हरियाणा के नूंह में सीआईए की टीम ने हथियारों का जखीरा पकड़ा है। पुलिस ने जयपुर के दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार लिया। उनके कब्जे से 7 देसी पिस्टल, 13 मैगजीन और 6 देसी कट्टा बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच नूंह की एक टीम को सूचना मिली कि सलीम निवासी साली जिला जयपुर राजस्थान और अकिल हुसैन निवासी साखून जिला जयपुर राजस्थान, जो अवैध हथियारों की सप्लाई करते हैं। खंडहर मकान में बैठे थे दोनों आरोपी आरोपी अवैध हथियार बेचने की फिराक में फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र अंतर्गत रावली बांध के पास बने फार्म हाउस के अंदर गेट के पास बने खंडहर मकान में किसी का इंतजार कर रहे है। सुचना के आधार पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को काबू कर लिया। दोनों आरोपियों ने कमर पर लटकाए हुए थे बैग पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों ने अपनी कमर पर पिट्ठू बैग लटकाए हुए थे। आरोपी सलीम के बैग की तलाशी ली तो उसमें से 7 देसी पिस्तौल और 13 मैगजीन बरामद हुई। जिन्हें कब्जे में लिया गया है। इसके साथ ही दूसरे आरोपी अकिल हुसैन के बैग की तलाशी लेने पर उससे 6 देसी कट्टा बरामद हुए है। जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस थोड़ी देर में करेगी खुलासा आरोपियों द्वारा कब से यह काम किया जा रहा है और मेवात में कहां-कहां हथियार सप्लाई किए हैं, इसका खुलासा भी पुलिस जल्द ही करेगी। इसके लिए आज दोपहर करीब 12 बजे नूंह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक प्रेसवार्ता बुलाई गई है। हरियाणा के नूंह में सीआईए की टीम ने हथियारों का जखीरा पकड़ा है। पुलिस ने जयपुर के दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार लिया। उनके कब्जे से 7 देसी पिस्टल, 13 मैगजीन और 6 देसी कट्टा बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच नूंह की एक टीम को सूचना मिली कि सलीम निवासी साली जिला जयपुर राजस्थान और अकिल हुसैन निवासी साखून जिला जयपुर राजस्थान, जो अवैध हथियारों की सप्लाई करते हैं। खंडहर मकान में बैठे थे दोनों आरोपी आरोपी अवैध हथियार बेचने की फिराक में फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र अंतर्गत रावली बांध के पास बने फार्म हाउस के अंदर गेट के पास बने खंडहर मकान में किसी का इंतजार कर रहे है। सुचना के आधार पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को काबू कर लिया। दोनों आरोपियों ने कमर पर लटकाए हुए थे बैग पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों ने अपनी कमर पर पिट्ठू बैग लटकाए हुए थे। आरोपी सलीम के बैग की तलाशी ली तो उसमें से 7 देसी पिस्तौल और 13 मैगजीन बरामद हुई। जिन्हें कब्जे में लिया गया है। इसके साथ ही दूसरे आरोपी अकिल हुसैन के बैग की तलाशी लेने पर उससे 6 देसी कट्टा बरामद हुए है। जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस थोड़ी देर में करेगी खुलासा आरोपियों द्वारा कब से यह काम किया जा रहा है और मेवात में कहां-कहां हथियार सप्लाई किए हैं, इसका खुलासा भी पुलिस जल्द ही करेगी। इसके लिए आज दोपहर करीब 12 बजे नूंह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक प्रेसवार्ता बुलाई गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हांसी में चाचा-भतीजे पर बरसाए ईंट-पत्थर, VIDEO:रोहतक से आया था बच्चा; स्कूटी पर सवार थे 3 हमलावर, घायल हिसार रेफर
