हरियाणा में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस सांसद जयप्रकाश पर दीपेंद्र हुड्डा की रैली के दौरान मंच पर एक बुजुर्ग व्यापारी को लात मारी है। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जयप्रकाश के खिलाफ इस घटना पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है, शहर के कुछ लोगों ने मांग की है कि सांसद जयप्रकाश बुजुर्ग से माफी मांगें। वहीं बुजुर्ग का कहना है कि वे जयप्रकाश जेपी के बुलावे पर ही सभा में गए थे। इससे पहले भी कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने एक महिला नेता पर विवादित बयान दिया था। एक चुनावी रैली के दौरान जेपी ने कहा था कि ‘जे लिपस्टिक और पाउडर लगाकर लीडर बनते हों तो मैं भी लगा लूं, फिर दाढ़ी क्यों रखूं।’ सांसद जेपी का यह बयान काफी चर्चा में रहा था। जेपी के इस बयान के बाद माना जा रहा था कि उन्होंने यह बात कलायत विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की करीबी श्वेता ढुल और अनीता ढुल बड़सीकरी को लेकर कही थी। क्या है लात मारने का पूरा विवाद?
शुक्रवार को चीका की नई अनाज मंडी में सत्ता परिवर्तन रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें सांसद दीपेंद्र हुड्डा गुहला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के पक्ष में वोट की अपील करने आए थे। इस रैली में सांसद जयप्रकाश भी मौजूद थे। जब वह लोगों को संबोधित कर रहे थे तो मंच पर भीड़ अधिक होने के कारण वह परेशान हो गए और जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया तो उन्होंने पास खड़े एक बुजुर्ग को लात मार दी। जानकारी के अनुसार, जिस बुजुर्ग को लात मारी गई वह शहर के व्यापारी व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल बताए जा रहे हैं। इस मामले पर अभी तक जयप्रकाश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह घटना कांग्रेस पार्टी व सांसद जयप्रकाश के लिए बड़े विवाद का कारण बन सकती है। महिला आयोग ने जारी किया था नोटिस
महिला नेता पर विवादित बयान को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने जयप्रकाश के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वह जयप्रकाश को नोटिस भेजकर जवाब मांगेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कैथल का कोई भी व्यक्ति उनके बेटे को वोट न दे। साथ ही उन्होंने कैथल एसपी से इस पूरे मामले पर रिपोर्ट भी मांगी थी। जेपी किरण चौधरी पर भी बयान दे चुके
लोकसभा चुनाव के बीच जींद के उचाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा था कि किरण चौधरी बंसीलाल की विरासत नहीं हैं। विरासत हमेशा पुरुष के माध्यम से चलती है, महिला के माध्यम से नहीं। रणबीर महेंद्रा और अनिरुद्ध बंसीलाल के वारिस हैं, महिलाएं वारिस नहीं हैं। इस पर किरण ने पलटवार करते हुए कहा था कि इनके (JP) घर में बहू, बेटियां नहीं है, इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। उनकी सोच बहुत ही घटिया और छोटी है। वह ऐसे बयान देकर अपनी ही पार्टी के नेताओं की तौहीन कर रहे हैं। ओमप्रकाश बोले- जेपी ने उनको बुलाया था चीका के व्यापारी ओमप्रकाश गोयल का कहना है कि लात मारने जैसी कोई बात नहीं थी। सांसद जयप्रकाश के बुलावे पर ही वे वहां गए थे। मंच पर एक दूसरे को धक्के लग रहे थे। ये भीड़ भड़ाका होने की वजह से हुआ है। इसमे कोई दूसरी बात नहीं थी और सांसद जेपी से उनके निजी संबंध हैं। उनके बुलावे पर वे वहां पहुंचे थे। हरियाणा में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। कांग्रेस सांसद जयप्रकाश पर दीपेंद्र हुड्डा की रैली के दौरान मंच पर एक बुजुर्ग व्यापारी को लात मारी है। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जयप्रकाश के खिलाफ इस घटना पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है, शहर के कुछ लोगों ने मांग की है कि सांसद जयप्रकाश बुजुर्ग से माफी मांगें। वहीं बुजुर्ग का कहना है कि वे जयप्रकाश जेपी के बुलावे पर ही सभा में गए थे। इससे पहले भी कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने एक महिला नेता पर विवादित बयान दिया था। एक चुनावी रैली के दौरान जेपी ने कहा था कि ‘जे लिपस्टिक और पाउडर लगाकर लीडर बनते हों तो मैं भी लगा लूं, फिर दाढ़ी क्यों रखूं।’ सांसद जेपी का यह बयान काफी चर्चा में रहा था। जेपी के इस बयान के बाद माना जा रहा था कि उन्होंने यह बात कलायत विधानसभा सीट से टिकट मांग रहीं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला की करीबी श्वेता ढुल और अनीता ढुल बड़सीकरी को लेकर कही थी। क्या है लात मारने का पूरा विवाद?
शुक्रवार को चीका की नई अनाज मंडी में सत्ता परिवर्तन रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें सांसद दीपेंद्र हुड्डा गुहला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस के पक्ष में वोट की अपील करने आए थे। इस रैली में सांसद जयप्रकाश भी मौजूद थे। जब वह लोगों को संबोधित कर रहे थे तो मंच पर भीड़ अधिक होने के कारण वह परेशान हो गए और जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया तो उन्होंने पास खड़े एक बुजुर्ग को लात मार दी। जानकारी के अनुसार, जिस बुजुर्ग को लात मारी गई वह शहर के व्यापारी व नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयल बताए जा रहे हैं। इस मामले पर अभी तक जयप्रकाश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह घटना कांग्रेस पार्टी व सांसद जयप्रकाश के लिए बड़े विवाद का कारण बन सकती है। महिला आयोग ने जारी किया था नोटिस
महिला नेता पर विवादित बयान को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने जयप्रकाश के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वह जयप्रकाश को नोटिस भेजकर जवाब मांगेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कैथल का कोई भी व्यक्ति उनके बेटे को वोट न दे। साथ ही उन्होंने कैथल एसपी से इस पूरे मामले पर रिपोर्ट भी मांगी थी। जेपी किरण चौधरी पर भी बयान दे चुके
लोकसभा चुनाव के बीच जींद के उचाना में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा था कि किरण चौधरी बंसीलाल की विरासत नहीं हैं। विरासत हमेशा पुरुष के माध्यम से चलती है, महिला के माध्यम से नहीं। रणबीर महेंद्रा और अनिरुद्ध बंसीलाल के वारिस हैं, महिलाएं वारिस नहीं हैं। इस पर किरण ने पलटवार करते हुए कहा था कि इनके (JP) घर में बहू, बेटियां नहीं है, इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। उनकी सोच बहुत ही घटिया और छोटी है। वह ऐसे बयान देकर अपनी ही पार्टी के नेताओं की तौहीन कर रहे हैं। ओमप्रकाश बोले- जेपी ने उनको बुलाया था चीका के व्यापारी ओमप्रकाश गोयल का कहना है कि लात मारने जैसी कोई बात नहीं थी। सांसद जयप्रकाश के बुलावे पर ही वे वहां गए थे। मंच पर एक दूसरे को धक्के लग रहे थे। ये भीड़ भड़ाका होने की वजह से हुआ है। इसमे कोई दूसरी बात नहीं थी और सांसद जेपी से उनके निजी संबंध हैं। उनके बुलावे पर वे वहां पहुंचे थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर