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
विनेश फोगाट मेडल न मिलने पर इमोशनल हुईं:सोशल मीडिया पर रोते हुए फोटो डाली; गाना लगाया- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया
विनेश फोगाट मेडल न मिलने पर इमोशनल हुईं:सोशल मीडिया पर रोते हुए फोटो डाली; गाना लगाया- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन से चूकीं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली प्रतिक्रिया दी है। विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर अपनी रोते हुए फोटो शेयर की है। इंस्टाग्राम पर पोस्ट फोटो में विनेश फोगाट ने फोटो के बैकग्राउंड में पंजाबी सिंगर बी प्राक का रब्बा वे गाना लगाया है। इसमें गाने के बहाने विनेश फोगाट ने अपना दुख जाहिर किया है। पंजाबी गाने के बोल है- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया। जिंदगी सिद्दी कर दिंदा, सब कुझ पुट्ठा ही रेह गया। न दित्ता प्यार, न दित्ता सुकून, साडियां रगां च काला खून। दिल साड्डा टुटिया टुटिया टूट्टा ही रेह गया। (इसका हिंदी अर्थ है कि मेरी बारी आने पर भगवान सोए रह गए। जिंदगी सीधी कर देते, सब कुछ उल्टा ही रह गया। न प्यार दिया, न सुकून, हमारी रगों में काला खून। हमारा दिल टूटा ही रह गया।) इससे पहले कल विनेश फोगाट की सिल्वर मेडल देने की याचिका को कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) यानी खेल कोर्ट ने खारिज कर दिया था। हालांकि उनके मेडल को लेकर फैसला करने वाली ज्यूरी के 5 में से 3 मेंबर इस बात से सहमत थे कि विनेश को सिल्वर मेडल देना चाहिए। वहीं, बाकी दो सदस्यों का मानना था कि एक खिलाड़ी के लिए व्यवस्था में बदलाव का अर्थ होगा कि अन्य खिलाड़ियों को उसके लाभ से वंचित किया गया। इस बारे में विश्व कुश्ती संघ को पूछा गया लेकिन उन्होंने एक रेसलर के लिए नियम बदलने से इनकार कर दिया। हालांकि अब खेल कोर्ट नियमों में बदलाव के लिए सिफारिशी ड्राफ्ट तैयार कर रहा है, जिसे विश्व कुश्ती संघ को भेजा जाएगा। इस फैसले के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा- माना पदक छीना गया तुम्हारा इस अंधकार में, हीरे की तरह चमक रही हो आज पूरे संसार में। विश्व विजेता हिंदुस्तान की आन बान शान रूस्तम ए हिंद विनेश फोगाट आप देश के कोहिनूर हैं। पूरे विश्व में विनेश फोगाट-विनेश फोगाट हो रही है। जिनको मेडल चाहिए। खरीद लेना 15-15 रुपए में। विनेश फोगाट की हरियाणा में ग्रैंड वेलकम की तैयारी चल रही हैं। विनेश 17 अगस्त को भारत आएगी हैं। इसकी जानकारी रेसलर बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी है। विनेश के भाई हरवेंद्र बलाली ने दिल्ली एयरपोर्ट से गांव बलाली तक विनेश का रूट तैयार किया है। इसमें जगह-जगह विनेश का स्वागत किया जाएगा। विनेश फोगाट की वापसी का रूट मैप.. विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की स्वागत करेंगे। जिस खिलाड़ी के साथ इतने बड़े स्तर पर ऐसा बर्ताव हो जाता है, वह खिलाड़ी संन्यास जैसा फैसला ले लेता है। पेरिस से लौटने पर विनेश को पूरा परिवार मनाएगा और 2028 के ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे। विनेश फोगाट मामले में क्या-क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था
बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 5. PM मोदी ने कहा- इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन कड़ा विरोध दर्ज करे
इस मामले में PM नरेंद्र मोदी ने IOA प्रेसिडेंट पी टी ऊषा से बात की और पूरी जानकारी ली है। इस मामले में हर विकल्प आजमाने और समाधान के प्रयास के साथ साथ PM ने पीटी ऊषा से विनेश फोगाट मामले में भारत का कड़ा विरोध दर्ज कराने को भी कहा। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के प्रधान पीटी ऊषा विनेश से मिलीं। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने विनेश को लेकर संसद में बयान दिया। 6. खेल मंत्री बोले- कोच हमेशा साथ रहता है
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा- कोच साथ रहता है। फिजियो अश्विनी पाटिल हमेशा साथ रहते हैं। अतिरिक्त सहायक स्टाफ भी रहता है। इन्हें 70 लाख की सहायता दी गई है। स्पेन के मेड्रिड, फ्रांस में प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी गई है। हंगरी में 4 दिन तक इंटरनेशनल प्रशिक्षण के लिए स्टाफ को वित्तीय सहायता दी गई है। 7. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 8. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 9. खेल कोर्ट में सुनवाई हुई
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई। 10. विनेश को नहीं मिलेगा मेडल
इसके बाद 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी, लेकिन फैसला टाल दिया गया। इसके बाद 14 अगस्त की शाम को विनेश की याचिका खारिज कर दी गई।
हरियाणा में कोबरा सांप ने स्नेकमैन को डसा:ईंटों के ढेर में छिपा था, बाहर निकलते ही घुटने पर डंक मारा; VIDEO सामने आया
हरियाणा में कोबरा सांप ने स्नेकमैन को डसा:ईंटों के ढेर में छिपा था, बाहर निकलते ही घुटने पर डंक मारा; VIDEO सामने आया हरियाणा के फतेहाबाद में कोबरा सांप को पकड़ना सपेरे को महंगा पड़ गया। काबू करने के दौरान कोबरा तेजी से स्नेकमैन पर झपटा और उसके घुटने पर डस लिया। इसके बाद भी सपेरे ने हार नहीं मानी। उसने सांप को काबू कर जंगली क्षेत्र में छोड़ा। इसके बाद सपेरे को भी अस्पताल जाना पड़ा। अस्पताल में सपेरे का उपचार किया गया। थोड़ी देर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। फिर उसे छुट्टी दे दी गई। सपेरे का कहना था कि वह सीधे अस्पताल पहुंच गया, जिससे उसकी जान बच गई। ईंटों के ढेर में सांप छिपा था
जानकारी के अनुसार, फतेहाबाद के गांव जांडली कलां में ईंटों के ढेर में लोगों ने एक सांप छिपा हुआ देखा। उसे देखकर लोग डर गए। कोबरा प्रजाति का सांप काफी लंबा और फन फैलाए हुए था। इसके बाद लोगों ने सांप पकड़ने वाले पवन जोगपाल से संपर्क किया। सूचना मिलने पर पवन गांव में पहुंचा और मौके पर पहुंचकर ईंटों के ढेर से सांप को निकालना शुरू किया। ईंटें हटाने के बाद सांप दिखाई दिया तो सपेरे ने सांप पकड़ने वाली छड़ से उसे काबू करने का प्रयास किया। इसी दौरान सांप तेजी से सपेरे की ओर लपका। घुटने पर डंक मारा
सांप का अटैक इतना तेज था कि सपेरे को बचने का मौका ही नहीं मिला। तेजी से लपक कर सांप ने सपेरे के घुटने पर डंक मार दिया। इससे सपेरा कराहने लगा और थोड़ा डर भी गया। मौका पाकर सांप वहां से भागने लगा। हालांकि, सपेरे ने सांप को भागने नहीं दिया और पकड़ कर उसे जंगल में जाकर छोड़ा। इसके तुरंत बाद वह सरकारी अस्पताल पहुंचा और अपना इलाज करवाया। पवन ने बताया कि अक्सर लोग सांप के डसने के बाद झाड़-फूंक में जुट जाते हैं और मामला जान पर बन आता है। उसने कहा कि झाड़-फूंक में समय खराब करने की बजाय पीड़ित को अस्पताल जाकर इलाज करवाना चाहिए।