हांसी में चाचा-भतीजे पर बरसाए ईंट-पत्थर, VIDEO:रोहतक से आया था बच्चा; स्कूटी पर सवार थे 3 हमलावर, घायल हिसार रेफर हरियाणा के हिसार के हांसी के हाजमपुर में रोहतक से पापा की बुआ और चाचा के घर छुट्टी मनाने आए बच्चे पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। वह रात को चाचा की रेहड़ी पर गोल- गप्पे खाने गया था। इस दौरान स्कूटी पर सवार होकर आए 3 युवकों ने उस पर ईंट से हमला कर दिया। प्रजापति चौक रोहतक निवासी मयंक ने बताया कि उसकी उम्र 10 साल है और वह 5वीं क्लास में पढ़ता है। स्कूल की गर्मियों की छुट्टी होने के कारण मयंक अपने पापा कि बुआ और चाचा के घर हाजमपुर आया हुआ था। मयंक ने बताया कि उसके चाचा मनोज हाजमपुर बस अड्डे पर गोल-गप्पे की रेहड़ी लगाते हैं। बीती रात 9 बजे के करीब मयंक अपने चाचा की रेहड़ी पर गोल गप्पे खाने के लिए खड़ा था, उसी समय तीन लड़के सफ़ेद कलर की स्कूटी पर आए। युवक मयंक व उसके चाचा मनोज पर ईंट व रोडे बरसाने लगे। मयंक के चाचा मनोज ने भाग कर अपनी जान बचाई। और उस समय एक रोड़ा (पत्थर) मयंक के दाहिने हाथ की उंगली पर लगा। इससे उसकी उंगली टूट गई। काफ़ी समय उत्पात मचाने के बाद वह युवक वहां से चले गए। इसके बाद आसपास के लोगों ने एम्बुलेंस को इसकी जानकारी दी। घायलों को हांसी के नागरिक अस्पताल में लाया गया। यहां पर डॉक्टर ने उनका इलाज कर उन्हें हिसार रेफर कर दिया। मयंक ने बताया की वह उन हमलावरों को नहीं जानता और न ही उसका किसी से कुछ विवाद हुआ था। मयंक ने पुलिस को शिकायत दे दी है। पुलिस ने मयंक के बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
फिरौती के लिए पुलिसकर्मी ने रचा अपहरण का जाल:ऑनलाइन सट्टे ने डुबोया, जल्दी अमीर बनने की चाहत में कानून तोड़ा, तीनों को भेजा जेल
फिरौती के लिए पुलिसकर्मी ने रचा अपहरण का जाल:ऑनलाइन सट्टे ने डुबोया, जल्दी अमीर बनने की चाहत में कानून तोड़ा, तीनों को भेजा जेल हरियाणा में करनाल के नरूखेड़ी गांव में संदीप नरवाल के अपहरण की साजिश रचने वाला उसी का नजदीकी हेड कांस्टेबल नरेंद्र निकला। तीन दिन के रिमांड के बाद पुलिस के सामने तीनों बदमाशों ने अपहरण की वारदात का बड़ा खुलासा किया है। मुख्य आरोपी नरेंद्र ने ऑनलाइन सट्टे में भारी कर्ज होने के चलते इस वारदात को अंजाम दिया। 15-20 दिन की प्लानिंग के बाद आरोपी ने अपने साथियों के साथ नरूखेड़ी गांव से संदीप को दिनदहाड़े किडनैप किया, लेकिन पुलिस ने आरोपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया और उन्हें 9 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने रिमांड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की और सीन रिक्रिएट भी किया। कोर्ट में पेश कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। कैसे रची गई साजिश, पूरी घटना समझिये सिलसिलेवार सीआईए-2 के जांच अधिकारी मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि संदीप नरवाल युवकों को विदेश भेजने का काम करता था। आरोपी हेड कांस्टेबल नरेंद्र अपने भाई को विदेश भेजना चाहता था और एजेंट संदीप नरवाल से मिला था। नरेंद्र के पास पैसे का जुगाड़ नहीं हो सका था, लेकिन वह लगातार संदीप के टच में था। नरेंद्र ने संदीप का घर बार देखा हुआ था। वह संदीप के हालातों से वाकिफ था। बाद में नरेंद्र ने देखा कि संदीप ने कुछ ही समय में अच्छी प्रॉपर्टी बना ली है और करोड़ों रुपया कमा लिया है। ऑनलाइन सट्टा खेलता था मुख्य आरोपी नरेंद्र आरोपी हेड कांस्टेबल नरेंद्र ऑनलाइन सट्टा खेलता था। लोगों से पैसा ले लेकर सट्टा खेलता रहा और हारता चला गया। जिसकी वजह से उसके ऊपर काफी ज्यादा देनदारी हो चुकी थी और तनख्वाह से