हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना उप मंडल के गांव हथन में अवैध खनन रोकने गए खनन विभाग की टीम को विरोध का सामना करना पडा। टीम ने मौके पर जेसीबी को कब्जे में लिया। जिसके बाद खनन माफियाओं व टीम के बीच झड़प हुई और टीम से जेसीबी को छुड़ा लिया। खनन विभाग अधिकारी की शिकायत पर बिछौर पुलिस ने दो दर्जन से अधिक लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। टीम को आता देख पहाड़ से उतरे शिकायत में खनन रक्षक शाह आलम ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि अवैध रूप से हथन गांव के पहाड़ में अवैध खनन किया जा रहा है। सूचना के आधार पर वे अपनी टीम के साथ हथन गांव के पहाड़ की ओर छापा मारने के लिए पहुंच गए, लेकिन उनकी गाड़ियों को दूर से आता देख अवैध खनन माफिया अपनी जेसीबी के साथ पहाड़ से उतर आए और जेसीबी मशीन मकान में ले जाकर खड़ी कर दी। हमले में महिलाएं भी रही शामिल उन्होंने अपनी टीम के साथ मकान में छापा मार कर जेसीबी को कब्जे में लेकर जेसीबी मशीन ले जाने लगे, तो आसपास के मकानों से लगभग दो दर्जन महिला व पुरुषों ने मिलकर उन पर हमला कर दिया और बलपूर्वक जेसीबी को उनसे छुड़ा कर ले गए। बिछौर थाना पुलिस ने आरोपी साजिद, वाजिद, शाहिद, खननु सहित दो दर्जन महिला व पुरुषों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द आरोपी होंगे काबू : प्रभारी इस संबंध में बिछौर थाना प्रभारी जसवीर सिंह ने कहा कि खनन विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। जल्द ही आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना उप मंडल के गांव हथन में अवैध खनन रोकने गए खनन विभाग की टीम को विरोध का सामना करना पडा। टीम ने मौके पर जेसीबी को कब्जे में लिया। जिसके बाद खनन माफियाओं व टीम के बीच झड़प हुई और टीम से जेसीबी को छुड़ा लिया। खनन विभाग अधिकारी की शिकायत पर बिछौर पुलिस ने दो दर्जन से अधिक लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। टीम को आता देख पहाड़ से उतरे शिकायत में खनन रक्षक शाह आलम ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि अवैध रूप से हथन गांव के पहाड़ में अवैध खनन किया जा रहा है। सूचना के आधार पर वे अपनी टीम के साथ हथन गांव के पहाड़ की ओर छापा मारने के लिए पहुंच गए, लेकिन उनकी गाड़ियों को दूर से आता देख अवैध खनन माफिया अपनी जेसीबी के साथ पहाड़ से उतर आए और जेसीबी मशीन मकान में ले जाकर खड़ी कर दी। हमले में महिलाएं भी रही शामिल उन्होंने अपनी टीम के साथ मकान में छापा मार कर जेसीबी को कब्जे में लेकर जेसीबी मशीन ले जाने लगे, तो आसपास के मकानों से लगभग दो दर्जन महिला व पुरुषों ने मिलकर उन पर हमला कर दिया और बलपूर्वक जेसीबी को उनसे छुड़ा कर ले गए। बिछौर थाना पुलिस ने आरोपी साजिद, वाजिद, शाहिद, खननु सहित दो दर्जन महिला व पुरुषों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द आरोपी होंगे काबू : प्रभारी इस संबंध में बिछौर थाना प्रभारी जसवीर सिंह ने कहा कि खनन विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। जल्द ही आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
गुरुग्राम में लूट गिरोह के 7 सदस्य गिरफ्तार:चोरी के 11 मोबाइल बरामद, बिहार और मध्य प्रदेश के रहने वाले
गुरुग्राम में लूट गिरोह के 7 सदस्य गिरफ्तार:चोरी के 11 मोबाइल बरामद, बिहार और मध्य प्रदेश के रहने वाले गुरुग्राम के सोहना में पुलिस ने घरों से मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के 7 सदस्यों को काबू किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 11 मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों ने इन मोबाइल को वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों से चोरी किया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया आरोपियों को पुलिस ने मारुति कुंज से काबू किया है। 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार एसीपी अभी लक्ष्य वर्मा ने बताया कि काफी समय से यह गिरोह मारुति कुंज के आसपास सक्रिय था। कुछ समय पहले उन्होंने मोबाइल चोरी किए थे। वह अब इन मोबाइल को कृष्ण कुंज के समीप बेचने की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर जा कर इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान अंकित उर्फ छोटू निवासी गांव तेनवा जिला रोहताश (बिहार), राजेश अहिरवार निवासी शेरपा जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश), अंकित निवासी गांव अजराना कलां जिला कुरुक्षेत्र, विनोद अहिरवार निवासी गांव सूरजपुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) व देवराज निवासी गांव कनवापुर जिला टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) के रूप में हुई। पूछताछ में जुटी पुलिस पुलिस पूछताछ में बताया कि आरोपी वजीराबाद, बादशाहपुर, इस्लामपुर तथा अन्य स्थानों पर घरों से मोबाइल फोन चोरी करते थे। जब लोग घरों का दरवाजा खुला छोड़कर सो जाते हैं। तक ये मोबाइल फोन चोरी करने की वारदातों को अंजाम देते है तथा चोरी किए गए मोबाइल फोन को बेच देते थे। फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जिससे आरोपियों के अन्य साथियों के बारे में पता लगया जा सके।
करनाल में बीड़ी न देने पर काटी टांग:गन्ना काटने के कटर से दिया वारदात को अंजाम, अस्पताल में चल रहा इलाज