खर्चे पूरे नहीं हो रहे थे। नरेंद्र ने प्लान बनाया कि क्यों न किसी ऐसे आदमी को उठाया जाए, जो दो-तीन करोड़ रुपए आसानी से दे दे और हमारी जिंदगी आसानी से कटे। जिसके बाद आरोपी ने अपने दो साथियों को तैयार किया और बताया कि संदीप नरवाल को दिल्ली पुलिस ने उठाया था और वहां से जमानत करवाकर आया है और संदीप ने बहुत मोटा पैसा कमाया हुआ है। संदीप एक सॉफ्ट टारगेट है और इसको उठाते है तो दो-तीन करोड़ रुपए आसानी से दे देगा। एक जनवरी को भी आए थे घर पर पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि एक जनवरी को भी तीनों आरोपी संदीप के घर पर पहुंचे थे, लेकिन संदीप उस दिन घर पर नहीं था, इन लोगों ने संदीप के घर वालों को बताया था कि वे संदीप से मिलने आए है। वास्तव में ये लोग संदीप की रेकी करने के लिए आए थे। इन लोगों की प्लानिंग करीब 15-20 दिन से चल रही थी। लगातार रैकी की गई, जिसमें इन लोगों को पता चल गया कि संदीप किस टाइम कहां पर होता है। 4 जनवरी को मुख्य आरोपी ने अपने दोनों साथियों को गांव नरूखेड़ी में बुला लिया। इन लोगों को पता था कि संदीप दोपहर को अपनी बेटी को बस में बैठाने के लिए अकेला जाता है। इसी का फायदा आरोपियों ने उठाया। कार दूर खड़ी कर ली थी पुलिस ने बताया कि कार आरोपी अक्षय कुमार के नाम से रजिस्टर्ड है। जब मधुबन से आरोपी चले थे तो इन्होंने कार की दोनों नंबर प्लेट को उतारकर कार की डिग्गी में डाल दिया था। प्लानिंग के मुताबिक आरोपियों ने अपनी कार को बस स्टैंड नरूखेड़ी के नजदीक ही लगा दिया। जैसे ही संदीप अपनी बेटी को बस में बैठाकर वापिस घर की तरफ जाने लगा तो इन आरोपियों ने संदीप की बाइक के सामने अपनी कार को अड़ा दिया और ड्राइवर अक्षय और सुरेंद्र असला लेकर कार से नीचे उतरे और उसकी बाइक को धक्का देकर गिरा दिया। फिर संदीप को जान से मारने की धमकी दी और जबरन गाड़ी में धकेल लिया। सुरेंद्र पीछे वाली सीट पर संदीप को लेकर बैठ गया। नरेंद्र कंडक्टर सीट पर बैठा था और अक्षय ने कार ड्राइव की। वहां से किडनेप करके ले गए। एक घंटे बाद आई फिरौती की कॉल पुलिस के मुताबिक, पहले यह नहीं पता चल पा रहा था कि किडनेप किसने किया। करीब एक घंटे बाद संदीप के पिता धर्मबीर के पास फिरौती की कॉल आई और दो करोड़ रुपए की डिमांड की गई। एसपी गंगाराम पुनिया के निर्देश पर कई टीमों का गठन किया गया। साथ ही यह भी हिदायत दी गई कि जिसका अपहरण हुआ है उसको कुछ भी नहीं होना चाहिए। पुलिस ने हर जगह नाकेबंदी की थी। जींद इलाके में जाकर फिर किया कॉल पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने संदीप के फोन से सिम निकालकर नए फोन में सिम डाली और उसी से आरोपियों ने संदीप के पिता धर्मबीर के पास दो करोड़ की फिरौती के लिए कॉल किया। धर्मबीर ने अपहरणकर्ताओं को कहा कि दो करोड़ हमारे पास नहीं है। इसके बाद किडनेपर्स ने डेढ़ करोड़ मांगे और कॉल काट दिया। बदमाश संदीप को लेकर गोहाना पहुंच गए। वहां ग्रामीण इलाको में घुमाते रहे। फिर कॉल किया तो पैसे के लिए धर्मबीर ने अपनी विवशता बताई। फिर आरोपी 80 लाख रुपए की डिमांड पर आ गए, जिसके लिए धर्मबीर तैयार हो गया। फिरौती की रकम के लिए असंध बुलाया आरोपियों ने फिरौती की रकम लेकर धर्मबीर को असंध बुलाया। गोहाना से आरोपी चले तो सालवन के पास पुलिस चौकी का नाका लगा हुआ था। पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को पहचान लिया। पुलिस कर्मचारियों ने आरोपियों की गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया। जैसे ही पुलिस की गाड़ी आरोपियों की गाड़ी के नजदीक पहुंची तो आरोपी सुरेंद्र ने अपनी पिस्टल निकालकर पुलिस की गाड़ी पर फायर कर दिया। फायर लगने और धुंध के कारण गाड़ी धीमी हो गई। जिसके बाद आरोपी अपनी गाड़ी को स्पीड में भगाकर ले गए। अलग-अलग जिलों की पुलिस थी अलर्ट पुलिस के मुताबिक, पानीपत पुलिस, सोनीपत पुलिस, करनाल पुलिस और जींद पुलिस की टीम अलर्ट मोड पर थी। आरोपियों ने अपनी गाड़ी को गोहाना की तरफ घुमा लिया। पुलिस को आरोपियों की गाड़ी की लोकेशन मिली हुई थी। सीआईए-2 की टीम इनके पीछे पीछे थी। गोहाना की सीआईए पुलिस भी इनको ट्रेक कर रही थी। हमारे पास प्राइवेट गाड़ी भी थी और सरकारी गाड़ी भी थी। आरोपियों ने भांप लिया कि पुलिस की गाड़ियां पीछे तो इन्होंने बीचपड़ी गांव के पास अपनी गाड़ी को भगा लिया। बीचपड़ी गांव से आगे एक मोड आता है, वह मोड तो इन आरोपियों ने क्रॉस कर लिया। उसे आगे आए मोड को वे क्रॉस नहीं कर पाए और इनकी गाड़ी पलट गई। कार पलटने के बाद फायर नहीं कर पाए आरोपी हम मौके पर पहुंच गए। हमने संदीप को सही सलाम बाहर निकाला। संदीप को भी चोटे लगी हुई थी और किडनेपर्स को भी चोटे लगी हुई थी। यहां पर ये लोग कोई भी फायर नहीं कर पाए, क्योंकि इन्होने सालवन के पास जो फायरिंग की थी उसी दौरान इनकी पिस्टल के चेंबर में खाली खोल फंस गया था, इसलिए पिस्टल दोबारा कॉक नहीं हुई, इसलिए दोबारा फायर नहीं कर सके। सबसे पहले इन सभी को अस्पताल लेकर गए और इलाज करवाया। जब यह तसल्ली हो गई कि किसी भी आरोपी को कोई गंभीर चोट नहीं है, उसके बाद इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन कब्जे से एक अवैध पिस्टल मिली, जिसके अंदर दो-तीन रौंद थे, एक चला हुआ खोल मिला। एक 32 बोर का देसी कट्टा मिला। वह सिम कार्ड भी बरामद हुई है, जिससे इन्होंने कॉल करके फिरौती मांगी थी। कोर्ट में पेश कर भेजा जेल सोनीपत के हलालपुर निवासी सुरेंद्र के उपर पहले भी हत्या के प्रयास व अन्य मामलों में छह-सात मुकद्मे दर्ज है। वर्ष 2007 से ही इसका क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है। कोर्ट से पीओ भी है। हेड कांस्टेबल नरेंद्र के उपर उसी की भाभी ने रेप का मुकद्मा दर्ज करवाया था, लेकिन उसमें बाद में समझौता हो गया था। अक्षय पर सोनीपत में मारपीट का मामला दर्ज है। इन लोगों ने जल्दी अमीर होने के चक्कर में पूरा चक्रव्यूह रचा। संदीप के साथ इनको कोई पैसे का लेन-देन नहीं है, सिर्फ फिरौती लेने के लिए ही अपहरण किया गया था। 5 जनवरी को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। सीन रिक्रीएट करवाया गया। निशानदेही करवाई गई है और गहनता से पूछताछ की गई। इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल में भेजा जाएगा।
हरियाणा में मंत्रियों की सवारी रहीं 2 बाइकों के चालान:ट्रैफिक पुलिस ने दुष्यंत चौटाला वाली तारीख डालकर किरकिरी कराई; फोटो लगाई तिरंगा रैली की
हरियाणा में मंत्रियों की सवारी रहीं 2 बाइकों के चालान:ट्रैफिक पुलिस ने दुष्यंत चौटाला वाली तारीख डालकर किरकिरी कराई; फोटो लगाई तिरंगा रैली की हरियाणा के फरीदाबाद में उन 2 बाइकों के भी चालान काटे गए हैं, जिन पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर और कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा सवार हुए थे। इन दोनों ने बाइक पर सवार होते समय हेलमेट नहीं लगाए थे। हालांकि, मंत्रियों व नेताओं के चालान काटकर वाहवाही बटोर रही ट्रैफिक पुलिस की इस मामले में बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। पोस्टल ई-चालान पर जो डेट और जगह लिखी है, वे दोनों ही गलत हैं। जिस दिन और जगह का बताकर यातायात विभाग ने इन दोनों नेताओं का चालान किया है, वे उस दिन वहां गए ही नहीं थे। ठीक इसी तरह की कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस ने बीते रविवार को उस बाइक के खिलाफ भी की है, जिस बाइक पर पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला सवार थे। उन्होंने बाइक पर सवार होते समय हेलमेट नहीं पहना था। कृष्ण पाल गुर्जर और मूलचंद शर्मा को सवारी कराने वाली बाइकों के चालान की कॉपी… यह है पूरा मामला