करनाल में बीड़ी न देने पर काटी टांग:गन्ना काटने के कटर से दिया वारदात को अंजाम, अस्पताल में चल रहा इलाज हरियाणा के करनाल के कैहरबा गांव में एक व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति का गन्ना काटने वाले कटर से पैर काट दिया। व्यक्ति का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने आरोपी को बीड़ी नहीं दी थी। इससे गुस्साए आरोपी ने व्यक्ति पर हमला कर दिया और मौके से फरार हो गया। पीड़ित के भाई ने उसे इंद्री के एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज जारी रहा। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भेड बकरियां चारने का करता है काम गांव कैहरबा निवासी सतीश कुमार पुत्र धर्मपाल भेड़ बकरियां चराने का काम करता है। बीती 20 मई की दोपहर करीब 2 बजे वह दुकान पर बीड़ी लेने के लिए जा रहा था, इसी दौरान रास्ते में उसे जैनपुर गांव का चरण सिंह पुत्र जोगिंद्र मिला। चरण सिंह ने उससे बीड़ी मांगी, लेकिन सतीश के पास बीड़ी ही खत्म हो चुकी थी, लिहाजा उसने बीडी से मना कर दिया कि उसके पास बीड़ी नहीं है। जिसके बाद चरण सिंह का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उसने अपने हाथ में लिए गन्ना कटर से दाहिनी टांग पर वार कर दिया और उसकी टांग कट गई। दर्द से कराह उठा सतीश पीड़ित सतीश की टांग पर कट्टर लगा था, जिससे वह बुरी तरह से कराह उठा, उससे दर्द सहन नहीं हो रहा था। तभी सतीश का भाई मौके पर पहुंच गया और अपने भाई को संभाला, लेकिन आरोपी मौके पर उसे जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। जिसके बाद उसके भाई ओमप्रकाश ने उसे इंद्री के अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे करनाल के अस्पताल में रेफर कर दिया। जहां पर उसका इलाज चला। शिकायत पर मामला दर्ज वारदात के एक महीने बाद पीड़ित के बेटे ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। इंद्री थाना के जांच अधिकारी जितेंद्र ने बताया कि पीड़ित के बेटे रोहित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पानीपत में इलाज के दौरान युवक की मौत:परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर किया हंगामा, मौत के बाद डॉक्टरों ने रेफर किया
पानीपत में इलाज के दौरान युवक की मौत:परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर किया हंगामा, मौत के बाद डॉक्टरों ने रेफर किया पानीपत के समालखा शहर के पुराना बस स्टैंड स्थित देव हॉस्पिटल में शनिवार सुबह एक युवक की मौत पर परिजनों ने रोष प्रकट किया। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल संचालकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर परिजनों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। खाने के बाद हुई थी उल्टी मिली जानकारी के अनुसार गांव पट्टीकल्याणा का रहने वाला अनिल नामक युवक रात करीब 1:00 बजे उल्टी लगने से अपने परिजनों के साथ समालखा के प्राइवेट देव हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुँचा था। जहां अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों व कर्मचारियों द्वारा उसका इलाज करना शुरू किया गया। लेकिन इलाज के दौरान युवक की हालत ज्यादा बिगड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल कर्मचारियों ने सुबह करीब 6:00 बजे अनिल को पानीपत के लिए रेफर करने की बात कही। स्टाफ ने परिजनों को अंदर नहीं जाने दिया परिजनों अनिल को पानीपत के एक निजी हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। परिजनों मृतक की डेड बॉडी को लेकर समालखा के देव हॉस्पिटल में वापस पहुंचे, जहां स्टाफ के द्वारा उनको अंदर घुसने नहीं दिया गया। परिजनों ने हंगामा कर मृतक अनिल की डेड बॉडी को अंदर रख दिया। हंगामा की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची। करीब 3 घंटे परिजनों का हंगामा चलता रहा। इसके बाद मौके पर डीएसपी सतीश वत्स पहुंचे मामले को शांत करवाया परिजनों से बात कर मृतक की डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल में भेजा गया। इलाज से पहले जमा करवाए 20 हजार परिजनों ने डॉक्टर व स्टॉप पर लापरवाही के आरोप लगाए। मृतक अनिल के पिता जय सिंह ने कहा रात को पेट में दर्द होने की वजह से उल्टी लग गई थी। जिसको लेकर हम समालखा देव हॉस्पिटल में पहुंचे। जहां पर अस्पताल के स्टाफ द्वारा हमसे से ₹30,000 पहले जमा करवा लिए गए। उसके बाद कोरे कागज पर साइन करवा कर इलाज शुरू कर दिया। इलाज शुरू होने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई लेकिन अस्पताल के स्टाफ के द्वारा उसको इंजेक्शन दिया गया उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टर बोले- पहले ही मर चुका मृत्यु होने के बाद अस्पताल स्टाफ के लोगों के द्वारा उसको पानीपत ले जाने को कहा गया। पानीपत में एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा यह तो पहले ही मर चुका है। 28 वर्षीय मृतक अनिल दो बच्चों का पिता है। पुलिस ने किया मामला दर्ज डीएसपी सतीश वत्स ने जानकारी देते हुए कहा कि इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। हॉस्पिटल के स्टाफ और डॉक्टरों को लेकर लोगों में रोष था। मामले को शांत करवा कर मृतक की डेड बॉडी को पानीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल परिजनों ने लिखित रूप में जो शिकायत दी है, उसे पर कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जो भी आरोपी है उसको छोड़ नहीं जाएगा।