ट्रैफिक पुलिस ने दोनों मंत्रियों की सवारी वाली बाइकों के चालान बीते रविवार को जारी किए हैं। इनमें बताया गया है कि इन दोनों मंत्रियों कृष्ण पाल गुर्जर और मूलचंद शर्मा ने बिना हेलमेट लगाए 25 अगस्त को फरीदाबाद में बाइक पर सवारी की है। जिस बाइक पर केंद्रीय राज्य मंत्री बैठे थे, वह डबुआ कॉलोनी निवासी प्रवीन शर्मा के नाम पर पंजीकृत है। वहीं, मूल चंद शर्मा जिस बाइक पर सवार थे, वह बाइक अमित कुमार के नाम रजिस्टर्ड है। 1 हजार और 2 हजार रुपए का चालान काटा
इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री वाली बाइक का एक हजार रुपए और हरियाणा के मंत्री वाली बाइक का 2 हजार रुपए का चालान काटा गया है। ट्रैफिक पुलिस ने ई-चालान पर जिन घटनाओं का जिक्र करते हुए फोटो लगाया है, वह 13 अगस्त के दिन तिरंगा रैली की हैं। फरीदाबाद की बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13 अगस्त को केंद्रीय राज्य मंत्री के कृष्ण पाल गुर्जर ने कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के साथ अंबेडकर चौक से तिरंगा यात्रा शुरू करते हुए सेक्टर 2 पर इसका समापन किया था। चालान वाली तस्वीर भी उसी समय की है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर बुलेट बाइक पर बिना हेलमेट तिरंगा लेकर पीछे बैठे हुए थे। उनके साथ हरियाणा के कैबिनेट मंत्री शर्मा भी दूसरी बुलेट बाइक सवार थे। भाजपा नेताओं के ई-चालान पर JJP नेता के कानून तोड़ने की तारीख
जबकि, ई-चालान में नियमों का उल्लंघन करने वाली तारीख 25 अगस्त बताई गई है। इस दिन भाजपा की कोई बाइक रैली फरीदाबाद में थी ही नहीं। उस दिन पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला का कार्यक्रम था, जिसमें वह बाइक पर सवार होकर गए थे। उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद ट्रैफिक थाना प्रभारी विनोद कुमार का कहना है कि ई-चालान स्मार्ट सिटी ऑफिस में बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से किया जाता है। यह गड़बड़ी कैसे हुई, इसकी कोई जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो उसमें सुधार जरूर किया जाएगा। 25 अगस्त को कटा दुष्यंत चौटाला की सवारी वाली बाइक का चालान
बता दें कि फरीदाबाद में बीते रविवार यानी 25 अगस्त को गोछी में JJP का कार्यक्रम था। इसमें पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला शामिल हुए। इस दौरान सोहना टी-पॉइंट से एक बाइक रैली निकाली थी। इसमें दुष्यंत चौटाला और लोकसभा कैंडिडेट रहे नलिन हुड्डा समेत सैकड़ों बाइक सवार बिना हेलमेट के बाइक चलाते नजर आए थे। इसकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पूर्व डिप्टी CM वाली बाइक समेत अन्य 15 बाइकों का ई-चालान काटा गया। इसके बाद उन रैलियों के फोटो भी वायरल होना शुरू हुए जो पहले हो चुकी हैं। ट्रैफिक पुलिस ने दूसरी रैलियों में शामिल बाइकों पर भी 25 अगस्त की ही तारीख डालकर ई-चालान काट दिए। ये भी पढ़ें… दुष्यंत चौटाला ने चलाई बाइक, पुलिस ने काटा चालान:2 हजार जुर्माना लगाया; पूर्व डिप्टी सीएम ने निकाली थी रैली, हेलमेट पूछने पर ना कहा